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थाइरोइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन टेस्ट, प्रक्रिया, रिजल्ट और कीमत – TSH (Thyroid-stimulating hormone) Test Procedure, Results and Price in Hindi

थाइरोइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन टेस्ट, प्रक्रिया, रिजल्ट और कीमत - TSH (Thyroid-stimulating hormone) Test Procedure, Results and Price in Hindi

TSH Test In Hindi: थायरॉयड-स्टिमुलेटिंग हार्मोन परीक्षण, थायराइड फ़ंक्शन टेस्ट का एक प्रकार है, जो यह निर्धारित करने में मदद करता है, कि थायरॉयड ग्रंथि सही तरीके से काम कर रही है या नहीं। थायराइड-उत्तेजक हार्मोन (TSH) का सामान्य स्तर आमतौर पर 0.4 से 4.0 मिली यूनिट प्रति लीटर (mU/L) के बीच पाया जाता है। जब TSH और थायराइड हार्मोन के स्तर संतुलन की स्थिति से बाहर हो जाते हैं, तो इसके परिणामस्वरूप मांसपेशियों, श्वास, शरीर के तापमान से संबंधित अनेक समस्याएँ उत्पन्न हो सकती है और मनुष्य के जीवन को खतरे में डाल सकती हैं। अतः हाइपोथायरायडिज्म या एक अंडरएक्टिव थायरॉयड तथा हाइपरथायरायडिज्म या एक ओवरएक्टिव थायराइड जैसी समस्याओं की जांच करने के लिए थायरॉयड स्टिमुलेटिंग हार्मोन टेस्ट आवश्यक होता है।

आज के इस लेख में आप जानेंगे कि थायरॉयड स्टिमुलेटिंग हार्मोन टेस्ट क्या है, TSH टेस्ट की प्रक्रिया, तैयारी, रिजल्ट, TSH टेस्ट की कीमत इत्यादि के बारे में।

विषय सूची

1. थाइरोइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन टेस्ट क्या है – What is TSH test in Hindi
2. थाइरोइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन टेस्ट क्यों आवश्यक है – Why do I need a TSH test in Hindi
3. थाइरोइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन टेस्ट की तैयारी – Preparation for TSH blood test in Hindi
4. थाइरोइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन टेस्ट की प्रक्रिया – TSH test Procedure in Hindi
5. थायराइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन (टीएसएच) टेस्ट के बाद – After the Thyroid-Stimulating Hormone Test in Hindi
6. थायराइड स्टिमुलेटिंग हॉर्मोन (TSH) टेस्ट के जोखिम – Thyroid-Stimulating Hormone Test risk in Hindi
7. TSH का सामान्य स्तर – TSH normal range in Hindi
8. थाइरोइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन टेस्ट के परिणाम – Thyroid-Stimulating Hormone Test Results in Hindi
9. थाइरोइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन टेस्ट की कीमत – TSH test price in hindi
10. टीएसएच के असामान्य स्तरों का इलाज कैसे किया जाता है? – How are abnormal TSH levels treated in Hindi

थाइरोइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन टेस्ट क्या है – What is TSH test in Hindi

थाइरोइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन टेस्ट क्या है – What is TSH test in Hindi

थायराइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन टेस्ट एक प्रकार का रक्त परीक्षण है, जो किसी व्यक्ति में थायराइड विकारों की एक श्रृंखला का निदान करने में मदद करता है। थायराइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन परीक्षण अक्सर थायराइड फ़ंक्शन टेस्ट के अंतर्गत थायराइड हार्मोन के असामान्य स्तर के अंतर्निहित कारण को निर्धारित और सक्रिय या अतिसक्रिय थायराइड ग्रंथि की जांच (स्क्रीनिंग) कर सकता है। रक्त में THS के स्तर को मापकर, डॉक्टर यह निर्धारित कर सकता है, कि थायराइड कितनी अच्छी तरह से काम कर रहा है।

थाइरोइड, गले की एक छोटी तितली (butterfly) के आकार की ग्रंथि होती है, जो थायराइड हार्मोन रीलीज करती है। यह मुख्य रूप से तीन प्रकार के प्राथमिक हार्मोन बनाती है:

  • ट्राईआयोडोथायरोनिन (T3) (triiodothyronine)
  • थायरोक्सिन (T4) (thyroxine)
  • कैल्सीटोनिन (calcitonin)

यह हार्मोन चयापचय और अन्य शारीरिक कार्यों को नियंत्रित करते हैं। थाइरोइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन (TSH) का उत्पादन पिट्यूटरी ग्रंथि द्वारा किया जाता है। यह थायराइड द्वारा जारी हार्मोन की मात्रा को विनियमित करने के लिए जिम्मेदार है। अर्थात थाइरोइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन, थायराइड ग्रंथि को उत्तेजित कर थाइरोइड हार्मोन के उत्पादन को बनाये रखने और नियंत्रित करने का काम करता है

यदि पिट्यूटरी ग्रंथि अधिक TSH का उत्पादन करती है, तो थायरॉयड भी अधिक हार्मोन का उत्पादन करेगा। अतः TSH की मात्रा के आधार पर यह सुनिश्चित किया जा सकता है कि थायराइड हार्मोन की सही मात्रा का उत्पादन किया जा रहा है या नहीं।

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थाइरोइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन टेस्ट क्यों आवश्यक है – Why do I need a TSH test in Hindi

थाइरोइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन टेस्ट क्यों आवश्यक है - Why do I need a TSH test in Hindi

थायराइड रोगों का निदान करने के लिए थायराइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन टेस्ट की आवश्यकता होती है। यदि कोई व्यक्ति थायरॉयड विकार से सम्बंधित लक्षणों का अनुभव कर रहा है, तो डॉक्टर द्वारा रोग की जानकारी के लिए TSH टेस्ट का आदेश दिया जा सकता है। थायराइड रोगों को हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyroidism) या हाइपरथायरायडिज्म (hyperthyroidism) के रूप में बांटा जा सकता है।

हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyroidism) – हाइपोथायरायडिज्म या अंडरएक्टिव थायरॉयड एक ऐसी स्थिति है, जिसमें थायरॉयड बहुत कम मात्रा में हार्मोन का उत्पादन करता है, जिससे चयापचय (metabolism) धीमा हो जाता है। हाइपोथायरायडिज्म के लक्षणों में थकान, कमजोरी और ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई इत्यादि को शामिल किया जाता है।

हाइपोथायरायडिज्म के सबसे सामान्य कारण में निम्न शामिल हैं:

  • हाशिमोटो डिजीज (Hashimoto’s disease) – यह एक ऑटोइम्यून स्थिति है, जो थायरॉयड कोशिकाओं (thyroid cells) पर हमला करती है। यह स्थिति हमेशा लक्षणों का कारण नहीं बनती है।
  • थायरोडिटिस (Thyroiditis) – थायरोडिटिस (Thyroiditis एक थायरॉयड ग्रंथि की सूजन है। यह अक्सर वायरल संक्रमण या ऑटोइम्यून रोग के कारण होता है
  • पोस्टपार्टम थायरॉइडाइटिस (Postpartum thyroiditis)
  • आयोडीन की कमी (Iodine deficiency), इत्यादि।

हाइपरथायरायडिज्म (hyperthyroidism) – हाइपरथायरायडिज्म या ओवरएक्टिव थायराइड एक ऐसी स्थिति है, जिसमें थायरॉयड बहुत अधिक मात्रा में हार्मोन का उत्पादन करने लगता है, परिणामस्वरूप चयापचय (metabolism) तेज हो जाता है। हाइपरथायरायडिज्म के सामान्य लक्षणों में चिंता, भूख और सोने में कठिनाई आदि को शामिल किया जाता है। हाइपरथायरायडिज्म के कुछ सबसे सामान्य कारण निम्नलिखित हैं:

  • ग्रेव्स रोग (Graves’ disease) – इस स्थिति में थायरॉयड बड़ा हो जाता है और अत्यधिक मात्रा में हार्मोन का उत्पादन करने लगता है।
  • थायराइडाइटिस (Thyroiditis)
  • थायराइड नोड्यूल (Thyroid nodules)
  • उच्च आयोडीन – शरीर में बहुत अधिक आयोडीन होने से थायरॉइड ओवरएक्टिव हो सकता है।

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थाइरोइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन टेस्ट की तैयारी – Preparation for TSH blood test in Hindi

थाइरोइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन टेस्ट की तैयारी – Preparation for TSH blood test in Hindi

सामान्य TSH परीक्षण के लिए किसी भी प्रकार की तैयारी करने की आवश्यकता नहीं होती है। हालांकि, कुछ व्यक्तियों में एक ही समय में अन्य प्रकार के रक्त परीक्षण किये जा सकते हैं, जिनमें से कुछ परीक्षण में रात भर उपवास या अन्य तैयारी की आवश्यकता होती है।

डॉक्टर टीएसएच परीक्षण की तैयारी से सम्बंधित अधिक जानकारी प्रदान कर सकता है। विशिष्ट दवाओं का सेवन करने वाले व्यक्तियों को टीएसएच परीक्षण से कुछ समय पहले रोकने की जरुरत पड़ सकती है, क्योंकि सेवन की जाने वाली कुछ दवाएं परिणामों को प्रभावित कर सकती हैं। इन दवाओं में शामिल हैं:

  • ऐमियोडैरोन (amiodarone)
  • डोपामाइन (dopamine)
  • लिथियम(lithium)
  • प्रेडनिसोन (prednisone)
  • पोटैशियम आयोडाइड (potassium iodide), इत्यादि।

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थाइरोइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन टेस्ट की प्रक्रिया – TSH test Procedure in Hindi

थाइरोइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन टेस्ट की प्रक्रिया – TSH test Procedure in Hindi

TSH परीक्षण में मरीज के रक्त नमूने की आवश्यकता होती है। यह टेस्ट अन्य सरल रक्त परीक्षणों के समान ही होता है। इस परीक्षण के तहत एक डॉक्टर रक्त का नमूना एकत्रित करने के लिए आमतौर पर मरीज की कोहनी की एक नस से सिरिंज की मदद से खून खींचता है।

प्रक्रिया के दौरान रक्त निकलने के लिए मरीज की ऊपरी बांह के चारों ओर एक लोचदार बैंड को लपेटा जाता है जिससे नस को स्पष्ट रूप से देखा जा सके। फिर उस नस की त्वचा को  एंटीसेप्टिक से साफ किया जाता है। इसके पश्चात् एक सुई और सीरिंज की मदद से आवश्यक रक्त की मात्रा को खींच लिया जाता है और रक्त को कनेक्टिंग ट्यूब (connecting tube) या शीशी (vial) में स्टोर कर लिया जाता है। इस प्रक्रिया में केवल कुछ मिनट का ही समय लगता है।

रक्त खींचने के पश्चात् लोचदार बैंड को हटा दिया जाता है और पंचर साइट पर बैंडेज या कपास की पट्टी लगा दी जाती है। फिर इस रक्त के नमूने को परीक्षण के लिए एक प्रयोगशाला में भेज दिया जाता है।

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थायराइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन (टीएसएच) टेस्ट के बाद – After the Thyroid-Stimulating Hormone Test in Hindi

थायराइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन (टीएसएच) टेस्ट के बाद - After the Thyroid-Stimulating Hormone Test in Hindi

थायराइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन (टीएसएच) टेस्ट के बाद ब्लड सैंपल को परीक्षण के लिए प्रयोगशाला में भेज दिया जाता है और डॉक्टर द्वारा मरीज को रिजल्ट आने की प्रतीक्षा करने के लिए समय निर्धारित किया जा सकता है। निर्धारित समय पर आप आकर डॉक्टर से TSH टेस्ट के परिणामों पर चर्चा कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त यदि परीक्षण से पहले किसी भी प्रकार की दवाई के सेवन पर रोक लगाईं गई थी, तो उसे परीक्षण के बाद डॉक्टर की सलाह पर ग्रहण किया जा सकता है। परिणामों का निरीक्षण करने के बाद डॉक्टर निदान की पुष्टि करने के लिए अतिरिक्त परीक्षण की भी सिफारिश कर सकता है जैसे:

  • T4 थायराइड हार्मोन परीक्षण (T4 test)
  • T3 थायराइड हार्मोन परीक्षण (T3 test)
  • टीएसएच रिसेप्टर एंटीबॉडी (TSH receptor antibody)
  • एंटी टीपीओ टेस्ट (Anti TPO test), इत्यादि।

थायराइड स्टिमुलेटिंग हॉर्मोन (TSH) टेस्ट के जोखिम – Thyroid-Stimulating Hormone Test risk in Hindi

हालांकि TSH टेस्ट में किसी भी प्रकार के जोखिम देखने को नहीं मिलते हैं, लेकिन बहुत कम स्थितियों में ब्लड सैंपल लेते समय चक्कर आना या मतली, ब्लड निकालने वाली जगह पर दर्द, त्वचा के नीचे ब्लड का जमाव आदि सामान्य समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं।

TSH का सामान्य स्तर – TSH normal range in Hindi

TSH आपकी उम्र और लिंग के आधार पर भिन्न हो सकता है। उदाहरण के लिए, एक 29 वर्षीय महिला की सामान्य TSH लगभग 4.2 mU / L हो सकती है, जबकि 88 वर्षीय व्यक्ति अपनी ऊपरी सीमा पर 8.9 mU / L तक पहुँच सकता है। तनाव, आपका आहार, दवाएं, और आपका मासिक धर्म ये सभी TSH में उतार-चढ़ाव कर सकते हैं।

आइए विभिन्न लोगों के लिए TSH स्तरों की सामान्य सीमा के बारे में जानें और यदि आपका स्तर बहुत अधिक या बहुत कम है तो क्या करें।

महिलाओं में TSH का सामान्य स्तर – TSH normal range for female in hindi

उम्र के आधार पर महिलाओं के लिए TSH टेस्ट के सामान्य स्तर निम्न प्रकार हैं :

  • 18 से 29 वर्ष की उम्र में TSH की नार्मल रेंज 4 से 2.34 मिली यूनिट प्रति लीटर (mU/L) होती है।
  • 30 से 49 वर्ष की उम्र में TSH की नार्मल रेंज 4 से 4.0 मिली यूनिट प्रति लीटर (mU/L) होती है।
  • 50 से 79 वर्ष की उम्र में TSH की नार्मल रेंज 46 से 4.68 मिली यूनिट प्रति लीटर (mU/L) होती है।

मासिक धर्म के दौरान महिलाओं में असामान्य TSH के स्तर पाए जाने की संभावना अधिक होती है।

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पुरुषों में TSH की नार्मल रेंज – TSH normal range in men in hindi

पुरुषों में उनकी आयु के अनुसार TSH के सामान्य स्तर निम्न हैं:

  • 18 से 30 साल की उम्र में TSH का सामान्य स्तर 5 से 4.15 मिली यूनिट प्रति लीटर (mU/L) होता है।
  • 31 से 50 साल की उम्र में TSH का सामान्य स्तर 5 से 4.15 मिली यूनिट प्रति लीटर (mU/L) होता है।
  • 51 से 70 वर्ष की उम्र में TSH का सामान्य स्तर5 से 4.59 मिली यूनिट प्रति लीटर (mU/L) होता है।
  • 71 से 90 वर्ष की उम्र में TSH का सामान्य स्तर4 से 5.49 मिली यूनिट प्रति लीटर (mU/L) होता है।

TSH के उच्च और निम्न स्तर पुरुष की प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकते हैं। TSH के प्रति पुरुष, महिलाओं की तुलना में अधिक अतिसंवेदनशील होते हैं। TSH के उच्च स्तर जननांगों के अनियमित विकास और कम आकार के शुक्राणु जैसी जटिलताओं का कारण बन सकते हैं। पुरुषों में टीएसएच (TSH) के स्तर को संतुलित करने के लिए थायराइड हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी को अपनाया जा सकता है।

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बच्चों में TSH का सामान्य स्तर – TSH normal range in children in Hindi

बच्चों में TSH का सामान्य स्तर आयु के आधार पर भिन्न-भिन्न हो सकता है:

  • समयपूर्व जन्म लेने वाले बच्चे में TSH की नार्मल रेंज 0.7 से 27 मिली यूनिट प्रति लीटर (mU/L) होती है।
  • 0 से 4 दिन के नवजात शिशु में TSH की नार्मल रेंज 1 से 29 मिली यूनिट प्रति लीटर (mU/L) होती है।
  • 2 से 20 सप्ताह के शिशुओं में TSH की नार्मल रेंज 1.7 से 9.1 मिली यूनिट प्रति लीटर (mU/L) होती है।
  • 20 सप्ताह से 18 वर्ष के बच्चों में TSH की नार्मल रेंज 0.7 – 64 मिली यूनिट प्रति लीटर (mU/L) होती है।

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गर्भावस्था के दौरान TSH का सामान्य स्तर – TSH normal range in pregnancy in Hindi

गर्भावस्था के दौरान TSH का सामान्य स्तर - TSH normal range in pregnancy in Hindi

18 और 45 वर्ष की आयु के बीच गर्भवती होने वाली महिलाओं में TSH की नॉर्मल रेंज निम्न प्रकार है:

गर्भावस्था के दौरान थाइरोइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन (TSH) के स्तर पर निगरानी रखना महत्वपूर्ण होता है। उच्च TSH स्तर और हाइपोथायरायडिज्म के कारण गर्भपात (miscarriage) की संभावना बढ़ जाती है।

(और पढ़े – गर्भावस्था (प्रेगनेंसी) में होने वाली समस्याएं और उनके उपाय…)

थाइरोइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन टेस्ट के परिणाम – Thyroid-Stimulating Hormone Test Results in Hindi

थाइरोइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन टेस्ट के परिणाम – Thyroid-Stimulating Hormone Test Results in Hindi

थाइरोइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन की नॉर्मल रेंज 0.4 से 4.0 मिली-इंटरनेशनल यूनिट प्रति लीटर (mU/L) है। जब थायराइड ग्रंथि कम मात्रा में हार्मोन का उत्पादन करती है, तो इस स्थिति में TSH का स्तर बढ़ जाता है, जो थायराइड ग्रंथि को हार्मोन का अधिक मात्रा में उत्पादन करने के लिए उत्तेजित करता है। इसी तरह यदि थायराइड ग्रंथि द्वारा हार्मोन का उत्पादन अधिक मात्रा में होता है, तो इसकी अधिक मात्रा को नियंत्रित करने के लिए TSH का उत्पादन कम मात्रा में होने लगता है। अतः TSH के इन परिणामों के आधार पर हाइपोथायरायडिज्म और हाइपरथायरायडिज्म की स्थिति का निर्धारण किया जा सकता है।

उच्च TSH स्तर – High TSH levels in hindi

थाइरोइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन टेस्ट से प्राप्त होने वाले उच्च स्तर हाइपोथायरायडिज्म या एक अंडरएक्टिव थायरायड का सुझाव देता है। इस स्थिति में थायराइड पर्याप्त हार्मोन का उत्पादन नहीं करता है, जिसके कारण पिट्यूटरी ग्रंथि इसे उत्तेजित करने के लिए अधिक TSH जारी करती है। अतः थाइरोइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन के स्तर सामान्य से उच्च होने पर निम्न स्वास्थ्य स्थितियों का संकेत हो सकते हैं, जैसे:

  • गर्भावस्था
  • थायरॉयड थायराइड (underactive thyroid)
  • हाशिमोटो डिजीज (Hashimoto’s disease)
  • थायरोडिटिस (Thyroiditis)
  • पोस्टपार्टम थायरॉइडाइटिस (Postpartum thyroiditis)
  • आयोडीन की कमी (Iodine deficiency)

कम TSH स्तर – Low TSH levels in hindi

थाइरोइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन टेस्ट के परिणाम से प्राप्त निम्न स्तर, हाइपरथायरायडिज्म या एक ओवरएक्टिव थायराइड का संकेत देता है। इस स्थिति में थायरॉयड बहुत अधिक हार्मोन का उत्पादन करती है, जिसके कारण पिट्यूटरी ग्रंथि द्वारा TSH का उत्पादन कम हो जाता है। TSH का स्तर सामान्य से कम होने पर वह निम्न स्थितियों की ओर संकेत कर सकता है:

  • ओवरएक्टिव थाइरोइड (overactive thyroid)
  • ग्रेव्स रोग (Graves’ disease)
  • थायराइडाइटिस (Thyroiditis)
  • थायराइड नोड्यूल (Thyroid nodules)
  • उच्च आयोडीन स्तर इत्यादि।

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थाइरोइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन टेस्ट की कीमत – TSH test price in Hindi

थाइरोइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन टेस्ट की कीमत - TSH test price in Hindi

थाइरोइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन टेस्ट की कीमत भिन्न-भिन्न स्थानों के आधार पर भिन्न-भिन्न हो सकती है। इंडिया में TSH टेस्ट की कीमत ₹120 से ₹ 250 तक कुछ भी हो सकती है।

टीएसएच के असामान्य स्तरों का इलाज कैसे किया जाता है? – How are abnormal TSH levels treated in Hindi

टीएसएच के असामान्य स्तरों का इलाज कैसे किया जाता है? - How are abnormal TSH levels treated in Hindi

आपका डॉक्टर TSH के असामान्य स्तर के लिए निम्नलिखित उपचारों में से एक या अधिक की सिफारिश कर सकता है:

हाइपोथायरायडिज्म (उच्च TSH) Hypothyroidism (high TSH)

  • लेवोथायरोक्सिन (सिन्थ्रोइड) जैसी दैनिक दवाएं।
  • प्राकृतिक थायरोक्सिन हार्मोन अर्क और सप्लीमेंट्स।
  • ऐसे पदार्थों का कम सेवन करना जो लिवोथायरोक्सिन के अवशोषण को प्रभावित करते हैं, जैसे कि फाइबर, सोया, लोहा या कैल्शियम

(और पढ़े – संतुलित आहार के लिए जरूरी तत्व , जिसे अपनाकर आप रोंगों से बच पाएंगे…)

हाइपरथायरायडिज्म (कम TSH) Hyperthyroidism (low TSH)

मौखिक रेडियोएक्टिव आयोडीन आपके थायरॉयड ग्रंथि को सिकोड़ने के लिए।

अपने थायराइड को बहुत अधिक थायराइड हार्मोन बनाने से रोकने के लिए मेथिमाज़ोल (टैपाज़ोल) या पीटीयू।

अपनी थायरॉयड ग्रंथि को हटाने की सिफारिस अगर नियमित उपचार काम नहीं करता है या आपके स्वास्थ्य के लिए खतरा हो सकता है, जैसे कि गर्भावस्था के दौरान।

नोट – किसी भी पारकर की दवा का सेवन डॉक्टर की सलाह के बिना न करें।

असामान्य TSH इंगित कर सकता है कि आपकी थायरॉयड ग्रंथि ठीक से काम नहीं कर रही है। यह दीर्घकालिक जटिलताओं का कारण बन सकता है यदि आपके पास अंतर्निहित स्थिति है जो हाइपो- या हाइपरथायरायडिज्म की ओर जाता है।

तो सुनिश्चित करें कि आप अपने टीएसएच स्तर का नियमित रूप से परीक्षण करवाते हैं, खासकर यदि आपके पास थायरॉयड विकारों का पारिवारिक इतिहास है या पिछले परीक्षण परिणामों पर असामान्य टीएसएच स्तर देखा गया है।

सभी निर्देश का पालन करें जो आपके डॉक्टर आपको देते हैं जैसे कुछ दवाएं लेने से रोकते हैं या टीएसएच परीक्षण से पहले कुछ खाद्य पदार्थ खाने से ताकि यह सुनिश्चित कर सकें कि परिणाम सटीक हों। इस तरह, आपका डॉक्टर आपको एक सही उपचार दे सकता है जो असामान्य टीएसएच के इलाज के लिए सबसे अच्छा है।

(और पढ़े – थाइरोइड डाइट चार्ट…)

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