एसटीडी सेक्स संबंधी रोग है जिसके कई सारे कारण हो सकते हैं जो महिला और पुरुष दोनों के शरीर को नुकसान पहुंचाने में कोई भी कसर नहीं छोड़ते हैं | एसटीडी पुरुष और महिला दोनों में हो सकता है दोनों में एसटीडी के लक्षण अलग-अलग होते है और उन लक्षणों को जानना सभी को जरूरी है ताकि एसटीडी से पीड़ित लोग इसका अच्छी तरह से इलाज कर सके | आज हम आपको एसटीडी के कुछ ऐसे लक्षण के बारे में बताने जा रहे है जिनको जानना आपके लिए बहुत जरूरी है |
महिलाओं में एसटीडी के लक्षण: Std symptoms in women in hindi
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vaginal डिस्चार्ज
एसटीडी के दौरान महिलाओं के योनि से कभी-कभी पतला, दूध जैसा सफ़ेद, पीला, और हरा पदार्थ निकलता है | योनि से स्राव, या पुरूषों के लिंग से स्राव हो सकता है।
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योनि में खुजली
एसटीडी के समय महिलाओं के योनि में बहुत ज्यादा या ये भी कहा जा सकता है की दिनभर खुलजी होती है|
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योनि में छाले पड़ जाना
एसटीडी से पीड़ित महिलाओं के योनि में छाले भी पड़ सकते हैं जो एसटीडी की पहचान कराते हैं |
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योनि में चकत्ते पड़ जाना
एसटीडी से पीड़ित महिलाओं के योनि में बड़े-बड़े चकत्ते पड़ जाते हैं और वे साफ़ दिखाई देते हैं |
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पेसाब में जलन
एसटीडी वाले महिलाओं को पेसाब के समय जलन महशूस होता है |
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पेसाब के समय दर्द
जिन महिलाओं को एसटीडी है वो पेसाब के समय दर्द महशूस कर सकती हैं |
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सम्भोग के समय दर्द
एसटीडी से पीड़ित महिलाओं को सम्भोग के दौरान जरूरत से ज्यादा दर्द होता है जो एसटीडी होने का संकेत करता है |
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योनि में बिना दर्द वाले छाले
जिन महिलाओं को एसटीडी होता है उनके योनि में छाले हो सकते हैं जो दर्द नहीं देते | जननेन्द्रिय के आसपास पीड़ाविहीन लाल जख्म या मुलायम त्वचा के रंग वाले मस्से हो जाना यौन संचारित रोगों के लक्षण होते हैं। इसके अलावा जननांगों या गुदा के आस-पास फोड़े, घाव, दाने या छाले भी इसके लक्षण होते हैं।
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रक्त स्राव या योनि से तेज बदबू
महिलाओं को यदि मासिक धर्म के बीच में या सेक्स करने के बाद खून आए तो यह किसी यौन रोग के कारण हो सकता है। इसके साथ ही योनि से तेज बदबू भा आ सकती है।
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कोई भी लक्षण नहीं
कभी-कभी महिलाओं में एसटीडी होते हुए भी कोई लक्षण नजर नहीं आता है | इसलिए महिलाओं को समय-समय पर चेक-अप कराते रहना चाहिए |
और पढ़े: एसटीडी रोग लक्षण,प्रकार और बचाव के तरीके, जानकर आप भी हो जाये सावधान!
पुरुषों में एसटीडी के लक्षण: Symptoms of STD in men in hindi
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पेसाब के समय दर्द
अकसर जो लोग एसटीडी से पीड़ित हैं उनके लिंग में पेसाब के दौरान दर्द होता है |
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penile डिस्चार्ज
एसटीडी से पीड़ित पुरुषों को penile डिस्चार्ज की समस्या हो जाती है | इस समस्या में ना चाहते हुए भी पुरुष का वीर्य किसी भे वक्त उसके लिंग से बाहर निकल जाता है | इस समस्या में वीर्य के अलावा लिंग के माध्यम से सफ़ेद, हरा, और पीला रंग का चिपचिपा लिक्विड रिलीज़ होता है |
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फूले हुए अंडकोष
इस समस्या से पीड़ित पुरुषों के अंडकोष बहुत अधिक फूल जाते हैं जो छू जाने पर काफी दर्द होते है |
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भूंख में कमी
अगर आप एक पुरुष हैं और एसटीडी से पीड़ित हैं तो आपको जरूरत से कम भूंख लगेगी जो आपके लिए अच्छी नहीं होगी |
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उलटी
अगर आप एसटीडी से ग्रसित हैं तो आपको बिना बात के उलटी की समस्या हो जाएगी |
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मसल्स, और जोड़ो के दर्द
जिस आदमी को एसटीडी की समस्या रहती है उसके जोड़ो और मसल्स में दर्द होता है |
किसे होती है STDs होने की अधिक संभावना Who is more likely to have STDs in hindi
किशोरों और युवा वयस्कों (15 से 24 वर्ष) को यौन संचारित रोग (एसटीडी) होने का अधिक जोखिम होता है। इसके अलावा वे लोग जो सैक्स के समय सावधानी नहीं रखते या अपने जननांगों को साफ नहीं करते, उन्हें भी यह रोग होने की आशंका अधिक होती है।
यौन रोग एसटीडी के लक्षण होने पर क्या करें What to do if you have STD in hindi
यदि आपको यौन रोग के कोई लक्षण नजर आते हैं, या आपको लगता है कि कोई यौनसंचारित रोग हो सकता है (क्योंकि आपने असुरक्षित सेक्स किया है), तो एसटीडी क्लीनिक जाएं और डाक्टर से मिलें। यदि समय पर इलाज शुरू कर दिया जाए, तो अधिकांश यौनसंचारित रोगों को ठीक किया जा सकता है। इलाज न होने पर इनके गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
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