Sleeping Pills Side Effects in Hindi: यदि आप नींद न आने की समस्या से परेशान है और इसके लिए आप नींद की गोली का सेवन करते है, तो हो जाइये सावधान! नींद की गोली के साइड इफेक्ट्स जानकर आपकी नींद उड़ जाएगी। वैसे तो किसी भी प्रकार की केमिकल्स रसायन वाली गोली का अधिक मात्रा में सेवन हमारे स्वस्थ के लिए हानिकारक होता है। जिन लोगों को रात में नींद नहीं आती तो वो लोग नींद की गोली खाना इसका सबसे आसान उपाय समझते हैं।
लेकिन ये नींद की दवाइयां खाने से आपको कई सारे साइड इफेक्ट्स (Side Effects) हो सकते हैं। रात में सोने लिए नींद की गोली खाने से आप पूरे दिन में सुस्ती महसूस करेंगें, सिर दर्द होगा, रात में बुरे सपने आएंगे और स्किन पर लाल चकत्ते पड़ना आदि की समस्या हो सकती हैं। इसके अलावा नींद की गोलियों का अधिक सेवन (Overdose) करने से आप कोमा में भी जा सकते हैं या फिर आपको मौत हो सकती है।
संयुक्त राज्य अमेरिका में अभी लगभग 50 से 70 मिलियन लोग नींद ना आने की बीमारी से प्रभावित हैं। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (Centers for Disease Control and Prevention) ने इस बीमारी को पब्लिक हेल्थ प्रॉब्लम कहा है। नींद के लिए दवाइयों के बहुत सारे दुष्प्रभाव हैं इसलिए इनका इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। आइये जानते है कि यह कैसे काम करती हैं और इसके रिजल्ट क्या हो सकते हैं।
स्लीपिंग पिल्स (Sleeping pills) दो तरह की होती हैं एक तो जो पहले इस्तेमाल होती थी जैसे बैंजो डायजेपाम (Benzodiazepines) जिसमे डायजेपाम (Diazepam), लॉरमेट्राजेपाम, निट्राजेपाम या लोप्राजोलाम आदि शामिल हैं जो दिमाग में नींद को बढ़ावा देने वाले रिसेप्टर को टारगेट करता हैं लेकिन इसकी आपको लत लग जाती है। हालाँकि नई पीढ़ी नींद की गोली पहले वाली की तुलना में ज्यादा असरदार होती हैं लेकिन इनके साइड इफेक्ट्स होते हैं।
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डॉक्टर भी मानते है स्लीपिंग पिल्स के साइड इफेक्ट्स होते है इसलिए वह भी इसका इस्तेमाल करने के लिए तब नहीं बोलते है जब तक कि मरीज को नींद से जुड़ी गंभीर समस्या ना हो। आइये नींद की गोली का इस्तेमाल करने के साइड इफेक्ट्स जानते है।
अगर आप रात में सोने के लिए नींद की गोली का इस्तेमाल करते है तो इससे आपको अगले ही दिन सुस्ती महसूस होती है और कुछ लोगों को तो इसका असर दो दिन तक महसूस होता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि यह दवा आपके शरीर में अधिक समय तक अपना असर दिखाती है।
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नींद की गोलियों में जालेप्लोन, जोपिक्लोन और जोल्पिडेम आदि ड्रग होता है। इन दवाइयों को 2 से 4 हफ़्तों के लिए दिया जाता है तो कुछ लोगो में इसकी वजह से रात में डरावने और बुरे सपने आने लगते हैं।
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अगर आप लम्बे समय तक इन दवाइयों का सेवन करते हैं तो आपको इन दवाइयों में पायें जाने वाले ड्रग की लत लग जायेगी और फिर बिना इनका सेवन किये आपको नींद भी नहीं आएगी। फिर आप नींद की गोली को खाना अचानक से छोड़ भी नहीं सकते हैं क्योंकि इससे आपको मिचली
, उल्टी और बेचैनी आदि और भी कई प्रकार की समस्या होगी।यदि आपको आपको पहले से स्लीप एप्निया (Sleep Apnea) की समस्या है तो नींद की गोली का सेवन करना आपकी परेशानी को बढ़ा सकती है। स्लीप एप्निया बीमारी में व्यक्ति को सोते समय सांस लेने में तकलीफ होती है। इस वजह से रोगी पूरी नींद नहीं ले पाते है और अधिकांश समय रात में जागते ही रहते हैं।
डॉक्टरों के अनुसार स्लीपिंग पिल्स का अधिक इस्तेमाल करने से व्यक्ति को दिल के दौरे का खतरा 50 गुना तक अधिक बढ़ जाता है। विशेषज्ञों ने जोपिडेम तत्व को दिल की बीमारियों की वजह बताया है, जो नींद की गोलियों में मौजूद होता है।
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यदि आप नींद की गोलियों का सेवन तीन महीने से ज्यादा दिन तक करते हैं तो इससे आपको दिमाग से जुड़ीं अल्जाइमर डिजीज जैसी कई प्रकार की गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। जिसमे लोग चीजों को भूलने लगते हैं।
कभी कभी ये मेलाटोनिन (Melatonin) पर आधारित नींद की दवाइयां अनिद्रा की समस्या को और अधिक बढ़ा देती हैं। जिसके कारण इनके इस्तेमाल से आपको सिर दर्द, पीठ दर्द या फिर जोड़ों में दर्द आदि महसूस होने लगता हैं।
कुछ अध्ययनों से यह पता चला है कि डेली सोने लिए नींद की गोली का उपयोग करना कैंसर के खतरे को बढ़ावा देता है। इन गोलियों में ऐसे रासायनिक तत्व पाए जाते हैं जिनका नियमित सेवन नहीं करना चाहिये, नहीं तो यह ओवरडोज़ हो जाता है।
रात में यदि आप सोने के लिए स्लीपिंग पिल्स (Sleeping pills) का प्रयोग करते हैं तो यह आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। इन दवाइयों का असर दूसरे दिन भी रहता है ऐसे में यदि आप गाडी चलाने या कोई मशीनरी काम करते है तो आपकी बॉडी संतुलन में नहीं होती है और दुर्घटना की संभावना होती है।
अगर आप नींद की गोली के साथ अन्य दूसरी दवाइयां जैसे दर्द की दवा या कफ की दवा आदि लेते हैं तो इससे आपको कई प्रकार की समस्याएं हो सकती है। इससे आपकी मौत भी हो सकती है या तो आप कोमा में जा सकते है।
अगर आप एक साल में नींद की गोलियों की 132 खुराक लेते है तो आपके मरने की संभावना उन लोगों की तुलना में 5 गुना अधिक होती है जो लोग इसका सेवन नहीं करते। यदि आप स्लीपिंग पिल्स की 132 खुराक से ज्यादा लेते हैं तो आपको कैंसर होने की भी सम्भावना अधिक होती है।
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