Shilpa Shetty Yoga in Hindi जानिए शिल्पा शेट्टी योगा फॉर वेट लॉस, शिल्पा शेट्टी योगा फॉर फ्लैट स्टमक, शिल्पा शेट्टी योग इन हिंदी, शिल्पा शेट्टी टिप्स, शिल्पा शेट्टी की फिटनेस का राज के बारे में। बॉलीवु़ड की जानी मानी अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी पिछले कुछ सालों से योग के कारण भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी काफी लोकप्रिय हो गयी हैं। एक बच्चे की मां होने के बावजूद भी शिल्पा शेट्टी एकदम स्लिम, फिट और छरहरे बदन की हैं और आजकल हर औरत उनके जैसा बनने की चाह रखती है। शिल्पा का कहना है कि वह अपने शरीर को फिट रखने के लिए हर संभव कोशिश करती हैं और हफ्ते में कम से कम पांच दिन योगा जरूर करती हैं। बाजार में शिल्पा शेट्टी योगा वीडियो (Shilpa’s Yoga) के नाम से पूरी योगासन सिरीज की सीडी (CDs) भी मौजूद है जिसमें प्रत्येक योगासन के फायदे भी बताये गए हैं।
आजकल ज्यादातर महिलाएं और लड़कियां शिल्पा शेट्टी के योगासन कर अपने शरीर को स्लिम बना रही हैं। तो आइये जानते हैं शिल्पा शेट्टी के द्वारा किये जाने वाले कुछ महत्वपूर्ण योगासन के बारे में।
1. शिल्पा शेट्टी योगा इन हिंदी – Shilpa Shetty Yoga in Hindi
- पादहस्तासन पेट को फ्लेट करने के लिए – Shilpa Shetty Yoga Padahastasana in Hindi
- शिल्पा शेट्टी मकरासन योगा फॉर फ्लैट स्टमक के लिए – Shilpa Shetty Yoga Makarasana in Hindi
- धनुरासन शिल्पा शेट्टी योगा फॉर वेट लॉस – Dhanurasana Shilpa Shetty Yoga in Hindi
- शिल्पा शेट्टी योगा फॉर वेट लॉस उत्तान पादासन – Uttanpadasana Shilpa Shetty Yoga in Hindi
- व्याघ्रासन योगा कुल्हे और रीढ़ को मजबूत करने के लिए – Shilpa Shetty Yoga Vyaghrasana (Tiger Pose) in Hindi
- शिल्पा शेट्टी योगा फॉर फ्लैट स्टमक भुजंगासन – Shilpa Shetty Yoga Bhujangasana in hindi
- शिल्पा शेट्टी योगा स्लिम कमर के लिए धनुरासन – Dhanurasana Shilpa Shetty Yoga in Hindi
2. शिल्पा शेट्टी योग वीडियो इन हिंदी – Shilpa Shetty Yoga Video in Hindi
शिल्पा शेट्टी योगा इन हिंदी – Shilpa Shetty Yoga in Hindi
आइये जानते है बॉलीवुड की सबसे फिट बॉडी वाली हीरोइन को, जो एक माँ होने के बाद भी अपने शरीर को योग के माध्यम से फिट रखती है।
1. पादहस्तासन पेट को फ्लेट करने के लिए – Shilpa Shetty Yoga Padahastasana (Hand Under Foot Pose) in Hindi
शिल्पा शेट्टी योगा में इसको पेट की चर्बी को कम करने के लिए किया जाता है इस योग का नाम पादहस्तासन संस्कृत का शब्द है, जहां पाद का अर्थ पैर(foot) हस्त का अर्थ हाथ(hands) और आसन का अर्थ (pose) है। शिल्पा शेट्टी के सभी आसनों में से वजन घटाने के लिए यह एक लोकप्रिय आसन है। इस आसन कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर की समस्या को दूर करता है।
पादहस्तासन करने का तरीका – Padahastasana steps in Hindi
- दोनों पैरों के बीच बराबर दूरी बनाकर जमीन पर बिल्कुल सीधे खड़े हो जाएं।
- धीरे से श्वास लेते हुए अपने दोनों हाथों को अपने सिर के ऊपर तक उठाएं।
- अब श्वास छोड़ते हुए धीरे से अपने शरीर को आगे की ओर झुकाएं। आपकी हथेलियां(palms) पैरों को छूनी चाहिए और नाक एवं माथा आपके घुटनों(knees) को छूना चाहिए।
- अब जितने देर तक संभव हो इस मुद्रा में बने रहें।
- इसके बाद श्वास लेते हुए फिर से सीधे खड़े हो जाएं।
- इस योग मुद्रा को 3 से 5 बार तक दोहराएं।
पादहस्तासन के फायदे – Padahastasana Benefits in Hindi
यह आसन शरीर को बेहद लचीला(flexible) और फुर्तीला बनाने में मदद करता है। यह पूरी तरह से पीठ और पैरों की मांसपेशियों को खींचता है। रीढ़ की हड्डी भी लचीली होती है और नसों को टोन करने का काम करता है।
पादहस्तासन एक ऐसा आसन है जो पेट के आसपास के क्षेत्र को टोन (tone) करता है और बेली फैट (belly fat)अर्थात् पेट की चर्बी को दूर करता है।
(और पढ़े –पेट की चर्बी कम करने वाले 5 प्रभावी और आसान योगासन)
यह आसन करने से पेट के अंगों का मसाज हो जाता है जिससे पाचन क्रिया बेहतर होती है और कब्ज समाप्त हो जाता है। इसके अलावा यह पेट की बीमारियों को दूर रखता है।
पादहस्तासन करते समय सावधानियां – Padahastasana Precautions in Hindi
यदि आपको साइटिका (sciatica) की समस्या हो तो यह आसन न करें।
हार्निया, हाइपरटेंशन और हृदय रोगियों को भी यह आसन करने से परहेज करना चाहिए।
2. शिल्पा शेट्टी मकरासन योगा फॉर फ्लैट स्टमक के लिए – Shilpa Shetty Yoga Makarasana (Crocodile Pose) in Hindi
इस आसन का नाम मकरासन संस्कृत का शब्द है जहां मकर का अर्थ मगरमच्छ(crocodile) और आसन का अर्थ मुद्रा ( pose) है। मकरासन पूरी तरह से एक विश्राम पोज (relaxation pose) है।
मकरासन करने का तरीका – Makarasana steps in Hindi
- पेट के बल जमीन पर एकदम सीधे लेट जाएं और अपने दोनों हाथों को एक दूसरे के ऊपर चढ़ाकर (crossed) माथे के बिल्कुल नीचे रखें।
- आंखों को बंद रखें और जितना संभव हो अपने पैरों की उंगलियों के साथ पूरे पैर को खींचें। इसके बाद दोनों हाथों को कूल्हों से छूते हुए पंख की आकृति में हल्का सा ऊपर उठाएं और गर्दन को एकदम सीधे रखें।
- अब धीरे-धीरे सामान्य रूप से श्वास (inhale) लेते रहें और शरीर को आराम दें। अपने शरीर को जमीन पर महसूस करें और शरीर के प्रत्येक मांसपेशियों में राहत का अनुभव करें।
- 2 से 5 मिनट तक इसी मुद्रा में बने रहें उसके बाद अपने पैरों को आपस में सटा लें।
- इस योग मुद्रा का अभ्यास कई बार करें।
मकरासन के फायदे – Makarasana Benefits in Hindi
यह आसन करने से दिन भर की थकान से शरीर को राहत मिलती है।
इस आसन को करने से रीढ़ की हड्डी, पीठ, मांसपेशियों और नसों (nerves) को आराम मिलता है।
यह आसन अस्थमा और फेफड़ों से जुडे विकारों को दूर करने में मदद करता है।
मकरासन करते समय सावधानियां – Makarasana Precautions in Hindi
यदि पीठ और कमर में गंभीर चोट लगी हो तो यह आसन न करें।
यदि गर्दन में चोट लगी हो तो मकरासन करने से परहेज करें।
3. शिल्पा शेट्टी योगा धनुरासन फॉर वेट लॉस – Dhanurasana (Bow Pose) Shilpa Shetty Yoga in Hindi
इस आसन का नाम धनुरासन संस्कृत का शब्द है जहां धनुर का अर्थ धनुष (bow) और आसन का अर्थ मुद्रा (pose) है। इस आसन को करते समय धनुष की तरह आकृति बनती है इसलिए इसे धनुरासन कहा जाता है। इस आसन को करते समय शरीर में सबसे ज्यादा खिंचाव होता है जिससे शरीर के कई विकार दूर हो जाते हैं।
धनुरासन करने का तरीका – Dhanurasana steps in Hindi
- पेट के बल जमीन पर सीधे लेट जाएं।
- इसके बाद अपने घुटनों को ऊपर की ओर झुकाएं या हल्का सा मोड़ें और अपने टखनों को हाथों से पकड़ें।
- धीरे से श्वास लें और अपने सिर एवं आसपास के क्षेत्र को ऊपर उठाएं और पैरों को जितना संभव हो ऊपर ले जाएं। लेकिन ध्यान रहे कि अपने टखनों को हाथों से बराबर पकड़े रहें।
- कुछ देर तक इसी मुद्रा में बने रहें और श्वास छोड़ते हुए पहली स्थिति में आ जाएं।
- इस योग मुद्रा को करते समय लगातार श्वास लेते और छोड़ते रहें और कम से कम 3 से 5 बार यह आसन करें।
धनुरासन के फायदे – Dhanurasana Benefits in Hindi
- यह आसन पीठ और पेट की मांसपेशियों को मजबूत रखता है।
- इस आसन को करने से प्रजनन अंगों (reproductive organs) को उत्तेजित करने में मदद मिलती है।
- यह आसन गर्दन, छाती और कंधों को चौड़ा करने और खोलने में मदद करता है।
- पैरों और भुजाओं की मांसपेशियों को टोन करता है और पीठ को लचीला बनाता है।
- मासिक धर्म में गड़बड़ी की समस्या दूर करता है।
धनुरासन करते समय सावधानियां – Dhanurasana Precautions in Hindi
यदि आप हार्निया, निम्न रक्तचाप और उच्च रक्तचाप एवं माइग्रेन, सिरदर्द, गर्दन में चोट और पीठ दर्द से पीड़ित हैं तो इस आसन को न करें।
प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को यह आसन नहीं करना चाहिए।
4. शिल्पा शेट्टी योगा फॉर वेट लॉस उत्तान पादासन – Uttanpadasana (raised legs pose) Shilpa Shetty Yoga in Hindi
उत्तानपादासन संस्कृत को शब्द है। यहां उत्तान का अर्थ खिंचाव या सीधा करने(stretch, or straight) और पाद का अर्थ पैर(leg) एवं आसन का अर्थ मुद्रा(posture) है। यह आसन बहुत ही आसान है और हर व्यक्ति इसे बिना किसी कठिनाई के कर सकता है।
उत्तानपादासन करने का तरीका Utthanpadasana steps in Hindi
- पीठ के बल जमीन पर एकदम सीधी लेट जाएं।
- अपने दोनों बांहों को शरीर के बगल में रखें और हथेलियों को जमीन पर फैलाकर रखें।
- पैरों की उंगलियों के साथ अपने दोनों पैरों को ऊपर की ओर सीधा उठाएं और जितना संभव हो खींचाव लाएं।
- पैरों को उतना ऊपर ले जाएं जब तक ये 80 से 90 डिग्री ऊपर न चले जाएं। इसके बाद अपनी नजरों को पैरों की बड़ी उंगलियों पर टिकाएं और इस मुद्रा में 30 सेकेंड तक बने रहें।
- इसके बाद धीरे से पैरों को नीचे लाकर जमीन पर सीधा रखें। इस मुद्रा को कई बार दोहराएं।
उत्तानपादासन के फायदे – Utthanpadasana Benefits in Hindi
- इस आसन को करने से अपच(indigestion), एसिडिटी और कब्ज दूर हो जाता है एवं पेट के अंग मजबूत होते हैं।
- यह आसन जांघों (thigh) और कूल्हों (hip) की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है। (और पढ़े –नितंब/Butt को कम करने के लिए करें ये एक्सरसाइज)
- अर्थराइटिस, कमर दर्द, डायबिटीज और हृदय रोगियों के लिए यह एक महत्वपूर्ण आसन है। यह आसन शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है।
उत्तान पादासन करते समय सावधानियां – Utthanpadasana Precautions in Hindi
- प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को यह आसन नहीं करना चाहिए।
- स्लिप डिस्क (slip disc), अल्सर, उच्च एवं निम्न रक्तचाप से पीड़ित लोगों को यह आसन नहीं करना चाहिए।
- मासिक धर्म के दौरान यह आसन महिलाओं को नहीं करना चाहिए।
5. व्याघ्रासन योगा कुल्हे और रीढ़ को मजबूत करने के लिए – Shilpa Shetty Yoga Vyaghrasana (Tiger Pose) in Hindi
इस योगासन का नाम व्याघ्रासन संस्कृत के दो शब्दों से मिलकर बना है जहां व्याग्र का अर्थ बाघ(tiger) और आसन का अर्थ मुद्रा(pose) है। बाघ जब गहरी नींद से उठता है और अपने शरीर को खिंचता है तो जो आकृति बनती है उसे ही व्याघ्रासन कहते हैं।
व्याघ्रासन करने का तरीका – Vyaghrasana steps in Hindi
- पीठ के बल जमीन पर लेट जाएं और दोनों हाथों को जमीन पर टिकाते हुए शरीर को अत्यधिक ऊपर उठा लें।
- अपने एक पैर का घुटना कूल्हे के नीचे रखें और कलाई को कंधे के नीचे जमीन पर टिकाकर रखें। नजरों को सामने रखें और आराम के मुद्रा में रहें।
- श्वास लें और अपनी पीठ को कमान(arch) देते हुए धीरे से अपना दायां पैर ऊपर उठायें और और इसे ऊपर एवं पीछे की ओर खींचे।
- सीने को फैलाएं और पैरों की उंगलियों को सिर के पीछे तक लाएं।
- दूसरे पैर का घुटने तक का भाग जमीन पर मुड़ा होना चाहिए और उसके बाद का हिस्सा जमीन पर फैला होना चाहिए।
- सिर को हल्का ऊपर की ओर मोड़े और दोनों हाथों को जमीन पर बराबर टिकाए रखें। अब आप व्याघ्रासन मुद्रा में हैं।
व्याघ्रासन के फायदे – Vyaghrasana Benefits in Hindi
- यह आसन रीढ़ की हड्डी और साइटिक नसों (sciatic nerves) को टोन करने का कार्य करता है।
- डिलीवरी के बाद यह योनि मार्ग को टोन करने का काम करता है।
- यह आसन पाचन को बढ़ाता है और पाचन अंगों को मसाज एवं टोन करता है।
- इस आसन को करने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर बनाता है।
- यह कूल्हों और जांघों की चर्बी को कम करने में मदद करता है।
व्याघ्रासन करते समय सावधानियां – Vyaghrasana Precautions in Hindi
यदि आपको लंबर डिस्क की समस्या हो या कूल्हों में पीड़ा हो तो यह आसन न करें।
प्रेगनेंट महिलाएं डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही इस आसन का अभ्यास करें।
6. शिल्पा शेट्टी योगा फॉर फ्लैट स्टमक भुजंगासन – Shilpa Shetty Yoga Bhujangasana in hindi
भुजंगासन संस्कृत के शब्द भुजंग (Bhujanga) और आसन (pose) से मिलकर बना है। जहां भुजंग का मतलब सांप है। अंग्रेजी में भुजंगासन को Cobra pose कहा जाता है।
नियमित भुजंगासन को करने से आपको तनाव, चिंता और डिप्रेशन से मुक्ति मिल जाएगी और आपका दिमाग भी शांत रहेगा। भुजंगासन शरीर को अधिक सक्रिय एवं मजबूत रखने में लाभदायक साबित होता है। भुजंगासन करना बहुत ही सरल है और इस आसन को किसी भी वक्त किया जा सकता है।
भुजंगासन करने का तरीका – Steps To Perform Bhujangasana (Cobra Pose) in Hindi
- पेट के बल जमीन पर लेट जाएं और अपने पैर की उंगलियों को फर्श पर सीधे रखें एवं माथे को फर्श पर आराम के मुद्रा में टिका कर रखें।
- दोनों पैरों को करीब लाकर सटाएं। आपका दोनों पैर और एड़ी एक दूसरे को छूए।
- अब अपने दोनों हाथों की हथेली को अपने कंधे के नीचे लाएं और अपनी दोनों कोहनी को फर्श पर समानांतर रखें और धीरे-धीरे अपने गर्दन की धड़ के करीब लाएं।
- लंबी सांस खींचते हुए फर्श से छूती हुई नाभि सहित अपने सिर, छाती और पेट को आराम से और आहिस्ता-आहिस्ता ऊपर को उठाएं।
- अब अपने गर्दन की धड़ को आहिस्ता से पीठ की तरफ हल्का सा पीछे मोड़ें और अपने दोनों हाथों से सहारा देते हुए शरीर को फर्श से ऊपर उठाएं।
- पीठ के वक्राकार आकृति में होने तक लगातार सांस लेते रहें।
- यदि संभव हो तो अपने हथेली और भुजाओं को बिल्कुल सीधा रखें और अपने सिर को पीठ की तरफ पीछे झुकाकर रखें।
- इस दौरान अपने कंधों पर किसी तरह का दबाव न रखें चाहे भले ही आपकी कोहनी थोड़ी झुक जाए।
- यह भी सुनिश्चित कर लें कि आपके पैरों की उंगलियां बिल्कुल एक दूसरे से सटी रहें।
- शुरूआत में यह आसन करते समय कुछ ही देर तक इस मुद्रा में बने रहें लेकिन धीरे-धीरे इस मुद्रा के समय को बढ़ाएं।
भुजंगासन की हर प्रक्रिया बताए गए नियम के अनुसार ही करें। अगर आप इसमें कुछ भी बदलाव करते हैं तो आपके शरीर को परेशानी हो सकती है।
भुजंगासन के फायदे – Bhujangasana (Cobra Pose) Benefits in Hindi
- भुजंगासन करने वाले व्यक्ति का पाचन बिल्कुल ठीक रहता है और उसे कब्ज एवं एसिडिटी की दिक्कत भी नहीं होती है। इसके अलावा व्यक्ति को मल त्यागने में भी परेशानी नहीं होती है और उसका पेट भी साफ हो जाता है।
- भुजंगासन करने वाले व्यक्तियों की रीढ़ की हड्डी एकदम मजबूत होती है और यह पहले से अधिक लचीली भी होती है। इसके अलावा यह छाती, कंधे, भुजाओं और पेट की मांसपेशियों को मजबूत करने मदद करता है।
- नियमित भुजंगासन करने से महिलाओं में मासिक धर्म की अनियमितता खत्म हो जाती है। इसके अलावा यह अस्थमा और साटिका जैसे बीमारियों से बचाने में भी काफी सहायक है।
- भुजंगासन पीठ के दर्द से निजात दिलाने में बहुत सहायक होता है। यह रीढ की हड्डियों को लचीला बनाता है और पीठ के दर्द को दूर करता है। यह पीठ में खून की अशुद्धियों को दूर करता है और नसों को टोन करता है।
- यह आसन मस्तिष्क और शरीर के अन्य अंगों के बीच सहभागिता बनाने में मदद करता है जिससे सेहत ठीक रहता है।
भुजंगासन करते समय सावधानियां – Cobra pose (Bhujangasana) precautions in Hindi
- अगर किसी को अल्सर, हार्निया एवं क्षय रोग हो तो उसे भुजंगासन किसी भी परिस्थिति में नहीं करना चाहिए।
- यदि आपको हाइपो थॉयराइड की समस्या है तो डॉक्टर के परामर्श के बाद ही इस आसन को करें।
- अगर आपके पेट में कोई चोट लगी हो या फिर आप अस्थमा के मरीज हों तो आपको भुजंगासन से दूर रहना चाहिए।
- गर्भवती स्त्री को किसी भी परिस्थिति में भुजंगासन को करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।
7. शिल्पा शेट्टी योगा स्लिम कमर के लिए धनुरासन – Dhanurasana Shilpa Shetty Yoga in Hindi
इस आसन को करते समय शरीर धनुष के आकृति का बन जाता है। इस मुद्रा में पेट और जांघ धनुष के हिस्से के रूप में होता है और पैरों का निचला हिस्सा एवं भुजाएं धनुष के तने हुए हिस्से का काम करता है। यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण आसन है जिसे करने पर कई तरह के फायदे होते हैं।
धनुरासन करने से वजन तो घटता ही है साथ में यह पीठ के निचले हिस्से (lower back) को मजबूत करता है, अस्थमा से बचाता है और रीढ़ (spine)को अधिक लचीला बनाने के साथ ही शरीर के कई हिस्सों को स्वस्थ रखता है।
धनुरासन करने का तरीका – Steps of Dhanurasana (Bow pose) in Hindi
इस आसन को कैसे करें, इसके बारे में हम नीचे बता रहे हैं। लेकिन इसे बताए गए तरीके के अनुसार ही करें। सही तरीके से करने पर यह आसन ज्यादा सफल माना जाता है।
- धनुरासन करने के लिए सबसे पहले पेट के बल जमीन पर लेट जाएं।
- इसके बाद दोनों घुटनों को मोड़कर पैरों को पीछे की ओर उठाते हुए हल्का सा झुकाएं और धनुषाकार बनाते हुए अपनी एड़ियों को हाथों से पकड़ें।
- अब पैरों को थोड़ा और ऊपर उठाएं और और सांस लेते हुए हाथ से अपनी एड़ियों को खींचने की कोशिश करें।
- एड़ियों को खींचते समय पेट के वजन का संतुलन बनाए रखें और सिर को बिल्कुल सीधे रखें।
- इस धनुषाकार पोज को करते समय सांस लेने और छोड़ने पर अधिक ध्यान दें।
- सांस लेने के एक से बीस सेकेंड बाद इसे हल्के से छोड़ें और फिर आराम की मुद्रा में फर्श पर लेटे रहें। इस प्रक्रिया को कई बार दोहराएं।
धनुरासन करने के फायदे – Health benefits of Dhanurasana (Bow pose) in Hindi
- इस आसन को करने से पेट और इसके आसपास के क्षेत्रों में सबसे अधिक खिंचाव होता है। नियमित अभ्यास करने से यह आसन वजन घटाने और फैट को कम करने में बहुत मदद करता है।
- धनुरासन पेट की सभी क्रियाओं को बेहतर करने में मदद करता है। यह लीवर का मसाज करने का काम करता है और पाचन को बेहतर बनाता है।
- यह आसन करने से मांसपेशियों, पीठ और रीढ़ में तनाव उत्पन्न होता है। इसके परिणामस्वरूप यह कमर के दर्द से निजात दिलाने में फायदेमंद होता है।
धनुरासन करते समय सावधानियां – Dhanurasana (Bow pose) precautions in Hindi
- हृदय रोगों के मरीजों को यह आसन करने से बचना चाहिए। हृदय पर तनाव पड़ने के कारण आपको परेशानी हो सकती है।
- उच्च रक्तचाप से पीड़ित हैं तो इस आसन को करने से परहेज करें।
- अगर आप हॉर्निया, अल्सर, कोलाइटिस एवं पेट की किसी भी बीमारी से पीड़ित हैं तो इस आसन को न करें क्योंकि इस आसन में पेट पर सबसे ज्यादा दबाव पड़ता है।
- भोजन करने के कम से कम तीन घंटे तक इस आसन को न करें।
- गर्भवती महिलाओं को धनुरासन किसी भी स्थिति में नहीं करना चाहिए।
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