Rosemary Oil Benefits in hindi रोजमेरी को हम कई अन्य नामों से भी जानते है जैसे की गुलमेंहदी , केशवास आदि। प्राकृतिक औषधि होने के कारण रोजमेरी तेल के फायदे कई बीमारियों से लड़ने और उसे दूर करने में सहायक साबित होते हैं। इसमें पाया जाने वाला कार्बोहाइड्रेट, पोटेशियम, आयरन, कैल्शियम, विटामिन्स हमारे शरीर को कई बीमारियों से राहत पहुंचाते हैं। रोजमेरी तेल इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है साथ ही कैंसर, सूजन,दर्द आदि से भी राहत देता है। आइए जानते है रोजमेरी तेल के फायदे और रोजमेरी तेल के नुकसान के बारे में। (Rosemary tel ke fayde aur nuksan in hindi)
रोज़मिरी एसेंशियल आयल में कई बड़े घटकों जैसे रोस्मारिनिक एसिड, कैफीक एसिड, बीटीलिनिक एसिड, कार्नोसिक एसिड, उर्सोलिक एसिड, कार्नोसोल और कपूर शामिल होते हैं। इसमें पाए जाने वाले एंटी इंफ्लेमेटरी, जीवाणुरोधी, एंटिफंगल और एनाल्जेसिक गुणो के कारण हैं यह बेहतर पाचन और श्वास सम्बंधित समस्याओं को दूर करने में सहायता करते हैं।
औषधीय गुणों से भरपूर रोजमेरी से प्राप्त तेल का उपयोग आयुर्वेद सहित चिकित्सा विज्ञान में प्रचुर मात्रा में उपयोग किया जाता है। आइए जाने रोजमेरी तेल के फायदे और इससे होने वाले नुकसान क्या हैं।
जब आपके शरीर को बीमारियों से बचाने की बात आती है तो एंटीऑक्सिडेंट आपके सबसे बड़े हथियार होता है। रोज़मेरी तेल में कार्नोसोल और मार्ससीन होते हैं जो एंट्रीऑक्सीडेंट की तरह काम करते है। शरीर में होने वाली कई तरह के इंफेक्शन और बीमारियों से ये आपकी रक्षा करता है। रोजमेरी तेल को रोजाना सुंघने से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है।
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दर्द कैसा भी हो इससे राहत पाना हर कोई चाहता है। ऐसे में रोजमेरी तेल के इस्तेमाल से दर्द को दूर किया जा सकता है। शरीर के जिस जगह पर दर्द हो रहा है उस जगह पर इस तेल के मालिश से दर्द दूर किया जा सकता है। ये तेल एंट्री इंफ्लेमेटरी की तरह काम करता है। इस तेल में कैफिक एसिड, रोस्मारिनिक एसिड, और α-पिनीन होता है जो सूजन और दर्द को कम करने के लिए काम करता है ।
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शायद आपको पढ़ कर ये थोड़ा अजीब लगे लेकिन अध्ययन में पाया गया है कि इसके तेल को पेट और पैरों के नीचे लगाने से आपके पाचन क्रिया में आसानी होती है। इसके मुख्य वजह यह है कि इस तेल के इस्तेमाल से पेट में गेस्ट्रीक एसिड का बनना आसान हो जाता है। इस प्रकार, यह कब्ज, पेट में ऐंठन, सूजन, पेट फूलना और अपच के लक्षणों को राहत देने में मदद कर सकते हैं।
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आपको बता दें कि रोजमेरी तेल में कार्नासोल और कपूर की मात्रा होने के कारण यह दर्द को जल्दी दूर करने में मदद करता है। ये दर्द निवारक, एंट्री इंफ्लेमेटरी आदि की तरह काम करता है। इसलिए इसे मांसपेशियों में दर्द, जोड़ों के दर्द, मोच, और गठिया के लक्षणों को कम करने के लिए उपयोग किया जाता है।
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स्वस्थ रहने के लिए ब्लड का प्रॉपर सर्कुलेशन होना बहुत जरूरी है। इसके इस्तेमाल से शरीर में रक्त का सही संचार होता है। अगर शरीर के हर हिस्से में खून सामान्य रूप से प्रवाहित हो रहा है तो दर्द से राहत मिलता है साथ ही ब्लड को जमने की प्रक्रिया नहीं होती है।
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सिर में लगातार दर्द रहता हो या फिर माइग्रेन की शिकायत हो तो आप रोजमेरी की तेल का उपयोग कर सकते है। आप अपने हथेलियों के बीच तेल के कुछ बूंद को रगड़ कर अपने नाक और मुंह के पास ले जाइए। ऐसा करने से आपके सिरदर्द से राहत मिल सकता है।
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औषधीय गुण से भरपूर रोजमेरी तेल बैक्टेरियल और वायरल इंफेशन को दूर करने में मदद करता है। कफ, कोल्ड और फ्लू से राहत प्रदान करता है। रोजमेरी तेल को सुंघने पर ये एक शक्तिशाली एंटीबायोटिक एजेंट के रूप में कार्य करता है और इन संक्रमणों से लड़ता है।
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अगर आपको भी सांस लेने में परेशानी का सामना करना पड़ता है तो आप एक बार रोजमेरी तेल का इस्तेमाल करके देखें। रोजमेरी तेल में मौजूद यूकेलीप्टल और कपूर आपके फेफड़ों में ब्रांकाई को फैलाने में मदद करते हैं और हवा के बेहतर प्रवाह की सहायता करते हैं। खाँसी, सर्दी और गले में खराबी को कम करने और श्वसन एलर्जी और साइनसिसिस के लक्षणों का इलाज करने जैसे कई श्वसन समस्याओं से राहत में मदद करता है।
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बालों की ग्रोथ को बढ़ना हो या उन्हें सुन्दर बनाना हो रोजमेरी तेल के फायदे बालों के लिए किसी वरदान से कम नहीं। इसके कवक विरोधी गुणों के कारण इसका उपयोग रूसी के उपचार में किया जा सकता है। इसके लिए रोजमेरी तेल की कुछ बूंदों को अपने शैम्पू में डाले और इससे अपने सिर और बालों को अच्छे से मसाज करें।
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एक अध्ययन में पाया गया कि जो लोग सात महीनों के लिए प्रतिदिन रोज़मरी और अन्य आवश्यक तेलों के साथ अपने सिर के बालों की मालिश कर रहे थे, उनके बाल दूसरे लोग जो इस तेल का इस्तेमाल नहीं कर रहे थे के मुकाबले कम झड़ रहे थे।
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इस तेल पर कई शोध चल रहे है जिससे ये पता लगाया जा सके कि की इसके इस्तेमाल से कैंसर जैसे बीमारियों को ठीक किया जा सकता है। रोजमेरी तेल में पाया जाना वाला कैरोसोल कैंसर से लड़ने में मदद करता है। जानवरों पर किए गए अनुसंधान से पता चला है कि रोजमेरी तेल के उपयोग से अग्न्याशय, स्तन, प्रोस्टेट, ग्रीवा, मूत्राशय, डिम्बग्रंथि के कैंसर, और रक्त कैंसर में असरदार साबित हुआ है।
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रोज़मेरी तेल में दो बहुत ही महत्वपूर्ण कम्पाउंड होते है। इसमें पाए जाने वाले बीटा-पिनन और लिमोनेन में एंटीवायरल गुण होते है। इनकी मदद से हर्पीस वायरस की संक्रामकता को कम किया जा सकता है। हालांकि अभी तक एसटीडी पर अभी भी शोध जारी है। जिससे ये पता लगाया जा सके कि रोजमेरी तेल के इस्तेमाल से इसे ठीक किया जा सकता है।
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