Tuna Fish In Hindi: टूना नमकीन पानी में पाई जाने वाली एक मछली है, जो मैकेरल परिवार का हिस्सा है। यह अपने विशिष्ट स्वाद और पोषक तत्वों के कारण पौष्टिक आहार की एक नई पहचान बन गई है। ट्यूना मछली के स्वास्थ्य लाभ बहुत ज्यादा हैं। इसमें ओमेगा-3, विटामिन बी, और अन्य बहुत से जरूरी पोषक तत्व होते है।
स्तन कैंसर, हृदय रोग और वजन घटाने के लिए टूना फिश लाभकारी होती है। लाल मांस (read meat) और मुर्गी के मांस (Chicken meat) के ना होने पर टूना मछली अच्छा विकल्प बन सकती है। शोधों से पता चलता है कि टूना मछली का सेवन मानव के स्वास्थ लाभ का एक बड़ा स्रोत है। आइये टूना मछली के फायदे और नुकसान (Tuna fish Ke Fayde aur Nuksan in Hindi) के बारे में जानते है।
Tuna fish एक समुद्री मछली है, जो थुननिनी समूह का एक हिस्सा है जिसमें ट्यूना मछलीयों की 15 प्रजातियां शामिल हैं। ट्यूना मैकेरल या एसकॉमर्बिड परिवार से संबंधित है। जिसमें बोनिटोस, अल्बकोर और मैकरल्स भी शामिल हैं। ट्यूना मछली आकार में एक फिट से पंद्रह फिट लंबी हो सकती है। ट्यूना मछली की दो प्रजातियां स्कीज (skipjack) और पीलेफिन (yellowfin) व्यापारिक स्तर में ज्यादा बेची जाती है।
ट्यूना मछली सेलेनियम, विटामिन बी 3 (नियासिन), विटामिन बी 12, विटामिन बी 6, प्रोटीन, फास्फोरस, विटामिन डी और पोटैशियम का अच्छा स्रोत है। विटामिन डी जो कि हमें सिर्फ सूर्य की रोशनी से ही मिल सकता है, यह ट्यूना मछली में पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रहता है। इसमें ग्लिसेमिक इंडेकस (glycaemic index) कम मात्रा में होता है।
साथ ही साथ टूना में मैग्नीशियम, कोलिन, विटामिन बी 1 (थायामिन), विटामिन बी 2 (राबोफलैविविन) और आयोडीन भी होता है। इसमें केवल 0.49 ग्राम वसा और लगभग 24 ग्राम प्रोटीन होता है।
ट्यूना (Tuna fish) को आहार के रूप में लेने पर यह स्वास्थ की द्रष्टि से बहुत ही अच्छा प्रभाव डालती है। यह रक्त परिसंचरण को स्वस्थ बनाने और हमारे वजन को घटाने में लाभकारी है। इसमें पाया जाने वाला विटामिन डी स्वास्थ के लिए बहुत जरूरी होती है, जो कि हमें सिर्फ सूर्य से मिलता है। ट्यूना मछली के फायदे बहुत सारे होते है। लेकिन इससे कुछ नुकसान भी हो सकते है, यदि इसके गुणों की जानकारी पूरी ना हो तो।
आइए जानते है कि ट्यूना मछली को अपने भोजन में शामिल करने के क्या कारण है,और यह हमारे लिए किस प्रकार फायदेमंद है।
ट्यूना, ओमेगा – 3 फैटी एसिड का एक अच्छा स्रोत है : ईआईसीओपॅटेनएनिकिक एसिड (eicosapentaenoic acid) या ईपीए, और डॉकोसाहेक्साइनाइक एसिड (docosahexaenoic acid) या डीएचए। ये स्वस्थ असंतृप्त वसा हैं जो रक्त कोशिकाओं को मजबूत करते है और ब्लड प्रेशर को कम करते है, साथ ही हृदय रोगों के खतरों को कम करने में मदद करता है।
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पोटेशियम एक बैसोडिलेटर है जो रक्तचाप को कम करने में मदद करता है। टूना मछली नियासिन और अन्य विटामिन बी कॉम्प्लेक्स का एक अच्छा स्रोत है जो दिल को स्वस्थ रखता है।
पीलेफिन ट्यूना में कुछ मात्रा में विटामिन डी होता है। विटामिन डी कैल्शियम अवशोषण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ट्युना में उपस्थित मैग्नीशियम और फास्फोरस हड्डियों को मजबूत बनाते है।
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टूना मछली हमें सामान्य खाद्यों से अधिक ऊर्जा देती है, क्योंकि इसमें विटामिन बी 12, फोलेट और बी कॉम्प्लेक्स प्रचुर मात्रा में होते है। ट्यूना चयापचय और अंगों की सामान्य कार्य कुशलता को बढ़ाता है। विटामिन बी 12, डीएनए बनाने में मदद करता है, जो कि सभी कोशिकओं में आनुवांशिक होता है। विटामिन बी 12 शरीर के तंत्रिका तंत्र और रक्त वाहिकाओं को स्वस्थ रखता है। यह गेग्लोबलास्टिक एनीमिया (Gayloblastic anaemia) को रोकता है। नियासिन कोशिकाओं में ऊर्जा पहुंचाता है। विटामिन बी लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में मदद करता है।
ट्यूना मछली का नियमित उपयोग मन मस्तिष्क को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है। सेलुलर ऊर्जा उपापचय का एक जरूरी घटक होता है। कोक्यू 10 और विटामिन बी 3 (नियासिन) स्ट्रोक को रोकने में सक्षम होता है। ट्यूना में अल्बाकर (Albacore), 6.2 mg/kg कोक्यू 10 होती है जो अवसाद और सिर दर्द को कम करने मदद करता है। यह डोपामाइन (Dopamine) में 26% तक की कमी करता है और पार्किंसंस रोग (Parkinson’s disease) को रोकने में मदद करता है। फोलिक एसिड, विटामिन बी 12, नियासिन और विटामिन (ई, सी ) का सेवन स्ट्रोक के खतरे को कम करता है।
प्रोटीन हमारी शारीरिक संरचना के लिए बहुत ही महात्वपूर्ण होता है। प्रोटीन मांसपेशियों, हड्डियों, रक्त और त्वाचा के लिए बहुत जरूरी है। यह हमारी कोशिकाओं का निर्माण और देख-रेख भी करता है। डॉक्टरों के अनुसार आपके भोजन में एक चौथाई भाग प्रोटीन होना चाहिए। प्रोटीन युक्त भोजन आपके वजन को कम करने में सहायक होते है। प्रोटीन खाद्य पदार्थो के अवशोषण के लिए अधिक कैलोरी का उपयोग करता है। इसलिए प्रोटीन का उपयोग कैलोरी के स्तर को संतुलित करता है जो हमारे वजन को कम करने में सहायक होता है। प्रोटीन युक्त भोजन दिल से संबंधित रोगों को भी दूर रखता है।
ट्युना मछली में उपस्थित ओमेगा 3 हमारे स्वास्थ के लिए बहुत महात्वपूर्ण है, ओमेगा- 3 का एक और काम है हमारी आंखों की सुरक्षा करना। ओमेगा – 3 फैटी एसिड आखों में धब्बेदार, अद्य: पतन (macular degeneration) के विरूध काम करता है। मैक्यूलर डिजरनेरेशन एक ऐसी स्थिति है जिसमें रेटीना के क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण देखने की क्षमता कम हो जाती है। इस प्रकार की समस्या से बचने के लिए डॉक्टर भी ट्युना मच्छली को खाने की सलाह देते है।
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ट्यूना में उपस्थित ओमेगा-3 फैटी एसिड का एक अन्य लाभ मोटापे के खतरे को कम करने में और इंसुलिन प्रतिक्रया को बढ़ाना है। ओमेगा-3 फैटी एसिड लेप्टिन नामक हार्मोन को उत्तेजित कर सकते हैं, जो शरीर के उपापचय (Metabolism) में सहायक होते है और वजन को कम करने में मदद करते है।
टूना मछली में स्तन कैंसर को रोकने के गुण होते है। इसमें ओमेगा -3, प्रिमफलमैट्री एंजाइम या साइक्लोकसीजिनास 2 एंजाइम (cyclooxygenase2 enzyme) को रोक सकता है जो स्तन कैंसर का कारण होता है। ओमेगा 3 कोशिका झिल्ली पर रिसेप्टर्स को सक्रिय कर सकता है जिसे पेरॉक्सिसोम प्रोलिफेरेटर (peroxisome proliferator) सक्रिय रिसेप्टर (पीएपीआर) कहा जाता है। जो स्तन कैंसर का करण हो सकता है। साथ ही ओमेगा 3 डीएनए की मरम्मत भी करते है।
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बच्चों के लिए डीएचए (ओमेगा 3 का एक प्रकार) बहुत महत्वपूर्ण है, जो मस्तिष्क के विकास के लिए बहुत जरूरी होता है। इसलिए बच्चों के स्वस्थ दिमाग के लिए उन्हें ओमेगा 3 से भरपूर ट्यूना मछली आहार के रूप में जरूर देना चाहिए।
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गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान ओमेगा 3 की खुराक लेने वाली महिलाओं के बच्चों का बौद्धिक स्तर अच्छा होता है यह किये गए अध्ययनों से साबित होता है। अगर बच्चे इसको नियमित रूप से इसका भोजन तो वे और अधिक बुद्धिमान और स्वस्थ मस्तिष्क के धनी बन सकते है।
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डीएचए (DHA) प्रतिरक्षा प्रणाली (Immune System) को मजबूत करने से संबंधित है। जो बच्चे मछली के तेल से युक्त खाद्य पदार्थो का सेवन करते है उनमें उच्च स्तर के प्रोटीनों की पूर्ती होती रहती है। जो उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है। जो कि गाय का शुद्ध दूध पीने वाले बच्चों के बराबर है।
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गर्भवती महिलाओं के लिए ट्यूना मछली का आहार बहुत लाभकारी होता है। ट्यूना में अमीनो एसिड हिस्टिडान बहुत अधिक होता है, जो उनके स्वास्थ के लिए लाभकारी होता है।
ट्यूना मछली भ्रूण के मस्तिष्क के स्वास्थ के बहुत अच्छी होती है। ट्यूना के प्रोटीन पदार्थ बच्चे के त्वचा, बाल और नाखून बनाने में मददकरते हैं, साथ ही मां के गर्भ की मांसपेशियों (Womb muscles) को मजबूत बनाते हैं और स्वस्थ रहने के लिए मां के खून को साफ करते है। साथ ही उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली को भी मजबूत करता है।
टूना फिश को आप किसी भी समय खा सकते है, इसके खाने का कोई निश्चित समय नहीं है। अगर आप जिम जाते है तो सुबह और शाम को इसका सेवन कर सकते है। आप दोपहर या रात के समय खाने में फिश करी का सेवन कर सकते है। विशेषज्ञों के अनुसार आप एक सप्ताह में टूना मछली को लगभग 226g तक खा सकते है। आप इसे निम्न तरीके से खा सकते है-
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कुछ मछलियों में पारा (Mercury) होने की संभावना होती है जो भ्रुण या नवजात शिशु की तंत्रिका तंत्र के लिए खतरा हो सकता है। डिब्बा बंद ट्यूना सहित अन्य मछलीयों में पारा धातु की मात्रा अधिक हो सकती है। हालाकि इसके ज्यादा कुछ हानिकारक प्रभाव नहीं है। स्वास्थय सलाहकारों का मानना है कि गर्भवती महिलाओं और बच्चों को सावधानी बरतने की जरूरत है। सामान्य व्यक्ति इसका भरपूर उपयोग कर सकता है।
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