Shankhpushpi benefits in hindi शंखपुष्पी का उपयोग प्राचीन काल से याददाश्त बढ़ाने के लिए मुख्य जड़ी बूटी के रूप में किया जाता आ रहा है शंखपुष्पी एक बारहमासी जड़ी बूटी है यह मनुष्य के लिए प्रकृति के दिए गए उपहारों में से एक है जो कि मनुष्य की मस्तिष्क संबंधी कई तरह की समस्याओं को दूर करने के साथ-साथ याददाश्त बढ़ाने के लिए जानी जाती है आज हम इस लेख के द्वारा आपको शंखपुष्पी के फायदे के बारे में बताने वाले हैं
औषधीय गुणों से भरपूर शंखपुष्पी का पेड़ चट्टानी और रेतीले इलाकों में उगते हैं। जो कि मुख्यतः भारत के बिहार और पंजाब के क्षेत्रों में पाए जाते हैं। इसके साथ-साथ शंखपुष्पी सहारा के रेगिस्तान में भी मिलती है। इसके फूल नीली गुलाबी रंग के और सफेद रंग के होते हैं जिनका आकार 2 मिली मीटर से 5 मिलीमीटर के बीच होता है।
आयुर्वेद में कई चिकित्सीय जड़ी बूटियों के साथ शंखपुष्पी का उपयोग किया जाता है। इसलिए आयुर्वेद में इसका विशेष महत्व है। यह मुख्य रूप से मस्तिष्क से संबंधित विकारों को दूर करने और मन को शांत करने के लिए जानी जाती है। यह मस्तिष्क की तंत्रिका को प्रबल बना कर हमारी याददाश्त को बढ़ाती है जिससे हमारी स्मृति और एकाग्रता में सुधार होता है। शंखपुष्पी का उपयोग कई जड़ी बूटियों के साथ किया जाता है और इन जड़ी बूटियों से अवसाद चिंता मिर्गी जैसी कई बीमारियों को ठीक किया जाता है। शंखपुष्पी का उपयोग पेस्ट के रूप में भी और टॉनिक के रूप में दोनों प्रकार से किया जाता है। इस के पेड़ से सभी हिस्से जिसमें फूल, पत्ते, तना, जड़ और बीज शामिल होते हैं का उपयोग औषधि के रूप में किया जाता है। आइये जानते है शंखपुष्पी के फायदे और औषधीय गुण के बारें में
जैसा कि आप अब तक समझ गए होंगे की याददाश्त बढ़ाने के लिए शंखपुष्पी का उपयोग क्यों किया जाता है। शंखपुष्पी सिरप बच्चों के मस्तिष्क के विकास के लिए बहुत अच्छा माना जाता है। अगर बच्चे से 3 महीने तक नियमित सेवन करते हैं तो उनकी याददाश्त में सुधार के साथ साथ सीखने समझने की क्षमता में वृद्धि होती है इस प्रकार शंखपुष्पी का उपयोग याददाश्त बढ़ाने के रूप में किया जाता है।
इसका उपयोग ब्राह्मी ,शर्करा, नींबू, शतावरी, और पानी के साथ मिलाकर किया जाता है
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एकाग्रता बढ़ाने के लिए शंखपुष्पी का उपयोग लाभदायक होता है क्योंकि यह तंत्रिका तंत्र को सही तरीके से कार्य करने में सहायता प्रदान करती है जो हमारे स्मृति और एकाग्रता को बढ़ाने में सहायता करते हैं शंखपुष्पी मस्तिष्क में रक्त के प्रभाव को सही तरीके से बनाए रखने में भी योगदान करती है|
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यह थकावट शरीर की दुर्बलता और ऊर्जा की कमी को दूर करने के लिए जानी जाती है। शंखपुष्पी से बना टॉनिक मनोचिकित्सक की तरह कार्य करता है। शंखपुष्पी से बने टॉनिक का उपयोग अक्सर हाईपोटेंसी सिंड्रोम (hypotensive syndromes) का इलाज करने के लिए किया जाता है।
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यह कफ वात और पित्त दोषों को दूर करने के लिए उपयोग में लाई जाती है। शंखपुष्पी पित्त रस के संतुलन को बनाती है जिससे हमें एसिडिटी से राहत प्राप्त होती है। यह एक एंटीऑक्सीडेंट (antioxidant) और एंटाएसिड (antacid) की तरह कार्य करती है और हमारे पित्त दोषों को दूर करती है।
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पुरुषों के लिए शंखपुष्पी एक औषधी के रूप में कार्य करती है। शंखपुष्पी से निकाले गए अर्क में शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने के गुण पाए जाते हैं। इसलिए शंखपुष्पी का इस्तेमाल शुक्राणुओं की कमी संबंधी समस्या को दूर करने में किया जाता है।
साथ ही साथ इसका उपयोग मूत्र से संबंधी रोगों (urinary system) के इलाज करने में भी किया जाता है।
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आयुर्वेद के बताये अनुसार, गर्भाशय की कमजोरी के कारण बार-बार गर्भपात हो सकते हैं। इसलिए गर्भाशय को मजबूत बनाने और गर्भपात को रोकने के लिए, 1.5 ग्राम शंखपुष्पी को 1.5 ग्राम अश्वगंधा पाउडर के साथ लिया जा सकता है। बार-बार होने वाले गर्भपात से पीड़ित महिलाओं को इस उपाय का 3 महीने का कोर्स पूरा करने के बाद गर्भधारण करने की सलाह दी जाती है।
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ऊपर आपने जाना शंखपुष्पी के फायदे Shankhpushpi benefits in hindi के बारे में शंखपुष्पी के फायदे अनेक हैं किंतु इसकी सही मात्रा का सेवन करना आवश्यक होता है इसलिए इस जड़ी बूटी का उपयोग करते समय किसी आयुर्वेद चिकित्सक से परामर्श अवश्य करें और इसके लाभ प्राप्त करें।
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