किसी भी व्यक्ति के लिए एक अच्छी और पूरी नींद शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य के लिए महात्वपूर्ण है। लोगों की जीवनशैली और जरूरत के अनुसार नींद के पैटर्न में बदलाव होते रहते हैं लेकिन किसी भी स्वस्थ व्यक्ति को हर रात कम से कम 8 घंटे की नींद की आवश्यकता होती है। लेकिन नींद पूरी होने के साथ ही नींद की अच्छी गुणवत्ता भी महत्वपूर्ण है। इसके लिए आपको सही मुद्रा में सोना आवश्यक है। यदि आप सोने के लिए सही तरीका अपनाते हैं तो यह आपके शारीरिक दर्द, कमर दर्द, गैस, अपच और अन्य सामान्य स्वास्थ्य समस्याओं को रोकने में सहायक हो सकता है।
स्लीपिंग पोजीशन में तीन प्रमुख पोजीशन होती हैं जिनमें करवट लेकर सोना, पीठ के बल सोना और पेट के बल सोना शामिल हैं। इस लेख में आप दर्द दूर करने के लिए सोने की सही पोज़ीशन संबंधी जानकारी प्राप्त करेगें जो कई शारीरिक परेशानियों को दूर करने में सहायक हैं।
विषय सूची
शरीर के दर्द दूर करने के लिए सोने की सही पोज़ीशन – Sleeping Positions Fix Common Body Problems in Hindi
आज हम आपको बताएंगे कि अगर आपको कंधे में दर्द, पीठ में दर्द या फिर गैस और एसिडिटी की समस्या है तो आपको रात में किस स्लीपिंग पोजीशन में सोना चाहिये, जिससे आपको इन सब को ठीक करने में मदद मिले। आइये जानते हैं शरीर के आम दर्द दूर करने के लिए सोने की सही पोज़ीशन के बारे में –
कंधे का दर्द दूर करने के लिए स्लीपिंग पोजीशन – Sleeping posture to relieve shoulder pain in Hindi
ऐसे बहुत से कारण होते हैं जिनसे आप कंधे के दर्द से परेशान हो सकते हैं। इन कारणों में अव्यवस्था (dislocation) अतिरंजना (overexertion), टेंडोनाइटिस (tendonitis), संयुक्त अस्थिरता (joint instability) या पीनस नसें (pinched nerves) आदि शामिल हैं। लेकिन आप अपने सोने के तरीके को बदलकर इस प्रकार की समस्या से बच सकते हैं।
कंधे का दर्द दूर करने आपको क्या करना चाहिए
यदि आप अपने कंधे के दर्द को दूर करना चाहते हैं तो अपनी बगल की बजाये पीठ के बल सोएं। ताकि आप कंधों पर अत्याधिक दबाव न डालें। यदि आप बिना करवट लिए नहीं सो सकते हैं तो ध्यान रखें कि उस कंधे पर न सोयें जिसमें दर्द है। और सोते समय अपनी चेस्ट की ऊंचाई पर सामने की ओर एक तकिया रखें और उस पर अपने हाँथ को रखकर सोएं। ऐसा करने से आपको कंधे के दर्द से राहत मिल सकती है।
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गर्दन का दर्द दूर करने के लिए सोने की मुद्रा – Sleeping posture to relieve neck pain in Hindi
हम अपने दैनिक जीवन में गर्दन के माध्यम से बहुत से कार्य करते हैं। हर दिन की दिनचर्या में जितना हमारा शरीर क्रियाशील होता है उतना ही हमारी गर्दन भी क्रियाशील होती है। लेकिन इस दौरान कई बार हमें गर्दन के दर्द का सामना करना पड़ता है। कई बार सोने की गलत मुद्राओं का उपयोग करने पर भी हमें गर्दन का दर्द हो सकता है। इसलिए सोते समय हमें सिर के नीचे हमें 1 से अधिक तकियों का उपयोग नहीं करना चाहिए।
गर्दन का दर्द दूर करने के लिए क्या करना चाहिए
रात में नींद लेते समय या लेटते समय अपनी गर्दन को सीधा और शांत रखें। गर्दन को आपके शरीर के बाकी हिस्सों के साथ समतल होना चाहिए। इसका मतलब यह है कि यदि आवश्यक हो तभी आपको तकिया का उपयोग करना चाहिए। तकिया के बजाय आप अपने सिर के नीचे तौलिया को मोड़कर रख सकते हैं। इसके साथ ही आपको इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि गर्दन के दर्द से बचने के लिए पेट के बल न सोएं। पेट के बल सोने से गर्दन की मांसपेशियों में अधिक खिंचाव आता है।
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पीठ दर्द कम करने के लिए स्लीपिंग पोजीशन – Sleep method to reduce back pain in Hindi
जो लोग पीठ दर्द का सामना करते हैं उनसे बेहतर दर्द में होने वाली परेशानियों को कोई और नहीं जानता है। पीठ में दर्द होना आपके दैनिक जीवन को कठिन बना सकता है। क्योंकि कमर में होने वाला दर्द वजन उठाने, मुड़ने और सोने आदि क्रियाओं को करने में असुविधा पैदा करता है। लेकिन आप सोने की उचित मुद्रा का उपयोग कर इस प्रकार की परेशानी से बच सकते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी की कमर दर्द को दूर करने के लिए भी स्लीपिंग पोजीशन बहुत प्रभावी हैं।
कमर दर्द दूर करने के लिए क्या करना चाहिए
कमर में दर्द होने की स्थिति में आप तकिया को अपने दोनों घुटनों के बीच रखें और भ्रूण की स्थिति में सोएं। ऐसा करना आपकी पीठ दर्द को कम कर सकता है। यदि आप पीठ के बल सोते हैं तो घुटनों के नीचे तकिया रखें और पीठ के नीचे तोलिया को रख सकते हैं। पीठ के दर्द को कम करने के लिए यह स्लीपिंग पोजीशन सबसे अच्छी होती है। ऐसा करने से आपको कमर के दर्द से राहत मिल सकती है। यदि आप कमर दर्द से परेशान हैं ऐसी स्थिति में आपको पेट के बल नहीं लेटना चाहिए।
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एसिड रिफ्लेक्शन रोकने के लिए सोने के तरीके – Ways to sleep to stop acid reflection in Hindi
आपको यह जानकर हैरानी होगी की एसिड रिफ्लेक्शन और सोने के तरीके में भी कोई संबंध होता है। यदि आप सोने के लिए गलत स्लीपिंग पोजीशन का चयन करते हैं तब पेट का एसिड भोजन नलिका में वापस प्रवाहित हो सकता है। एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाने और आहार में बदलाव करने के अलावा नींद की स्थिति भी अम्ल प्रतिवाह को नियंत्रित करने में सहायक होती है।
एसिड रिफ्लेक्शन से बचने क्या करना चाहिए
आप सोने के लिए करवट ले सकते हैं इस स्थिति में अम्ल प्रतिवाह या एसिड रिफ्लेक्शन को रोका जा सकता है। इसलिए जहां तक संभव हो बाई करवट सोएं। क्योंकि बाईं ओर लसीका प्रणाली (lymphatic system) होती है और पेट के एसिड के उचित निपटान को बढ़ावा देती है। इसके अलावा सोने के दौरान अपने सिर को तकिया की मदद से सिर को ऊपर उठाने से भी अम्ल प्रतिवाह को कम किया जा सकता है।
एडी का दर्द कम करने के लिए सोने की स्थिति – Sleeping position to reduce heel pain in Hindi
उन लोगों में एड़ी के दर्द का सबसे आम कारण प्लांटर फ़ासिआइटिस है जो अपने पैरों पर बहुत अधिक दूरी तय करते हैं या चलते हैं। पैर के तल का प्रावरणी ऊतक का सपाट बैंड है जो एड़ी की हड्डी को पैर की उंगलियों से जोड़ता है। इसके साथ ही यह पैर के आर्च का समर्थन करता है। प्लांटार प्रावरणी को दबाने से सूजन और लालिमा हो सकती है। जिसके कारण खड़े होने या चलने के दौरान एड़ी में दर्द होता है।
एड़ी का दर्द कम करने के लिए क्या करना चाहिए
एड़ी के दर्द से राहत पाने के लिए सोते समय अपने पैर या एड़ी को आराम से रखें। इसके अलावा सोने और ऊपर से चादर ओढ़ने के दौरान यह भी ध्यान रखें कि एड़ी को आपस में कस कर न बांधें। इसके अलावा आप अपनी एड़ीयों को आराम दिलाने के लिए अपने घुटनों को ऊपर मोड़ें और तंबू की आकृति बनाएं जिससे आपके पैरों और एड़ीयों को आराम मिल सके।
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स्वास्थ्य के मुद्दों से संबंधित दर्द के लिए स्लीपिंग पोजीशन – Sleep status for pain related to health issues in Hindi
कुछ नींद विकार किसी व्यक्ति को नींद के दौरान सांस लेने में परेशानी का अनुभव कराते हैं। रात में सोने के दौरान ऐसी स्थितियां कई बार बन सकती हैं जो आपकी नींद को अव्यवस्थित कर सकती हैं। इस प्रकार की स्थिति को स्लीप एपनिया कहा जाता है। यह स्थिति हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, स्ट्रोक और मोटापे जैसी समस्याओं को बढ़ा सकती है।
इस दर्द को रोकने के लिए क्या करना चाहिए
कई अध्ययनों से पता चलता हे कि जो लोग अपनी पीठ के बल सोते हैं उन लोगों को करवट लेकर सोने वाले लोगों की तुलना में स्लीप एप्निया होने की संभावना अधिक होती है। जबकि पेट के बल सोने से जीभ और ऊतक आपके वायुमार्ग को बाधित कर सकते हैं। ऐसी स्थिति में आप सोते समय अपनी कमर के नीचे तकिया रखने या तौलिया आदि का उपयोग करने से भी बचें।
हम में से अधिकांश लोग अपने जीवन का लगभग एक तिहाई हिस्सा सोने या बिस्तर पर बिताते हैं। इसका मतलब यह है कि हमारी नींद का पैटर्न और नींद की गुणवत्ता हमारे स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डालती है। दर्द दूर करने के लिए सोने की सही पोज़ीशन के अलावा आप अपने शारीरिक दर्द को दूर करने के लिए विभिन्न प्रकार के योग और व्यायाम भी कर सकते हैं। जैसे कि श्वासन योग, विपरीत करणी, शेषनाग और सुप्त बद्धकोणासन आदि।
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