Vitamin B Complex in Hindi विटामिन बी कॉम्प्लेक्स पोषक तत्वों का एक समूह होता है जो शरीर के लिए महत्वपूर्ण कार्यों को करने में अपनी भूमिका निभाता है। ये विटामिन विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों में सीमित मात्रा में पाए जाते हैं जिसके कारण लोगों को आहार के माध्यम से केवल इन विटामिन की सीमित मात्रा ही मिल सकती है, जो शायद दैनिक कार्यों के लिए पर्याप्त ना हो। उम्र, गर्भावस्था, चिकित्सा परिस्थितियां, आनुवांशिकी, दवा और शराब ये सभी कारक शरीर द्वारा विटामिन बी-कॉम्प्लेक्स की मांग में वृद्धि करते हैं।
वे पोषक तत्व जिनमें सभी आठ प्रकार के विटामिन-बी होते हैं, उन्हें बी-कॉम्प्लेक्स विटामिन कहा जाता है। आज के इस लेख में आप विटामिन बी-कॉम्प्लेक्स क्या है इसके फायदे और संभावित नुकसान (साइड इफेक्ट्स) के बारे जानेंगे।
विषय सूची
1. विटामिन बी कॉम्प्लेक्स क्या हैं – What is Vitamins B Complex in Hindi
2. विटामिन बी कॉम्प्लेक्स के प्रकार – Types of Vitamins B Complex in Hindi
3. विटामिन बी की कमी से होने वाले रोग – Vitamin B deficiency diseases in hindi
4. विटामिन बी कॉम्प्लेक्स की कमी के लक्षण – Symptoms of Vitamin B12 Deficiency in hindi
5. विटामिन बी कॉम्प्लेक्स की जरुरत किसे अधिक है – Who Should Take Vitamins B Complex in Hindi
6. विटामिन बी कॉम्प्लेक्स के स्रोत – Sources of Vitamins B Complex in hindi
7. विटामिन बी कॉम्प्लेक्स के फायदे – Vitamins B Complex Benefits in Hindi
8. विटामिन बी कॉम्प्लेक्स के नुकसान – Vitamin B complex side effects in Hindi
बी-कॉम्प्लेक्स सप्लीमेंट्स में सामान्यता सभी आठ प्रकार के विटामिन-बी को एक गोली में पैक किया जाता हैं।
विटामिन बी अनेक कार्यों को करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता हैं, और अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए भी महत्वपूर्ण हैं। चूँकि विटामिन-बी पानी में घुलनशील होते हैं, जिसके कारण शरीर इन विटामिन को स्टोर करके नहीं रख पाता है। अतः विटामिन बी की पूर्ति प्रतिदिन आहार के रूप में करनी आवश्यक होती है।
(और पढ़े – विटामिन सी की कमी दूर करने के लिए ये खाद्य पदार्थ…)
ये मुख्यतः 8 प्रकार के होते है (1)
बी1 (थायामिन) (thiamine) – यह विटामिन पोषक तत्वों को ऊर्जा में बदलने में और चयापचय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस विटामिन की प्राप्ति स्रोतों में पोर्क (सुअर का मांस), सूरजमुखी के बीज और गेहूं में प्रमुख है।
बी2 (राइबोफ्लेविन) (riboflavin) – राइबोफ्लेविन भोजन को अपघटित कर ऊर्जा उत्पन्न करने में मदद करता है और एंटीऑक्सीडेंट के रूप में भी कार्य करता है। राइबोफ्लेविन के अच्छे स्त्रोत के रूप में मांस और मशरूम शामिल हैं।
बी3 (नियासिन) (niacin) – यह विटामिन चयापचय, डीएनए (DNA) उत्पादन और उसकी मरम्मत करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। खाद्य स्रोतों के रूप में चिकन, टूना फिश (tuna) और दाल शामिल हैं।
बी5 (पैंटोथैनिक एसिड) (pantothenic acid) – अन्य विटामिन बी की तरह, पैंटोथैनिक एसिड भी शरीर को ऊर्जा प्रदान करने में मदद करता है, तथा हार्मोन और कोलेस्ट्रॉल उत्पादन में भी अपना योगदान देता है। मछली, दही और एवोकैडो आदि में यह विटामिन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
बी6 (पायरीडॉक्सीन) (pyridoxine) – पायरीडॉक्सीन एमिनो एसिड चयापचय, लाल रक्त कोशिका उत्पादन और न्यूरोट्रांसमीटर के निर्माण में भाग लेता है। इस विटामिन के सबसे अच्छे स्त्रोत के रूप में निम्न खाद्य पदार्थों जैसे – चने, सैल्मन फिश और आलू शामिल हैं।
बी7 (बायोटिन) (biotin) – कार्बोहाइड्रेट और वसा के चयापचय के लिए बायोटिन (विटामिन बी3) आवश्यक है, और इसके साथ-साथ जीन अभिव्यक्ति को भी नियंत्रित करता है। खमीर, अंडे, सैल्मन, पनीर बायोटिन के सर्वोत्तम खाद्य स्रोतों में शामिल हैं।
बी9 (फोलेट) (folate) – कोशिका विकास, एमिनो एसिड चयापचय, लाल और सफेद रक्त कोशिकाओं का निर्माण और उचित कोशिका विभाजन के लिए फोलेट अति महत्वपूर्ण होता है। यह पत्तेदार हरी सब्ज़ियां और सेम जैसे खाद्य पदार्थों में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
बी12 (कोबामिनिन) (cobalamin) – सभी बी विटामिनों में सबसे महत्वपूर्ण विटामिन-बी 12 न्यूरोलॉजिकल फ़ंक्शन, डीएनए उत्पादन और लाल रक्त कोशिकाओं के विकास के लिए सबसे महत्वपूर्ण है। विटामिन b12 का रासायनिक नाम सायनोकोबालामिन (Cyanocobalamin) हैं।(2) बी12 सामान्य रूप से मांस, अंडे, समुद्री भोजन और डेयरी उत्पाद में पाया जाता है।
इन सभी विटामिन के कार्य महत्वपूर्ण होते है, और इन कार्यों के लिए सभी विटामिन-बी की अलग-अलग मात्रा की आवश्यकता होती है।
(और पढ़े – विटामिन बी12 के फायदे स्रोत और स्वास्थ्य लाभ…)
विटामिन बी 12 की कमी संभावित रूप से मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र के लिए गंभीर और अपरिवर्तनीय क्षति का कारण बन सकती है।
Vitamin B के सामान्य स्तर से थोड़ा कम स्तर पर, थकान, सुस्ती, अवसाद, खराब स्मृति, श्वासहीनता, सिरदर्द, और पीले रंग की त्वचा जैसे लक्षण दिखाई देते है
जो की विशेष रूप से वृद्ध लोगों (60 वर्ष से अधिक) में अनुभव किये जा सकते है जो उम्र बढ़ने के कारण पेट में कम एसिड पैदा करते हैं, जिससे बी12 की कमी की संभावना बढ़ जाती है।
विटामिन बी 12 की कमी के कारण निम्न रोग भी विकसित हो सकते हैं:
(और पढ़े – अवसाद (डिप्रेशन) क्या है, कारण, लक्षण, निदान, और उपचार…)
यदि किसी को विटामिन बी 12 की कमी होती है, तो आपको एनीमिया हो सकता है और आप एनीमिक बन सकते हैं। विटामिन बी 12 की हल्की कमी से कोई लक्षण नहीं हो सकता है। लेकिन अगर इलाज नहीं किया जाता है, तो इससे लक्षण हो सकते हैं (3)
(और पढ़े – एसिड रिफ्लक्स के कारण, लक्षण, जांच, इलाज, और परहेज…)
गर्भावस्था के दौरान भ्रूण विकास के लिए विटामिन बी, विशेष रूप से बी12 और बी9 (फोलेट) की बहुत अधिक आवश्यकता होती है।
गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं को, विशेष रूप से वे महिलाएं जो शाकाहारी भोजन का सेवन करती हैं, विटामिन बी कॉम्प्लेक्स का सेवन करना महत्वपूर्ण है। गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं में बी 12 या बी 9 (फोलेट) की कमी से भ्रूण या शिशु में गंभीर न्यूरोलॉजिकल (neurological) क्षति या जन्म दोष हो सकते हैं।
(और पढ़े – गर्भावस्था में आहार जो देगा माँ और बच्चे को पूरा पोषण…)
जैसे-जैसे उम्र बढ़ती हैं, विटामिन बी12 को शरीर द्वारा अवशोषित करने की क्षमता में कमी होती जाती है जिससे भूख कम लगती है इस स्थिति में लोगों को सिर्फ आहार के माध्यम से पर्याप्त बी12 प्राप्त करना मुश्किल हो जाता है। शरीर द्वारा बी12 को भोजन से मुक्त करने की क्षमता, पेट के एसिड की पर्याप्त मात्रा पर निर्भर करती है।
हालांकि, यह अनुमान लगाया गया है कि 50 से अधिक उम्र के लोगों में से 10-30% व्यक्ति बी12 को अवशोषित करने के लिए पर्याप्त पेट एसिड पैदा नहीं कर पाते हैं।
अतः ऐसे व्यक्तियों को विटामिन बी की पर्याप्त मात्रा ग्रहण करने के लिए विटामिन बी कॉम्प्लेक्स की गोली की आवश्यकता होती है।
(और पढ़े – रजोनिवृत्ति के कारण, लक्षण और दूर करने के उपाय…)
आम तौर पर निर्धारित दवा का अनिश्चित कालीन सेवन विटामिन बी में कमी का कारण बन सकती हैं।
उदाहरण के लिए, प्रोटॉन पंप इनहिबिटर (proton pump inhibitors), जो पेट एसिड को कम करने की दवाएं हैं, विटामिन-बी12 के अवशोषण को कम कर सकती हैं, इसी के साथ मेटफोर्मिन (metformin), एक लोकप्रिय मधुमेह दवा, बी12 और बी9 (फोलेट) दोनों के स्तर को कम कर सकती है।
जन्म नियंत्रण गोलियां विटामिन बी6, बी12, बी9 (फोलेट) और बी2 (राइबोफ्लेविन) सहित अन्य विटामिन बी के स्तर को भी कम कर सकती हैं।
अतः इस स्थति में बी-कॉम्प्लेक्स विटामिन लेना जरुरी हो जाता है।
(और पढ़े – एंटीऑक्सीडेंट युक्त खाद्य पदार्थ और उनके फायदे…)
मांस, डेयरी, अंडे और समुद्री भोजन जैसे पशु उत्पादों में विटामिन बी12 स्वाभाविक रूप से अधिक पाया जाता है। इस बजह से शाकाहारियों को बी12 की कमी होने का खतरा अधिक होता है अतः दैनिक बी-कॉम्प्लेक्स विटामिन सुनिश्चित करने से इस खतरे को कम करने में मदद मिल सकती है।
(और पढ़े – विटामिन ए के फायदे, स्रोत और इसके नुकसान…)
विटामिन बी -12 स्वाभाविक रूप से पशु उत्पादों, जैसे कि मछली, मांस, अंडे और डेयरी उत्पादों में पाया जा सकता है। यह आमतौर पर पौधे के खाद्य पदार्थों में नहीं होता है।
Vitamin B -12 के अच्छे आहार स्रोतों में शामिल हैं:
कुछ प्रकार के सोया दूध और नाश्ता में लिए जाने वाले अनाज विटामिन बी -12 के साथ पाए होते हैं।
(और पढ़े – अच्छी सेहत के लिए विटामिन डी युक्त भोजन…)
विटामिन बी कॉम्प्लेक्स वास्तव में विटामिन का एक समूह है जिसमें आठ प्रकार के विटामिन-बी शामिल हैं।
ये सभी प्रकार के विटामिन, शरीर में विभिन्न कार्यों को करने में अपनी भूमिका निभाते हैं और बहुत से लाभ प्रदान करते हैं।
(और पढ़े – अस्थमा (दमा) के कारण, लक्षण, उपचार एवं बचाव…)
(और पढ़े – लीवर की कमजोरी कारण लक्षण और दूर करने के उपाय…)
इसी तरह की अन्य जानकरी हिन्दी में पढ़ने के लिए हमारे एंड्रॉएड ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं। और आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं।
Homemade face pack for summer गर्मी आपकी स्किन को ख़राब कर सकती है, जिससे पसीना,…
वर्तमान में अनहेल्दी डाइट और उच्च कोलेस्ट्रॉल युक्त भोजन का सेवन लोगों में बीमारी की…
Skin Pigmentation Face Pack in Hindi हर कोई बेदाग त्वचा पाना चाहता है। पिगमेंटेशन, जिसे…
चेहरे का कालापन या सांवलापन सबसे ज्यादा लोगों की पर्सनालिटी को प्रभावित करता है। ब्लैक…
प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं, जिन्हें पहचान कर आप…
त्वचा पर निखार होना, स्वस्थ त्वचा की पहचान है। हालांकि कई तरह की चीजें हैं,…