आयुर्वेदिक जड़ी बूटियां हमारी प्रकृति द्वारा दिया गया एक ऐसा वरदान है जो हमारे शरीर के लिए अनेक प्रकार से लाभदायक है। ये जड़ी बूटियां हमारे शरीर से अतिरिक्त वजन को घटाने में भी प्रभावी होती हैं। जड़ी बूटियों का उपयोग आंतरिक और बाहृ दोनों रूपों में किया जाता है। पेट पर जमी चर्बी को कम करने के लिए यह जड़ी-बूटियां बेहद काम की साबित हो सकती हैं। इन प्राकृतिक हर्बस का इस्तेमाल करके आप कई प्रकार की बीमारियों का घरेलू उपचार भी कर सकते हैं। इन जड़ी बूटियों का नियमित प्रयोग न केवल आपके वजन को कम करने में मदद कर सकता है बल्कि यह पेट संबंधी अन्य समस्याओं को भी रोक सकता है। इस आर्टिकल में कुछ ऐसी ही स्वदेशी जड़ी बूटियों की जानकारी दी गई है जिनके औषधीय गुण आपको वजन कम करने और मोटापा घटाने के साथ-साथ फिट बॉडी रखने में मदद कर सकतीं हैं।
अक्सर हम वजन कम करना तो चाहते हैं लेकिन हम सफल नहीं हो पाते हैं। क्योंकि हमारे भोजन करने का तरीका गलत है। अक्सर हम ऐसे खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल करते हैं जो हमारे वजन को बढ़ा सकते हैं। ऐसे खाद्य पदार्थों में फास्ट फूड्स सबसे ऊपर हैं। जैसे कि केक, पिज्जा, बर्गर्स, चिप्स और अन्य प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ। लेकिन जो लोग इस प्रकार का भोजन नहीं करते हैं उन्हें भी अपना वजन घटाने में परेशानी आती है। लेकिन कुछ विशेष जड़ी बूटियों और मसालों का उपयोग कर आप अपने वजन को कम कर सकते हैं। क्योंकि ये जड़ी बूटी आपकी चयापचय प्रणाली को बेहतर बनाने में सहायक होती हैं। तो चलिए जानते हैं वज़न घटाने के लिए कुछ ज़रूरी जड़ी बूटियां के बारे में।
(और पढ़ें – मोटापे से होने वाले रोग और उनसे बचाव )
गुग्गुल एक औषधीय जड़ी बूटी है जो कि कोमीफोरा मुकुला (Comifora mukula) वृक्ष की गोंद या राल होती है। गुग्गुल का इस्तेमाल प्राचीन समय से ही आयुर्वेदिक चिकित्सा में किया जा रहा है। गुग्गुल के अर्क में गुग्गुलस्टेरोन नामक एक फाइटोस्टेरॉइड होता है। इसमें कोल्स्ट्रॉल बहुत ही कम होता है इसके अलावा इसमें कैंसर-रोधी और एंटी-एंजियोजेनिक (anti-angiogenic) गुण भी होते हैं। जिसके कारण यह चयापचय प्रणाली को तेज करने और वजन घटाने में मदद कर सकता है। गुग्गुल शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी कम करता है जिससे मोटापे और हृदय संबंधी समस्याओं से बचा जा सकता है।
(और पढ़ें – गुग्गुल के फायदे, गुण, लाभ और नुकसान)
यदि आप वजन कम करने का प्रयास कर रहे हैं तो गुग्गुल और त्रिफला चूर्ण का उपयोग कर सकते हैं। गुग्गुल थायराइड हार्मोन को नियंत्रित करने में मदद करता है साथ ही चयापचय को भी बढ़ाता है। त्रिफला पाचन समस्याओं को दूर करता है और पेट को साफ रखता है।
आमतौर पर वजन घटाने के लिए गुग्गुल की 25 मिली ग्राम मात्रा को दिन में 3 बार लेने की सलाह दी जाती है। आप लगभग 1 ग्राम गुग्गुल को लें और अपनी जीभ के नीचे रखें और इसे धीरे-धीरे घुलने दें। इसके अलावा आप गुग्गुल के अर्क और त्रिफला चूर्ण का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आपको ¼ चम्मच गुग्गुल अर्क, ½ कप पानी और ½ चम्मच त्रिफला चूर्ण चाहिए। आप पानी में गुग्गुल और त्रिफला को मिलाकर रात भर के लिए छोड़ दें। इसके बाद अगली सुबह इस मिश्रण को छानकर पीएं। यह उपाय तेजी से आपके वजन को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है। लेकिन आपको सलाह दी जाती है इस उपाय को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें। अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से उल्टी, मतली और दस्त होने की संभावना अधिक होती है।
(और पढ़ें – गुग्गुल के फायदे, गुण, लाभ और नुकसान)
जिनसेंग एक धीमी गति से बढ़ने वाला बारहमासी औषधीय पौधा है जिसकी जड़ें मांसल होती हैं। अध्ययनों से पता चलता है कि जिनसेंग में अन्य स्वास्थ्य के साथ ही वजन घटाने वाले गुण भी होते है। जिनसेंग का उपयोग डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने के लिए भी किया जा सकता है। ये समस्याएं भी वजन बढ़ने में अहम योगदान देती हैं। लेकिन इन समस्याओं से बचने और मोटापे को कम करने के लिए आप जिनसेंग का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह आपके चयापचय को बेहतर बनाने और आपको आवश्यक ऊर्जा दिलाने का प्रभावी घरेलू नुस्खा हो सकता है।
(और पढ़ें – जिनसेंग के फायदे और नुकसान)
सामान्य रूप से प्रतिदिन दो बार 5-5 ग्राम जिनसेंग अर्क का सेवन किया जाना फायदेमंद होता है। लेकिन आप दो सप्ताह के बाद इस मात्रा को 2 ग्राम तक कम कर सकते हैं। आप जिनसेंग अर्क का उपयोग चाय या पानी के साथ भी कर सकते हैं।
जिनसेंग की चाय बनाने के लिए आपको 3 चम्मच जिनसेंग का अर्क, 500 मिली लीटर पानी, 1 बड़ा चम्मच नींबू का रस और ½ चम्मच दालचीनी पाउडर की आवश्यकता होती है। चाय बनाने के लिए एक बर्तन में पानी, दालचीनी और जिनसेंग अर्क को गर्म करें। इसके बाद मिश्रण को छान लें और फिर इसमें नींबू का रस मिलाएं। वेट लॉस के लिए आयुर्वेदिक जड़ी बूटी वाली चाय तैयार है। आप अपने वजन को कम करने के लिए इसे नियमित रूप से सेवन कर सकते हैं। यदि जिनसेंग की चाय का सेवन करने के बाद एलर्जी का अनुभव करते हैं तो इसका उपयोग बंद कर दें और डॉक्टर से संपर्क करें।
(और पढ़ें – एलर्जी लक्षण, बचाव के तरीके और घरेलू उपचार)
हिबिस्कस चाय पेट की जलन को रोकने में मदद करती है। गुड़हल के फूल का उपयोग आयुर्वेद में जड़ी बूटी के रूप में किया जाता है। हिबिस्कस में मूत्र वर्धक गुण होते हैं इसके अलावा यह कोलेस्ट्रॉल को कम करने और मल त्याग को आसान बनाने में सहायक होता है। यदि आप अपना वजन कम करना चाहते हैं तो अपनी चाय में गुड़हल का उपयोग कर सकते हैं। गुड़हल की चाय वजन कंट्रोल करने का एक प्रभावी घरेलू नुस्खा है।
(और पढ़ें – गुड़हल के फायदे और नुकसान)
आपको 2 चम्मच सूखे गुड़हल के फूल, 2 कप पानी और 1 चम्मच शहद की आवश्यकता है। आप 2 कप पानी को अच्छी तरह से गर्म करें और इसमें गुड़हल के सूखे फूल 5 से 7 मिनिट के लिए छोड़ दें। फिर इस गुड़हल की चाय को कप में छान लें। इस चाय को थोड़ा ठंडा होने दें और फिर 1 चम्मच शहद मिलाएं। इस चाय का नियमित सेवन करने से आपको बॉडी फैट कम करने में मदद मिल सकती है।
(और पढ़ें – गुड़हल की चाय के फायदे, उपयोग और नुकसान)
हम सभी जानते हैं कि हरी चाय हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छी होती है। औषधीय गुणों के कारण ग्रीन टी को भी औषधीय जड़ी बूटी माना जाता है। ग्रीन टी वजन घटाने के लिए सबसे अच्छी हर्बल चाय मानी जाती है। इसमें कैटेचिन (catechins) नामक एंटीऑक्सीडेंट होता है। यह चयापचय बूस्टर के रूप में काम करता है। ग्रीन टी में कैफीन की बहुत ही मात्रा होती है। लेकिन यह कैफीन वसा को जलाने में प्रभावी योगदान देता है। आप भी यदि अपने वजन को प्रबंधित करना चाहते हैं तो ग्रीन टी के लाभ ले सकते हैं। ग्रीन टी भूख को कम करने में भी प्रभावी होती है।
(और पढ़ें – ग्रीन टी पीने के फायदे और नुकसान)
ग्रीन टी बनाने के लिए आपको 2 चम्मच ग्रीन टी की पत्तियां, 1 कप पानी और ¼ चम्मच दालचीनी पाउडर की आवश्यकता होती है।
ग्रीन टी बनाने के लिए आप 1 कप पानी को गर्म करें और फिर दालचीनी पाउडर मिलाकर 2 मिनिट तक उबालें। इसके बाद आंच को धीमा करें और ग्रीन टी की पत्तियों को मिलाएं। आपकी चाय बनकर तैयार है। आप इसे और अधिक प्रभावी बनाने के लिए शहद या नींबू के रस का भी उपयोग कर सकते हैं। ग्रीन टी और दालचीनी में वजन घटाने वाले गुण होते हें। इसलिए मोटापे से परेशान लोगों के लिए ग्रीन टी की चाय एक औषधीय चाय मानी जाती है।
2012 मे किये गए अध्ययनों से पता चलता है कि गुड़मार (Gymnema Sylvestre) का उपयोग कर बढ़े हुए वजन को कम किया जा सकता है। 8 सप्ताह के दौरान शोधकर्ताओं ने मोटापे के लिए चूहों पर अध्ययन किया। जिसमें पाया गया कि गुड़मार के पूरक पदार्थों (Supplemental) का सेवन करने से चूहों के वजन में कमी हुई। अध्ययन के परिणाम उल्लेखनी थे क्योंकि जिमनेमा ने शरीर के वजन, खाद्य खपत, ट्राइग्लिसराइड्स (Triglycerides), कुल कोलेस्ट्रोल, एलडीए कोलेस्ट्रोल, वीएलडीएल कोलेस्ट्रोल और रक्त शर्करा में काफी कमी की। गुडमार का सेवन करने से एचडीएल कोलेस्ट्रोल (HDL cholesterol) के स्तर को भी बढ़ाया जा सकता है। यदि आपको लगता है कि आपका वजन (weight) बढ़ रहा है तो आप इसे नियंत्रित करने के गुड़मार का उपयोग कर सकते हैं।
(और पढ़ें – गुड़मार के फायदे और नुकसान)
यदि आप अपना वजन कम करना चाहते हैं तो जड़ी बूटी के रूप में गुड़मार की पत्तियों का उपोग कर सकते हैं। गुड़मार की पत्तियों को प्रतिदिन 400 मिलीग्राम तक लिया जा सकता है। यदि आप गुड़मार की सूखी पत्तियों का इस्तेमाल करते हैं तो प्रतिदिन 1-2 ग्राम मात्रा का सेवन किया जाना चाहिए।
इसके लिए आपको 1 चम्मच गुड़मार पाउडर, 1 कप गर्म पानी और 1 चम्मच शहद की आवश्यकता होती है। आप 1 कप पानी को गर्म करें और इसमें गुड़मार पाउडर मिलाएं। इस मिश्रण को 5 से 7 मिनिट तक गर्म करें और फिर इसे कप में छान लें। अब आप इसमें शहद को मिलाएं और सेवन करें। इस जड़ी बूटी वाली चाय में शहद का मिश्रण वजन घटाने की प्रक्रिया को गति देता है। इसके अलावा गुड़मार का स्वाद कुछ कड़वा होता है इसलिए चाय को प्राकृतिक रूप से मीठा बनाने के लिए शहद एक अच्छा विकल्प है।
एलोवेरा एक औषधीय जड़ी बूटी है जिसकी मांसल पत्तियों का उपयोग किया जाता है। इन पत्तियों में मौजूद एक तरह का जेल होता है जिसका उपयोग त्वचा और बालों की समस्याओं को दूर करने के लिए किया जाता है। लेकिन एलोवेरा का इस्तेमाल वजन घटाने और पाचन संबंधी समस्याओं के लिए प्रभावी होता है। एलोवेरा में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट बॉडी को डेटॉक्सिफाई (Detoxify) करने में मदद करते हैं। इसके अलावा यह चयापचय को बढ़ाने में भी सहायक होता है। आप वेट लॉस जड़ी बूटी के रूप में भी एलोवेरा और इसके जूस का उपयोग कर सकते हैं।
(और पढ़ें – एलोवेरा के फायदे और नुकसान )
आप हर दिन 1 से 2 चम्मच एलोवेरा जेल का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा आप इसे सुबह के समय लिये जाने वाली आपकी स्मूदी में भी मिलाया जा सकता है।
शरीर की चर्बी कम करने के लिए एलोवेरा जूस बहुत ही प्रभावी होता है। इसे बनाने के लिए आपको 1 चम्मच एलोवेरा जेल और 1 कप पानी की आवश्यकता होती है। आप पानी में एलोवेरा जेल को अच्छी तरह से मिलाएं और सेवन करें। नियमित रूप से एलोवेरा जूस का सेवन करने से त्वचा और बालों के साथ ही आपका पाचन तंत्र भी स्वस्थ रहेगा।
(और पढ़ें – एलोवेरा जूस के फायदे और नुकसान)
दालचीनी भी एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी है जिसे मसाले के रूप में उपयोग किया जाता है। आप अपने वजन को कम करने के लिए दालचीनी चाय का उपभोग कर फायदे प्राप्त कर सकते हैं। अध्ययनों से प्रमाणित कर दिया है कि दालचीनी शरीर में अतिरिक्त वसा को कम करने में मदद करती है। हमारे शरीर के वजन बढ़ने का प्रमुख कारण वसा की अधिक मात्रा होती है। यह वसा हमारे शरीर में जमा होकर मोटापे का रूप ले लेता है, जो आपके शरीर में इंसुलिन की मात्रा को कम कर सकता है। दालचीनी से धीरे-धीरे आपका शरीर संग्रहीत वसा का उपभोग कर आपके वजन को कम कर सकता है। यदि आप अपने वजन में नियंत्रण रखना चाहते हैं तो नियमित रूप से दालचीनी चाय का उपभोग कर सकते हैं। यह वजन प्रबंधन का सबसे अच्छा उपाय हो सकता है।
(और पढ़ें – दालचीनी के फायदे, उपयोग और नुकसान)
सामान्य रूप से वजन कम करने के लिए आप 1 से 2 चम्मच दालचीनी पाउडर का इस्तेमाल कर सकते हैं। यदि आपके पास दालचीनी पाउडर नहीं है तो आप दालचीनी की छाल के 1 या 2 टुकड़े को 1 कप पानी में रात भर भीगने दें। अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए आप लगभग 4 सप्ताह तक दालचीनी का पानी या चाय का सेवन करें।
दालचीनी की चाय बनाने के लिए आपको 1 चम्मच दालचीनी पाउडर और 1 कप पानी की जरूरत है। आप 1 कप पानी को उबालें और फिर दालचीनी पाउडर को मिलाने के बाद 2 से 3 मिनिट तक अच्छी तरह से पकाएं। फिर इस चाय को छान लें और ठंडा होने के बाद सेवन करें। यह जड़ी बूटी वाली चाय भूख को नियंत्रित करने, खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने और चयापचय को बढ़ाने में सहायक होती है। यदि आप वजन कम करना चाहते हैं तो यह आपके लिए सबसे अच्छे विकल्पों में से एक है।
(और पढ़ें – दालचीनी और शहद के फायदे वजन घटाने के लिए)
बेहतरीन स्वाद के लिए लोकप्रिय मसाले के रूप में इलायची का उपयोग किया जाता है। इलायची में थर्मोजेनिक (thermogenic) गुण होते हैं। इसका मतलब यह है कि यह जड़ी बूटी शरीर को गर्म रखने के लिए वसा को जलाने में मदद करती है। इलायची चयापचय को बढ़ती है जिससे अतिरिक्त वसा को कम करने में मदद मिल सकती है। नियमित रूप से इलायची का सेवन पेट में गैस के निर्माण को रोकता है। आयुर्वेदिक चिकित्सा में इलायची का व्यापक उपयोग किया जाता है। वेट लॉस हर्ब के रूप में इलायची का सेवन करना आपके लिए भी फायदेमंद हो सकता है।
(और पढ़ें – इलायची के फायदे और नुकसान)
यदि आप शरीर की चर्बी दूर करना चाहते हैं तो नियमित रूप से प्रतिदिन 1 छोटा चम्मच इलायची पाउडर का सेवन कर सकते हैं।
जो लोग मोटापे को कम करना चाहते हैं वे इलायची का उपयोग विभिन्न प्रकार से कर सकते हैं। लेकिन बॉडी फैट करने के लिए इलायची की चाय अधिक प्रभावी होती है। इसके लिए आपको चाहिए 1 चम्मच इलायची पाउडर, 1 कप पानी, 1 चम्मच ग्रीन टी की पत्तियां।
1 कप पानी को उबालें और इसमें इलायची पाउडर मिलाएं। 2 मिनिट के बाद आंच को धीमा करें और फिर ग्रीन टी की पत्तियां मिलाएं। लगभग 5 मिनिट के बाद आप चाय को कप में छान लें और इसका सेवन करें। ग्रीन टी के साथ इलायची के औषधीय गुण मिलकर चयापचय बूस्टर का काम करते हैं। साथ ही यह शरीर में मौजूद विषाक्तता को भी आसानी से बाहर कर सकते हैं। इलायची शरीर के तापमान को भी बढ़ाती है जिससे चर्बी को कम करने में मदद मिल सकती है।
(और पढ़ें – बड़ी इलायची के फायदे और नुकसान)
लहसुन एक जादूई जड़ी बूटी है जिसमें वजन कम करने के साथ ही अन्य उपचार गुण होते हैं। लहसुन का नियमित सेवन प्रतिरक्षा प्रणाली को बेहतर बनाने में भी प्रभावी होता है। अध्ययनों से पता चलता है कि लहसुन उन जड़ी बूटियों की तरह ही काम करता है जो कमर की चर्बी कम करने में मदद करती हैं। लहसुन में एलिसिन नामक एक यौगिक होता है जो भूख को कम करने और चयापचय को बढ़ाने में मदद करता है। यदि आप भी कमर और पेट की चर्बी घटाना चाहते हैं तो लहसुन को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।
(और पढ़ें – लहसुन के फायदे और नुकसान)
अच्छे परिणाम प्राप्त करने के लिए आप प्रतिदिन नियमित रूप से लहसुन की 1 कली का सेवन करें। इसे अलावा आप अपने आहार में भी लहसुन की पर्याप्त मात्रा का उपभोग कर सकते हैं।
(और पढ़ें – पुरुषों के लिए लहसुन के फायदे किसी औषधि से कम नहीं)
इसके लिए आपको लहसुन की 1 कली, 1 कप पानी और ½ चम्मच नींबू के रस की आवश्यकता है। आप लहसुन को अच्छी तरह से कुचल कर पेस्ट बना लें। लहसुन के पेस्ट और नींबू के रस को पानी में मिलाएं और इसका सेवन करें। लहसुन का तीखा स्वाद बॉड़ी फैट को कम करने में मदद करता है। इसके अलावा इसमें विटामिन सी भी होता है जो कि एक एंटीऑक्सीडेंट है। यह चयापचय को बढ़ाने में भी सहायक है।
(और पढ़ें – लहसुन की एक कली खाने से महिलाओं को मिलेगा कई बीमारियों से निजात)
मोटापा एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है जिसे हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए। नियमित रूप से भोजन में लाल मिर्च या लाल मिर्च पावडर का प्रयोग करने से अधिक भोजन करने की इच्छा घटती है और मेटाबोलिज्म बढ़ता है। लाल मिर्च का सेवन करने के बाद शरीर में गर्मी आती है जिससे एनर्जी बढ़ती है और अतिरिक्त कैलोरी घटती है। इसलिए शरीर का वजन घटाने के लिए लाल मिर्च बहुत फायदेमंद है।
(और पढ़ें – लाल मिर्च के फायदे और नुकसान)
आप लाल मिर्च को अपने आहार में शामिल कर लाभ ले सकते हैं। इसके अलावा भी और तरीके हैं जिनमें आप अन्य जड़ी बूटीयों के रूप में भी लाल मिर्च का इस्तेमाल कर सकते हैं।
आपको चाहिए ¼ चम्मच लालमिर्च पाउडर, 1 नींबू और 1 कप पानी। आप इन तीनों उत्पादों को अच्छी तरह से मिलाएं और सेवन करें। यह मिश्रण आपके चयापचय प्रणाली को बेहतर बनाने और वजन को नियंत्रित करने में सहायक हो सकता है।
क्या आप अपने अधिक वजन से परेशान है और इसे कम करने का प्रयास कर रहें है तो जरा रुके, आपको ज्यादा मेहनत करने की जरूरत नहीं है। आपकी रसोई में काली मिर्च एक ऐसा मसाला है जो आपके वजन को कम कर सकती है। काली मिर्च में पाइपरिन जैसे कुछ यौगिक वसा जलाते (burns out fat) हैं और इसे शरीर से दूर करने में मदद करते हैं। यह शरीर को गर्म करता है और पसीना को बढ़ावा देता है जो शरीर से विषाक्त पदार्थों से छुटकारा पाने में मदद करते है। अपने शरीर से अतिरिक्त वजन को कम करने के लिए काली मिर्च को अपने दैनिक आहार में शामिल करें। सुबह काली मिर्च का सेवन करने से वजन को कम करने में मदद मिल सकती है।
(और पढ़ें – काली मिर्च के फायदे और नुकसान)
यदि आप आसानी से अपने वजन को कंट्रोल करना चाहते हैं तो काली मिर्च का सेवन कर सकते हैं। आप प्रतिदिन 4-5 काली मिर्च का सेवन कर सकते हैं।
इस जड़ी बूटी से बढ़ते वजन को नियंत्रित किया जा सकता है। इसके लिए आपको चाहिए ¼ चम्मच काली मिर्च पाउडर, ½ चम्मच शहद और 1 कप पानी।
आप पानी में कालीमिर्च पाउउर और शहद को अच्छी तरह से मिलाएं और इसका दिन में 2 बार सेवन करें। कालीमिर्च वसा कोशिकाओं के विकास को रोकने में मदद कर सकती है। जिससे आपके वजन को बढ़ने से रोका जा सकता है।
औषधीय गुणों से भरपूर अदरक का उपयोग आपके स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है। लेकिन यदि आप अपने वजन को कम करना चाहते हैं तो अदरक चाय एक बेहतर विकल्प हो सकता है। क्योंकि अदरक की चाय वजन को कम करने और सकारात्मक जीवन जीने की प्रक्रिया में अपना अहम योगदान देती है। अदरक में मौजूद घटक शरीर में अतिरिक्त वसा को हटाने में सहायक होते हैं। जिससे आपको सामान्य वजन प्राप्त करने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा अदरक में फाइबर की उच्च मात्रा आपकी भूख को भी नियंत्रित करने में मदद करती है। इस तरह से यदि आप अपने वजन को कम करने का प्रयास कर रहे हैं तो अदरक की चाय का नियमित सेवन प्रारंभ कर सकते हैं।
(और पढ़ें – अदरक की चाय के फायदे और नुकसान)
यदि आप वजन कम करने के लिए अदरक का इस्तेमाल करना चाहते हैं तो अदकर की जड़ या इसके रस का सेवन कर सकते हैं।
(और पढ़ें – अदरक की चाय के फायदे और नुकसान)
इसके लिए आपको 1 अदरक का टुकड़ा, 1 चम्मच शहद और 1 कप पानी की आवश्यकता है। आप 1 कप पानी को उबालें और इसमें कुचले हुए अदरक को मिलाएं। 2 मिनिट तक उबालें और फिर इस जड़ी बूटी वाली चाय को छान लें। आप इस चाय में 1 चम्मच शहद मिलाएं और फिर इसका सेवन करें। अदरक आपके पेट के स्वास्थ्य में सुधार कर सकता है। साथ ही यह पेट में मौजूद विषाक्तता को प्रभावी रूप से बाहर कर सकता है।
(और पढ़ें – अदरक के पानी के फायदे और नुकसान)
जीरा एक औषधीय मसाला है जिसका उपयोग आयुर्वेद में जड़ी बूटी के रूप में भी किया जाता है। इस मसाले का उपयोग लगभग सभी प्रकार के व्यंजनों में किया जाता है। जीरा में पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करने वाले गुण होते हैं। जिसके कारण वजन घटाने वाली जड़ी बूटियों में जीरे को भी शामिल किया जाता है।
(और पढ़ें – जीरा खाने के फायदे, उपयोग और नुकसान)
आप अपने आहार के साथ या अन्य जड़ी बूटियों के मिश्रण के साथ जीरा पाउडर का सेवन कर सकते हैं। यह निश्चित रूप से आपके वजन को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।
आप वेट लॉस के लिए जीरा पानी का उपयोग कर सकते हैं। इसके लिए आपको 2 चम्मच जीरा, ½ चम्मच शहद और 1 गिलास पानी की आवश्यकता है। आप 1 गिलास पानी में 2 चम्मच जीरा को मिलाएं और रात भर भीगने दें। अगली सुबह आप इस मिश्रण को छान लें और इसमें शहद मिलाएं। इस मिश्रण का सेवन करने से आपको वजन घटाने संबंधी लाभ प्राप्त हो सकते हैं।
(और पढ़ें – जीरा पानी पीने के फायदे और नुकसान)
इसी तरह की अन्य जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए हमारे एंड्रॉएड ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक करें। और आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं।
Homemade face pack for summer गर्मी आपकी स्किन को ख़राब कर सकती है, जिससे पसीना,…
वर्तमान में अनहेल्दी डाइट और उच्च कोलेस्ट्रॉल युक्त भोजन का सेवन लोगों में बीमारी की…
Skin Pigmentation Face Pack in Hindi हर कोई बेदाग त्वचा पाना चाहता है। पिगमेंटेशन, जिसे…
चेहरे का कालापन या सांवलापन सबसे ज्यादा लोगों की पर्सनालिटी को प्रभावित करता है। ब्लैक…
प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं, जिन्हें पहचान कर आप…
त्वचा पर निखार होना, स्वस्थ त्वचा की पहचान है। हालांकि कई तरह की चीजें हैं,…