शरीफा या सीताफल (कस्टर्ड ऐपल) सर्दियों के मौसम (अगस्त से अक्टूबर) में मिलने वाला औषधीय फल है। क्या आप सीताफल की पत्तियों के फायदे जानते हैं? सीताफल की पत्तियों का उपयोग प्राचीन समय से ही औषधी के रूप में किया जा रहा है। इसके पत्ते का इस्तेमाल आप आयुर्वेदिक जड़ी बूटी के रूप में घरेलू उपाय के तौर पर कर सकते हैं। क्योंकि सीताफल के पत्ते के फायदे हृदय स्वास्थ्य, मधुमेह, त्वचा रोग और बालों सहित अन्य कई बीमारियों के लिए होते हैं। कस्टर्ड एप्पल लीफ का उपयोग उनके त्वरित उपचार क्षमता और औषधीय गुण के कारण किया जाता है। शरीफा की पत्ती से लाभ प्राप्त करने के लिए आप इसे सीधे ही त्वचा में लगा सकते हैं। इसकी पत्तियों को उबालना और इनका सेवन करना काफी फायदेमंद माना जाता है।
इस लेख में आप सीताफल के पत्तों के फायदे, उपयोग, औषधीय गुण, लाभ के साथ ही सीताफल के पत्ते खाने से क्या होता और शरीफा की पत्ती किस काम में आती है के बारे में जानकारी प्राप्त करेगें। आइए सीताफल के पत्तों के फायदे, उपयोग और नुकसान को जानें।
विषय सूची
1. सीताफल के पत्तों के फायदे – Benefits Of Custard Apple Leaves in Hindi2.
2. सीताफल की पत्तियों के नुकसान – Custard Apple Leaves Side Effects in Hindi
शरीफा के पत्तों में औषधीय गुण होते हैं जिसके कारण इसका इस्तेमाल कई स्वास्थ्य समस्याओं में किया जाता है। जानकारों के अनुसार सीताफल की पत्तियों के बहुत से पोषक तत्व होते हैं जो स्वास्थ्य लाभ दिलाने में सहायक होते हैं, जिसके कारण इनका उपयोग आयुर्वेद में में व्यापक रूप से किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि सीताफल की पत्तियों को उबालकर उपयोग करना काफी फायदेमंद होता है। कुछ विशेष प्रकार की बीमारियों को ठीक करने के लिए सीताफल की पत्ती की चाय का उपयोग किया जा सकता है । आयुर्वेद विशेषज्ञों के अनुसार सीताफल की पत्तीयों से प्राप्त कुछ विशेष लाभ इस प्रकार हैं।
(और पढ़े – सीताफल खाने के फायदे और नुकसान…)
डायबिटीज रोगियों के लिए आयुर्वेदिक उपचार के रूप में सीताफल के पत्ते इस्तेमाल किये जा सकते हैं। सीताफल के पत्तों में फाइबर भरपूर मात्रा में होता है, इसलिए ये पत्तियां हमारे शरीर में चीनी के अवशोषण को धीमा करने में सहायक होती हैं। जिससे वे रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करती हैं। फाइबर धीरे-धीरे पचता है, जिसके कारण यह आपके रक्त शर्करा के स्तर में अचानक स्पाइक्स का कारण नहीं बनता है। इस प्रकार सीताफल के पत्तों के फायदे आपके पाचन तंत्र को भी स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। मधुमेह के लक्षणों को नियंत्रित करने के लिए आप शरीफा की 2-3 पत्तियों को पानी में उबाल सकते हैं। इस मिश्रण को सुबह खाली पेट पी सकते हैं। ऐसा करने पर रक्त शर्करा के स्तर को संतुलित करने में मदद मिल सकती है।
(और पढ़े – मधुमेह रोगियों के खाने के लिए फल की सूची…)
जिन लोगों को हृदय संबंधी रोग हैं वे सीताफल की पत्ती का उपयोग आयुर्वेदिक औषधी के रूप में कर सकते हैं। क्योंकि सीताफल के पत्तों में मौजूद पोषक तत्वों में पोटेशियम और मैग्नीशियम अच्छी मात्रा में होते हैं। ये घटक हृदय की मांसपेशियों को आराम देने में मदद करते हैं। नियमित रूप से सीताफल की पत्तियों के उपयोग से स्ट्रोक और हृदय रोगों की संभावना को कम किया जा सकता है।
इसके आलावा सीताफल के पत्ते पोटेशियम और मैग्नीशियम की उपस्थिति के कारण उच्च रक्तचाप को कम करने में मदद करते हैं जो रक्त वाहिकाओं के फैलाव को बढ़ावा देकर रक्त के प्रवाह को बेहतर बनाते हैं।
(और पढ़े – दिल को स्वस्थ रखने के लिए सर्वश्रेष्ठ आहार…)
जानकारों के अनुसार सीताफल के पत्तों का इस्तेमाल शारीरिक क्षमता और शक्ति को बढ़ाने के लिए किया जा सकता है। क्योंकि इन औषधीय पत्तों में बहुत से पोषक तत्व और खनिज पदार्थ होते हैं जिनकी आवश्यकता हमारे शरीर को होती है। शारीरिक शक्ति को बढ़ाने के लिए आधा कप पानी में 2 से 3 सीताफल के पत्तों को उबालें और चाय के रूप में इसका सेवन करें। यह हर्बल चाय आपके चयापचय दर और ऊर्जा के स्तर को बनाए रखने में मदद कर सकती है। इसके अलावा सीताफल की पत्ति की चाय पीने से शरीर में मौजूद विषाक्तता को दूर करने में भी मदद मिलती है।
(और पढ़े – शरीर को ताकतवर बनाने के घरेलू उपाय और तरीके…)
औषधीय गुणों से भरपूर सीताफल के पत्ते त्वचा संबंधी समस्याओं के लिए भी फायदेमंद होते हैं। इन पत्तों में एंटीऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा होती है। ये एंटीऑक्सीडेंट त्वचा को सूरज की धूप से होने वाली क्षति से बचाते हैं। इसके अलावा सीताफल के पत्तों के गुण त्वचा कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाने वाले फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को भी कम करने में सहायक होते हैं। त्वचा संबंधी समस्याओं को दूर करने के लिए आप पानी में इन पत्तों को उबालकर इस चाय का नियमित सेवन करें। यह त्वचा की उम्र बढ़ने से रोकने में मदद करता है।
विटामिन ए और विटामिन सी की मौजूदगी के कारण भी सीताफल के पत्ते त्वचा के लिए फायदेमंद होते हैं। यह झुर्रियों, मुँहासे को रोकने और स्वस्थ चमकती त्वचा को बनाए रखने में मदद कर सकता है।
(और पढ़े – बढ़ती उम्र (एजिंग) के लक्षण कम करने के उपाय…)
आपको बता दें कि सीताफल की पत्तियों का इस्तेमाल त्वचा संबंधी समस्याओं और घाव उपचार के लिए भी किया जा सकता है। त्वचा में मौजूद घाव की यदि सही तरीके से सफाई नहीं होती है तो घाव में मवाद बन सकता है जो घाव को गंभीर बना सकता है। लेकिन इस तरह के खुले घावों का प्राकृतिक उपचार करने के लिए सीताफल के पत्तों का प्रयोग किया जा सकता है। क्योंकि इन पत्तियों में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। सीताफल की पत्तियों से रस निकालें और घाव में इस रस को लगाएं। पत्तीयों का रस प्रभावी रूप से घाव उपचार करने में मदद कर सकता है।
(और पढ़े – फोड़े फुंसी का घरेलू उपचार, उपाय और नुस्खे…)
सही तरीकों से और कम मात्रा में सीताफल की पत्तियों का इस्तेमाल करने से किसी भी प्रकार के नुकसान की जानकारी नहीं हैं लेकिन यदि आप इनका अधिक इस्तेमाल करते हैं तो हो सकता है आपको इससे कुछ नुकसान देखने को मिलें।
सीताफल के पत्ते फायदों का भंडार हैं। जब इन्हें सही तरीके से लगाया या खाया जाता है, तो वे आपके स्वास्थ्य के लिए चमत्कार कर सकते हैं। तो, यदि आप अब तक सीताफल की पत्तियों का इस्तेमाल नहीं करते थे तो इसके इतने सारे फायदों को जानकर अब तो आप इसका उपयोग जरूर करेगें।
(और पढ़े – सर्दी की 10 बीमारियां और उनसे बचने के उपाय…)
इसी तरह की अन्य जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए हमारे एंड्रॉएड ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक करें। और आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं।
आपको ये भी जानना चाहिये –
Homemade face pack for summer गर्मी आपकी स्किन को ख़राब कर सकती है, जिससे पसीना,…
वर्तमान में अनहेल्दी डाइट और उच्च कोलेस्ट्रॉल युक्त भोजन का सेवन लोगों में बीमारी की…
Skin Pigmentation Face Pack in Hindi हर कोई बेदाग त्वचा पाना चाहता है। पिगमेंटेशन, जिसे…
चेहरे का कालापन या सांवलापन सबसे ज्यादा लोगों की पर्सनालिटी को प्रभावित करता है। ब्लैक…
प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं, जिन्हें पहचान कर आप…
त्वचा पर निखार होना, स्वस्थ त्वचा की पहचान है। हालांकि कई तरह की चीजें हैं,…