Vitamin A ki kami ke lakshan in Hindi: विटामिन ए की कमी से शरीर में बहुत सी समस्याएं हो सकती हैं। स्वस्थ शरीर के लिए विटामिन ए बहुत जरूरी होता है। विटामिन ए की कमी से त्वचा और आंखों संबंधित कई बीमारियां होने लगती हैं। शरीर में विटामिन ए की मात्रा कम होने पर शरीर हमे कुछ संकेत देने लगता है, जिससे हम उन्हें पहचान कर विटामिन ए की कमी को दूर कर सकते हैं। इस लेख में हम आपको विटामिन ए की कमी के लक्षणों के साथ ही इसकी कमी को पूरा करने के लिए कुछ विशेष खाद्य पदार्थों के बारे में भी बताएंगे।
विटामिन ए एक वसा में घुलनशील विटामिन है जो अच्छी दृष्टि और मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए महत्वपूर्ण होता है। साथ ही यह हमारे प्रजनन तंत्र और त्वचा सहित कई शारीरिक गतिविधि को करने के लिए अतिमहत्वपूर्ण है। हमारे खाद्य पदार्थों में दो प्रकार के विटामिन ए पाए जाते हैं: पूर्ववर्ती विटामिन ए (preformed vitamin A) और प्रोविटामिन ए (provitamin A)।
पूर्ववर्ती विटामिन ए को रेटिनॉल (retinol) के रूप में भी जाना जाता है और यह आमतौर पर मांस, मछली, अंडे और डेयरी उत्पादों में पाया जाता है। दूसरी ओर, पौधों से प्राप्त खाद्य पदार्थों, जैसे लाल, हरे, पीले और नारंगी फलों और सब्जियों में विटामिन ए कैरोटीनॉयड के रूप में पाया जाता है।
विकसित देशों में विटामिन ए कि कमी बहुत कम लोगो को होती है, लेकिन विकासशील देशों में कई लोगों को पर्याप्त विटामिन ए नहीं मिल पाता है जिससे उनमे विटामिन ए की कमी के लक्षण देखे जा सकते हैं। विटामिन ए कि कमी का सबसे ज्यादा खतरा गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली माताओं, शिशुओं और बच्चों को होता है। सिस्टिक फाइब्रोसिस (Cystic fibrosis) और लम्बे समय तक चलने वाले डायरिया (दस्त) से भी विटामिन ए कमी का खतरा बढ़ सकता है।
विषय सूची
1. विटामिन ए कि कमी के लक्षण – Symptoms of Vitamin A Deficiency in Hindi
2. बहुत अधिक विटामिन ए लेने के नुकसान – Disadvantages of taking too much vitamin A in Hindi
3. कौन से खाद्य पदार्थ विटामिन ए प्रदान करते हैं – What foods provide vitamin A in Hindi
4. किस प्रकार के विटामिन ए सप्लीमेंट्स उपलब्ध हैं? – What kinds of vitamin A dietary supplements are available in Hindi
नीचे विटामिन ए की कमी के 8 संकेत और लक्षण दिए गए हैं-
स्किन का ड्राई होना विटामिन ए की कमी का मुख्य लक्षण होता है। विटामिन ए से हमारी त्वचा की कोशिकाओं का निर्माण होता हें और यह उनकी मरम्मत करने का काम भी करता है। यह त्वचा कि कुछ समस्याओ जेसे सूजन से लड़ने में भी मदद करता है। पर्याप्त विटामिन ए नहीं मिलने से एक्जिमा और अन्य त्वचा की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। एक्जिमा एक ऐसी स्थिति जिसमे त्वचा शुष्क हो जाती हें और उसमे खुजली और सूजन भी आ जाती है। ध्यान रखें कि शुष्क त्वचा के कई कारण हो सकते हैं, लेकिन लबे समय से विटामिन ए की कमी (chronic vitamin A deficiency) इसका मुख्य कारण हो सकता है।
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आंखों की समस्याएं विटामिन ए की कमी से होने वाली समस्याओं में सबसे मुख्य हैं। कुछ मामलों में, शरीर को पर्याप्त मात्रा में विटामिन ए प्राप्त नहीं होने से अंधापन (blindness ) हो सकता है।
सूखी आँखें, या आँसू पैदा करने में असमर्थता, विटामिन ए की कमी के पहले लक्षणों में से एक है। भारत, अफ्रीका और दक्षिण पूर्व एशिया में छोटे बच्चों को जिन आहारों में विटामिन ए की कमी होती है,उनमे आँखों के शुष्क या ड्राई होने का खतरा अधिक होता है। विटामिन ए से भरपूर खाद्य पदार्थ इस स्थिति में सुधार कर सकते हैं। एक अध्ययन में पाया गया है कि 16 महीने के लिए विटामिन ए की उच्च खुराक से भरपूर आहार लेने से शिशुओं और बच्चों में ड्राई ऑय कि समस्या को 63% तक कम किया जा सकता हैं।
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गंभीर विटामिन ए की कमी से रतौंधी नामक बीमारी हो सकती है। कई अध्ययनों से पता चला हें कि विकासशील देशों में रतौंधी की व्यापकता काफी है। इस समस्या के कारण, स्वास्थ्य पेशेवरों या डाक्टरों ने रतौंधी के खतरे से लोगो को बचाने के लिए लोगों में विटामिन ए के स्तर में सुधार करने के लिए काम किया है। एक अध्ययन में, रतौंधी से पीड़ित महिलाओं को भोजन या सप्लीमेंट्स के रूप में विटामिन ए दिया जाना चाहिए। विटामिन ए के दोनों रूपों ने स्थिति में सुधार किया। छह सप्ताह के उपचार में महिलाओं की अंधेरे में देखने की क्षमता होने की क्षमता 50% से अधिक बढ़ गई थी।
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विटामिन ए पुरुषों और महिलाओं दोनों में प्रजनन स्वास्थ्य के लिए आवश्यक होता है, साथ ही साथ शिशुओं के उचित विकास के लिए भी आवश्यक होता हैं। यदि किसी स्त्री को गर्भवती होने में परेशानी हो रही है, तो विटामिन ए की कमी इसका एक कारण हो सकती है। विटामिन ए की कमी से पुरुषों और महिलाओं दोनों में बांझपन का कारण हो सकता है। अध्ययन बताते हैं कि विटामिन ए की कमी वाले मादा चूहों को गर्भवती होने में कठिनाई होती है और भ्रूण का विकास जन्म दोष के साथ हो सकता है।
अन्य शोध बताते हैं कि पुरुषों में बांझपन को समस्या अपने शरीर में ऑक्सीडेटिव तनाव (oxidative stress) के उच्च स्तर के कारण एंटीऑक्सिडेंट की कमी से भी हो सकता है। विटामिन ए उन पोषक तत्वों में से एक है जो शरीर में एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है। विटामिन ए की कमी गर्भपात से भी संबंधित है। एक अध्ययन जिसमे महिलाओं के रक्त में विभिन्न पोषक तत्वों के स्तर का विश्लेषण किया गया, जिन महिलाओं को बार-बार गर्भपात होता था, उसमे पाया गया कि उनमें विटामिन ए का स्तर कम था।
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जिन बच्चों को पर्याप्त मात्रा में विटामिन ए नहीं मिलता है उनका विकास काफी धीमा होता हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि मानव शरीर के समुचित विकास के लिए विटामिन ए आवश्यक है। कई अध्ययनों से पता चला है कि विटामिन ए की खुराक, अकेले या अन्य पोषक तत्वों के साथ, शरीर के विकास में सुधार कर सकती है। इनमें से अधिकांश अध्ययन विकासशील देशों में बच्चों में किए गए थे। वास्तव में, इंडोनेशिया में 1,000 से अधिक बच्चों में एक अध्ययन में पाया गया कि जिन लोगों में विटामिन ए की कमी थी, उनका शारीरिक विकास काफी कम हुआ था। हालांकि,अध्ययनों की समीक्षा में पाया गया कि अन्य पोषक तत्वों के संयोजन के साथ विटामिन ए के सप्लीमेंट लेने पर विटामिन ए की तुलना में वृद्धि पर अधिक प्रभाव पड़ सकता है।
उदाहरण के लिए, दक्षिण अफ्रीका में विकसित होने वाले बच्चे, जिन्हें कई विटामिन और खनिज प्राप्त हुए, उनकी लंबाई उन्ही की उम्र के अन्य बच्चो से अधिक थी। जिन्हें पार्यप्त मात्रा में विटामिन और खनिज प्राप्त नहीं हुए थे।
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गले या छाती में बार-बार संक्रमण, विशेष रूप से, विटामिन ए की कमी का संकेत हो सकता है। विटामिन ए की खुराक श्वसन पथ के संक्रमण होने से बचाती है, लेकिन अनुसंधान के परिणाम मिश्रित हैं। इक्वाडोर में बच्चों के एक अध्ययन से पता चला है कि कम वजन वाले बच्चे जिन्होंने प्रति सप्ताह 10,000 IU विटामिन ए लिया था, उन्हें प्लेसबो (placebo) प्राप्त करने वालों की तुलना में कम श्वसन संक्रमण था।
दूसरी ओर, बच्चों में अध्ययन की समीक्षा में पाया गया कि विटामिन ए की ज्यादा खुराक से छाती और गले में संक्रमण होने का खतरा 8% तक बढ़ सकता है। लेखकों ने सुझाव दिया कि विटामिन ए सप्लीमेंट्स केवल उन लोगों को दिया जाना चाहिए जिन्हें विटामिन ए की ज्यादा कमी है। इसके अलावा, बुजुर्ग लोगों में एक अध्ययन के अनुसार, रक्त में प्रोविटामिन ए कैरोटीनॉइड बीटा-कैरोटीन के उच्च स्तर श्वसन संक्रमण से रक्षा कर सकते हैं।
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जब हमारे शरीरी में चोट लगती है या सर्जरी के बाद ठीक नहीं होने वाले घाव विटामिन ए कि कमी के लक्षण से हो सकते है। ऐसा इसलिए है क्योंकि विटामिन ए स्वस्थ त्वचा के लिए एक महत्वपूर्ण घटक कोलेजन के निर्माण को बढ़ावा देता है। शोध बताते हैं कि मौखिक और सामयिक विटामिन ए (topical vitamin) दोनों त्वचा को मजबूत कर सकते हैं।
चूहों में किये गए एक अध्ययन में पाया गया कि मौखिक विटामिन ए ने कोलेजन उत्पादन में सुधार किया। विटामिन का यह प्रभाव तब भी था जब चूहें स्टेरॉयड ले रहे थे, जो घाव भरने को रोक सकता है। चूहों में अतिरिक्त शोध में पाया गया कि सामयिक विटामिन ए के साथ त्वचा का इलाज मधुमेह से जुड़े घावों को रोकने के लिए किया गया था।
मनुष्यों में अनुसंधान समान परिणाम दिखाते हैं। जिन पुरुषों ने सामयिक विटामिन ए के साथ घावों का इलाज किया था, उनके घावों के आकार में 50% की कमी थी, बल्कि जिन पुरुषों ने क्रीम का उपयोग नहीं किया था उनके घावो में कोई सुधार नहीं था।
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मुँहासे होना भी विटामिन ए की कमी का के लक्षण हो सकता है। चूंकि विटामिन ए त्वचा के विकास को बढ़ावा देता है और सूजन से लड़ता है इसलिए यह मुंहासों को रोकने या उनका इलाज करने में मदद कर सकता है। अध्ययनों से पता चला हें कि कम विटामिन ए के स्तर कारण मुँहासे की समस्या हो सकती है। 200 वयस्कों के एक अध्ययन में पाया गया कि उन लोगों में जिनमे विटामिन ए का स्तर 80 mcg से कम था, उनमे मुहासों की समस्या काफी जादा थी।
विटामिन ए मुँहासे का इलाज कर सकता है। शोध से पता चलता है कि विटामिन ए युक्त क्रीम मुँहासे के घावों की संख्या को 50% कम कर सकती हैं। मुँहासे का इलाज करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला विटामिन ए का सबसे प्रसिद्ध रूप है आइसोट्रेटिनॉइन, या एक्यूटेन (isotretinoin, or Accutane) हैं। यह दवा मुँहासे के इलाज में बहुत प्रभावी हो सकती है, लेकिन इसके कई दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं, जिनमें मूड में बदलाव और जन्म दोष आदि शामिल हैं।
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विटामिन ए समग्र स्वास्थ्य के लिए मूल्यवान है। हालांकि, इसकी बहुत अधिक मात्रा लेना खतरनाक हो सकता है।
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विटामिन ए कई खाद्य पदार्थों में स्वाभाविक रूप से पाया जाता है। आप विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ खाकर विटामिन ए की अनुशंसित मात्रा प्राप्त कर सकते हैं:
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विटामिन ए आहार सप्लीमेंट्स में उपलब्ध है, आमतौर पर रेटिनाइल एसीटेट या रेटिनायल पामिटेट (प्रीफॉर्मेड विटामिन ए), बीटा-कैरोटीन (प्रोविटामिन ए), या प्रीफॉर्म और प्रोविटामिन ए के संयोजन के रूप में उपलब्ध होता है। अधिकांश मल्टीविटामिन-खनिज की खुराक में विटामिन ए होता है। आहार सप्लीमेंट्स जिसमें केवल विटामिन ए होता है, भी उपलब्ध हैं।
यदि आपको लग रहा है कि आपको विटामिन ए की कमी है, तो अपने डॉक्टर या स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से बात करें। सही खाद्य पदार्थ और पूरक आहार के साथ, विटामिन ए की कमी को ठीक किया जा सकता है।
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