Rasgulla Recipe in Hindi: रसगुल्ला एक पारंपरिक बंगाली मिठाई है, जो भारतीय लोगों को बेहद पसंद है। बंगाल में तो इसे रोसोगुल्ला के रूप में जाना जाता है। ये मिठाई है ही ऐसी कि इसका नाम सुनते ही मुंह में मिठास घुल जाती है। इसे बनाना थोड़ा मुश्किल जरूर है लेकिन थोड़ी सी मेहनत से इसे घर पर आसानी से बनाया जा सकता है। रसगुल्ला वैसे तो पनीर और चाशनी को मिलाकर बनता है, लेकिन रसगुल्ला बनाने की कई विधियां हैं। भारत में कई तरह से रसगुल्ला बनाया जाता है। अगर आपके घर में कोई मेहमान आएं तो आप खाने के बाद डेजर्ट के रूप में रसगुल्ला सर्व कर सकते हैं। रसगुल्ला केवल स्वादिष्ट ही नहीं होता, बल्कि इसे खाने से कई तरह के स्वास्थ्य लाभ होते हैं। तो चलिए आज के हमारे इस आर्टिकल में हम आपको बताते हैं कि रसगुल्ला कैसे बनाते हैं और इनकी अलग-अलग विधियां।
विषय सूची
- रसगुल्ला का इतिहास – History of rasgulla in Hindi
- रसगुल्ला के लिए चाशनी बनाने का सही तरीका – How to make chashni (sugar syrup) for rasgulla in Hindi
- रसगुल्ले में पोषक तत्व – Nutrients in rasgulla in Hindi
- रसगुल्ला बनाने की आसान रेसिपी – Easy homemade rasgulla recipe in hindi
- प्रेशर कुकर रसगुल्ला रेसिपी – Pressure cooker rasgulla recipe in Hindi
- अंगूरी रसगुल्ला बनाने की रेसिपी – How to make angoori rasgulla in Hindi
- मिल्क पाउडर से रसगुल्ला बनाने की रेसिपी – Milk powder rasgulla recipe in Hindi
- सूजी के रसगुल्ले की रेसिपी – Suji ke rasgulla recipe in Hindi
- रसगुल्ला खाने के फायदे – Health benefits of Rasgulla in Hindi
- रसगुल्ले को टूटने से कैसे बचाया जा सकता है – How to prevent rasgulla from breaking in Hindi
- क्या रसगुल्ले में मैदा मिलाई जा सकती है – Can we add maida in rasgulla in Hindi
रसगुल्ला का इतिहास – History of rasgulla in Hindi
रसगुल्ला का इतिहास काफी दिलचस्प है। हममे से कई लोग ये समझते हैं कि रसगुल्ला बंगाली मिठाई है, जबकि सच ये है कि रसगुल्ला की उत्पत्ति उड़ीसा से हुई है। इतिहास के अनुसार रसगुल्ला को सबसे पहले पुरी में विकसित किया गया था और इसे पाशा रसगुल्ला कहा जाता था। इन्हें भोग के रूप में जगन्नाथ मंदिर में देवी लक्ष्मी को अर्पित किया गया था। मूल रूप से जगन्नाथ मंदिर पुरी में रसगुल्ले से जुड़ी एक परंपरा है और 12वीं शताब्दी से देवी लक्ष्मी को रसगुल्ला चढ़ाने की इस परंपरा का आज भी पालन किया जाता है।
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रसगुल्ला के लिए चाशनी बनाने का सही तरीका – How to make chashni (sugar syrup) for rasgulla in Hindi
रसगुल्ला तभी अच्छा बनता है, जब चाशनी बनाने का तरीका सही हो। इसलिए हर किसी को चाशनी बनाने का तरीका पता होना चाहिए। चाशनी बनाने के लिए एक पैन में चीनी और पानी मिलाकर गर्म करें। जब पानी उबल जाए तो इसमें दूध डालें ताकि चीनी में मौजूद गंदगी ऊपर आ जाए और आप इसे हटा दें। चाशनी जब उबलने लगे तो इसमें झाग बनता है, जिसे आप छलनी से हटा सकते हैं। इसे मीडियम आंच पर 8 से 10 मिनट के लिए पकाएं। अब अपनी उंगलियों से चैक करें। अगर आपकी दोनों उंगलियों के बीच में एक तार बन रहा हो, तो रसगुल्ले के लिए एक तार की चाशनी तैयार है।
इसी तरह अगर आप दो तार की चाशनी बनाना चाहते हैं तो एक तार की चाशनी को दो से तीन मिनट और पकाएं और अगर तीन तार की चाशनी चाहिए तो दो तार की चाशनी को दो से तीन मिनट और पका लें। चाशनी जितनी गाढ़ी होगी, उसमें उतने ही ज्यादा तार बनेंगे। लेकिन आमतौर पर रसगुल्ले के लिए एक तार की चाशनी ही बनाई जाती है।
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रसगुल्ले में पोषक तत्व – Nutrients in rasgulla in Hindi
आपको बता दें कि 100 ग्राम रसगुल्ले में कई जरूरी पोषक तत्व होते हैं, जिनके बारे में हम आपको नीचे बता रहे हैं।186 कैलोरी
- 1.85 ग्राम वसा
- 38 ग्राम कार्बोहाइड्रेट
- 4 ग्राम प्रोटीन भी होता है।
तैयारी में समय- 5 मिनट, बनाने में समय- 1 घंटा 10 मिनट , कुल समय- 1 घंटा 15 मिनट।
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रसगुल्ला बनाने की आसान रेसिपी – Easy homemade rasgulla recipe in hindi
बंगाली रसगुल्ला बनाने के लिए सामग्री
छेना के लिए सामग्री-
- 1 लीटर दूध, फुल क्रीम गाय का दूध
- 2 चम्मच नींबू का रस
- 1 कप पानी
चीनी सिरप (चाश्नी) के लिए:
- 1 कप चीनी
- 8 कप पानी
स्पंज रसगुल्ला बनाने की विधि
- रसगुल्ले के लिए पहले छेना बनाना जरूरी है। इसके लिए सबसे पहले एक मोटे तले वाले पैन में 1 लीटर दूध डालें।
- इसके इसे बीच-बीच में हिलाते रहें और उबाल लें।
- इसके बाद इसमें नींबू का रस मिलाकर फिर से चलाएं। तब तक चलाएं जब तक की दूध फट न जाए।
- एक कप पानी डालें।
- फटने के बाद दूध पनीर बन जाएगा, इसे साफ कर लें क्योंकि इसमें नींबू के रस की स्मेल आएगी।
- अब इस फटे हुए दूध को एक छलनी के ऊपर कॉटन के कपड़े में डालकर छानें। जब तक पूरा पानी न निकली जाए, इसे ऐसे ही रहने दें।
- 30 मिनट के बाद, पनीर को गूंधना शुरू करें।
- पनीर को तब तक गूंधें जब तक वह चिकना न हो जाए।
- चिकना हो जाने पर पनीर के छोटे -छोटे गोले बनाएं और प्लेट में एक तरफ रख दें।
चाशनी के लिए:
- चाशनी बनाने के लिए सबसे पहले, एक गहरे बर्तन में 1 कप चीनी लें। 8 गिलास पानी डालें और अच्छी तरह हिलाएँ।
- मध्यम आंच पर चाशनी को 10 मिनट तक उबालें।
- उसके बाद, तैयार पनीर बॉल्स को उबलती चाशनी में डाल दें।
- 15 मिनट के लिए ढककर उबालें। पनीर के गोले आकार में दोगुने हो जाएंगे।
- इसके अलावा, इसे तब तक अलग रखें जब तक यह पूरी तरह से ठंडा न हो जाए।
- अंत में, रसगुल्ला ठंडी जगह पर रखकर केसर से गार्निशिंग कर सर्व करें।
(और पढ़े – पनीर खाने के फायदे पोषक तत्व और नुकसान…)
प्रेशर कुकर रसगुल्ला रेसिपी – Pressure cooker rasgulla recipe in Hindi
झटपट प्रेशर कुकर रसगुल्ला बनाने की सामग्री
- 8 कप दूध
- 4 कप पानी
- 1 कप शक्कर
- 2 चम्मच नींबू का रस
- मलमल के कपड़े का एक टुकड़ा
कुकर में रसगुल्ला बनाने की विधि
- आपने शायद ही कभी सुना हो कि कुकर में भी रसगुल्ला बनता है। लेकिन ये रसगुल्ला बनाने का एक बहुत ही अच्छा तरीका है। प्रेशर कुकर में झटपट रसगुल्ला बनाने के लिए सबसे पहले दूध को उबालें और फिर इसमें नींबू का रस मिलाएं।
- नींबू का रस मिलाते ही दूध फट जाएगा और ये छेने का रूप ले लेगा।
- गैस से हटाते ही छेने को एक मलमल के कपड़े में लपेटकर पानी अच्छी तरह से निचोड़ लें और मलमल के कपड़े को बांध दें लेकिन इसे 1 घंटे से ज्यादा न रखें।
- एक घंटे के बाद मलमल के कपड़े से छेना निकालें और छेना हथेली से इस तरह मसलें कि छेने में एक भी गांठ न रहे। जब तक की ये नरम आटे में न बदल जाए तब तक ऐसा करें।
- अब छेना को 12 बराबर भागों में विभाजित करें और बिना किसी दरार के चिकनी गेंद जैसी बनाएं।
- अब कुकर में रसगुल्ला बनाने के लिए प्रेशर कुकर में 4 कप पानी और 1 कप चीनी डालें। इस मिश्रण को उबाल लें और और देखें कि चीनी पूरी तरह से घुल जाए। गैस बंद करें और प्रेशर कुकर में एक-एक करके छेना बॉल्स डालें।
- चाशनी में पकने के बाद छेना बॉल्स आकार में दोगुनी हो जाएगी। इसलिए कुकर में कम संख्या में ही छेना डालें, ताकि इन्हें फूलने के लिए जगह मिल सके।
- छेना फूल चुके हैं तो अब प्रेशर कुकर को बंद कर दें और एक सीटी आने पर गैस बंद कर दें।
- जब कुकर का दबाव पूरी तरह से निकल जाए तो ढक्कन हटा दें और रसगुल्लों को पूरी तरह से ठंडा होने दें। थोड़ी देर बाद आप इन्हें फ्रिज में भी रख दें। जब रसगुल्ले थोड़े ठंडे हो जाएं तो इन्हें एक बाउल में सर्व करें।
(और पढ़े – पाव भाजी रेसिपी इन हिंदी…)
अंगूरी रसगुल्ला बनाने की रेसिपी – How to make angoori rasgulla in Hindi
अंगूरी छेना बनाने की जरूरी सामग्री
- 2 लीटर पूर्ण वसा वाला दूध
- 3 बड़ा चम्मच सिरका (सफेद)
- 1.5 कप दानेदार चीनी
- 4.5 कप पानी
- 1 चम्मच पिंक जेल फूड कलर
- 1 बड़ा चुटकी पीला भोजन का रंग
- 3 चम्मच गुलाब जल
- 1/4 कप नारियल का बूरा
अंगूरी रसगुल्ला बनाने का तरीका
अंगूरी रसगुल्ला रसगुल्ले का छोटा वर्जन है। रसगुल्ला जहां सफेद रंग का होता है, वहीं अंगूरी रसगुल्ला कलरफुल और नारियल के बूरे से कोटेड होता हैं। अगर आप भी घर में कुछ अलग तरह का रसगुल्ला बनाना चाहते हैं तो इसके लिए सबसे पहले एक गहरे बर्तन में दूध गर्म करना शुरू करें, दूध गर्म हो जाए तो इसमें सिरका डाल दें। इसे अच्छी तरह से हिलाएं।
- सिरका डालने के बाद दूध फट जाएगा और एक छेने या पनीर जैसा बन जाएगा।
- अब एक मलमल के कपड़े में पनीर या छेना को दबाकर इसमें मौजूद दूध निकाल दें।
- इसके बाद छेना को साफ पानी के नीचे तब तक धोएं जब तक कि पानी साफ न हो जाए और सिरका न बह जाए।
- अब मलमल के कपड़े के किनारों को बाँध लें और बहुत धीरे से पानी निचोड़ें।
- इसके बाद इसे 10 मिनट के लिए कहीं ऊँचाई पर बाँध दें ताकि पानी सूख जाए।
- बाद में कपड़े को खोलकर छेना को प्लेट में निकाल लें।
- इसके बाद 10 मिनट के लिए धीरे से अपनी हथेली से छेना को गूंथ लें , तब तक गूंथे जब तक ये चिकने आटे की तरह न हो जाए।
- एक बार में एक चम्मच छेना लें और इसे अपनी हथेलियों के बीच दबाकर बिना किसी दरार के एक ही आकार की छोटी-छोटी गोलियां बनाएं।
- इन गोलियों को तीन भागों में बांट लें ताकि आप अलग-अलग इन्हें सफेद, पीला और गुलाबी रंग दे पाएं।
- हमें अलग-अलग हिस्सों में सभी तीन भागों को पकाना चाहिए। तो शुरू करने के लिए, गहरे पैन में 1.5 कप चीनी, गुलाब जल के साथ 1.5 कप पानी डालें और इसे उबाल लें।
- छेना को पैन में ढककर 12 मिनट के लिए पकाना है। बीच में ढक्कन न खोलें।
- जब छेना बॉल्स अच्छी तरह से पक जाएंगी तो इनका आकार दोगुना हो जाएगा।
- अब सफ़ेद रसगुल्ले तैयार हैं। अब इन्हें एक या दो घंटे के लिए शक्कर की चाशनी में डाल दें।
- सफेद रसगुल्ले बनकर तैयार हैं अब आप पीले रंग के रसगुल्ले बनाना शुरू करें। यह प्रक्रिया सफ़ेद रंग के रसगुल्ले बनाने जैसी ही होती है लेकिन हमें बस पीले रंग का रंग और केसर डालना होता है।
- इन्हें भी 12 मिनट तक पकाने के बाद चाशनी में डाल दें।
- अब गुलाबी रंगे के अंगूरी रसगुल्ले बनाएं। प्रक्रिया वही रहती है, बस हमें चीनी और गुलाब जल में गुलाबी रंग जोड़ने की आवश्यकता होती है।
- तीनों को चाशनी से निकालने के बाद एक बाउल में मिला दें और फ्रिज में ठंडा होने के लिए रख दें।
- सर्व करने से पहले अंगूरी रसगुल्लों को नारियल के बूरे के साथ लपेटें। इससे इनका स्वाद बढ़ जाएगा।
(और पढ़े – दाल मखनी रेसिपी इन हिंदी…)
मिल्क पाउडर से रसगुल्ला बनाने की रेसिपी – Milk powder rasgulla recipe in Hindi
मिल्क पाउडर वाले रसगुल्ला की सामग्री
- 8 चम्मच दूध पाउडर
- 1 चम्मच सेल्फ रेजिंग आटा (ये मैदा की ही तरह होता है, लेकिन बस इसमें बेकिंग सोडा पहले से मिक्स होता है, जिससे पकने पर ये फूलता है)।
- 1 चम्मच तेल (स्वस्थ विकल्प के लिए जैतून का तेल चुनें)
- एक अंडा
चाशनी बनाने के लिए
- दानेदार चीनी (1 कप)
- पानी (1 कप)
- इलायची (मिठाई के ऊपर छिड़कने के लिए)।
मिल्क पाउडर से रसगुल्ला बनाने की विधि
- मिल्क पाउडर से रसगुल्ला बनाने के लिए सभी सामग्रियों को मिलाएं।
- एक बार सभी सामग्री अच्छे से मिक्स हो जाएं, तो एक नरम आटा मिलना चाहिए। अब इस आटे से छोटी-छोटी बॉल्स बनाएं।
- भारी तली वाले पैन में तेल गर्म हो जाने पर कम आंच पर छेने को तलें।
- इन्हें बाहर निकालने से पहले देख लें कि ये सुनहरे रंग की हो जाएं। इसे तलने में 10 मिनट का समय लग सकता है।
- जब तक छेने तल रहे हैं साथ में चाशनी की तैयारी करते जाएं।
- एक सॉस पैन में पानी रखें और चीनी को तब तक उबालें जब तक कि चीनी घुल न जाए। ध्यान रखें हमें एक तार की चाशनी बनानी है।
- अब चाशनी को एक डिश में रखें।
- बॉल्स को सुनहरा होने पर बाहर निकालें और तेल को पूरी तरह से सुखा दें।
- छेनों को चाश्नी में डालें और धीरे से ऐसे मिलाएं कि छेने पूरी तरह से चाश्नी में डूब जाएं। कुछ मिनटों के लिए इन्हें ऐसे ही चाश्नी में डूबा रहने दें।
- अंत में, एक अद्भुत सुगंध के लिए रसगुल्ले के ऊपर आधी इलायची छिड़की जा सकती है।
- ठंडे होने पर मिल्क पाउडर से बने रसगुल्ले सर्व कर सकते हैं
(और पढ़े – उत्तपम बनाने की रेसिपी…)
सूजी के रसगुल्ले की रेसिपी – Suji ke rasgulla recipe in Hindi
टेस्टी सूजी के रसगुल्ले की सामग्री
- 1 बड़ा चम्मच सूजी
- 1 बड़ी कटोरी दूध आधा कप बारीक कटे ड्राई-फ्रूट्स
- 2 बड़ा चम्मच घी
- 3 बड़ी चम्मच चीनी
- पानी जरूरत के अनुसार
सूजी का रसगुल्ला बनाने की विधि
- सूजी के रसगुल्ले बनाना बेहद आसान है। इसके लिए पहले एक कड़ाही में दूध और चीनी डालकर मध्यम आंच पर रख दें ।
- जब दूध में शक्कर मिल जाए तो कलछी से चलाते हुए धीरे-धीरे इसमें सूजी मिलाएं ताकि कोई गांठ न पड़ जाए।
- सूजी को चलाते रहें जब तक की ये गाढ़ी न हो जाए।
- अब सूजी को बाहर निकाल लें और ठंडा होने दें।
- जैसे ही सूजी ठंडी हो जाए तो इसे हथेली के बीच रखकर चपटा कर लें। इसे चिकना करने के लिए हथेली पर घी मल लें।
- अब इस चपटी आकार की सूजी के बीच में ड्राई फ्रूट्स भर लें और गोल करते हुए रसगुल्ले बना लें।
- अब मीडियम आंच पर एक पैन में चीनी और पानी मिलाकर चाशनी तैयार कर लें।
- चाशनी तैयार हो जाए तो रसगुल्लों को उसमें डालें और दो से तीन मिनट तक के लिए पकाएं।
- अब आंच बंद कर दें। सूजी के रसगुल्ले सर्व करने के लिए तैयार हैं।
(और पढ़े – सूजी के फायदे और नुकसान…)
रसगुल्ला खाने के फायदे – Health benefits of Rasgulla in Hindi
रसगुल्ला पनीर\ छेना या सूजी से बनाए जाते हैं और ये दो इंग्रीडिएंट्स ही रसगुल्ला को हेल्दी स्वीटडिश बनाती हैं। नीचे जानते हैं रसगुल्ले खाने के फायदों के बारे में।
मांसपेशियों के निर्माण में फायदेमंद
छेना मांसपेशियों के निर्माण और समग्र विकास में मदद करता है। छेना दूध को फाडऩे के बाद बनता है और दूध प्रोटीन का एक अच्छा स्त्रोत है। इस प्रोटीन में 80 प्रतिशत कैसिइन और 20 प्रतिशत मट्ठा होता है। इन दोनों प्रोटीन में सभी जरूरी अमीनो एसिड होते हैं जो अच्छे स्वास्थ्य के लिए जरूरी हैं।
(और पढ़े – बॉडी बनाने के लिए अपनाएं ये इंडियन डाइट प्लान…)
दांत, हड्डियों को बनाए मजबूत
छेना आपके दांतों और हड्डियों को मजबूत बनाता है। छेना फटे दूध से तैयार होता है और दूध कैल्शियम का अच्छा स्त्रोत है। आपके दांतों और हड्डियों को मजूबत बनाने के लिए कैल्शियम जरूरी मिनरल है। इसके अलवा छेना आपके दिल की सेहत के लिए अच्छा है और पाचन सुधारण भी है। (और पढ़े – हड्डी मजबूत करने के लिए क्या खाएं…)
वजन करे कम
जो लोग वजन कम करना चाहते हैं उनके लिए रसगुल्ला बेहद फायदेमंद है। अन्य भारतीय मिठाईयों की तुलना में इसमें कैलारी बहुत कम मात्रा में होती है, इसलिए ये वजन बढऩे की संभावना को कम करता है। जब आप वजन कम करने की कोशिश कर रहे हैं तो रसगुल्ला आपके लिए एक कम मीठा इलाज है। वहीं सूजी भी एक ऐसा इंग्रीडिएंट है, जो सेहत को बेहद लाभ पहुंचाती है। सूजी में प्रोटीन अच्छी मात्रा में होता है, वहीं फैट की मात्रा बहुत कम होती है। इसलिए खासतौर से ये उन लोगों के लिए अच्छी है जो वजन कम करना चाहते हैं।
(और पढ़े – वजन घटाने के लिए रोज कितनी कैलोरी की जरूरत होती है…)
डायबिटीज का करे इलाज
सूजी में ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी कम होता है, जो इसे डायबिटीज के मरीजों के लिए अच्छा बनाता है। (और पढ़े – मधुमेह को कम करने वाले आहार…)
रसगुल्ला बढ़ाए एनर्जी
रसगुल्ले में मौजूद विटामिन बी फॉलेट और थायमीन का अच्छा स्त्रोत है, जो आपको एनर्जी देते हैं। (और पढ़े – एनर्जी के लिए क्या खाना चाहिए…
पाचन के लिए फायदेमंद रसगुल्ला
छेना में फॉस्फोरस की अच्छी मात्रा होती है जो पाचन और स्वस्थ आंत को बनाए रखने में मदद करता है। (और पढ़े – पाचन शक्ति बढ़ाने के घरेलू उपाय…)
प्रेग्नेंसी में फायदेमंद रसगुल्ला
प्रेग्नेंसी में रसगुल्ला खाना बहुत फायदेमंद माना जाता है। जो महिलाएं गर्भ में पल रहे शिशु के कम वजन को लेकर चिंतित हैं, उन्हें अक्सर रसगुल्ला खाने की सलाह दी जाती है। गर्भवती महिलाएं अगर हर दिन एक या दो छेना या रसगुल्ला खाएं तो उनके शिशु का वजन काफी स्पीड से बढ़ता है। (और पढ़े – गर्भावस्था के दौरान खाये जाने वाले आहार और उनके फायदे…)
गोरे बच्चे के लिए खाएं रसगुल्ला
हर गर्भवती महिला चाहती है कि उसका बच्चा गोरा और सुंदर हो। ऐसा करने के लिए रसगुल्ले का सेवन करना बहुत अच्छा है। गर्भावस्था के शुरू होते ही रोज सुबह एक रसगुल्ला खाना शुरू कर दें। बच्चा गोरा और सुंदर पैदा होगा।
(और पढ़े – प्रेगनेंसी में क्या खाना चाहिए कि बेबी गोरा हो…)
पीलिया से दिलाए राहत
पीलिया से पीडि़त रोगी के लिए रसगुल्ला बहुत फायदेमंद है। इसके सेवन से बहुत जल्दी पीलिया जैसी बीमारी दूर हो जाती है। (और पढ़े – पीलिया का आयुर्वेदिक इलाज और उपचार…)
पेशाब में जलन को करे दूर
कई लोगों को पेशाब करने में जलन महसूस होती है, ऐसे लोगों की समस्या को दूर करने के लिए रसगुल्ला रामबाण इलाज है। इससे पेशाब में जलन नहीं होगी और पेशाब का पीलापन भी दूर हो जाएगा।
(और पढ़े – पेशाब में जलन दूर करने के घरेलू उपाय…)
आंखों की समस्या करे दूर
रसगुल्ले के सेवन से आंखों में जलन और दर्द को दूर किया जा सकता है। (और पढ़े – आँखों को स्वस्थ रखने के लिए 10 सबसे अच्छे खाद्य पदार्थ…)
थकान मिटाए रसगुल्ला
शरीर की थकान को दूर करने के लिए रसगुल्ला एक बहुत अच्छा उपाय है। इसे खाने के बाद थकान चुटकियों में दूर हो जाएगी और आप खुद को बहुत रिलेक्स्ड महसूस करेंगे। एक और दिलचस्प स्वास्थ्य तथ्य यह है कि रसगुल्ला को गुलाब जामुन की तुलना में ज्यादा स्वास्थ्यवर्धक माना जाता है। जानते हो क्यों? क्योंकि गुलाब जामुन को तला जाता है और इसे बहुत अधिक चीनी के साथ बनाया जाता है। जबकि रसगुल्ला को तला नहीं जाता और चीनी का भी नाममात्र उपयोग होता है।
(और पढ़े – कमजोरी और थकान के कारण, लक्षण और इलाज…)
रसगुल्ले को टूटने से कैसे बचाया जा सकता है – How to prevent rasgulla from breaking in Hindi
अक्सर डिब्बे में रखते-रखते ही रसगुल्ले टूट जाते हैं। ये ज्यादातर रसगुल्लों में मौजूद ज्यादा पानी की मात्रा के कारण होता है। इसके लिए ध्यान रखें कि जब आप पनीर या छेने में से पानी निकालते हैं, तो अपनी हथेली पर इसे रखकर लगभग 40 सैकंड तक अपने अंगूठे से दबाए रखें। इसके बाद आपको एक स्मूद बॉल मिल जाएगी और पानी भी पूरा सूख जाएगा।
क्या रसगुल्ले में मैदा मिलाई जा सकती है – Can we add maida in rasgulla in Hindi
जी, बिल्कुल आप रसगुल्ले में मैदा मिला सकते हैं। पहले पनीर को अच्छी तरह से गूंध लें, इसमें मैदा और 1/2 टीस्पून चीनी मिलाकर नरम, मुलायम आटा बना लें। जितना अधिक आप गूंधेंगे, आपके रसगुल्ले उतने ही अधिक नरम होंगे। इसके बाद आप इन्हें चाशनी में पका सकते हैं।
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