Ubtan for babies in Hindi जिस तरह बच्चे के शरीर के विकास और मजबूती के लिए उसे अच्छे बेबी ऑयल से मसाज करने की जरूरत पड़ती है, उसी तरह बच्चे की मालिश के लिए अच्छे उबटन की भी जरूरत पड़ती है। उबटन से बच्चे के शरीर की मालिश करना बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। उबटन में एंटीबैक्टीरियल गुण पाया जाता है जो बच्चे के शरीर को बीमारियों से तो बचाता ही है साथ में त्वचा को मॉश्चराइज करने का भी काम करता है। माना जाता है शिशु के जन्म के एक या दो महीनों तक उसकी मालिश बेबी ऑयल से करनी चाहिए और फिर इसके बाद उबटन से मालिश शुरू करनी चाहिए। तब तक बच्चे का शरीर की त्वचा उबटन की मोटी परत को सहन करने योग्य हो जाती है।
विषय सूची
शिशु के लिए उबटन – ubtan for babies in Hindi
2. बच्चे को उबटन लगाते समय रखें ये सावधानियां – precautions while apply baby ubatan in Hindi
आइये उबटन से शिशु की मालिश का सही तरीका विस्तार से जानते है।
चने का आटा, हल्दी, थोड़ा सा पानी और बादाम का तेल
मिलाकर तैयार किया गया उबटन एक प्राकृतिक उबटन है। इस उबटन से मालिश करने पर बच्चे की नाजुक त्वचा को कोई नुकसान नहीं पहुंचता है। चने के आटे में विटामिन ई पाया जाता है जो एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होने के कारण बच्चे के शरीर को स्वस्थ रखता है। बादाम का तेल बच्चे की त्वचा को मॉश्चराइज करता है। शिशु की मालिश के लिए यह एक बेहतर उबटन माना जाता है। बच्चे के शरीर पर यदि बहुत ज्यादा बाल हो तो इस उबटन से मालिश करना अधिक लाभकारी होता है।(और पढ़े – स्किन के लिए बेसन के फायदे…)
दो कप गुलाब की सूखी हुई पंखुड़ियां और आधे कप बादाम को अच्छी तरह से पीस लें। इसके बाद इसमें दो चम्मच हल्दी और दो चम्मच चंदन पावडर मिलाकर इस मिश्रण को एक डिब्बे में रख लें। प्रतिदिन तेल से मालिश करने के बाद इस मिश्रण में थोड़ा सा दही मिलाकर उबटन तैयार कर लें और बच्चे के पूरे शरीर पर लगाकर हल्के हाथों से मसाज करें। यह उबटन बच्चे की त्वचा को पोषण प्रदान करता है और नमी बनाये रखने में मदद करता है।
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ज्यादातर मांएं अपने बच्चे की त्वचा को ध्यान में रखते हुए घर पर ही उबटन बनाती हैं। यदि आपके बच्चे की त्वचा शुष्क है और कपड़े उतारने के बाद उसके शरीर से मृत त्वचा बाहर निकलती है तो आप दो चम्मच बेसन में शुद्ध दूध की मलाई, चुटकी भर हल्दी और एक चम्मच शहद मिलाकर एक प्राकृतिक उबटन बनाएं और इस उबटन से शिशु के शरीर पर मालिश करने के बाद गुनगुने पानी में एक कपड़े को भिगोएं और पानी निचोड़कर बच्चे के शरीर को पोछ दें। इसका सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि दिन भर बिस्तर पर लिटाये रहने के कारण बच्चे के शरीर में उत्पन्न अकड़न खत्म हो जाती है।
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एक महीने के बच्चे के लिए घर पर बनाये गये आटे के क्लिंजर या उबटन से मालिश करना बहुत फायदेमंद होता है। यह बच्चे के शरीर से बालों को कम करने और त्वचा के रंग में निखार लाने में मदद करता है। दो चम्मच गेहूं के आटे में चुटकी भर हल्दी मिलाकर इसे पानी से गीला करके उबटन बना लें। इसके बाद हाथ में तीन चार बूंद घी लगाकर आटे की लोई बनाएं और इस लोई से बच्चे के पूरे शरीर पर गोलाकृति में मसाज करें। अब गुनगुने पानी में स्पंज भिगोएं और पानी निचोड़कर बच्चे के शरीर को पोछ दें।
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आमतौर पर सर्दियों के मौसम में बच्चे की त्वचा की अत्यधिक देखभाल की जरूरत पड़ती है। ऐसे में घर पर बच्चे के लिए उबटन बनाते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि बच्चे की नाजुक त्वचा उस उबटन से छिल न जाए। दो कप गाढ़े दूध में ब्रेड भिगाएं और जब कुछ देर बाद ब्रेड दूध को सोख ले तो इसे हाथों से अच्छी तरह से मसल लें और इसमें एक चम्मच शहद मिलाकर बच्चे के शरीर पर इस उबटन से अच्छी तरह मालिश करें। जाड़े के दिनों में बच्चे की त्वचा पर निखार लाने, और त्वचा को मॉश्चराइज करने के लिए यह एक बेहतर उबटन है। लेकिन यह ध्यान रखें कि इस उबटन का इस्तेमाल एक साल से अधिक उम्र के बच्चे के शरीर पर करें।
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पीसी हुई मसूस दाल या मसूर दाल के पाउडर में थोड़ा सा कपूर, चुटकी भर हल्दी, एक चम्मच चंदन पाउडर, एक चम्मच बादाम का तेल और ताजे दूध की मलाई मिलाकर उबटन तैयार कर लें। इस उबटन को बच्चे के पूरे शरीर में लगाकर हल्के हाथों से मालिश करें और चाहें तो मालिश करते-करते ही शरीर से उबटन को छुड़ा दें या फिर गुनगुने पानी में कपड़े को गीला करके बच्चे के शरीर को पोछ दें। यह एक ऐसा उबटन है जो यदि चार महीने के बच्चे को लगाया जाए तो बच्चे के रंग में निखार आता है और मलाई के कारण त्वचा में नमी बनी रहती है।
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बच्चे की मालिश करने के लिए चार चम्मच हल्दी में कच्चा दूध या दूध की मलाई, चंदन पाउडर और एक चम्मच शहद मिलाकर गाढ़ा उबटन बनाएं और बच्चे के पेट, पीठ, पैर और हाथों में इस उबटन से अच्छी तरह मालिश करें। उबटन सूखने के बाद बच्चे के शरीर को गुनगुने पानी में कपड़े को गीला करके शरीर पोछ दें। लेकिन यह ध्यान रखें कि उबटन से मालिश करने के बाद बच्चे के शरीर पर साबुन न लगाएं। इस उबटन में मिलाए जाने वाला दूध या दूध की मलाई क्लिंजर का काम करता है जो बच्चे के शरीर के असामान्य बालों को प्राकृतिक रूप से हटाने में मदद करता है।
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सरसों को पानी में उबालकर धूप में सूखा लें और सूखने के बाद सरसों को पानी के साथ पीसकर उबटन तैयार कर लें और फिर इस उबटन से बच्चे की मालिश करें। बच्चों की मालिश करने के लिए सरसों का उबटन सदियों से इस्तेमाल किया जा रहा है। हालांकि यह ध्यान रखना चाहिए कि कच्चे सरसों को पीसकर बच्चे की मालिश नहीं करनी चाहिए अन्यथा बच्चे की त्वचा में जलन शुरू हो सकती है। छोटे शहरों में ज्यादातर घरों में महिलाएं सरसों के उबटन से ही बच्चे की मालिश करती हैं।
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माना जाता है कि उबटन में एंटी बैक्टीरियल और एंटी फंगल गुण होता है जो बच्चे के शरीर के तनाव को कम करता है और उबटन में मौजूद विटामिन ई बच्चे की त्वचा में निखार लाने का काम करता है। लेकिन इन फायदों के बावजूद भी बच्चे को उबटन लगाते समय यदि कुछ सावधानियां न बरती जाएं तो बच्चे को कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं।
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