यदि किसी व्यक्ति के चेहरा पर लालिमा है, चेहरे पर अत्यधिक धब्बे और मुंहासों जैसे निशान दिखाई देते हैं और यह लक्षण लंबे समय तक बने रहते हैं, तो यह रोजेशिया (चेहरा लाल होना) की स्थिति हो सकती है, जिसका इलाज कराना आवश्यक होता है। रोजेशिया एक क्रोनिक स्किन डिजीज है, जो किसी भी व्यक्ति को प्रभावित कर सकती है। चेहरा लाल होने की बीमारी (रोसैसिया) का कारण अज्ञात है, और इसका कोई सटीक इलाज नहीं है। हालांकि, डॉक्टरों रोजेशिया के लक्षणों को कम करके में सक्षम हैं। रोजेशिया के चार उपप्रकार हैं और प्रत्येक प्रकार की स्थिति में भिन्न लक्षण देखने को मिलते हैं। एक समय में एक से अधिक प्रकार के रोजेशिया का होना संभव है।
यह लेख रोजेशिया रोग की जानकारी के बारे में है इस आर्टिकल में आप चेहरा लाल होने (रोजेशिया) के कारण, लक्षण, इलाज, जाँच, के साथ साथ इससे बचाव के घरेलू उपाय के बारे में जानेगें।
विषय सूची
रोजेशिया (चेहरा लाल होना) क्या है – What is rosacea in Hindi
रोजेशिया (चेहरा लाल होना) (Rosacea), एक आम त्वचा की समस्या है, जो चेहरे में लालिमा और दृश्यमान रक्त वाहिकाओं का कारण बनती है। यह स्थिति छोटे, लाल, मवाद से भरे धब्बे उत्पन्न होने का कारण भी बन सकती है। इस स्थिति से सम्बंधित संकेत और लक्षण हफ्तों से लेकर महीनों तक बने रह सकते हैं और फिर कुछ समय के लिए दूर हो जाते हैं। आमतौर पर, रोजेशिया की बीमारी व्यक्ति के नाक, गाल और माथे की त्वचा को प्रभावित करती है।
रोजेशिया (चेहरे पर लालिमा) किसी भी व्यक्ति को प्रभावित कर सकती है। लेकिन यह हल्की त्वचा (light skin) वाली मध्यम आयु वर्ग की महिलाओं में सबसे आम है। रोसैसिया का कोई इलाज नहीं है, लेकिन उपचार द्वारा संकेतों और लक्षणों को नियंत्रित और कम करने में मदद प्राप्त की जा सकती है। यदि रोजेशिया की देखभाल नहीं की जाए, तो चेहरे की लालिमा और सूजन अधिक गंभीर तथा स्थायी हो सकती है।
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रोजेशिया (चेहरा लाल होने) के प्रकार – Rosacea Types in Hindi
रोजेशिया (चेहरा लाल होने की बीमारी) के चार प्रकार हैं:
- एरीथेमैटोटेलांगेस्टाटिक रोजेशिया (rythematotelangiectatic rosacea (ETR)) – इस प्रकार के रोजेशिया की बीमारी चेहरे की लालिमा, चेहरे पर गर्माहट महसूस होना और रक्त वाहिकाओं के दिखाई देने से सम्बंधित होती है।
- पॉपुलोपोस्टलर रोजेशिया (papulopustular or acne rosacea) – इस प्रकार का रोजेशिया मुँहासे के रूप में उत्पन्न होता है, और वयस्क महिलाओं को प्रभावित करता है।
- राइनोफाइमा रोजेशिया (rhinophyma rosacea) – यह रोजेशिया का एक दुर्लभ रूप है, जो नाक पर त्वचा के मोटे होने का कारण बनता है। यह स्थिति आमतौर पर पुरुषों को प्रभावित करती है और रोजेशिया (rosacea) के एक अन्य उपप्रकार के साथ उत्पन्न होती है।
- ओकुलर रोजेशिया (ocular rosacea) – इस प्रकार के रोजेसिया की स्थिति में आंख क्षेत्र से सम्बंधित विभिन्न लक्षण प्रगट होते हैं।
रोजेशिया (चेहरा लाल होने) के लक्षण – Rosacea Symptoms in Hindi
चेहरा लाल होने (रोजेशिया) के लक्षण, इसके प्रकार के आधार पर भिन्न-भिन्न होते हैं। इस स्थिति में सर्वाधिक गाल, नाक, ठुड्डी और माथे की त्वचा प्रभावित होती है। त्वचा पर टूटी हुई रक्त वाहिकाएं दिखाई दे सकती हैं, जो मोटी और सूजी हुई होती हैं। रोजेशिया से पीड़ित 50% लोगों को आंखों में लालिमा, सूजन और दर्द जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
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एरीथेमैटोटेलांगेस्टाटिक रोजेशिया के लक्षण
- चेहरे में गर्माहट महसूस होना और लालिमा आना
- टूटी हुई रक्त वाहिकाएं दिखाई देना
- सूजी हुई और संवेदनशील त्वचा
- त्वचा पर जलन और चुभन महसूस होना
- सूखी, खुरदुरी और पपड़ीदार त्वचा की स्थिति, इत्यादि।
पॉपुलोपोस्टलर रोजेशिया के लक्षण
- मुँहासे का प्रकोप और बहुत लाल त्वचा
- ऑयली स्किन (तैलीय त्वचा)
- संवेदनशील त्वचा
- टूटी हुई रक्त वाहिकाएं दिखाई देना
- त्वचा पर उभरे हुए धब्बे, इत्यादि।
राइनोफाइमा रोजेशिया के लक्षण
- ऊबड़ खाबड़ त्वचा (bumpy skin) की बनावट
- नाक की त्वचा का मोटा होना
- ठोड़ी (chin), माथे, गाल और कान की त्वचा का मोटा होना
- त्वचा छिद्र का बड़ा होना (large pores)
- टूटी हुई रक्त वाहिकाएं दिखाई देना, इत्यादि।
ओकुलर रोजेशिया के लक्षण
- रक्तमय और गीली आँखें
- आँखों में किरकिरा महसूस होना
- आँखों में जलन या चुभन उत्पन्न होना
- आँखों में खुजली होना
- आँखें प्रकाश के प्रति अधिक संवेदनशील होना
- आँखों पर अल्सर (cysts on eyes)
- देखने की क्षमता में कमी
- पलकों पर टूटी हुई रक्त वाहिकाएँ दिखाई देना, इत्यादि।
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रोजेशिया (चेहरा लाल होने) का कारण – Rosacea Causes in Hindi
डॉक्टरों को रोजेशिया के सटीक कारण की जानकारी नहीं है। वंशानुगत और पर्यावरणीय कारकों के संयोजन के फलस्वरूप भी रोजेशिया रोग उत्पन्न हो सकता है। ऐसे अनेक कारण ज्ञात हैं जो रोजेशिया के लक्षणों को बदतर बना सकते हैं। इसमें शामिल है:
- मसालेदार भोजन का सेवन करना।
- गर्म कॉफी या चाय का सेवन करना।
- सिनामाल्डिहाइड (cinnamaldehyd) यौगिक युक्त खाद्य पदार्थ जैसे दालचीनी (cinnamon), चॉकलेट, टमाटर और सिट्रस इत्यादि का सेवन।
- आंतों में पाया जाने वाला बैक्टीरिया हेलिकोबैक्टर पाइलोरी (Helicobacter pylori) के कारण।
- एक skin mite, जिसे डेमोडेक्स (demodex) कहा जाता है, की अत्यधिक वृद्धि के कारण।
चेहरा लाल होने (रोजेशिया) के जोखिम कारक – Rosacea Risk Factors in Hindi
कुछ कारक रोजेशिया के उत्पन्न होने की संभावना को बढ़ा सकते हैं। इसके जोखिम कारकों में निम्न को शामिल किया जा सकता है, जैसे:
- हल्की त्वचा (Light skin color), सुनहरे बाल और नीली आंखें हों
- 30 से 50 के बीच उम्र होना
- धुआं के संपर्क में आना
- रोजेशिया का पारिवारिक इतिहास होना
- महिलाओं को पुरुषों की अपेक्षा रोजेशिया होने का अधिक जोखिम होता है
- जोरदार व्यायाम
- गर्म स्नान इत्यादि।
रोजेशिया (चेहरा लाल होने) की जटिलताएं – Rosacea Complications in Hindi
रोजेशिया की स्थिति व्यक्ति में निम्न जटिलताओं का कारण बन सकती है, जैसे कि:
- पलकों की सूजन (ब्लेफेराइटिस) (blepharitis)
- शर्मिंदगी, निराशा और चिंता का कारण
- राइनोफिमा (rhinophyma) – नाक पर त्वचा ऊतकों का जमाव, जिससे नाक विकृत दिखाई देने लगती है।
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रोजेशिया (चेहरा लाल होने) की जांच – Rosacea Diagnosis in Hindi
रोजेशिया का निदान करने के लिए कोई विशिष्ट परीक्षण नहीं है। इसकी नैदानिक प्रक्रिया में डॉक्टर लक्षणों के इतिहास से सम्बंधित प्रश्न पूंछना और त्वचा परीक्षण को शामिल कर सकता है। इसके अतिरिक्त अन्य स्थितियों, जैसे सोरायसिस, एक्जिमा या ल्यूपस का पता लगाने के लिए अन्य टेस्ट किये जा सकते हैं, क्योंकि ये स्थितियां कभी-कभी रोजेशिया के समान संकेतों और लक्षणों को पैदा कर सकती हैं।
यदि व्यक्ति आँखों से सम्बंधित लक्षण महसूस करता है, तो डॉक्टर मरीज को नेत्र रोग विशेषज्ञ (ophthalmologist) के पास भेज सकता है।
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चेहरा लाल होने (रोजेशिया) का इलाज – Rosacea Treatment in Hindi
रोजेशिया (चेहरे के लाल होने की बीमारी) का कोई उचित इलाज नहीं है, लेकिन उपचार के माध्यम से इसके लक्षणों को नियंत्रित किया जा सकता है। रोजेशिया (Rosacea) की बीमारी हर एक व्यक्ति को अलग-अलग तरह से प्रभावित कर सकती है। रोजेशिया की स्थिति का प्रबंधन करने में समय लग सकता है। इस बीमारी के प्रकोप को रोकने का सबसे अच्छा तरीका, इसको ट्रिगर करने वाले कारकों से परहेज करना है। रोजेशिया की स्थिति में डॉक्टर निम्न उपचार प्रक्रियाओं को अपना सकता है:
- रोजेशिया के कुछ गंभीर मामलों में लेजर (lasers) और लाइट ट्रीटमेंट का उपयोग किया जा सकता है
- त्वचा की मोटाई को कम करने के लिए माइक्रोडर्माब्रेशन (microdermabrasion) ट्रीटमेंट को उपयोग में लाया जा सकता है
- नेत्र सम्बन्धी दवाओं और एंटीबायोटिक के द्वारा ओकुलर रोजेशिया (ocular rosacea) का इलाज किया जा सकता है
डॉक्टर रोजेशिया का इलाज के दौरान निम्न दवाओं की सिफारिश कर सकता है, जैसे:
- ब्रिमोनिडाइन(Brimonidine (Mirvaso)) – यह एक प्रकार का जेल है, जो त्वचा की लालिमा को दूर करने में मदद करता है।
- अजेलिक एसिड (Azelaic acid) – एक जेल और फोम के रूप में इसका उपयोग धब्बों (bumps), सूजन और लालिमा को दूर करने के लिए किया जाता है।
- आइसोट्रेटिनोइन (Isotretinoin (Amnesteem, Claravis)) – यह एक मुँहासे की दवा है, जो त्वचा के धब्बों, फोड़ों को साफ करने के लिए उपयोग है। यदि कोई महिला गर्भवती है, तो उन्हें इस दवा का उपयोग नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह गंभीर जन्म दोष पैदा कर सकती है।
- मेट्रोनिडाज़ोल (Metronidazole (Flagyl)) और डॉक्सीसाइक्लिन (doxycycline) एंटीबायोटिक्स का उपयोग त्वचा पर उपस्थित बैक्टीरिया को मारने तथा लालिमा और सूजन को कम करने के लिए किया जाता है।
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रोजेशिया की रोकथाम और घरेलू उपचार – Rosacea prevention and home remedies in Hindi
रोजेशिया (Rosacea) से पूर्ण तरीके से बचा नहीं जा सकता है, लेकिन इसके लक्षणों को नियंत्रित करने के लिए कुछ प्रभावी उपाय अपनाए जा सकते हैं।
- सौम्य क्लींजर (gentle cleansers) और अल्कोहल फ्री, पानी आधारित त्वचा देखभाल उत्पादों का उपयोग करें।
- ऑयल फ्री फेसिअल क्रीम और मॉइस्चराइज़र का उपयोग करें।
- सर्दियों में, चेहरे को स्कार्फ (scarf) या स्की मास्क (ski mask) से सुरक्षित रखें।
- शराब, मेन्थॉल, विच हेज़ल, एक्सफ़ोलीएटिंग एजेंट युक्त उत्पादों से परहेज करें।
- सीधी धूप के संपर्क में आने से बचें और सनस्क्रीन का उपयोग करें।
- शराब के सेवन से बचें।
- चेहरे की मालिश करें।
- डॉक्टर की अनुमति के बगैर ओवर-द-काउंटर (ओटीसी) स्टेरॉयड क्रीम का उपयोग न करें।
- यदि रोसेशिया, आँखों में जलन और लालिमा का कारण बनता है, तो प्रतिदिन पलकों को धीरे से साफ़ करने के लिए बेबी शैम्पू या eyelid cleaner का उपयोग करें। इसके अलावा दिन में कई बार आंखों की गर्म सिकाई करें।
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रोजेशिया (फेस लाल होने) में परहेज – Rosacea avoid foods in Hindi
रोजेशिया (फेस लाल होने) की स्थिति में कुछ खाद्य पदार्थों का सेवन, स्थिति की गंभीरता और ट्रिगर होने का कारण बन सकता है। अतः रोजेशिया से पीड़ित व्यक्तियों को इन खाद्य पदार्थों के सेवन से परहेज करने की सलाह दी जाती है, जिनमें शामिल हैं:
- गर्म खाद्य और पेय पदार्थ
- कैफीन
- दुग्ध उत्पाद
- कैप्सैसिन (capsaicin) युक्त मसाले, जैसे- गर्म सॉस, केयेन मिर्च (cayenne pepper) और लाल मिर्च
- शराब, जैसे- वाइन और कठोर शराब (hard liquors)
- सिनामाल्डिहाइड (cinnamaldehyd) यौगिक युक्त खाद्य पदार्थ जैसे दालचीनी (cinnamon), चॉकलेट, टमाटर और खट्टे फल, इत्यादि।
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