एसटीडी को कभी-कभी यौन संचारित संक्रमण (एसटीआई) के रूप में भी संदर्भित किया जाता है। आज हम इस लेख में महिलाओं में एसटीडी के लक्षण क्या होते हैं और इन्हें कैसे पहचाना जा सकता है के बारे में बात करगें। महिलाओं में होने वाले ज्यादातर एसटीडी यानी यौन संचारित रोग के कोई खास लक्षण नहीं दिखते हैं इसलिए औरतों को सेक्सुअली ट्रांसमेटेड डिजीज (STDs symptoms in female in Hindi) होने पर वह इसे नार्मल परेशानी समझकर इग्नोर करती रहती हैं जो आंगे चलकर बड़ी परेशानी बन सकती है इसलिए हर महिला को पता होने चाहिए एसटीडी के ये आठ लक्षण।
पिछले कुछ समय में एसटीडी यानी सेक्सुअली ट्रांसमेटेड डिजीज के मामले बढ़े हैं। क्या आप जानते हैं कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं के लिए एसटीडी अधिक खतरनाक है। इसके पीछे यह तर्क दिया जाता है की एसटीडी महिलाओं में बांझपन का सबसे बड़ा कारण है।
कोई भी महिला एसटीडी से पीड़ित नहीं होना चाहती है लेकिन फिर भी ज्यादातर लड़कियों द्वारा इसकी अनदेखी की जाती है। यहां हम आपको महिलाओं में एसटीडी के आठ कॉमन लक्षणों के बारे में बताने जा रहे हैं, ताकि आप जान सकें कि आपको एसटीडी है या नहीं।
आमतौर पर, महिलाओं की योनि सफेद या पारदर्शी रंग का पदार्थ निकलता है और यह लगातार स्रावित होता है। लेकिन अगर अचानक योनि स्राव में परिवर्तन होता है, यानी तेज गंध के साथ पीले या हरे रंग का निर्वहन होता है तो आपको एसटीडी हो सकता है।
यदि आप पर्याप्त पानी नहीं पीती हैं, तो आपको पेशाब करते समय दर्द का अनुभव हो सकता है। लेकिन अगर आप अधिक पानी पीने के बावजूद भी पेशाब के दौरान जलन और दर्द महसूस करती हैं, तो आपको तुरंत अपनी जांच करानी चाहिए क्योंकि यह महिलाओं में एसटीटी संक्रमण का लक्षण हो सकता है।
यदि आपको हर समय अपने निजी भागों में अधिक खुजली होती है, तो आपको ट्राइकोमोनिएसिस जैसी एसटीडी की समस्या हो सकती है। इस वजह से यह जननांग खुजली का कारण बनता है। यदि आपको प्राइवेट पार्ट्स में अधिक खुजली हो रही है, तो आपको तुरंत अपनी जांच करानी चाहिए क्योंकि यह महिलाओं में एसटीटी का लक्षण हो सकता है।
यदि आपके प्राइवेट पार्ट के आसपास या आपके होंठों पर कोई घाव है जो दर्द नहीं कर रहा है, तो यह सिफलिस का लक्षण है। यदि आप अपने शरीर में इन लक्षणों को देखते हैं, तो आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए क्योंकि सिफिलिस बैक्टीरिया के तेजी से रक्त में फैलने का खतरा होता है।
अगर आपका शरीर हथेलियों, पैरों सहित पूरे शरीर पर लाल धब्बे या चकत्ते हैं, तो यह उपदंश (सिफलिस) का अगला चरण हो सकता है, जिसके कारण कॉर्डोवैस्कुलर और न्यूरोलॉजिकल समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए, यदि ऐसे लक्षण दिखाई देते हैं, तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं।
महिलाओं के लिए संबंध बनाना हमेशा सुखद नहीं होता है। खासकर तब जब आपको या आपके साथी को एसटीडी की समस्या हो। इसलिए अगर आपको संबंध बनाने के दौरान लगातार और हमेशा दर्द होता है, तो आपको एसटीडी संक्रमण हो सकता है।
आमतौर पर गर्भाशय या सरविक्स में संक्रमण के कारण दर्द होता है। लेकिन अचानक दर्द पैल्विक के नीचे शुरू होता है और यदि यह पीरियड में होने वाले दर्द से अलग है, तो आपको एसटीडी इंफेक्शन हो सकता है।
यदि पीरियड के बीच में आपके अंडरवियर में रक्त के धब्बे दिखाई देते हैं, तो आपको वास्तव में एसटीडी की समस्या हो सकती है।
सही समय पर महिलाओं में एसटीडी के लक्षण की पहचान कर उनकी जाँच कराकर इनका पता लगाया जा सकता है और सही तरीक व सुरक्षा का इस्तेमाल कर इससे बचा भी जा सकता है। आप एसटीडी की समस्या से बचाव के लिए एसटीडी बचने के तरीके अपना सकती हैं।
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