Sleep Sex in Hindi ‘स्लीप सेक्स’ एक नींद में किया जाने वाला यौन विकार है, इसे सेक्ससोमिया (Sexsomnia) के नाम से भी जाना जाता है। सोते हुए बातें करना या नींद में चलना सभी जानते हैं। लेकिन क्या स्लीप सेक्स के बारे में आपको पता है। आप ने अब तक नींद में होने बाली इस बीमारी के बारे में शायद ही सुना होगा। यह एक ऐसी बीमारी है जिसमें लोगों को पता ही नहीं चलता है कि आखिर नींद में उनका शरीर किन गतिविधियों को कर रहा है। यह एक मानसिक और यौन बीमारी है। जिसमें लिप्त व्यक्ति को पता ही नहीं होता है या वह गहरी नींद में होते हुए इस प्रकार की घटनाओं को अंजाम देता है। इस लेख में आप स्लीप सेक्स से संबंधित जानकारियां प्राप्त करेगें जैसे कि स्लीप सेक्स क्या है, कारण, लक्षण, इलाज और बचाव के बारे में जानेंगे। जो शायद स्लीप सेक्स रोगी की मदद कर सके। आइए जाने स्लीप सेक्स क्या है।
विषय सूची
- स्लीप सेक्स (सेक्ससोमिया) क्या है – What Is Sleep Sex (Sexsomnia) in Hindi
- स्लीप सेक्स के लक्षण – symptoms Of Sleep Sex in Hindi
- स्लीप सेक्स के कारण – Causes Of Sleep Sex in Hindi
- स्लीप सेक्स के जोखिम – Risk Factors Of Sleep Sex in Hindi
- स्लीप सेक्स का निदान – Diagnosis Of Sleep Sex in Hindi
- स्लीप सेक्स (सेक्ससोमिया) का इलाज – Treatment Of Sleep Sex in Hindi
- स्लीप सेक्स से बचने के लिए सुझाव – Tips For Managing Sleep Sex in Hindi
स्लीप सेक्स (सेक्ससोमिया) क्या है – What Is Sleep Sex (Sexsomnia) in Hindi
यह एक नींद विकार या नींद में होने वाली बीमारी है जिसे स्लीप सेक्स कहते हैं। यह नींद में चलने या नींद में बड़बडाने वाली बीमारी की तरह होती है। लेकिन इस बीमारी में लोग नींद में यौन संबंध बनाते हैं या इसका अभिनय करते हैं। इसे सेक्ससोमिया (sexsomnia) के नाम से भी जाना जाता है। यह एक असामान्य गतिविधि है जो एक विशिष्ट प्रकार की नींद के दौरान होती है।
स्लीप सेक्स या सेक्ससोमिया गैर-तीव्र आंख आंदोलन (एनआरईएम) पैरासोमिया का एक रूप है।
स्लीप सेक्स या सेक्ससोमिया ऐसी बीमारी है जिसमें रोगी की आंखें खुली रहती हैं। लेकिन इस दौरान वह गहरी नींद में होता है। उसे पता ही नहीं होता है कि वह इस दौरान क्या कर रहा है। इस बीमारी में रोगी हस्तमैथुन, संभोग और कभी-कभी बलात्कार जैसे यौन कृत्यों में शामिल हो सकता है जबकि उसे इस बात का एहसास ही नहीं होता है। चुंकि रोगी इस तरह की घटनाओं को नींद में करता है इसलिए उसके उठने पर उसे कुछ भी याद नहीं रहता है।
(और पढ़े – अगर आप के किसी साथ वाले को है नींद में है बड़बड़ाने की आदत तो ये खबर आपके लिए है…)
स्लीप सेक्स के लक्षण – symptoms Of Sleep Sex in Hindi
सेक्ससोमिया सेक्स सपनों से अलग है। जो वयस्कों और किशोरों के लिए असामान्य नहीं है। इस समस्या से ग्रसित लोग सोते समय अक्सर अन्य लोगों के साथ यौन व्यवहार में संलग्न रहते हैं । इस दौरान उन्हें पता ही नहीं रहता है कि वे किस व्यक्ति के साथ हैं। ऐसे व्यक्ति को तब तक कुछ भी पता नहीं होता है जब तक की कोई उसे बताए न कि रात में वह क्या कर रहा था। स्लीप सेक्स के सामान्य लक्षणों में शामिल हैं :
- अपने साथ सोने वाले व्यक्ति के साथ फोरप्ले करने की कोशिश करना।
- गुप्तांगों को छूने और धक्का देने का प्रयास करना।
- हस्तमैथुन करना (masturbation)।
- संभोग करना (intercourse)।
- सहज संभोग करना।
- ऐसा करने के दौरान आंखें खुली रखना जबकी रोगी नींद में होता है।
- अपने चेहरे पर यौन उत्तेजना के भाव प्रगट करना।
- इस दौरान उन्हें यह बिल्कुल भी ज्ञात नहीं होता है कि वे कपड़ों में हैं या बिना कपड़ों के।
(और पढ़े – जानिए सेक्स करने के फायदे और ना करने के नुकसान…)
स्लीप सेक्स के कारण – Causes Of Sleep Sex in Hindi
यह बिल्कुल भी स्पष्ट नहीं है कि लोगों में स्लीप सेक्स लक्षणों के विकास का क्या कारण है। लेकिन कई अध्ययनों के बाद शोधकर्ताओं ने कुछ तथ्यों का पता लगाया है जो इसमें योगदान दे सकते हैं। इनमें शामिल हैं :
- नींद की कमी
- तनाव में वृद्धि
- चिंता
- थकान
- कुछ दवाएं
- अधिक मात्रा में शराब का सेवन
(और पढ़े – मानसिक तनाव के कारण, लक्षण एवं बचने के उपाय…)
स्लीप सेक्स के जोखिम – Risk Factors Of Sleep Sex in Hindi
अंतर्निहित चिकित्सा स्थितियां भी सेक्ससोमिया को ट्रिगर कर सकती हैं। ये स्थितियां अक्सर नींद में हस्ताक्षेप करती हैं। उनमें शामिल हैं :
- नींद में बात करना या नींद में चलना
- बेचैन पैर सिंड्रोम (restless leg syndrome)
- बाधक निंद्रा अश्वसन
- नींद से संबंधित मिर्गी
- गैस्ट्रोसोफेजियल रीफ्लक्स बीमारी
- सिर की चोट
- सिरदर्द
(और पढ़े – मिर्गी के कारण, लक्षण, जाँच और इलाज…)
स्लीप सेक्स का निदान – Diagnosis Of Sleep Sex in Hindi
सेक्ससोमिया की समस्या की जानकारी अक्सर दूसरों के माध्यम से ही मिलती है। क्योंकि रोगी को खुद कुछ भी पता नहीं होता है। इसलिए इस बीमारी के इलाज के लिए डॉक्टर से मिलने से पहले उस व्यक्ति से पूछें जिसने आपके सोने के दौरान यौन व्यवहार या जो कुछ भी देखा है। और इस घटना को क्रम से लिखें। इसके अलावा आप अपने सोने के तरीके या पैटर्न का भी ध्यान रखें।
इस प्रकार के रिकार्ड, समस्या का उपचार करने में डॉक्टर की मदद कर सकते हैं। अगर आपके पास ऐसे रिकार्ड नहीं हैं तो वे आपसे इस प्रकार की जानकारी मांग सकते हैं। इस प्रकार के अध्ययन आमतौर पर विशेष चिकित्सा सुविधाओं पर आयोजित किए जाते हैं। इसके लिए डॉक्टर पॉलीसोमोग्राफी (polysomnography) परीक्षण भी कर सकता है जो नींद के दौरान निम्न रिकार्डों को रखता है :
- मस्तिष्क तरंगें
- हृदय गति
- श्वास पैटर्न
- आंखों और पैरों की हलचल पर
इस प्रकार के अध्ययन के लिए 1 रात पर्याप्त हो सकती है। लेकिन आपका डॉक्टर आपको कई रातों के लिए भी रोक सकता है। ताकि वे आपके नींद के पैटर्न को अच्छी तरह से समझ सकें। यदि आप अध्ययन केंद्र में रहते हुए सेक्ससोमिया संबंधी व्यवहार नहीं करते हैं तो आपका डॉक्टर बाद में अतिरिक्त अध्ययन का अनुरोध कर सकता है। साथ ही वे संभावित लक्षणों को रद्द करने के लिए अन्य परीक्षणों का भी प्रयास कर सकते हैं।
(और पढ़े – फर्स्ट टाइम सेक्स टिप्स महिला और पुरुष दोनों के लिए…)
स्लीप सेक्स (सेक्ससोमिया) का इलाज – Treatment Of Sleep Sex in Hindi
अध्ययनों से पता चलता है कि स्लीप सेक्स (सेक्ससमोनिया) का सफल उपचार किया जा सकता है। इस बीमारी के उपचार में इन्हें शामिल किया जा सकता है :
नींद विकारों से निपटना – यदि सेक्ससोमिया संभवत: नींद की कमी या बेचैन पैर सिंड्रोम (restless leg syndrome) जैसे नींद विकारों का परिणाम है। तो अंतर्निहित विकार का इलाज करने से अनपेक्षित यौन व्यवहार भी बंद हो सकता है। इस उपचार के लिए अक्सर एक सतत सकारात्मक वायुमार्ग दबाव (सीपीएपी) मशीन के साथ इलाज किया जाता है।
दवा में परिवर्तन – यदि आपने सेक्ससोमिया व्यवहार शुरू होने से पहले ही एक नया पर्चे की दवाओं को लेना शुरू किया है तो दवाओं को बदलने से विकार बंद हो सकता है। ओवर-दकाउंटर वाली नींद की दवाएं पैरासोमिया के एपिसोड का कारण बन सकती हैं।
अंतर्निहित कारणों के लिए दवाएं – अवसाद, चिंता और तनाव जैसी स्थितियां सेक्ससोमिया और विकृत नींद में योगदान दे सकती हैं। दवा या टॉक थेरेपी इसका उपचार विकल्प हो सकता है जो यौन व्यवहार को समाप्त कर सकती है।
नई दवाएं – कुछ दवाएं सेक्ससोमिया का कारण बन सकती हैं जबकि अन्य दवाओं से इसका उपचार किया जा सकता है। एंटीड्रिप्रेसेंट्स और एंटी-जब्त (anti-seizure) दवाएं इस समस्या का उपचार करने में मदद कर सकती हैं।
(और पढ़े – हमें सोना क्यों जरूरी है और आपको कितने घंटों की नींद चाहिए…)
स्लीप सेक्स से बचने के लिए सुझाव – Tips For Managing Sleep Sex in Hindi
आप अपनी जीवन शैली में कुछ सामान्य से परिवर्तन लाकर इस बीमारी के खतरे को कम कर सकते हैं। आइए जाने किस तरह से स्लीप सेक्स के प्रभाव को कम किया जा सकता है।
- इस प्रकार के रोगी को अपने साथी और परिवार के लोगों से बात करनी चाहिए। क्योंकि यह आपके व्यक्तिगत संबंधों को भी प्रभावित कर सकता है। आपके परिजनों और मित्रों से बात करें क्योंकि वे इस समस्या का निदान और उपचार में आपकी मदद कर सकते हैं।
- अपने आसपास एक सुरक्षात्मक वातावरण तैयार करें जब तक की आपका उपचार चल रहा है। ऐसा करने से आपके आस-पास के लोगों को भी असुविधा नहीं होगी।
- इस स्थिति के दौरान आपको एक अलग वैडरूम का उपयोग करना चाहिए। साथ ही दरवाजे को लॉक करके सोना चाहिए।
- आप एक अलार्म का उपयोग कर सकते हैं जिससे दूसरे लोगों को आपके घूमने और पास आने का पता लग सके।
- इस बीमारी से बचने के लिए आप शराब का सेवन बंद कर दें। क्योंकि यह नींद की कमी का प्रमुख कारण हो सकता है।
- Sexsomnia को रोकने के लिए हर रात नियमित नींद लेना बहुत महत्वपूर्ण है। नींद की कमी और नींद पैटर्न में परिवर्तन विकार के एपिसोड का कारण बन सकता है। एक सोने का समय सेट करें, और इसके साथ बने रहें।
(और पढ़े – शादी के बाद होने वाली सेक्स समस्याएं और उनका समाधान…)
इसी तरह की अन्य जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए हमारे एंड्रॉएड ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक करें। और आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं।
Leave a Comment