Smoking addiction In Hindi सिगरेट या सिगार पीने की आदत को धूम्रपान (स्मोकिंग) करना कहते हैं। यह एक गंभीर नशे की लत है और धूम्रपान करने से व्यक्ति कई गंभीर रोगों के भी चपेट में आ जाता है। तंबाकू या सिगरेट में निकोटिन (nicotine) नामक एक रसायन पाया जाता है जो सिगरेट पीने से शरीर में ब्लड स्ट्रीम द्वारा अवशोषित हो जाता है और एड्रेनेलिन और डोपामिन नामक हार्मोन के स्तर को बढ़ाता है। इससे व्यक्ति को आनंद महसूस होता है। इसलिए इसे मस्तिष्क को खुश रखने वाला केमिकल (brain’s happy chemical) भी कहा जाता है। धूम्रपान के कारण हर साल दुनियाभर में लाखों लोगों की गंभीर बीमारियों (fatal disease) के कारण मौत हो जाती है।
विषय सूची
1. धूम्रपान की लत लगने के कारण – Causes of smoking addiction in Hindi
- मानसिक शांति मिलने के कारण (Psychologically Dependent)
- मजा आने के कारण (Enjoy Smoking)
- लोगों के कहने से (Social Integration)
- आदत लगने के कारण(Addiction)
- वजन नियंत्रित रखने के लिए(Weight Control)
- तनाव दूर करने के लिए(Stress Removal)
2. धूम्रपान की लत लगने के लक्षण – Symptoms of smoking addiction in Hindi
3. धूम्रपान (स्मोकिंग) करने के नुकसान – Smoking Side effects in Hindi
4. सिगरेट पीना कैसे छोड़े – How to quit smoking in Hindi
5. धूम्रपान छोड़ने की दवा – Dhumrapan chhudane ki dawa in Hindi
धूम्रपान की लत लगने के कारण – Causes of smoking addiction in Hindi
स्मोकिंग करने की आदत कई कारणों से पड़ती है। आइये जानते हैं क्या हैं वे कारण।
- मानसिक शांति मिलने के कारण (Psychologically Dependent)
- मजा आने के कारण (Enjoy Smoking)
- लोगों के कहने से (Social Integration)
- आदत लगने के कारण(Addiction)
- वजन नियंत्रित रखने के लिए(Weight Control)
- तनाव दूर करने के लिए(Stress Removal)
मानसिक शांति मिलने के कारण (Psychologically Dependent)
ज्यादातर लोग स्मोकिंग करने के बाद अधिक एक्टिव हो जाते हैं और इसके साथ ही उनका मन भी शांत(calm) रहता है। यही कारण है कि जब कोई व्यक्ति अधिक तनाव या चिंता(anxiety) महसूस करता है तो तुरंत उसे धूम्रपान करने की जरूरत महसूस होती है। इससे दिमाग शांत रहता है।
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मजा आने के कारण (Enjoy Smoking)
धूम्रपान करने वाला हर व्यक्ति जानता है कि धूम्रपान करने से उसके शरीर पर क्या असर(effect) पड़ेगा। लेकिन जब भी कोई साथ में स्मोकिंग करने के लिए कहता है, दूसरा व्यक्ति तुरंत तैयार हो जाता है। इसका कारण यह है कि धूम्रपान करने से इंसान को मजा आता है और आनंद की अनुभूति होती है। यह आनंद प्राप्त करने के लिए वह दिनभर में जाने कितनी बार धूम्रपान (smoking) करता है।
लोगों के कहने से (Social Integration)
धूम्रपान एक सामाजिक आदत(social habit) है। जब हमारे आसपास कोई सिगरेट पी रहा होता है तो हमें भी वैसा ही करने का मन करता है, और इसी बीच किसी दोस्त, रिश्तेदार या पड़ोसी ने जबरदस्ती हाथों में सिगरेट पकड़ा दी तो ना चाहते हुए भी व्यक्ति बहुत आसानी से उसके साथ सिगरेट पीने लगता है। यही कारण है कि ज्यादातर लोग खुद को सोशल स्मोकर्स मानते हैं अर्थात् किसी के साथ सिगरेट पीने की आदत।
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आदत लगने के कारण(Addiction)
सिगरेट और तंबाकू में पाया जाने वाला निकोटिन नामक पदार्थ नशे की लत का मुख्य कारण होता है। निकोटिन एक ड्रग है जो मस्तिष्क शरीर के कई हिस्सों को प्रभावित करती है। एक बार स्मोकिंग शुरू करने के बाद व्यक्ति के शरीर और मस्तिष्क को इसकी आदत लग जाती है। रोजाना स्मोकिंग करने वाले लगभग 80 से 90 प्रतिशत लोग निकोटिन के आदी होते हैं।
निकोटिन 10 सेकेंड के अंदर मस्तिष्क (brain) में पहुंच जाता है और इसके बाद यह शरीर में भी प्रवेश कर जाता है। इसके कारण मस्तिष्क से एड्रेनेलिन स्रावित होता है जिसके कारण व्यक्ति को ऊर्जा और आनंद(pleasure) मिलता है। जैसे ही मस्तिष्क और शरीर में निकोटिन का असर कम होता है व्यत्कि को थकान और सुस्ती महसूस होने लगती है और वह दोबारा स्मोकिंग करता है। यही कारण है कि वह स्मोकिंग का आदी(habitual) हो जाता है।
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वजन नियंत्रित रखने के लिए(Weight Control)
ज्यादातर लोग अपना वजन घटाने के लिए धूम्रपान करते हैं। माना जाता है कि स्मोकिंग करने वाले व्यक्तियों का वजन स्मोकिंग न करने वाले व्यक्तियों की अपेक्षा वजन 3 किलो तक कम होता है। इसका कारण यह है कि सिगरेट व्यक्ति के भूख को कम करता है और बार-बार भोजन करने की इच्छा नहीं होती है। जिससे वजन नहीं बढ़ता है। इसके अलावा कुछ लोगों को सिगरेट की महक(smell) बहुत पसंद होती है। इसके कारण वे सिगरेट पीने के आदी हो जाते हैं।
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तनाव दूर करने के लिए(Stress Removal)
ज्यादातर लोग स्मोकिंग के आदी इसलिए होते हैं क्योंकि सिगरेट में पाये जाने वाला निकोटिन स्ट्रेस पैदा करने वाले हार्मोन को दबा देता है जिसके कारण सिगरेट पीने पर व्यक्ति को तनाव नहीं होता है। इसके अलावा व्यक्ति का शऱीर भी चिंता, डिप्रेशन औऱ स्ट्रेस से लड़ने के लिए अधिक एक्टिव हो जाता है।
धूम्रपान की लत लगने के लक्षण – Symptoms of smoking addiction in Hindi
अन्य खराब आदतों की अपेक्षा धूम्रपान करने की आदत को छिपाना बहुत मुश्किल(hard) होता है। इसका कारण यह है कि सिगरेट या तंबाकू वैध है और यह बहुत आसानी से उपलब्ध भी हो जाता है और व्यक्ति इसे सार्वजनिक स्थानों(public places) पर भी चबा या पी सकता है। कोई व्यक्ति धूम्रपान का आदी है या नहीं यह उस व्यक्ति के अंदर मौजूद लक्षणों को देखकर आसानी से मालूम किया जा सकता है।
धूम्रपान करने वाले व्यक्तियों के लक्षण निम्न हैं-
- वे अपने को धूम्रपान करने या तंबाकू चबाने से रोक नहीं पाते हैं और मौका मिलते ही कोई जगह देखकर धूम्रपान करना शुरू कर देते हैं।
- अगर वे अधिक देर तक स्मोकिंग न करें तो उन्हें चिड़चिड़ाहट होने लगती है और हृदय गति दर (heart rate) बढ़ने के साथ ही उन्हें पसीना भी होने लगता है।
- स्मोकिंग करने वाले व्यक्ति यदि किसी वजह से स्मोक नहीं कर पा रहे हों तो वह अधिक सुस्त और उदास (sad) रहते हैं और उनके शरीर की ऊर्जा भी कम हो जाती है।
- उन्हें बेचैनी(restless) और अजीब सा महसूस होता है और कुछ अच्छा नहीं लगता है।
- सिगरेट न पीने पर स्मोकर्स(smokers) को अधिक भूख लगती है औऱ उसके शरीर का वजन बढ़ जाता है।
- ऐसे व्यक्ति को आसानी से नींद आने में कठिनाई होती है।
- वे जब तनाव के दौरान स्मोकिंग कर लेते हैं तो अधिक राहत (cool) महसूस करते हैं।
- स्वास्थ्य समस्याएं होने के बाद भी लगातार स्मोकिंग करते रहते हैं।
- यदि किसी जगह पर धूम्रपान करना सख्त मना (prohibited) हो तो ऐसे व्यक्ति उस स्थान पर नहीं जाते हैं।
इन सभी लक्षणों से पहचाना जा सकता है कि कोई व्यक्ति स्मोकिंग करने का आदी है या नहीं।
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धूम्रपान (स्मोकिंग) करने के नुकसान – Smoking Side effects in Hindi
वास्तव में धूम्रपान से शरीर को होने वाले नुकसान के बारे में हर व्यक्ति को जानकारी है। हमें जगह-जगह लगे पोस्टर और रेडियो, टेलीविजन में अक्सर प्रसारित होने वाले सरकारी विज्ञापन यह आगाह(alert) करते रहते हैं कि धूम्रपान व्यक्ति के सेहत के लिए कितना खतरनाक है। लेकिन इसके बावजूद लोग अपनी सेहत की अनदेखी (ignore) करते हुए धूम्रपान करना जारी रखते हैं।
आइये जानते हैं कि धूम्रपान सेहत के लिए कितना हानिकारक है-
- धूम्रपान करने से सांस की तकलीफ हो जाती है जो एम्फीसिमा (emphysema) या हृदय रोगों का संकेत है।
- स्मोकिंग करने से व्यक्ति के सीने में सीने मे दर्द (heart pain) हो सकता है जिसके कारण हृदय में पर्याप्त खून का प्रवाह नहीं हो पाता है और व्यक्ति को दिल का दौरा (heart attack) पड़ सकता है।
- धूम्रपान करने से व्यक्ति को कोई खाद्यपदार्थ निगलने (swallowing) और चबाने में कठिनाई होती है और उसके मुंह में हमेशा अधिक लार भरा रहता है। यह मुंह के कैंसर का लक्षण हो सकता है।
- पेशाब में खून आना लेकिन दर्द न होना भी ब्लैडर कैंसर के लक्षण हैं। साथ ही गले, मुंह और फेफड़े का कैंसर (mouth and lung cancer) हो सकता है।
इसके अलावा गले से कफ और खून निकलना, अचानाक कमजोरी महसूस होना, बोलने में कठिनाई(problem) होना और चलते समय पैरों और सीने में दर्द होना, लगातार पेट में दर्द बना रहना, पेशाब में खून आना, अचानक वजन कम होना आदि धूम्रपान करने से पैदा होने वाली बीमारियों के लक्षण हैं।
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सिगरेट पीना कैसे छोड़े – How to quit smoking in Hindi
स्मोकिंग छोड़ने के कई उपाय, इलाज और तरीके मौजूद हैं। लेकिन इसके बावजूद स्मोकिंग छोड़ना(quitting smoking) बहुत आसान नहीं होता है। व्यक्ति को निकोटिन की ऐसी लत होती है कि ना चाहते हुए वह निकोटिन लेने के लिए तड़प जाता है। लेकिन स्मोकिंग छोड़ना असंभव(impossible) भी नहीं हैं। आइये जानते हैं कि स्मोकिंग छोड़ने का तरीका या धूम्रपान छोड़ने के उपाय क्या है।
- कोई व्यक्ति एक दिन में ही धूम्रपान करना नहीं छोड़ सकता है इसलिए ऐसी प्लानिंग बनाने की बजाय पंद्रह दिन या महीने के अंत की एक तारीख तय करें।
- धूम्रपान छोड़ने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि अगर आप दिनभर में दस सिगरेट पीते हैं तो इनकी संख्या कम कर दें अर्थात् एक दिन में तीन या चार सिगरेट से ही काम चलाएं और धीरे-धीरे इनकी संख्या कम करते जाएं।
- अगर ऑफिस में काम करते हैं या कहीं ऐसे जगह पर रहते हैं जहां काम से ब्रेक(break) लेकर लोग सिगरेट पीते हैं तो उस समय उन लोगों के आसपास से हट जाएं ।
- यदि कोई व्यक्ति सिगरेट पीने के लिए कहता है तो उसे साफ मना कर दें या कोई बहाना बना दें।
- मुंह में हमेशा टॉफी या च्युंगम(chewing gum) चबाते रहें, इससे सिगरेट की तरफ से ध्यान हटेगा।
- सिगरेट छोड़ने के शुरूआती दिनों में अपने दोस्तों से भी मदद मांगें और कहें कि उन्हें ना ही कोई सिगरेट ऑफर करे ना ही पीने के लिए जबरदस्ती करे।
- जब अच्छे मूड में रहें तो सिगरेट न पीएं। इस तरह से आप सिगरेट पीने की आदत छोड़ सकते हैं।
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धूम्रपान छोड़ने की दवा – Dhumrapan chhudane ki dawa in Hindi
ऊपर बताये गए उपायों के अलावा धूम्रपान छोड़ने के लिए कुछ चिकित्सकीय इलाज भी मौजूद हैं। धूम्रपान छोड़ने के लिए शुरूआती दिनों में मरीज को निकोटिन रिप्लेसमेंट थेरेपी(NRT) दी जाती है। जिसमें एक स्टिकर जैसे एक छोटे बंडल में निकोटिन रखकर उस पैच (patch) को व्यक्ति के बांह पर लगा दिया जाता है। यह पैच शरीर में कम मात्रा में निकोटिन पहुंचाता रहता है।
इसके बाद धीरे-धीरे इसकी मात्रा कम की जाती है और शरीर भी इसे आसानी से स्वीकार कर लेता है। इसके अलावा डॉक्टर निकोटिन की लत को कम करने के लिए वेरेनिक्लिन (varenicline) और बुप्रोपिऑन(bupropion) नामक दवाएं भी देते हैं।
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