Sahjan Powder Ke Fayde मोरिंगा या सहजन एक प्रकार की खाद्य सब्जी है जो विशेष रूप से दक्षिण भारतीय भोजन में बहुत ही लोकप्रिय है। सहजन के आयुर्वेदिक गुण होने के कारण इसे सुपर फूड के रूप में उपभोग किया जाता है। मोरिंगा पाउडर के फायदे स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर करने का सबसे अच्छा तरीका है। हालांकि मोरिंगा पेड़ के पत्ते, फूल, फल और छाल आदि सभी का विशेष रूप से उपयोग किया जाता है। आज इस लेख में आप सहजन या मोरिंगा पाउडर के फायदे और नुकसान संबंधी जानकारी प्राप्त करेगें।
विषय सूची
1. मोरिंगा पाउडर क्या है – Moringa Powder Kya hai in Hindi
2. सहजन पाउडर के पोषक तत्व – Moringa Powder ke Poshak Tatva in Hindi
3. सहजन का वैज्ञानिक नाम क्या है – Shajan ka scientific name kya hai in Hindi
4. सहजन के अन्य नाम – Other Name of Moringa in Hindi
5. सहजन पेड़ के उपयोगी भाग – Useful part of the Sahajan tree in Hindi
6. सहजन पाउडर के फायदे और स्वास्थ्य लाभ – Moringa Powder Health Benefits in Hindi
7. सहजन पाउडर बेनिफिट्स फार स्किन – Sahajan Powder Benefits for Skin in Hindi
8. सहजन पाउडर के उपयोग बालों के लिए – Moringa Powder for Hair in Hindi
9. सहजन पाउडर का उपयोग कैसे करें – How to Use Moringa Powder in Hindi
10. सहजन पाउडर का स्वाद – Sahajan Powder ka test in Hindi
11. सहजन का चूर्ण बनाने की विधि – How to make drumstick powder in Hindi
12. मोरिंगा पाउडर कैसे बनाये – How to make Moringa powder in Hindi
13. सहजन पाउडर के नुकसान – Sahajan powder ke Nuksan in Hindi
सहजन का पाउडर मारिंगा ओलेइफेरा (Moringa oleifera) पेड़ से बनाया जाता है। यह पेड़ अब तक के ज्ञात पेड़ों में सबसे अधिक पौष्टिक और औषधीय गुणों वाला है। इस पेड़ के अधिकांश औषधीय गुण इसकी पत्तियों में केंद्रित हैं। मोरिंगा पाउडर सहजन के पेड़ की पत्तियों से बनाया जाता है। सहजन के पत्तों का पाउडर गहरे हरे रंग का होता है जिसमें सहजन की पर्याप्त गंध होती है। सहजन का पाउडर बनाने के लिए इसकी पत्तियों को कम तापमान में छाये में सुखाया जाता है। जिससे पौधे के ऊतकों को एक महीन चूर्ण में बदला जा सके। इसके बाद इस पाउडर की अशुद्धियों को दूर कर इन्हें कैप्सूल आदि बनाने के लिए उपयोग किया जाता है। सबसे आश्चर्यजनक बात यह है कि एक बार पैक करने के बाद, यह पाउडर कई महीनों तक ताजा रहता है, विटामिन, खनिज, एंटीऑक्सिडेंट, क्लोरोफिल और पूर्ण अमीनो-एसिड के पोषण मूल्य को बरकरार रखता है। आइए जाने सहजन में मौजूद पोषक तत्व क्या हैं।
(और पढ़ें – सहजन के फायदे गुण लाभ और नुकसान)
सहजन के पोषक तत्व और औषधीय गुणों के कारण इसका उपयोग आयुर्वेद में प्रमुख रूप से किया जाता है। सहजन के पाउडर में विभिन्न प्रकार के विटामिन, खनिज पदार्थ, एंटीऑक्सीडेंट, क्लोरोफिल और पूर्ण अमीनो-एसिड की अच्छी मात्रा होती है। मोरिंगा पाउडर में प्रोटीन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटेशियम, आयरन और विटामिन की भरपूर मात्रा पायी जाती है।
सहजन की सूखी पत्तियों के पाउडर को ताजी पत्तियों की अपेक्षा बहुत अधिक पसंद किया जाता है। शुद्ध और जैविक होने के कारण सहजन के पाउडर का सेवन करने से कोई गंभीर दुष्प्रभाव नहीं होते हैं। आइए जाने सहजन के बारे में अन्य जानकारीयां।
(और पढ़ें – प्रोटीन पाउडर के प्रकार)
सहजन फेबेसी परिवार से संबंधित है जिसका वैज्ञानिक नाम मोरिंगा ओलिफेरा (Moringa oleifera) है। हालांकि अलग-अलग स्थानों पर इसे कई नामों से जाना जाता है।
सामान्य रूप से भारत में मोरिंगा को सहजन के नाम से जाना जाता है। भारत के कुछ हिस्सों में इसे मुनगा के नाम से भी जानते हैं। मोरिंगा के अन्य नामों में शहजन, सहिजन, ड्रमस्टिक प्लांट (Drumstick plant), हॉर्सरेडिश ट्री (Horsedish tree), बेन ऑयल ट्री (Ben oil tree), शोभांजन, दंशमूल, शिग्रु शोभांजन आदि हैं।
सहजन पेड़ के फल का खाद्य सब्जी के रूप में सबसे अधिक उपयोग होता है। हालांकि इस पेड़ के औषधीय गुण सबसे अधिक इसकी पत्तियों में होते हैं। सामान्य रूप से सहजन के पेड़ के लगभग सभी हिस्सों में औषधीय गुण होते हैं जिनका उपयोग आप कई स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने के लिए कर सकते हैं। सहजन पेड़ के उपयोगी भाग में जड़, छाल, सहजन के फल, सहजन के बीज, सहजन की पत्तियां, फूल और पेड़ के अर्क आदि हैं जिनका औषधीय उपयोग होता है।
इस सुपर फूड के स्वास्थ्य लाभ बहुत अधिक होते हैं। हालांकि यह खाद्य रूप में बहुत ही लोकप्रिय है लेकिन इससे प्राप्त स्वास्थ्य लाभों की की जानकारी लोगों को बहुत कम है। सहजन के पाउडर में लगभग 20 प्रकार के अमीनो-एसिड, 46 एंटीऑक्सीडेंट, 36 एंटीइंफ्लामेटरी यौगिक और 90 से अधिक पोषक तत्व होते हैं। जिसके कारण यह सबसे अच्छा पोषण पूरक में से एक माना जाता है। सहजन के पाउडर में आयरन, कैल्शियम, और विटामिन A, B, B1, B2, B3, B6, C, E के साथ ही मैक्रो खनिज (macro minerals), ट्रेस खनिज और फाइटोन्यूट्रिएंट (trace minerals and phytonutrients) जैसे खनिजों की उच्च मात्रा होती है। इसके अलावा यह उच्च गुणवत्ता वाले प्रोटीन और फाइबर में भी समृद्ध होते हैं।
डायबिटीज रोगी के लिए सहजन का पाउडर बहुत ही फायदेमंद होता है। इसके मौजूद पोषक तत्व और खनिज पदार्थ रक्त में रक्त शर्करा के स्तर को सामान्य रखने में सहायक होते हैं। मधुमेह के लक्षणों को कम करने के लिए रोगी को सहजन से बने कैप्सूल या सहजन पाउडर का नियमित सेवन करना चाहिए। नियमित रूप से उपभोग करने पर यह उच्च रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में प्रभावी होता है। यदि आप भी मधुमेह रोगी हैं तो सहजन के पाउडर से बने पेय को अपने दैनिक आहार में शामिल करें। (1)
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अध्ययनों से पता चलता है कि नियमित रूप से सहजन के पाउडर का सेवन करना शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। यह एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के सतर को कम करने और रक्त के थक्कों के गठन को भी प्रभावी रूप से कम कर सकता है। शरीर में उच्च कोलेस्ट्रॉल की मात्रा आपकी कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। आप भी अपने शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने के लिए मोरिंगा पाउडर के लाभ प्राप्त कर सकते हैं।(2)
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नियमित रूप से सहजन पाउडर खाने के फायदे उच्च रक्तचाप रोगी के लिए अच्छे होते हैं। क्योंकि यह उच्च रक्तचाप के लक्षणों को कम करने और नींद संबंधी समस्या को दूर करने में प्रभावी माना जाता है। सहजन के पाउडर में मौजूद पोषक तत्व और खनिज पदार्थ रक्तचाप को नियंत्रित करने और उच्च रक्तचाप को निम्न स्तर पर संतुलित करने में सहायक होते हैं। यदि आप भी उच्च रक्तचाप रोगी हैं तो अपने दैनिक आहार में सहजन के पाउडर को शामिल कर लक्षणों को कम कर सकते हैं। (3)
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जो लोग अपना वजन कम करना चाहते हैं उनके लिए सहजन पाउडर अच्छा विकल्प है। सहजन पाउडर के औषधीय गुण वजन कम करने में सहायक होते हैं। मोरिंगा पाउडर में फाइबर की उच्च मात्रा होती है जो आपके पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है साथ ही यह आपकी भूख को भी नियंत्रित करता है। जिससे आपको बार-बार भूख लगने की संभावना कम हो जाती है। इसक अलावा सहजन की पत्तियों में क्लोरोजेनिक एसिड नामक एक एंटीऑक्सीडेंट होता है जो शरीर में मौजूद अतिरिक्त वसा को बर्न करने में सहायक होता है। साथ ही यह रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में भी प्रभावी होता है। यदि आप भी अपने वजन को कम करना चाहते हैं तो अन्य उपायो के साथ ही सहजन के पाउडर का सेवन कर लाभ उठा सकते हैं।
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विटामिन, खनिज पदार्थ, एंटीऑक्सीडेंट और फाइटोन्यूट्रिएंट की उच्च मात्रा में होती है। जिसके कारण सहजन पाउडर आपकी ऊर्जा और सहनशक्ति को बढ़ाने के साथ ही एकाग्रता (concentration) को बढ़ाने में सहायक होता है। आप अपने बच्चों की एकाग्रता को बढ़ाने के लिए सहजन के पाउडर का उपयोग कर सकते हैं। इसके अलावा सहजन का पाउडर एथलीट और व्यायाम करने वाले लोगों के लिए भी फायदेमंद होता है। क्योंकि यह परिश्रम के दौरान खोई हुई ऊर्जा को फिर से दिलाने में सहायक होता है। यदि आप भी शारीरिक कमजोरी और थकान का अनुभव करते हैं तो सहजन के पाउडर का इस्तेमाल करें। यह आपकी एनर्जी बढ़ाने में सहायक होता है। (4)
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सहजन के पाउडर में डिटॉक्सिफाइंग गुण होते हैं। जिसके कारण इसका उपयोग सामान्य रूप से पानी को शुद्ध करने के लिए किया जाता है। आप अपने शरीर में मौजूद विषाक्तता को दूर करने के लिए भी सहजन के पाउडर का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा मोरिंगा पाउडर में कौयगुलांट (coagulant) गुण भी होते हैं जो संक्रामक बैक्टीरिया और रोगाणुओं को दूर करने में प्रभावी होते हैं। आप भी अपने शरीर को संक्रामक प्रभाव से बचाने और विषाक्तता को दूर करने के लिए सहजन के पाउडर का उपयोग कर सकते हैं। (5)
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पाचन और आंत संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए सहजन का पाउडर बहुत ही प्रभावी होता है। मोरिंगा पाउउर में फाइबर की उच्च मात्रा होती है जो आपके पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में सहायक होते हैं। इसके अलावा सहजन की पत्तियों में पेट साफ करने वाले रेचक (laxative) प्रभाव भी होते हैं। जिसके कारण यह पेट में मौजूद विषाक्तता को आसानी से दूर कर सकते हैं। सहजन का चूर्ण खाने के फायदे विशेष रूप से कब्ज रोगी के लिए होते हैं। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लामेटरी गुण पेट के अल्सर और अन्य पेट संबंधी संक्रमण का प्रभावी रूप से इलाज करते हैं। यदि आप भी अपने पाचन तंत्र को स्वस्थ रखना और पेट संबंधी संक्रमण से बचना चाहते हैं तो अपने दैनिक आहार में सहजन के चूर्ण को शामिल करें।
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मोरिंगा पाउडर अनिद्रा या नींद की कमी संबंधी समस्याओं का घरेलू उपचार माना जाता है। सहजन के पाउडर में अमीनो एसिड ट्रिप्टोफैन (tryptophan) होता है। यह घटक न्यूरोट्रांसमीटर सेरोटोनिन और मेलाटोनिन (serotonin and melatonin) हार्मोन के उत्पादन को बढ़ाता है। ये घटक नींद चक्र को नियंत्रित करते हैं। प्रोटीन से भरपूर होने के कारण सहजन पाउडर शरीर को स्वस्थ और अच्छा महसूस कराने वाले हार्मोन को भी उत्तेजित करते हैं। जिससे मूड को बेहतर बनाए रखने में मदद मिलती है। यदि आप भी नींद की कमी और इसके अन्य लक्षणों से परेशान हैं तो सहजन के पाउडर का इस्तेमाल करें।
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आप अपने मस्तिष्क स्वासथ्य को बढ़ावा देने के लिए मोरिंगा पाउडर का उपयोग कर सकते हैं। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट मस्तिष्क स्वास्थ्य और संज्ञानात्मक कार्य को बढ़ावा देते हैं। इसके अलावा यदि किसी व्यक्ति को अल्जाइमर के शुरुआती लक्षण होते हैं तब यह उनके लिए बहुत ही प्रभावी औषधी मानी जाती है। इसमें मौजूद विटामिन ई और सी ऑक्सीकरण को रोकते हैं जो मस्तिष्क को नुकसान पहुंचा सकता है। इस तरह से आप अपने मस्तिष्क को स्वस्थ रखने के लिए भी सहजन पाउडर का इस्तेमाल कर सकते हैं।
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मानसिक तनाव और अवसाद के लक्षणों को कम करने की क्षमता सहजन के पाउडर में होती है। यदि आप भी इसी प्रकार की समस्या से परेशान हैं तो अपने दैनिक आहार में सहजन के पाउडर को शामिल कर सकते हैं। नियमित रूप से कुछ दिनों तक सहजन के पाउडर का सेवन करना आपको इस प्रकार की समस्या से छुटकारा दिला सकता है। (6)
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स्तनपान कराने वाली और गर्भवती महिलाओं के लिए सहजन पाउडर बहुत ही उपयोगी होता है। क्योंकि इस स्थिति में महिलाओं को अतिरिक्त पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है। इस दौरान गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को नियमित रूप से सहजन के पाउडर का सेवन करना चाहिए। क्योंकि यह उनके शरीर में आयरन और कैल्शियम की कमी को दूर करता है। (7)
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सहजन के फूल और पत्तियों में पॉलीफेनोल की उच्च मात्रा होती है जो ऑक्सीकरण, विषाक्तता और क्षति के खिलाफ लीवर की रक्षा करते हैं। सहजन के गुण जिगर की क्षति और फाइब्रोसिस को कम करने में सहायक होते हैं। इसके अलावा इसके अन्य पोषक तत्व एंजाइम को सामान्य स्तर में बनाए रखने में सहायक होते हैं जिससे ऑक्सीडेटिव तनाव कम होता है और यकृत में प्रोटीन की मात्रा बढ़ जाती है। यदि आप भी अपने लीवर को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो नियमित आहार में सहजन पाउडर को शामिल कर सकते हैं। यह लीवर को स्वस्थ रखने
और लीवर संबंधी समस्याओं को प्रभावी रूप से दूर करने का सबसे बेहतरीन तरीका है।(और पढ़ें – लीवर की कमजोरी कारण लक्षण और दूर करने के उपाय)
सहजन पाउडर के स्वास्थ्य में लाभों में प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत करना भी शामिल है। सहजन में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट हमारे शरीर को नुकसान पहुंचाने वाले फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को रोकने में सहायक होते हैं। ये फ्री रेडिकल्स त्वचा समस्याओं, श्वसन समस्याओं, पाचन और चयापचय समस्याओं का कारण होते हैं। लेकिन इन सभी समस्याओं से बचने के लिए आप अपने दैनिक आहार में सहजन के पाउडर को शामिल कर सकते हैं। (8)
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स्वास्थ्य लाभ दिलाने के साथ ही सहजन पाउडर के फायदे त्वचा संबंधी समस्याओं के लिए भी होते हैं। त्वचा को स्वस्थ रखने वाले गुणों से भरपूर होने के कारण सहजन के पाउडर का उपयोग कई सौंदर्य उत्पादों में प्रमुख घटक के रूप में किया जाता है। आइए जाने मोरिंगा पाउडर के फायदे त्वचा के लिए क्या हैं।
आप अपने चेहरे की त्वचा को गोरा और चमकदार बनाने के लिए सहजन पाउडर का इस्तेमाल कर सकते हैं। सहजन पाउडर का उपयोग फेस पैक के रूप में भी किया जा सकता है। इसके लिए आप मुलतानी मिट्टी या चंदन पाउडर के साथ सहजन पाउडर को मिलाएं और एक पेस्ट तैयार करें। नियमित रूप से हर दूसरे दिन इस फेस पैक का उपयोग करने से त्वचा को चमकदार और गोरा बनाया जा सकता है। आप भी अपने चेहरे को गोरा बनाने के घरेलू उपाय में सहजन पाउडर का इस्तेमाल कर सकते हैं।
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सहजन का पाउडर विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन और बायोफ्लेवोनॉइड्स की अच्छी मात्रा होती है। इसके साथ ही इसमें बहुत से एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं। जो कि त्वचा को नुकसान पहुंचाने वाले फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को कम करने में मदद करते हैं। इन्हीं फ्री रेडिकल्स के कारण त्वचा कोशिकाओं को नुकसान होता है जो झुर्रियों और अन्य उम्र बढ़ने संबंधी समस्याओं का कारण होते हैं। आप भी समय से पहले आने वाले बुढ़ापे के संकेतों को दूर करने के लिए सहजन के पाउडर का मौखिक और बाहृ रूप से उपयोग कर सकते हैं।
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आप अपनी त्वचा में मौजूद मुंहासों या अन्य घावों का इलाज करने के लिए सहजन के पाउडर का इस्तेमाल कर सकते हैं। सहजन में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लामेटरी गुण घावों का उपचार करने और उन्हें संक्रमण से बचाने में प्रभावी होते हैं। यदि आप भी किसी कट, चोट या घाव से ग्रस्त हैं तो सहजन के पाउडर के उपयोग करें। (9)
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स्वास्थ्य और त्वचा लाभ के साथ ही सहजन के फायदे बालों के लिए भी होते हैं। शरीर को पर्याप्त पोषण न मिलने से बालों में होने वाली वृद्धि भी प्रभावित होती है। लेकिन ऐसी स्थिति में आप अपने बालों को अतिरिक्त पोषण देने के लिए सहजन पाउडर का उपयोग अपने बालों में कर सकते हैं। आइए जाने सहजन पाउडर किस प्रकार से बालों की समस्याओं को दूर कर सकता है।
यदि आप बालों के झड़ने संबंधी समस्या से परेशान हैं तो सहजन के पाउडर का प्रयोग करें। यह आपके बालों को झड़ने से रोकने में मददगार होता है। मोरिंगा पाउडर में मौजूद कुछ विटामिन, खनिज और अमीनो एसिड बालों के लिए केरेटिन (keratin) प्रोटीन का निर्माण करने में सहायक होते हैं। इसके अलावा सहजन पाउडर में मेथियोनीन (Methionine) अमीनो एसिड भी होता है जो आपके बालों को सल्फर की कमी से बचाता है। जिससे आप अपने बालों को झड़ने से रोक सकते हैं।
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समय बढ़ने के साथ ही बालों में होने वाली वृद्धि धीमी हो जाती है जो सामान्य है। लेकिन कुछ मामलों में पोषक तत्वों की कमी के कारण वयस्क उम्र में भी बालों का बढ़ना बंद या बहुत ही धीमा हो जाता है। ऐसी स्थिति में आप अपने बालों को लंबा करने और नए बालों को उगाने के लिए सहजन पाउडर का उपयोग कर सकते हैं। सहजन के पाउडर में विटामिन ए की अच्छी मात्रा होती है जो बालों को बढ़ने और उनके रखरखाव में मदद करता है। इसके अलावा इसमें मौजूद जस्ता और सिलिका भी प्राकृतिक तेल छिद्रों को बंद होने से रोकते हैं जो हमारे बालों के लिए सीबम का उत्पादन करते हैं। इस तरह से सहजन का पाउडर हमारे बालों के लिए लाभकारी होता है।
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औषधीय गुणों से भरपूर सहजन का पाउडर हमें कई स्वास्थ्य और सौंदर्य लाभ दिलाता है। आप अपनी सुविधा और जरूरत के अनुसार सहजन के पाउडर का उपयोग कई प्रकार से कर सकते हैं। जैसे आप अपनी स्मूदी में मोरिंगा पाउडर को मिला सकते हैं। इसके अलावा आप सहजन के पाउडर की चाय का भी सेवन कर सकते हैं। अध्ययनों के अनुसार सहजन की पत्तीयों का पाउडर स्वास्थ्य के लिए पूर्ण रूप से सुरक्षित माना जाता है। आप भी अपने स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए मोरिंगा पाउडर का सेवन कर सकते हैं।
सहजन के पाउडर में एक हल्का स्वाद होता है। इसलिए चाय के रूप में सेवन करने पर यह हल्की मोरिसा चाय या ग्रीन टी के समान स्वाद देती है। यह पोषक तत्वों को बढ़ावा देने के लिए भोजन या पेय पदार्थों के रूप में उपयोग की जा सकती है।
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घर पर मोरिंगा या सहजन की पत्तियों पाउडर बनाना काफी आसान है लेकिन इसे छांटने और साफ करने में कुछ समय लगता है और फिर फूड प्रोसेसर में पीसने से पहले पत्तियों को सुखा लिया जाता हैं। मोरिंगा या ड्रमस्टिक औषधीय पेड़ है जो अपने पौष्टिक गुणों के लिए जाना जाता है, पेड़ का हर भाग खाद्य और औषधीय है।
मोरिंगा की ताजा पत्तियां प्राप्त करें। डंठल के साथ पत्तियों को उठायें, सभी डंठल को एक साथ पकड़ें और पानी के एक बड़े टब में कम से कम 3-4 बार साफ करें।
लगभग 4-5 घंटों में पत्तियां मुरझा जाती हैं और डंठल से आसानी से अलग हो सकते हैं और उन्हें एक साथ पकड़कर नीचे की ओर खींच सकते हैं। आप चाहें तो शाम को पत्तियों को तोड़ सकते हैं और उन्हें धोने (रिन्सिंग) के बाद रात भर के लिए छोड़ सकते हैं।
पत्तियों के अलग होने के बाद, उन्हें एक छिद्रित सतह में फैलाएं, बांस के टोकरी इसके लिए भी आश्चर्यजनक रूप से काम करते हैं। मेरे पास स्टील की जाली से बनी कुछ ट्रे हैं, पुराने ज़माने के कोलंडर भी काम करते हैं। पत्तियों से सभी डंठल निकालें ताकि पाउडर चिकना हो।
इसे पतले गहरे कपड़े से ढँक दें और कड़ी धूप में सूखा लें (भारतीय गर्मियों में ऐसी चीजों के लिए बहुत अच्छा है) जब तक कि पत्तियाँ कुरकुरी न हो जाएँ। तेज गर्मियों में पत्तियों को कुरकुरा बनाने में सिर्फ एक दिन लगता है लेकिन बाद में आपको 2 दिन से अधिक लग सकते। शाम को पत्तियों को घर के अंदर ले आयें और उनका कुरकुरापन खोने से पहले तुरंत पाउडर बना लें। यह पाउडर को वास्तव में बारीक करने में मदद करता है। आप किसी भी रेशेदार अवशेष को हटाने के लिए इसे छलनी कर सकते हैं।
तुरंत एक साफ एयर टाइट ढक्कन के साथ एक साफ और सूखे जार में स्थानांतरण करें। इस तरह से बनाए गए मोरिंगा पाउडर कमरे के तापमान पर कम से कम 6 महीने तक ठीक तरह से स्टोर रहते हैं। शेल्फ लाइफ को लम्बा करने के लिए आप इसे रेफ्रिजरेट में रख सकते हैं।
याद रखें कि अगर आप इसे रोजाना इस्तेमाल करना चाहते हैं तो आपको प्रति व्यक्ति प्रति दिन बस आधा चम्मच (1/2 tsp) या 2/3 tsp का ही सेवन करना चाहिए।
चूंकि मोरिंगा या सहजन की पत्तियों को सुखाया जा सकता है और भंडारण के लिए पीसा जा सकता है, इसे चाय के लिए उपयोग किया जाता है, एक विटामिन पूरक के रूप में या आसानी से पोषण तत्वों (vitamin supplement) को प्राप्त करने के लिए व्यंजनों में मिलाया जाता है, आपको आश्चर्य होगा कि आप इसे क्यों नहीं खा रहे हैं। क्योंकि मोरिंगा कमाल का पेड़ है!
अध्ययनों ने इस बात की पुष्टि की है कि सहजन का पाउडर मानव स्वास्थ्य के लिए पूरी तरह से सुरक्षित है। लेकिन फिर भी मोरिंगा पाउडर के कुछ संभावित नुकसान हो सकते हैं।
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