Suji Ke Fayde Aur Nuksan क्या आप सूजी खाने के फायदे जानते है। सूजी का आटा (Semolina Flour) सभी प्रकार के आटे के लिए एक स्वस्थ विकल्प के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। क्या आप सर्व-प्रयोजन के आटे के लिए एक स्वस्थ प्रतिस्थापन की तलाश कर रहे हैं? क्या आपने सूजी के आटे के बारे में सोचा है? सूजी का आटा सभी प्रकार के आटे का एक स्वस्थ विकल्प है, जिसका उपयोग आप वजन बढ़ाने और अन्य स्वास्थ्य संबंधित चिंताओं के बारे में चिंता किए बिना आपने खाने में शामिल कर सकते हैं। इस प्रकार का आटा आमतौर पर ब्रेड और पास्ता बनाने के लिए उपयोग किया जाता है, क्योंकि यह कम विस्तार योग्य और ठोस होता है
सूजी खाने के फायदे आपको कई प्रकार स्वास्थ्य समस्याओं से निजात दिला सकते हैं। इसके अलावा यह आपके व्यंजनों को नया रूप और नया स्वाद दिलाने में भी कारगर होता है। सूजी के फायदे वजन कम करने में, शुगर को कंट्रोल करने में, ऊर्जा दिलाने में और कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायक होते हैं। आज इस आर्टिकल में आप अद्भुद खाद्य पदार्थ सूजी के फायदे और नुकसान संबंधी जानकारी प्राप्त करेगें।
विषय सूची
1. सूजी का आटा – Suji Ka Aata in Hindi
2. सूजी कैसे बनाते हैं – Suji Kaise banate hai in Hindi
3. सूजी के पोषक तत्व – Semolina Flour Nutritional Value in Hindi
4. सूजी के फायदे – Suji Ke Fayde in Hindi
5. सूजी के गुलाब जामुन बनाने की विधि – Suji Ke Gulab Jamun banana ki vidhi in Hindi
6. सूजी खाने के नुकसान – Suji Khane Ke Nuksan in Hindi
इस प्रकार का आटा आमतौर पर ब्रेड और पास्ता बनाने के लिए उपयोग किया जाता है। क्योंकि यह कड़ा होता और अधिक फैलता भी नहीं है। सूजी का रंग गेंहू के आटे की अपेक्षा हल्का पीला होता है। सूजी स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होती है क्योंकि इसमें कोलेस्ट्रॉल, संतृप्त वसा या ट्रांस वसा की बहुत ही कम मात्रा होती है। सूजी के लाभ इसमें मौजूद प्रोटीन सामग्री के कारण भी होते हैं। यह ग्लाइसेमिक इंडेक्स में भी कम होता है जो मधुमेह रोगियों के साथ ही वजन कम करने वाले लोगों के लिए फायदेमंद होता है। आप अपने आहार में सूजी के आटे को नि:संकोच शामिल कर सकते हैं। आइए जाने सूजी के फायदे स्वास्थ्य के लिए और क्या हैं।
हम सभी अपने लिए स्वादिष्ट व्यंजनों के लिए सूजी का उपयोग करते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि सूजी कैसे बनाते हैं। सूजी बनाने के लिए दुरुम गेहूं (durum wheat) का उपयोग किया जाता है। सूजी बनाने से पहले गेंहू को अच्छी तरह से साफ किया जाता है। इसके बाद मशीनों की सहायता से गेंहू के ऊपरी पीले छिलके को निकाला जाता है। इसके बाद गेंहू के सफेद हिस्से को मशीनों की सहायता से दानेदार रूप में पीसा जाता है। गेंहू के इन दानों को ही हम सूजी के रूप में उपयोग करते हैं। हालांकि गेंहू की अपेक्षा सूजी कम पौष्टिक होती है। इसका कारण यह है कि सूजी बनाते समय गेंहू के छिलके को निकाल दिया जा सकता है। गेंहू के अधिकांश पोषक तत्व गेंहू के छिलके में होते हैं।
सूजी का सेवन हमारे स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है। क्योंकि सूजी में वे सभी पोषक तत्व अच्छी मात्रा में होते हैं जो हमारे लिए फायदेमंद होते हैं। सूजी आटा के पोषक तत्व में कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, वसा, प्रोटीन, विटामिन जैसे कि विटामिन A, थयमिन या विटामिन B1 (Thiamine), राइबोफ्लेविन B2 (Riboflavin), नियासिन B3 (Niacin), विटामिन B6, फोलेट B9, विटामिन B12 और विटामिन C आदि होते हैं। यदि खनिज पदार्थों की बात की जाए तो सूजी में कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटेशियम, सोडियम, जस्ता और अन्य घटक मौजूद रहते हैं।
सूजी के आटे के कई स्वास्थ्य लाभ हैं, जैसे; स्वस्थ मांसपेशियां, सूजी हृदय स्वास्थ्य में सुधार करती हैं, एनीमिया को रोकती हैं, खाने पर नियंत्रण करती हैं, जल्दी मल त्याग करती हैं, प्रतिरक्षा में सुधार करती हैं, ऊर्जा को बढ़ाती हैं और वजन घटाने में मदद करती हैं। आइये जानतें हैं सूजी खाने के फायदे क्या हैं।
मधुमेह रोगियों के लिए सूजी खाने के फायदे होते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि सूजी में ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत ही कम होता है। जिसके कारण सफेद आटे की अपेक्षा सूजी पेट और आंतों में धीमी गति से पचता है और अवशोषित होता है। जिसके कारण मधुमेह रोगियों में रक्त शर्करा के स्तर को अधिक प्रभावी ढंग से नियंत्रित करने में मदद मिलती है। सूजी का सेवन कर मधुमेह रोगीयों में रक्त शर्करा के स्तर को तेजी से कम या जादा होने से रोका जा सकता है। यदि आप भी मधुमेह रोगी हैं तो सूजी के फायदे प्राप्त कर सकते हैं।
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पौष्टिक गुणों से भरपूर सूजी के फायदे कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने में सहायक होते हैं। सूजी के लाभ में हृदय स्वास्थ्य भी शामिल है। ऐसा माना जाता है कि हृदय रोगियों के लिए सूजी एक बेहतर आहार है। सूजी का सेवन करने से हृदय रोगी को सेलेनियम (selenium) नामक रासायनिक घटक प्राप्त होता है जो संक्रमण आदि से हृदय की रक्षा करता है। साथ ही हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। सूजी का सेवन करने पर यह दिल के दौरे, दिल की विफलता आदि को रोक सकता है। इसके अलावा सूजी का का नियमित सेवन करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाया जा सकता है। सूजी के लाभ हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में सहायक होते हैं।
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जो लोग अपना वजन कम करना चाहते हैं उन्हें अपने आहार में सूजी को शामिल करना चाहिए। क्योंकि सूजी के फायदे वजन कम करने में सहायक होते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि अन्य खाद्य पदार्थों की अपेक्षा सूजी का सेवन करने पर यह धीमी गति से पचता है और धीरे-धीरे शरीर द्वारा अवशोषित किया जाता है। जिससे आपको लंबे समय तक पूर्णता का अनुभव होता है। जिससे आपको बार-बार भूख लगने की समस्या से छुटकारा मिल सकता है। यह उनके लोगों के लिए बहुत ही प्रभावी है जो अपना वजन कम करना चाहते हैं। सूजी का पर्याप्त मात्रा में सेवन करने पर यह आपकी भूख को दबाने का काम करता है। जिससे आप आसानी से अपने वजन को कम कर सकते हैं।
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जिन लोगों को खून की कमी या एनीमिया जैसी समस्याएं होती हैं उनके लिए सूजी फायदेमंद होती है। क्योंकि सूजी आयरन का एक अच्छा स्रोत है। आयरन की कमी होने से शरीर में रक्त उत्पादन की क्षमता कम हो सकती है। इसके अलावा आपके शरीर को मजबूत बनाने के लिए आयरन बहुत ही आवश्यक है। आप अपने आहार के रूप में सूजी को शामिल कर शरीर में आयरन की कमी को दूर कर सकते हैं। जिससे आपके शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में वृद्धि हो सकती है। साथ ही सूजी के फायदे आपके शरीर को ऊजा दिलाने में भी सहायक होते हैं। इस तरह से आप एनीमिया की रोकथाम के लिए सूजी का नियमित सेवन कर सकते हैं।
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)जो लोग पाचन संबंधी और विशेष रूप से कब्ज जैसी समस्या से जूझ रहे हैं उनके लिए सूजी खाने के फायदे होते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि सूजी में फाइबर की अच्छी मात्रा होती हे। फाइबर आपके पाचन तंत्र को सुचारू रूप से काम करने में मदद करता है। जिसके परिणामस्वरूप आपका भोजन को पचाने में आसानी होती है। साथ ही आपको मल त्याग करने में भी सुविधा होती है। जिससे कब्ज आदि पेट की समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है। यदि आप या आपके आस-पास कोई कब्ज रोगी है तो आप भी उसे सूजी के फायदे प्राप्त करने की सलाह दे सकते हैं।
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सूजी में मौजूद सेलेनियम आपके इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में सहायक होता है। सेलेनियम के अलावा सूजी में में विटामिन बी कॉमप्लेक्स, विटामिन ई और विटामिन सी आदि भी अच्छी मात्रा में होते हैं। विटामिन सी हमारे शरीर के लिए एंटीऑक्सीडेंट का काम करता है। ये एंटीऑक्सीडेंट हमारे शरीर को फ्री रेडिकल्स या हानिकारक घटकों के प्रभाव से बचाने में सहायक होते हैं। इस तरह से सूजी का नियमित उपभोग कर आप अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ा सकते हैं। जिससे आप बार-बार होने वाली सर्दी, खांसी या बुखार जैसी सामान्य समस्याओं से बच सकते हैं।
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सूजी को बहुत से लोग रवा के नाम से भी जानते हैं। रवा के फायदे एनर्जी दिलाने का सबसे अच्छा तरीका है। यह आपके शरीर को अतिरिक्त ऊर्जा दिलाने में और शरीर को सही तरीके से काम करने में मदद करता है। सूजी के आटे में कार्बोहाइड्रेट उच्च मात्रा में होता है जो हमें ऊर्जा दिलाता है। सूजी उन लोगों के लिए एक आदर्श भोजन है जिन्हें उच्च ऊर्जा स्तर की आवश्यकता होती है। लेकिन इसका उपभोग करते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि सूजी में कार्बोहाइड्रेट उच्च मात्रा में होता है जबकि इसमें वसा बहुत ही कम मात्रा में होता है। इसलिए सूजी के फायदे आपको ऊर्जा दिलाने के साथ ही वजन कम करने में भी सहायक होते हैं।
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अलग-अलग पोषक तत्वों के लिए अलग-अलग आहार ले पानी सभी के लिए संभव नहीं है। ऐसे लोग अपने आहार में सूजी को शामिल कर सकते हैं। क्योंकि सूजी का उपयोग आहार को संतुलित करने में सहायक होता है। सूजी के आटे में कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व अच्छी मात्रा में होते हैं। जिनमे फाइबर, विटामिन बी कॉम्प्लेक्स और विटामिन ई आदि भी शामिल हैं। सूजी में वसा और ट्रांस फैटी एसिड की मात्रा ना के बराबर होती है। साथ ही इसमें किसी प्रकार का कॉलेस्ट्रॉल और सोडियम भी नहीं होता है। इसलिए यदि आप संतुलित आहार नहीं ले पा रहे हैं तो विकल्प के रूप में सूजी का सेवन किया जा सकता है। यही कारण है कि अधिकांश डॉक्टर संतुलित आहार के साथ ही सूजी का सेवन करने करने की सलाह देते हैं।
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सूजी गेहूं से बना है जिसका अर्थ है कि यह पेट को लंबे समय तक भरा हुआ रखता है और आपको अधिक खाने से रोकता है। दूसरे शब्दों में, यह समय की एक छोटी अवधि में वजन कम करने और शरीर के वजन को बनाए रखने में मदद करता है। सूजी बहुत धीरे-धीरे पचती है जिससे आपके अधिक वसा जलने की संभावना बढ़ जाती है।
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ऊपर बताए अनुसार आप जानते हैं कि सूजी के फायदे इसमें वसा और कोलेस्ट्रॉल की कमी के कारण होते हैं। इसलिए यदि आप अपने शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को नियंत्रित करना चाहते हैं तो सूजी को अपने आहार में शामिल करें। क्योंकि सूजी में ट्रांस फैटी एसिड और संतृप्त वसा भी नहीं होता है। जिसके कारण सूजी कोलेस्ट्रॉल को कम करने में प्रभावी होती है। सूजी के इन लाभों को देखते हुए आप गेहूं के सफेद आटे की जगह पर सूजी के आटे का उपयोग कर सकते हैं। क्योंकि सूजी में मौजूद पोषक तत्वों की उपलब्धता के आधार पर यह हमारे लिए एक महत्वपूर्ण खाद्य पदार्थ होता है। जिसका उपयोग कर आप विभिन्न प्रकार की बीमारियों से बच सकते हैं।
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सूजी का उपयोग कर आप कई प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजन बना सकते हैं। आज हम आपको यहां सूजी के गुलाब जामुन बनाने की विधि बता रहे हैं। आइए जाने आप अपने घर पर ही सूजी के गुलाब जामुन कैसे बना सकते हैं।
सूजी के गुलाब जामुन बनाने के लिए आपको कुछ सामग्री चाहिए जो इस प्रकार है :
1 कटोरी सूजी आटा, 2 कटोरी शक्कर, 2 कटोरी ताजा दूध, 1 बड़ा चम्मच देसी घी, 1-2 इलायची, पानी आवश्यकतानुसार और गुलाब जामुन फ्राई करने के लिए तेल या घी।
गुलाब जामुन बनाने के लिए आप एक जिस कटोरी में सूजी ले रहे हैं उसी आकार की कटोरी में चीनी और दूध भी लें। सबसे पहले एक बड़े कटोरे में दूध और 3 चम्मच चीनी डालें इसके बाद शेष बची शक्कर को किसी अन्य बर्तन में रख कर चाशनी बना लें। ध्यान रखें की चाशनी ज्यादा गाढ़ी न हो। इस चासनी में इलायची को पीस कर डाल दें और कुछ देर पकने दें।
एक कढ़ाई में सूजी को धीमी आंच में 3 से 5 मिनिट तक भून लें फिर इसमें चीनी वाला दूध डालकर अच्छी तरह से मिलाएं। इस मिश्रण को धीमी आंच में तब तक पकाएं जब तक कि सूजी दूध को पूरी तरह से सोख न ले। जब सूजी कुछ सख्त हो जाए तो आंच को पूरी तरह से बंद कर दें।
अब इस मिश्रण को प्लेट में लिकालें और इसे नरम व चिकना बनाने के लिए घी मिलाएं। जब यह आटे की तरह नरम हो जाए तो छोटे-छोटे गुलाब जामुन बना लें। अगर आप चाहें तो इनमें ड्राई फ्रूट भी मिला सकते हैं।
इन्हें घी या तेल में फ्राई करें जब तक कि ये ब्राउन कलर नहीं देते हैं। आमतौर पर सूजी के गुलाब जामुन फटते नहीं हैं फिर आपको सावधानी से इन्हें सेंकना चाहिए। जब ये अच्छी तरह से पक जाएं तब इन्हें निकाल कर आप चाशनी में डालें। कुछ देर के बाद आपके गुलाब जामुन चाशनी में नरम हो जाते हैं। चाश्नी में इन्हें डालने के कुछ घंटे बाद आप गुलाबजामुनों का आनंद ले सकते हैं।
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स्वास्थ्य के लिए सूजी बहुत ही फायदेमंद होती है। लेकिन कुछ लोगों के लिए सूजी खाने के नुकसान भी हो सकते हैं। क्योंकि कुछ लोगों शारीरिक प्रकृति सूजी के प्रति संवेदनशील हो सकती है। आइए जाने सूजी खाने के नुकसान जो संभावित होते हैं।
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