समय के साथ सभी लोगों को भूलने या कमजोर याददास्त की समस्या का सामना करना पड़ता है। लेकिन स्मरण शक्ति बढ़ाने के घरेलू उपाय अपनाना उन लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है जो इस प्रकार की समस्या का सामना कर रहें हैं। आज की व्यस्त जीवनशैली और खराब खान पान स्मरण शक्ति को कमजोर करने का प्रमुख कारण है। जिसके कारण बहुत से लोग स्मरण शक्ति बढ़ाने के तरीके खोजते हैं। हालांकि स्मरण शक्ति का कमजोर होना कोई बीमारी नहीं है और एक सामान्य स्थिति है। लेकिन समय पर इसका उपचार कराना आवश्यक है जिनमें स्मरण शक्ति याददाश्त बढ़ाने के उपाय शामिल हैं। आनुवंशिकी स्मृति हानि में अहम भूमिका निभाती है विशेष रूप से अल्जाइमर और न्यूरोलॉजिकल स्थितियों में।
अध्ययनों से पता चलता है कि अपने नियमित आहार और दैनिक जीवनशैली में परिवर्तन कर आप अपनी स्मरण शक्ति को बढ़ा सकते हैं। आप बच्चों की स्मरण शक्ति बढ़ाने के उपाय में भी इन्हें शामिल कर सकते हैं। आज इस आर्टिकल में आप स्मरण शक्ति बढ़ाने के लिए घरेलू उपाय संबंधी जानकारी प्राप्त करेगें।
विषय सूची
1. स्मरण शक्ति क्या है – Smaran Shakti kya hai in Hindi
2. स्मरण शक्ति कमजोर होने के कारण – Smaran shakti kamjor hone ke karan in Hindi
3. स्मरण शक्ति कैसे बढ़ाये – Smaran Shakti kaise Badhaye in Hindi
- स्मरण शक्ति बढ़ाने का तरीका बादाम – Smaran Shakti Badhane ka tarika Badam in Hindi
- स्मरण शक्ति बढ़ाने का घरेलू उपाय रोजमैरी – Smaran Shakti Badhane ka gharelu upay rosemary in Hindi
- स्मरण शक्ति बढ़ाने की दवा कलौंजी – Smaran Shakti Badhane ki dawa black seed in Hindi
- स्मरण शक्ति बढ़ाने के उपाय जिन्कगो बिलोबा – Smaran Shakti Badhane ke upay Ginkgo Biloba in Hindi
- स्मरण शक्ति बढ़ाने की आयुर्वेदिक औषधि जिनसेंग – Smaran Shakti Badhane ke liye faydemand ginseng in Hindi
- स्मरण शक्ति बढ़ाने का तरीका दालचीनी और शहद – Smaran Shakti Badhane ka tarika dalchini aur shahad in Hindi
- स्मरण शक्ति तेज करने के उपाय नारियल तेल – Smaran Shakti tej karne ke upay nariyal tel in Hindi
- स्मरण शक्ति बढ़ाने के लिए क्या खाएं में खाएं फिश आयल – Smaran Shakti Badhane ke liye khaye fish Oil in Hindi
- स्मरण शक्ति बढ़ाने का नुस्खा है ब्राम्ही – Smaran Shakti Badhane ka nuska hai Brahmi in Hindi
- स्मरण शक्ति बढ़ाने के तरीके मैंगो जूस – Smaran Shakti Badhane ke tarike Mango juice in Hindi
- याद रखने की क्षमता बढ़ाए मेथी – Yaad rakhne ki chamta Badhaye methi in Hindi
4. स्मरण शक्ति बढ़ाने के योग – Smarna Shakti Badhane ke yoga in Hindi
5. स्मरण शक्ति बढ़ाने के अन्य उपाय – Smarna Shakti Badhane ke naya upay in Hindi
स्मरण शक्ति क्या है – Smaran Shakti kya hai in Hindi
याददास्त को ही स्मरण शक्ति कहते हैं। इसका मतलब यह है कि हमारे मस्तिष्क की याद रखने की क्षमता होती है। जिसके कारण हम बीते समय की बातों को याद रख पाते हैं। लेकिन शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक कारणों से किसी भी व्यक्ति में याद रखने की क्षमता में कमी हो सकती है। हालांकि यह समय के साथ सामान्य है। लेकिन कुछ विशेष कारणों से यह किशोरावस्था या युवा अवस्था में भी परेशानी का कारण बन सकती है। आइए जाने स्मरण शक्ति कमजोर होने के कारण क्या हैं।
(और पढ़ें – दिमाग तेज करने के लिए क्या खाये और घरेलू उपाय)
स्मरण शक्ति कमजोर होने के कारण – Smaran shakti kamjor hone ke karan in Hindi
समय के साथ स्मरण शक्ति या याद रखने की क्षमता का कमजोर होना सामान्य है। लेकिन समय से पहले यानि युवा अवस्था में ऐसी स्थिति होना गंभीर होता है। कुछ विशेष कारणों की बजह से लोगों को भूलने या कमजोर याददाश्त जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। जिनमें शामिल हैं :
आयु : उम्र बढ़ने या बुढ़ापे की स्थिति में संज्ञानात्मक प्रसंस्करण धीमा होने लगता है।
रजोनिवृत्ति : एस्ट्रोजन मस्तिष्क की स्मृति सहित कई कार्यों को प्रभावित करता है। रजोनिवृत्ति के दौरान महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन के स्तर में गिरावट आती है जिससे महिलाओं को स्मृति हानि जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
गर्भावस्था : गर्भावस्था के दौरान हार्मोन के उतार-चढ़ाव होने से याददाश्त कमजोर हो सकती है।
अवसाद : अवसाद वाले लोग चिड़चिड़े और आक्रमक विचारों का अनुभव करते हैं जो याद रखने की क्षमता में हस्तक्षेप कर सकते हैं।
थायराइड रोग : हाइपोथायरायडिज्म और हाइपरथायरायडिज्म दोनों ही संज्ञानात्मक समस्याओं का कारण बन सकते हैं जैसे खराब एकाग्रता, स्मृति हानि आदि।
दवाएं : कुछ विशेष प्रकार की दवाओं के दुष्प्रभाव के रूप में भी स्मरण शक्ति कमजोर हो सकती है।
तनाव : नींद की कमी और पर्याप्त पोषण न मिलने सहित अन्य कारणों से स्मरण शक्ति को नुकसान हो सकता है।
स्मरण शक्ति कैसे बढ़ाये – Smaran Shakti kaise Badhaye in Hindi
स्वस्थ शरीर के साथ मस्तिष्क का स्वस्थ रहना भी आवश्यक है। इसलिए आपको अपनी स्मरण शक्ति बढ़ाने के उपाय पर विशेष ध्यान देना चाहिए। बहुत से लोगों का प्रश्न होता है बच्चों की स्मरण शक्ति कैसे बढ़ाये। ऐसी स्थिति में उन्हें बच्चों की जीवनशैली, खानपान और स्मरण शक्ति बढ़ाने के घरेलू उपाय उपाय अपनाने चाहिए। आइए जाने स्मरणशक्ति बढ़ाने के आयुर्वेदिक उपाय क्या हैं।
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स्मरण शक्ति बढ़ाने का तरीका बादाम – Smaran Shakti Badhane ka tarika Badam in Hindi
आप अपनी स्मरण शक्ति को बढ़ाने के सरल उपाय में बादाम का सेवन कर सकते हैं। बादाम विशेष रूप से बच्चों की स्मरण शक्ति बढ़ाने तरीका हो सकता है। बादाम का नियमित सेवन करने से याददाश्त और दिमागी ताकत को बढ़ाने में मदद मिलती है। बादाम में एंटीऑक्सीडेंट और ओमेगा-3 फैटी एसिड की अच्छी मात्रा होती है जो स्मरण शक्ति को बढ़ाने में सहायक होते हैं। इसके अलावा एंटीऑक्सीडेंट की अच्छी मात्रा होने के कारण बादाम आंखों के स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा होता हे।
स्मरण शक्ति को बढ़ाने के घरेलू उपाय के लिए आप 5-10 बादाम को रात में पानी में भिगो दें। अगली सुबह बादाम के छिलके निकालें और फिर बादाम का पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को 1 गिलास दूध के साथ मिलाकर उबाल लें। स्वाद बढ़ाने के लिए आप दूध में शहद या चीनी भी मिला सकते हैं। आप इस पेय को नियमित रूप से सेवन कर अपनी और अपने बच्चों की याद रखने की क्षमता को बढ़ा सकते हैं।
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स्मरण शक्ति बढ़ाने का घरेलू उपाय रोजमैरी – Smaran Shakti Badhane ka gharelu upay rosemary in Hindi
कमजोर याददाश्त वाले लोगों के लिए रोजमैरी एक प्रभावी और लोकप्रिय जड़ी बूटी है। मौखिक रूप से उपभोग करने के साथ ही रोजमैरी की खुशबु भी मस्तिष्क स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में सहायक होती है। आप भी अपनी स्मरणर शक्ति बढ़ाने के घरेलू नुस्खे में रोजमैरी का उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए आप 2 कप पानी को उबालें और उबलते पानी में रोजमैरी की 1 चम्मच सूखी पत्तियों को डालें। यदि आपके पास ताजा रोजमैरी की पत्तियां है तो यह और भी अच्छा है। इस तरह से आप रोजमैरी की चाय तैयार करें। इस चाय को स्वादिष्ट और गुणकारी बनाने के लिए आप इसमें शहद भी मिला सकते हैं। कुछ सप्ताह तक नियमित रूप से इस चाय का सेवन करने पर आप अपनी भूलने की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं। विकल्प के रूप में आप रोजमैरी तेल की खुशबू भी ले सकते हैं।
(और पढ़ें – रोजमेरी के फायदे और नुकसान)
स्मरण शक्ति बढ़ाने की दवा कलौंजी – Smaran Shakti Badhane ki dawa black seed in Hindi
ब्लैक सीड़ को अधिकांश लोग कलौंजी (Nigella Sativa) के नाम से भी जानते हैं। आप अपनी कमजोर स्मरण शक्ति को बढ़ाने के लिए कलौंजी के बीजों का उपयोग कर सकते हैं। कलौंजी में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लामेटरी और न्यूरॉन-सुरक्षा गुण होते हैं। जिसके कारण यह दिमाग तेज करने और स्मरण शक्ति को बढ़ाने में सहायक होता है। एक अध्ययन के अनुसार जो लो नियमित रूप से प्रतिदन कलौंजी बीज के पाउडर आधारित 500 मिली ग्राम के 2 कैप्सूल का सेवन करते हैं। उनमें प्लेसबो लेने वालों की तुलना में स्मृति और ध्यान आदि में सुधार होता है।
स्मरण शक्ति बढ़ाने के सरल उपचार के रूप में आप 1 चम्मच कलौंजी पाउडर लें और इसमें थोड़ा सा शहद मिलाएं। इस मिश्रण को नियमित रूप से दिन में 2 बाद कुछ सप्ताह तक सेवन करने से स्मृति हानि जैसी समस्याओं को दूर किया जा सकता है।
(और पढ़ें – कलौंजी तेल के फायदे और नुकसान)
स्मरण शक्ति बढ़ाने के उपाय जिन्कगो बिलोबा – Smaran Shakti Badhane ke upay Ginkgo Biloba in Hindi
याददाश्त विकारों को दूर करने के लिए जिन्कगो बिलोबा का उपयोग औषधीय जड़ी बूटी के रूप में किया जाता है। क्योंकि जिन्कगो बिलोबा का उपयोग मस्तिष्क मे बेहतर रक्त प्रवाह को बनाए रखने में मदद करता है। जिससे मस्तिष्क उचित ढंग से काम करने में सक्रिय रहता है। मनोभ्रंश और अल्जाइमर रोग से प्रभावित लोगों की स्मरण शक्ति को बढ़ाने में जिन्कगो बिलोबा फायदेमंद होता है। हालांकि इस जड़ी बूटी की कोई अनुशंसित खुराक नहीं है फिर भी डिमेंशिया से पीडित लोगों के लिए दिन में तीन बार 40 मिली ग्राम की खुराक लेना चाहिए। लेकिन मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ाने और अपनी स्मरण शक्ति को तेज करने के लिए जिन्कगो बिलोबा का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है।
(और पढ़ें – गिंको (जिन्कगो) बाइलोबा के फायदे और नुकसान)
स्मरण शक्ति बढ़ाने की आयुर्वेदिक औषधि जिनसेंग – Smaran Shakti Badhane ke liye faydemand ginseng in Hindi
एशियन जिनसेंग का पारंपरिक उपयोग स्मरण शक्ति बढ़ाने के आयुवेर्दिक उपचार में किया जाता है। वैज्ञानिक भी जिनसेंग के औषधीय गुणों के कारण इस जड़ी बूटी स्मृति बूस्टिंग क्षमता का अध्ययन कर रहे हैं। आप भी अपनी याद रखने की क्षमता को बढ़ाने के लिए जिनसेंग का उपयोग जिन्कगो बिलोबा के साथ कर सकते हैं।
हालांकि जिनसेंग का उपयोग लगातार लंबे समय तक नहीं किया जाना चाहिए। आप नियमित रूप से 2-3 सप्ताह तक जिनसेंग का सेवन करने के बाद 2-3 सप्ताह का ब्रेक ले और इसके बाद फिर से शुरु कर सकते हैं।
(और पढ़ें – जिनसेंग के फायदे और नुकसान)
स्मरण शक्ति बढ़ाने का तरीका दालचीनी और शहद – Smaran Shakti Badhane ka tarika dalchini aur shahad in Hindi
दालचीनी और शहद तंत्रिका तनाव से राहत दिलाने और स्मरण शक्ति को बढ़ाने में सहायक होता है। जिन लोगों की याददाश्त कमजोर होती है उन्हें रात में सोने से पहले दालचीनी पाउडर और शहद के मिश्रण का सेवन करना चाहिए। ऐसा करने से चयापचय में वृद्धि होती है साथ ही यह तनाव को कम करने में भी सहायक होता है। नियमित रूप से दालचीनी और शहद का सेवन करने से नींद को भी बढ़ावा मिलता है जो स्मृरण शक्ति को बढ़ाने में सहायक है। अपनी याददाश्त को तेज करने के लिए आप 1 चम्मच कच्चे शहद में 1 चुटकी दालचीनी पाउडर को मिलाएं और रात में सोने से पहले कुछ महिनों तक नियमित सेवन करें।
(और पढ़ें – दालचीनी के फायदे, गुण, लाभ और नुकसान)
स्मरण शक्ति तेज करने के उपाय नारियल तेल – Smaran Shakti tej karne ke upay nariyal tel in Hindi
नारियल का तेल मस्तिष्क की कोशिकाओं के लिए ईंधन के रूप में मदद करता है। जिससे स्मृति और संज्ञानात्मक कार्य में सुधार हो सकता है। यह डिमेंशिया कों रोकने और अल्जाइमर रोग से लड़ने में मदद करता है। इसके अलावा नारियल के तेल का सेवन करने से ऊर्जा में वृद्धि भी होती है साथ ही यह कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में भी सहायक होता है। अपनी स्मरण शक्ति को बढ़ाने के उपाय के रूप में आप अपने व्यंजनों को नारियल तेल से पका सकते हैं। या फिर नियमित रूप से दिन में 2 बार 1-1 चम्मच शुद्ध नारियल के तेल का सेवन कर सकते हैं।
(और पढ़ें – नारियल तेल के फायदे, उपयोग और नुकसान)
स्मरण शक्ति बढ़ाने के लिए क्या खाएं में खाएं फिश आयल – Smaran Shakti Badhane ke liye khaye fish Oil in Hindi
नियमित रूप से मछली का तेल या मछली के तेल से बने कैप्सूल का सेवन स्मरण शक्ति को बढ़ाने का अच्छा तरीका हो सकता है। मछली के तेल की खुराक स्मृति में सुधार और संज्ञानात्मक गिरावट को कम करने में सहायक होता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि मछली के तेल में ओमेगा-3 फैटी एसिड की अच्छी मात्रा होती है। मछली के तेल में पाया जाने वाला डोकोसाहेक्सैनोइक एसिड (Docosahexaenoic acid) अल्जाइमर रोग से जुड़ी मस्तिष्क की पट्टियों (brain plaques) के निर्माण को रोकने में सहायक होता है।
मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ाने और अच्छी स्मरण शक्ति के लिए प्रतिदिन कम से कम 600 मिनी ग्राम डीएचए युक्त मछली के तेल की खुराक लें। यह आपके मस्तिष्क संबंधी समस्याओं को दूर करने और याद रखने की क्षमता को बढ़ाने में सहायक होता है।
(और पढ़ें – मछली के तेल के फायदे और नुकसान)
स्मरण शक्ति बढ़ाने का नुस्खा है ब्राम्ही – Smaran Shakti Badhane ka nuska hai Brahmi in Hindi
ब्राम्ही एक औषधीय जड़ी बूटी है जो मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ाने में बहुत ही प्रभावी होती है। यह मस्तिष्क के लिए टॉनिक के रूप में काम करता है क्योंकि इसमें एंटीऑक्सीडेंट और न्यूरोप्रोटेक्टिव (neuroprotective) प्रभाव होते हैं। एक अध्ययन के अनुसार ब्राम्ही का नियमित उपयोग याददाश्त में सुधार और अवसाद जैसी समस्याओं से छुटकारा दिला सकता है। आप भी अपनी स्मरण शक्ति को बढ़ाने के लिए ब्राम्ही के पत्तों से निकाले गए रस 2 चम्मच मात्रा को दिन में 2-3 बार सेवन करें। विकल्प के रूप में आप ब्राम्ही के पत्तों से निकाले गए रस को 1 गिलास गर्म दूध में मिलाएं और इसमें 1 चुटकी लाइची मिलाएं। आप इस मिश्रण को दिन में 2 बार सेवन करें।
(और पढ़ें – ब्राह्मी के फायदे और नुकसान)
स्मरण शक्ति बढ़ाने के तरीके मैंगो जूस – Smaran Shakti Badhane ke tarike Mango juice in Hindi
यदि आप अपनी याद रखने की क्षमता को बढ़ाना चाहते हैं हर मौसम में मिलने वाले फलों का नियमित सेवन करें। इन्हीं फलों में आम भी शामिल है। आम में ऐसे पोषक तत्व और खनिज पदार्थ भरपूर मात्रा में होते हैं जो आपकी स्मरण शक्ति को बढ़ाने में सहायक होते हैं। आप आम का मिल्कशेक भी तैयार कर सकते हैं। अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए आप इसमें कुछ शहद मिलाएं और नियमित रूप से इसका सेवन करें। यह आपकी याददाश्त को बढ़ाने में सहायक होता है।
(और पढ़ें – आम रस के फायदे और बनाने की विधि)
याद रखने की क्षमता बढ़ाए मेथी – Yaad rakhne ki chamta Badhaye methi in Hindi
मेथी के पत्तों का इस्तेमाल स्मरण शक्ति को बढ़ाने के लिए किया जा सकता है। कच्ची मेथी के पत्तों को मूली के टुकड़ों के साथ मिलाएं। इस मिश्रण आप जीरा पाउडर भी मिला सकते हैं। इस मिश्रण का नियमित सेवन करना आपकी स्मरण शक्ति को तेज करने में सहायक होता है।
(और पढ़ें – मेथी के फायदे और नुकसान)
स्मरण शक्ति बढ़ाने के योग – Smarna Shakti Badhane ke yoga in Hindi
उचित खान-पान के साथ योग भी आपके मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में सहायक होते हैं। आप अपने दैनिक जीवन में नियमित योग को अपनाकर शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा दे सकते हैं। स्मरण शक्ति बढ़ाने के लिए योग के रूप में आप कई प्रकार के योगासनों का उपयोग कर सकते हैं जिनमें वकासन योग भी शामिल है। नियमित रूप से वकासन योग करने से मानसिक और शारीरिक शक्ति में वृद्धि होती है। यह योग आपके शरीर को लचीला बनाने और धैर्य रखने की क्षमता को बढ़ाता है। इसके अलावा इस योग को करने से आपके कंधे और कलाई आदि को मजबूत करने में भी मदद मिलती है। इसके अलावा वकासन योग संतुलन की भावना को पैदा करता है जिससे एकाग्रता और समन्वय में सुधार होता है।
(और पढ़ें – दिमाग तेज करने के लिए योग)
स्मरण शक्ति बढ़ाने के अन्य उपाय – Smarna Shakti Badhane ke naya upay in Hindi
सामान्य रूप से देखा जाए तो आप अपनी जीवन शैली में परिवर्तन कर अपने दिमाग को तेज बना सकते हैं। अच्छी जीवनशैली के अंतर्गत समय पर सोना और समय पर जागना, पौष्टिक आहार का सेवन करना। नशीले पदार्थों का उपभोग न करना आदि शामिल हैं। स्मरण शक्ति बढ़ाने के अन्य उपाय में शामिल हैं।
आंवला : स्मरण शक्ति बढ़ाने के घरेलू उपाय में आप आंवले का सेवन कर सकते हैं। इसके लिए आप ताजे आंवला, आंवले का जूस, आंवले का पाउडर या मुरब्बा आदि का नियमित सेवन कर मानसिक स्वास्थ्य और याद रखने की क्षमता को बढ़ा सकते हैं।
धनिया पाउडर : धनिया के पाउडर में ऐसे पोषक तत्व और खनिज पदार्थ होते हैं जो आपकी स्मरण शक्ति को बढ़ाने और दिमाग तेज करने में सहायक होते हैं। आप भी अपनी स्मृति को तेज करने के लिए धनिया के पाउडर को अपने दैनिक आहार में शामिल कर लाभ ले सकते हैं।
अखरोट : मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ाने में अखरोट अहम भूमिका निभाता है। क्योंकि अखरोट में भी ओमेगा-3 फैटी एसिड की अच्छी मात्रा होती है। जो आपके संज्ञानात्मक कार्य क्षमता को बढ़ाने में सहायक होता हैं। आप भी अपनी याददाश्त को बढ़ाने में अखरोट की मदद ले सकते हैं।
अदरक : अदरक भी एक औषधीय जड़ी बूटी है जो आपकी कमजोर याददाश्त को बढ़ाने में सहायक होती है। अदरक में मौजदू एंटीऑक्सीडेंट मस्तिष्क कोशिकाओं को फ्री रेडिकल्स के प्रभाव से बचाते हैं जिससे मस्तिष्क को नुकसान से बचाया जा सकता है। साथ ही नियमित उपभोग करने से अदरक याददाश्त क्षमता को बढ़ाने में सहायक होता है।
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