अमेरिका के रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र के अनुसार 1.2 मिलियन से अधिक लोग वर्तमान में एचआईवी से संक्रमित हैं और 8 में से 1 व्यक्ति अपने इस संक्रमण से अनजान रहते हैं। एचआईवी-एड्स आज के समय में एक गंभीर समस्या है। इसलिए आज हम आपको HIV एड्स के शुरुआती लक्षण के बारे में बताने वाले हैं, ताकि आप इस अनजान खतरे से बच सकें और इनके लक्षण को पहचान कर उचित जांच कराकर, अपने आप को संतुष्ट कर सकें। HIV से संक्रमित हो जाने पर इसके कुछ प्रारंभिक लक्षण भी नजर आने लगते हैं। अगर आपको HIV के संकेत और लक्षण के बारे में जानकारी है तो आप इसका निदान आसानी से कर सकेंगे। अक्सर ऐसा देखा जाता है कि हम एचआईवी टेस्ट को लेकर काफी शरमाते हैं। हालांकि आज के समय में एचआईवी की जाँच करने के और भी कई तरीके उपलब्ध हैं।
HIV एड्स, ह्यूमन इम्यून डिफिशिएंसी वायरस (human immunodeficiency virus) का संक्षिप्त रूप है। यह वायरस प्रतिरक्षा प्रणाली की सीडी 4 कोशिकाओं (CD4 cells) को नष्ट कर देता है, जिंहें टी सेल्स (T cells) भी कहते हैं। यह कोशिकाएं सफेद रक्त कोशिकाओं (White Blood Cells) का एक प्रकार हैं।
यदि समय पर उपचार नहीं किया जाता है तो एचआईवी-एड्स धीरे-धीरे प्रगति करता रहता है, जो आगे चलकर हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को विफल कर देती है। जिससे मरीज में गंभीर समस्याएं जैसे- गंभीर कमजोरी, कोई घातक संक्रमण और कैंसर इत्यादि उत्पन्न हो जाती है।
एचआईवी एक वायरल संक्रमण है जो एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे स्वस्थ व्यक्ति में निम्न तरह से फैलता सकता है:
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वह सबसे आसान तरीके, जिसके माध्यम से HIV एड्स वायरस आपके शरीर में प्रवेश कर सकता है, आइये उनके बारे में जानते हैं:
एचआईवी संक्रमित व्यक्ति के साथ संभोग करने से वायरस शरीर में प्रवेश कर जाता है, जिसमें गुदा संभोग और योनि संभोग दोनों शामिल है। किंतु आपको बता दें कि सबसे ज्यादा HIV एड्स होने के खतरों में गुदा संभोग का स्थान पहला है, और एचआईवी एड्स संक्रमण के लिए योनि संभोग दूसरे सबसे अधिक जोखिम वाले यौन व्यवहार में आता है।
कई साथियों के साथ असुरक्षित संभोग करने से यह अन्य यौन संचारित संक्रमण को जन्म दे सकता है। इस यौन व्यवहार के कारण आप संभोग के माध्यम से एचआईवी वायरस को संक्रमित करने के लिए अधिक संवेदनशील बन सकते हैं। कई साथियों के साथ असुरक्षित यौनसंबंध आपको STD जैसे रोगों का शिकार बना सकता है।
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आपको बता दें कि एक बार एचआईवी से संक्रमित हो जाने पर इससे छुटकारा पाना संभव नहीं है। बचाव ही इसका सबसे अच्छा इलाज माना जाता है। हालांकि HIV एड्स के लक्षणों की जल्द पहचान कर उचित चिकित्सा उपचार प्राप्त कर और एक स्वस्थ जीवन शैली अपनाकर एक HIV एड्स पॉजिटिव व्यक्ति के लिए भी एक लंबा और आसान जीवन जीना संभव है।
व्यक्तियों के मन में ऐसी अनेक भ्रांतियां है, जिसके कारण उनका मानना है कि एचआईवी मच्छर के काटने से, छींकने-खांसने से या हवा के माध्यम से फैलता है लेकिन यह सत्य नहीं है। वे सभी स्थितियां जिनके माध्यम से एचआईवी (HIV) किसी अन्य व्यक्तियों में नहीं फैलता है, निम्न हैं:
याद रखें ये सभी स्थितियां एचआईवी संक्रमण नहीं फैलाती हैं।
HIV (एचआईवी) के लिए एक आम तरह के परीक्षण के तहत एक ख़ास एंटीबॉडी या बीमारी से संघर्ष करने वाली प्रोटीन का पता लगाया जाता है। एचआईवी की मौजूदगी की वजह से शरीर में एंटीबॉडी बनती हैं, मगर यह प्रक्रिया संक्रमण के 6 से 12 हफ़्ते बाद ही शुरू होती है। यह एंटीबॉडी वायरस का सामना करने में बहुत ज्यादा सक्षम नहीं होते, मगर इस बात के विश्वसनीय सूचक होते हैं कि आपके शरीर में वायरस मौजूद है। जैसे ही कोई व्यक्ति संक्रमित होता है वह दूसरों को भी संक्रमित करने योग्य हो जाता है, मगर कुछ हफ़्तों तक HIV परीक्षण से इसका पता नहीं चलता।
एचआईवी संक्रमित होने के लक्षण संक्रमित होने के तुरंत बाद नहीं दिखते है। इन लक्षणों के प्रगट होने में कम से कम 2 से 6 सप्ताह या फिर इससे भी अधिक समय लग सकता है, जो कि कई सालों का भी हो सकता है। यहां हम आपको HIV एड्स के शुरुआती 10 लक्षण बताने जा रहे हैं, जो आपको पता होने चाहिए, ताकि आप इस अनजाने खतरे से सतर्क हो सकें।
एक HIV एड्स संक्रमित व्यक्ति में सबसे सामान्य प्राथमिक लक्षण बुखार माना जाता है। प्रारंभिक HIV एड्स के दौरान बुखार एक बार आने के बाद दो से 4 सप्ताह के लिए आवर्ती हो सकता है। मतलब बुखार बार बार आ सकता है, साथ ही साथ वह रेगुलर बना रह सकता है। संकेत के रूप में रात में पसीना आना अक्सर इस प्रकार के संक्रमण से संबंधित बुखार की पहचान की जा सकती है।
2005 के एक अध्ययन में प्राथमिक HIV एड्स संक्रमण के 62 रोगियों में से 77 प्रतिशत रोगी के बुखार से प्रभावित होने की सूचना दी गई थी। इसलिए इस स्थिति को प्राथमिक लक्षण के रुप में स्थापित किया गया। क्योंकि बुखार आना एक प्रकार के वायरल संक्रमण के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली की प्रतिक्रिया को दर्शाता है। इसलिए HIV एड्स के शुरुआती लक्षणों को पहचानने में बुखार एक अच्छा संकेत होता है और यह प्रदर्शित करता है, कि आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली अभी तक कमजोर नहीं हुई है।
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अगर आप सोने में अपने आप को असमर्थ पाते हैं, तो यह HIV से संक्रमित होने का संकेत हो सकता है। क्योंकि आप जैसे ही रात में सोते हैं तो आप अपने शरीर से निकलने वाले अधिक पसीने को रोक नहीं पाते और जिससे आपकी नींद बाधित होती है। इस प्रकार के लक्षण HIV एड्स के संक्रमण के प्राथमिक लक्षणों में से एक माने जाते हैं और यह चिंता का कारण हो सकता है।
एचआईवी ग्रस्त व्यक्ति को रात में लगातार पसीना आता रहता है। व्यक्ति अपने पसीने से राहत पाने के लिए अपने सारे कपड़े उतार देता है, किंतु इन सब के बाद भी अत्यधिक पसीने के कारण सोना असंभव होता है। प्रारंभिक HIV एड्स के निदान के एक विषय में नैदानिक संक्रामक रोगों में प्रकाशित 2015 के एक अध्ययन के अनुसार, जो व्यक्ति कई सहभागियों के साथ असुरक्षित संभोग में लगे हुए थे, उनमें सामान्य रूप से किए गए परीक्षण में रात में पसीना आना शामिल था।
रात में पसीना आना आम तौर पर HIV एड्स से ग्रस्त रोगियों में बुखार के साथ भी आता है।
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एक पीड़ादायक गला, HIV एड्स का शुरूआती सामान्य लक्षण हो सकता है। HIV पॉजिटिव रोगियों में बुखार के साथ गले में खराश होने की संभावना बहुत अधिक होती है। कई रोगियों में इसे एक संकेत के रूप में देखा जाता है। इसमें बुखार की शुरुआत से पहले गले में खराश आ जाती है।
क्लीनिक संक्रमित रोगों में प्रकाशित एक 2002 के अध्ययन के अनुसार 74 संक्रमित वेश्याओं में प्राथमिक HIV एड्स संक्रमण के गंभीर लक्षण में से गले में खराश होने की पहचान की गई थी। गले में खराश होने पर आप भोजन और पानी के साथ साथ अपने लार को निगलने में दर्द का अनुभव कर सकते हैं। इस प्रकार की गले में खराश एक हफ्ते से 2 सप्ताह तक हो सकती है और कई बार मुंह के अल्सर के साथ भी यह समस्या उत्पन्न होती है।
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शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली, कोशिकाओं के द्वारा पूरे शरीर में फैली रहती है। उनके वितरण के लिए प्रारंभिक स्थानों में से एक लिंफ नोड (लसीका ग्रंथि) होती है। लिंफ नोड्स गले में नीचे की ओर पाए जाते हैं। चूँकि HIV एड्स वायरस का मुख्य कार्य प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर बनाना होता है। इसलिए यह वायरस शरीर की प्रतिरक्षा बढ़ाने वाली प्रमुख कोशिकाओं की पहचान कर उन पर हमला करते हैं जिसमें लिंफ नोड शामिल होता है।
लिंफ नोड्स की सूजन आपके शरीर को यह संकेत देती है कि आप की प्रतिरक्षा प्रणाली HIV एड्स संक्रमण के कारण होने वाले नुकसान को कम करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है जिसकी वजह से उस में सूजन आ जाती है। लसीका ग्रंथि मैं अत्यधिक दर्द और स्पर्श करने पर सूजन के साथ दर्द दिखाई दे सकते हैं और यह सूजन धीरे-धीरे गायब भी हो सकती है। यदि सूजन 2 से 4 सप्ताह से अधिक बनी रहती है तो यह चिंता का कारण होता है।
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एक्टा डर्माटोवेनरोल क्रोएशिया में प्रकाशित 2008 के एक अध्ययन के अनुसार चेहरे और सीने पर पर जिल्द की सूजन (Dermatitis) HIV एड्स के शुरुआती लक्षणों में से एक होती है। प्रारंभिक एचआईवी संक्रमण के 30 से 83 प्रतिशत मरीजों में सेबोरहाइक डर्माटाइटिस की समस्या पाई जाती है।
वसामय ग्रंथियां (Sebaceous glands) मुख्यतः चेहरे से छाती, ऊपरी पीठ और जननांग क्षेत्र में स्थित होती है। HIV एड्स के शुरूआती लक्षण इन क्षेत्रों के आस-पास लालिमा, सूजन, खुजली और परतदार त्वचा की उपस्थिति को दर्शाते हैं, जो कि 2 से 3 सप्ताह या उससे अधिक समय तक बनी रह सकती है।
2005 में प्रकाशित एक अध्ययन में प्राथमिक HIV एड्स केस स्टडी को कई मेडिकल सर्विसेस के लिए चुना गया था। रोगियों के लिए औसत आयु सीमा 17 से 54 वर्ष थी और सभी रोगियों में एचआईवी संक्रमण के प्राथमिक लक्षणों को पाया गया। इनमें से रोगियों के शरीर पर दाने दार चकत्ते आना दूसरा सबसे अधिक सामान्य रूप से प्राथमिक लक्षण के रूप में देखा गया।
हालांकि मांसपेशियों में दर्द की स्थिति किसी बीमारी के कारण भी उत्पन्न हो सकती है, फिर भी यह स्थिति HIV एड्स संक्रमण के प्राथमिक लक्षण को पहचानने के लिए उपयोगी है।
मुस्कुलोस्केलेटल विकार (Musculoskeletal disorders) जो की मांसपेशियों और हड्डियों को प्रभावित करते हैं, अक्सर HIV एड्स के शुरूआती लक्षण होते हैं। द अमेरिका जनरल ऑफ ऑर्थोपेडिक सर्जन में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द की समस्या दो या दो से अधिक जोड़ों के में गंभीर दर्द के रूप में प्रकट हो सकती है। यह दर्द 2 से 24 घंटे के बीच बना रहता है।
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HIV एड्स संक्रमण से ग्रस्त होने पर थकान को ऊर्जा की कमी और थकावट के रूप में देखा जा सकता है जो कि पर्याप्त नींद लेने के बाद भी दूर नहीं होती है। इस प्रकार की थकान आप को निरंतर बनी रहती है, आप कोई शारीरिक परिश्रम भी नहीं करते फिर भी आपका शरीर थका हुआ महसूस करता है।
जर्नल ऑफ क्लीनिकल नरसिंग में प्रकाशित 2006 के एक अध्ययन में बताता है कि थकान HIV एड्स का एक व्यापक रूप से छिपा हुआ लक्षण होता है और रोगी के परिवार वाले और मित्र इस प्रकार की थकान से HIV एड्स के लक्षणों को पहचान करने में विफल होते हैं। संक्रमित मरीज को काम करने में घबराहट के साथ साथ चलने में परेशानी और अन्य गतिविधियों में भाग लेने की क्षमता में काफी कमी आ जाती है।
एड्स केयर एसोसिएशन में प्रकाशित 2008 के एक अध्ययन के अनुसार HIV वायरस मानसिक क्षमता, ध्यान और एकाग्रता को भी प्रभावित करता है। इस प्रकार की थकान अवसाद और चिंता को पैदा कर सकती है।
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एचआईवी रोगियों द्वारा अनुभव किए जाने वाले दर्द का सबसे आम प्रकार के रूप में सिरदर्द को जाना जाता है। इस प्रकार का सिर दर्द रोगी के जीवन को गंभीर रुप से प्रभावित करता है और रोगी के दिन प्रतिदिन की गतिविधियों को बाधित करता है। HIV के प्राथमिक लक्षणों में तनाव के कारण सिर दर्द और एक तरफ सिरदर्द की समस्या कई हफ्तों बनी रहती है और किसी भी अंतर्निहित बीमारी से संबंधित नहीं होती है।
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माध्यमिक सिरदर्द अन्य बीमारियों से जुड़े हैं, जो HIV एड्स के बाद के चरणों में विकसित होती हैं। जब रोगी की प्रतिरक्षा प्रणाली ओर कमजोर हो जाती है, और अन्य संक्रमण को बढ़ने की अनुमति मिलती है 2000 में प्रकाशित एक अध्ययन के मुताबिक 131 रोगियों में HIV एड्स के साथ-साथ 50 प्रतिशत में तनाव से जुड़े सिरदर्द और अन्य प्रकार के सिर दर्द की पुष्टि हुई है।
STD और एड्स के इंटरनेशनल जर्नल में प्रकाशित 2008 के अध्ययन के मुताबिक मतली और उल्टी HIV एड्स के सबसे आम लक्षण हैं। चूंकि एचआईवी संक्रमण प्रतिरक्षा प्रणाली को नुकसान पहुंचाता है। इसलिए शरीर प्रारंभिक चरणों में बैक्टीरिया, कवक और वायरल संक्रमण का शिकार बन सकता है। यह पता लगाने के लिए मतली आपके शरीर का सबसे आसान तरीका होता है कि आपका शरीर संक्रमणों के द्वारा प्रभावित हो रहा है। इसके अलावा यदि आप नियमित रूप से मितली महसूस कर रहे हैं तो यह एचआईवी का संकेत हो सकता है।
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मतली और उल्टी की तरह अतिसार के रूप में भी बैक्टीरिया कवक और वायरल संक्रमण के कारण जठरांत्र संबंधी मार्ग में एक विकार उत्पन्न हो जाता है। प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होने के कारण दस्त होना HIV एड्स संक्रमण का प्रारंभिक लक्षण हो सकता है। प्रारंभिक HIV एड्स के एक सामान्य लक्षण में दस्त गंभीर रूप से रोगी के जीवन की गुणवत्ता को नुकसान पहुंचाता है और अपने नियमित गतिविधियों के साथ हस्तक्षेप करता है।
ऊपर लेख में आपने जाना की HIV एड्स के शुरुआती लक्षण क्या होते है। लेकिन आपको इस बात का ध्यान रखना भी बहुत जरुरी है कि ये सारे लक्षण जो आपको बताये गए है वह किसी और बीमारी के कारण भी हो सकते है। इसलिए आपको इनसे घबराने की जरुरत नहीं है अगर आपको इन लक्षणों में से कोई भी अनुभव होते है तो आप डॉक्टर से सलाह ले सकते है और अपने लक्षणों के कारण का पता लगा सकते हैं।
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आज के समय में एचआईवी को रोकने के लिए बहुत से एड्स से उपाय उपलब्ध हैं। परहेज के अलावा, कम लोगों के साथ यौन सम्बन्ध बनाना, सुइयों को कभी भी साझा नहीं करना और हर बार जब आप यौन संबंध बनाते हैं, तो कंडोम का सही तरीके से उपयोग करना।
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