Shukranu Badhane ke liye Kya Khana Chahiye पुरुषों में बांझपन की समस्या होने का प्रमुख कारण शुक्राणुओं की कमी होती है। लेकिन शुक्राणु बढ़ाने के लिए क्या खाना चाहिए यह अधिकांश लोगों को पता नहीं होता है। इसलिए वे महंगे-महंगे इलाज कराते हैं। जबकि शुक्राणुओं की कमी या नपुंसकता कोई गंभीर और स्थाई समस्या नहीं है। यदि आपको शुक्राणु बढ़ाने वाले आहार पता हों तो आप इस समस्या का आसानी से घर पर ही इलाज कर सकते हैं। पुरुषों में बांझपन या शुक्राणुओं की कमी विटामिन या जस्ता की कमी के कारण होता है।
लेकिन कुछ घरेलू उपाय और आहार आदि का सेवन कर आप इस जटिल समस्या का समाधान कर सकते हैं। आज इस आर्टिकल आप शुक्राणु बढ़ाने के क्या खाना चाहिए इस संबंध में जानकारी प्राप्त करेगें।
विषय सूची
पुरुषों की प्रजनन क्षमता में शुक्राणुओं की संख्या के साथ-साथ शुक्राणुओं की गुणवत्ता का भी प्रभाव पड़ता है। जिन लोगों में शुक्राणुओं की कमी होती है वे भी प्रजनन कर सकते हैं अगर उनके शुक्रणुओं की गुणवत्ता अच्छी है। शुक्राणुओं की गुणवत्ता में कमी आने का प्रमुख कारण फ्री रेडिकल्स होते हैं। इसलिए शुक्राणुओं की संख्या के साथ ही उनकी गुणवत्ता पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए। आप अपने शरीर में शुक्राणु और उनकी गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए कुछ विशेष प्रकार के आहारों का सेवन कर सकते हैं। आइए इन आहार के बारे में जाने जो पुरुषों की प्रजनन क्षमता को सुधारने में सहायक होते हैं।
टमाटर एक पौष्टिक खाद्य पदार्थ है जिसमें लाइकोपीन (lycopene) नामक एक विशेष घटक मौजूद होता है। लाइकोपीन एक एंटीऑक्सीडेंट होता है जो शुक्राणु की गतिशीलता, संरचना और गतिविधि में सुधार करने में सहायक होता है। अध्ययनों से पता चलता है कि टमाटर के रस का नियमित सेवन करने से पुरुषों में बांझपन की समस्या का इलाज किया जा सकता है। नियमित रूप से सेवन करने पर यह रोगी में शुक्राणुओं की संख्या और उनकी गुणवत्ता दोनों में सुधार कर सकता है। यदि आप भी शुक्राणु बढ़ाना चाहते हैं तों नियमित रूप से टमाटर और टमाटर के रस का सेवन करें। इसके अलावा आप पके हुए टमाटर के पेस्ट के साथ जैतून के तेल का भी उपयोग कर सकते हैं।
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जिन पुरुषों की प्रजनन क्षमता कम होती है उनके लिए कद्दू के बीज किसी औषधी से कम नहीं हैं। कद्दू के बीजों में एंटीऑक्सीडेंट, अमीनो एसिड और फाइटोस्टेरॉल आदि होते हैं। ये सभी घटक पुरुषों में प्रजनन क्षमता को बढ़ाते हैं। अध्ययनों से पता चलता है कि नियमित रूप से कद्दू के बीजों का सेवन करने से शरीर में टेस्टोस्टेरोन, शुक्राणुओं की संख्या, उनकी गतिशीलता और जीवन शक्ति से सीरम के स्तर को बढ़ाया जा सकता है। शुक्राणु बढ़ाने वाले आहार के रूप में आप कद्दू के बीजों को कच्चे, या अन्य व्यंजनों के साथ मिलाकर सेवन कर सकते हैं।
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बेहतर स्वास्थ्य के लिए सभी प्रकार के मौसमी फलों का नियमित सेवन किया जाना चाहिए। लेकिन जिन पुरुषों में शुक्राणु की कमी होती है उन्हें कुछ विशेष खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए। जैसे कि ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी, क्रेनबेरी और ब्लैकबेरी आदि। ऐसा इसलिए है क्योंकि इन सभी प्रकार की बेरीज में एंटीऑक्सीडेंट के रूप में क्वेरसेटिन और रेस्वेराट्रोल (quercetin and resveratrol) होते हैं। ये घटक शुक्राणु की गुणवत्ता, गिनती और गतिशीलता आदि के सुधार में मदद करते हैं। आप भी शुक्राणु बढ़ाने के लिए इन खाद्य पदार्थों को अपने दैनिक और नियमित आहार में शामिल कर सकते हैं।
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स्पर्म काउंट बढाने में डार्क चॉकलेट आपकी मदद कर सकती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि डार्क चॉकलेट में एमिनो एसिड (L-arginine) की अच्छी मात्रा होती है। यह एसिड पुरुषों में वीर्य की गुणवत्ता और शुक्राणुओं की संख्या को बढ़ाने में सहायक होता है। इसके अलावा चॉकलेट में एंटीऑक्सीडेंट भी उच्च मात्रा में होते हैं जो फ्री रेडिकल्स के विरूध हमारे शरीर की रक्षा करने में सहायक होते हैं। आप भी अपनी प्रजनन क्षमता को बनाए रखने के लिए नियमित रूप से प्रतिदिन डार्क चॉकलेट का सेवन कर सकते हैं।
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जैसा कि आप सभी जानते हैं कि शुक्राणुओं की कमी का प्रमुख कारण विटामिन और प्रोटीन की कमी होती है। लेकिन इस कमी को दूर करने के लिए अंडे का सेवन कर सकते हैं। शुक्राणुओं की संख्या में वृद्धि करने के लिए आप अपने नियमित आहार में अंडों को शामिल करें। ऐसा इसलिए है क्योंकि अंडे में प्रोटीन और विटामिन ई की अच्छी मात्रा होती है। ये दोनों ही घटक शुक्राणुओं के उत्पादन को बढ़ाने में सहायक होते हैं। प्रोटीन और विटामिन ई की मौजूदगी के कारण अंडा शुक्राणुओं को फ्री रेडिकल्स के प्रभाव से भी बचाता है।
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जिनसेंग एक औषधीय जड़ी बूटी है जो कि विशेष रूप यौन कमियों को दूर करने के लिए उपयोग की जाती है। जिनसेंग को बहुत से लोग अश्वगंधा के नाम से भी जानते हैं। यह पारंपरिक रूप से कामोद्दीपक औषधी के रूप में सदियों से उपयोग किया जा रहा है। एक अध्ययन के अनुसार नियमित रूप से पुरुषों द्वारा अश्वगंधा का सेवन करने से उनके शरीर में टेस्टोस्टेरोन और शुक्राणुओं की संख्या में वृद्धि पाई गई। आयुर्वेद में अश्वगंधा का उपयोग स्तंभन दोष जैसी यौन समस्याओं को दूर करने के लिए प्रमुख रूप से उपयोग किया जाता है। आप अश्गंधा की ताजा या सूखी जड़ों का उपयोग चाय बनाने के लिए कर सकते हैं। शुक्राणु बढ़ाने के लिए खाई जाने वाली जड़ी बूटी में अश्वगंधा प्रमुख औषधी है।
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केला में ब्रोमेलैन नामक एक दुर्लभ एंजाइम होता है। यह एंजाइम सेक्स हार्मोन को नियंत्रित करता है। इसके अलावा केला में विटामिन ए, विटामिन बी1 और विटामिन सी भी उच्च मात्रा होते हैं। इसलिए पुरुषों की सहनशक्ति को बढ़ाने में केला बहुत ही प्रभावी होता है। जिन पुरुषों में शुक्राणु और वीर्य की कमी होती है उनके लिए केला बहुत ही फायदेमंद फल होता है।
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शरीर में जिंक की कमी होना यौन कमजोरी का कारण बन सकता है। जिंक शुक्राणु को फ्री रेडिकल्स के नुकसान से बचाने में सहायक होता है। इसके अलावा जिंक युक्त आहार करने से यह टेस्टोस्टेरोन को एस्ट्रोजन में परिवर्तित होने से रोकता है और कामेच्छा को भी बढ़ाता है। नियमित रूप से उपभोग करने के दौरान यह शरीर में टेस्टोस्टेरोन के स्तर और शुक्राणु बढ़ाने में भी सहायक होता है।
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नियमित रूप से मेथी का सेवन न केवल यौन इच्छा को बढ़ाता है बल्कि यह शुक्राणुओं की संख्या में भी वृद्धि कर सकता है। आयुर्वेद में यौन कमजोरी को दूर करने के लिए पारंपरिक औषधी के रूप में मेथी के पानी
का व्यापक उपयोग किया जाता है। एक अध्ययन के अनुसार नियमित रूप से 12 सप्ताह तक मेथी के अर्क का सेवन करने से वीर्य और शुक्राणुओं की संख्या में सुधार हो सकता है। आप भी शुक्राणु बढ़ाने वाले आहार के रूप में मेथी के बीज और मेथी के अर्क का सेवन कर सकते हैं।(और पढ़े – मेथी के फायदे और नुकसान…)
शुक्राणुओं की कमी को दूर करने के लिए अखरोट का सेवन करना लाभकारी होता है। अखरोट में ओमेगा-3 फैटी एसिड की अच्छी मात्रा होती है। प्रजनन क्षमता पर हुए एक अध्ययन के अनुसार नियमित रूप से दैनिक आधार पर 70 ग्राम अखरोट का सेवन शुक्राणु जीवन शक्ति, शुक्राणुओं की संख्या और उनकी गुणवत्ता को सुधारने में सहायक होता है। आप अपने दैनिक आहार में कई प्रकार से अखरोट को शामिल कर सकते हैं।
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शुक्राणु बढ़ाने वाले आहार के रूप में आप मसूर की दाल का सेवन कर सकते हैं। मसूर की दाल फोलेट या फोलिक एसिड से भरपूर होती है। जिसके कारण यह पुरुष प्रजनन क्षमता के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण घटक माना जाता है। अध्ययनों से यह भी पता चलता है कि पुरुषों के शरीर में फोलिक एसिड की कमी शुक्राणुओं की संख्या को प्रभावित कर सकता है। इसलिए नियमित रूप से मसूर की दाल का सेवन कर आप शुक्राणुओं की संख्या को बढ़ा सकते हैं।
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अनार को एक सुपरफूड की श्रेणी में रखा जाता है। क्योंकि अनार में एंटीऑक्सीडेंट की उच्च मात्रा होती है। अध्ययनों से पता चलता है कि नियमित रूप से अनार का सेवन करने से पुरुषों में टेस्टोस्टेराने के स्तर को बढ़ाने में मदद मिलती है। इसके अलावा यह शुक्राणु की संख्या और गुणवत्ता दोनों में ही सुधार करता है। पशू अध्ययन के अनुसार नियमित रूप से 8 सप्ताह तक प्रतिदिन अनार का जूस चूहों को आहार के रूप में दिया गया। जिससे पता चला कि चूहों में शुक्राणुओं की संख्या में वृद्धि हुई। इस अध्ययन के अनुसार ऐसा माना जाता है नियमित रूप से उपभोग करने पर अनार पुरुषों के लिए भी फायदेमंद होता है।
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लहसुन मुख्य रूप से एक जड़ी बूटी है जिसका उपयोग मसालों के रूप में भी किया जाता है। शुक्राणु बढ़ाने वाले आहार के रूप में लहसुन एक प्रभावी विकल्प हो सकता है। लहसुन में एलिसिन (allicin) नमक एक सक्रिय घटक होता है जो रक्त परिसंचरण को उत्तेजित करने में सहायक होता है। लहसुन का नियमित रूप से सेवन करने पर यह रक्त प्रवाह में वृद्धि के साथ ही यह शुक्राणुओं फ्री रेडिकल्स के प्रभाव से बचाता है। क्योंकि लहसुन में एलिसिन के साथ ही सेलेनियम भी होता है जो शुक्राणु की गतिशीलता और जीवन शक्ति में सुधार करता है। यदि आप भी अपने शरीर में शुक्राणुओं की कमी महसूस कर रहे हैं तो अपने दैनिक आहार में लहसुन की पर्याप्त मात्रा को शामिल करें।
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गाजर में बीटा-कैरोटीन होता है जो कि एक प्रभावी एंटीऑक्सीडेंट है। जिसके कारण यह फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को कम करने में सहायक होता है। पर्याप्त मात्रा में दैनिक आधार पर गाजर का सेवन शुक्राणु की संख्या बढ़ाने में अहम योगदान देता है।
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शतावरी के फायदे विशेष रूप से महिलाओं के लिए होते हैं। लेकिन शतावरी का उपयोग शुक्राणु बढ़ाने वाली दवा के रूप में भी उपयोग किया जा सकता है। शतावरी में विटामिन सी की उच्च मात्रा होती है जो शुक्राणु को ऑक्सीडेटिव क्षति से बचाते हैं। नियमित रूप से औषधी के रूप में शतावरी का सेवन करने पर यह शुक्राणु की संख्या, गुणवत्ता और गतिशीलता को बढ़ाने में सहायक होता है। नियमित रूप से शतावरी पाउडर का सेवन करना महिला और पुरुष दोनों की प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में सहायक होता है।
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हरी और पत्तेदार सब्जियों में फोलिक एसिड की अच्छी मात्रा होती है, जिसके कारण यह पुरुषों की प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में अहम योगदान देती है। अध्ययनों से पता चलता है कि नियमित रूप से उच्च फोलिक एसिड युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन पुरुषों में शुक्राणु असामान्यता को कम करने में सहायक होता है। जिन पुरुषों में शुक्राणु की कमी होती है उन्हें पालक, ब्रोकोली, हरी मटर, और अन्य पत्तेदार सब्जियों के साथ ही ताजी और मौसमी सब्जियों का नियमित सेवन करना चाहिए।
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ऑएस्टर जस्ता का सबसे अच्छा स्रोत होता है। जस्ता के अलावा इसमें टॉरिन और ग्लाइकोजन जैसे पोषक तत्व भी अच्छी मात्रा में होते हैं। ये सभी घटक पुरुषों की प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में अहम योगदान देते हैं। अध्ययनों से पता चलता है कि नियमित रूप से ऑएस्टर का सेवन करने से प्रजनन दोषों को रोकने और शुक्राणु उत्पादन में उत्तेजित करने में मदद मिलती है।
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