Vitamin B1 In Hindi: विटामिन मानव शरीर के लिए बेहद आवश्यक होते हैं, जिसमें से विटामिन बी1 (थायमिन) मस्तिष्क और तंत्रिका कार्यों को नियंत्रित करने के लिए महत्वपूर्ण है। मनुष्यों को विटामिन बी1 की निरंतर आपूर्ति की आवश्यकता होती है, क्योंकि यह शरीर में स्टोर नहीं होता है। अतः इसे दैनिक आहार के माध्यम से प्राप्त किया जाना चाहिए। विटामिन बी1 (थायमिन) की कमी और अधिकता दोनों ही स्थितियां अनेक बीमारियों का कारण बन सकती हैं, अतः विटामिन बी1 या थायमिन सप्लीमेंट की आवश्यक मात्रा को प्राप्त करने के लिए डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए।
आज का यह लेख विटामिन बी 1 के बारे में ही है इस लेख में आप विटामिन बी 1 क्या है, थायमिन के स्त्रोत, कार्य, विटामिन बी 1 के लाभ, हानि और विटामिन बी 1 कमी के लक्षण और होने वाले रोगों के बारे में जानेगें।
विषय सूची
1. विटामिन बी 1 से सम्बंधित महत्वपूर्ण तथ्य – Important fact of Vitamin B1 in Hindi
2. विटामिन बी1 क्या है – What is vitamin b1 in hindi
3. विटामिन बी1 के स्रोत और खाद्य पदार्थ – Vitamin b1 foods and Sources in hindi
4. विटामिन बी1 की अनुशंसित मात्रा – Vitamin b1 recommended dosage in hindi
5. विटामिन बी1 के कार्य – Vitamin b1 function in Hindi
6. विटामिन बी 1 के लाभ – Vitamin b1 benefits in Hindi
7. विटामिन बी1 का दवा के रूप में उपयोग – Vitamin b1 uses in medicine in Hindi
8. विटामिन बी1 की कमी – Vitamin b1 deficiency in Hindi
9. विटामिन बी1 की कमी के लक्षण – Vitamin b1 deficiency symptoms in Hindi
10. विटामिन बी की कमी से होने वाले रोग – Vitamin b1 deficiency disease in Hindi
11. विटामिन बी1 साइड इफेक्ट – Vitamin b1 (thiamine) side effects in Hindi
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क्या आप जानते है कि, विटामिन बी1 को थायमिन के नाम से भी जाना जाता है। विटामिन बी1 खमीर, अनाज, सेम, नट्स और मांस सहित कई खाद्य पदार्थों में प्राकृतिक रूप में पाया जाता है। थायमिन को कभी-कभी “एंटी-स्ट्रेस” (anti-stress) विटामिन भी कहा जाता है।
विटामिन बी1 एक पानी में घुलनशील विटामिन है। यह विटामिन पानी में घुलनशील होने के कारण रक्तप्रवाह के माध्यम शरीर के विभिन्न हिस्सों तक पहुँचता है, तथा शरीर द्वारा उपयोग नहीं किए जाने पर, इसे मूत्र के माध्यम से बाहर कर दिया जाता है।
थायमिन, शरीर में कार्बोहाइड्रेट को ऊर्जा के रूप में बदलने और ग्लूकोज चयापचय के लिए आवश्यक है, तथा तंत्रिका, मांसपेशियों और हृदय संबंधी कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
थायमिन का उपयोग, विटामिन बी1 की कमी का उपचार करने या अनेक रोगों की रोकथाम में किया जाता है। इसके अतिरिक्त थायमिन इंजेक्शन का उपयोग, विटामिन बी1 की लंबे समय तक कमी के कारण उत्पन्न होने वाले बेरीबेरी (beriberi) रोग की स्थिति का इलाज करने के लिए भी किया जाता है।
खाद्य पदार्थों को गर्म करने, पकाने और पानी में उबालने से उनमें उपस्थित थायमिन (विटामिन बी1) नष्ट हो जाता है। क्योंकि विटामिन बी1 पानी में घुलनशील है, इसलिए यह खाना पकाते समय पानी में घुल जाता है।
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विटामिन बी1 के उच्च खाद्य स्त्रोतों में निम्न को शामिल किया जा सकता है, जैसे:
जिन फल और सब्जियों में विटामिन बी1 अच्छी मात्रा में उपस्थित होता है, उनमें शामिल हैं:
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मनुष्यों को विटामिन बी1 की निरंतर आपूर्ति की आवश्यकता होती है, क्योंकि शरीर में विटामिन बी1 का संचय नहीं होता है। अतः प्रतिदिन इसकी एक निश्चित मात्रा को दैनिक आहार के माध्यम से प्राप्त किया जाना आवश्यक होता है।
थियामिन की कमी को रोकने में मदद करने के लिए अनुशंसित दैनिक सेवन (recommended daily intake (RDI) पुरुषों के लिए 1.2 mg और महिलाओं के लिए 1.1 mg है। इसके अतिरिक्त किसी भी उम्र की गर्भवती या स्तनपान करने वाली महिलाओं को हर दिन 1.4 मिलीग्राम थायमिन के सेवन की सिफारिश की जाती है।
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थायमिन, मानव शरीर के लिए बेहद जरूरी होता है, और अनेक प्रकार के शारीरिक कार्यों में अपना योगदान देता है। विटामिन बी1 (थायमिन) के कार्यों में निम्न को शामिल किया जाता है, जैसे:
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मानव शरीर में विटामिन बी 1 अनेक प्रकार के कार्यों में अपना योगदान देने के साथ-साथ अनेक प्रकार के स्वास्थ्य सम्बन्धी लाभों को भी प्रदान करता है, जिनमें शामिल हैं:
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विटामिन बी1 के निम्न स्तर से सम्बंधित स्थितियों या परिधीय न्यूरोपैथी (Peripheral neuropathy) का इलाज करने के लिए थायमिन सप्लीमेंट या थायमिन दवाओं का उपयोग किया जा सकता है। कोमा में रहने वाले व्यक्तिओं को इलाज के दौरान थायमिन इंजेक्शन दिया जा सकता है।
डॉक्टर द्वारा थायमिन सप्लीमेंट की सिफारिश अनेक स्वास्थ्य स्थितियों के इलाज के दौरान की जा सकती है, जैसे:
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विटामिन बी1 या थायमिन की कमी के विकास का सबसे अधिक खतरा शराबियों तथा क्रोहन या एनोरेक्सिया रोग से पीड़ित व्यक्तिओं को होता है। अर्थात अत्यधिक शराब का सेवन, थायमिन की कमी से सम्बंधित बीमारियों का कारण बन सकता है। इसके अरितिक्त कुछ खाद्य पदार्थ और आहार शरीर में थायमिन अवशोषण में हस्तक्षेप कर, थायमिन की कमी के जोखिम को बढ़ा सकते हैं, जिनमें शामिल हैं:
शरीर में विटामिन बी1 या थायमिन की कमी दिल, दिमाग और तंत्रिका तंत्र के कार्यों को प्रभावित कर सकती है। हालांकि थायमिन की कमी दुर्लभ है। थायमिन की कमी मुख्य रूप से बेरीबेरी और वेर्निक-कोर्साकोफ सिंड्रोम का कारण बनती है।
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विटामिन बी1 की कमी आमतौर पर बेरीबेरी रोग से सम्बंधित लक्षणों के उत्पन्न होने का कारण बनती है, बेरीबेरी रोग परिधीय नसों (peripheral nerves) से सम्बंधित समस्याओं की एक स्थिति है। विटामिन बी1 या थायमिन की कमी व्यक्तिओं में निम्न लक्षणों के प्रगट होने का कारण बन सकती है, जिनमें शामिल हैं
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थायमिन की कमी से दो बड़ी स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जिनमें शामिल हैं: बेरीबेरी और वेर्निक कोर्साकोफ सिंड्रोम ।
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खाद्य पदार्थों के माध्यम से विटामिन बी1 का अधिक सेवन किसी भी प्रकार के जोखिम को उत्पन्न नहीं करता है। कुछ व्यक्तियों में विटामिन बी1 सप्लीमेंट का सेवन एलर्जी से संबंधित लक्षणों को उत्पन्न कर सकता है, जो कि चिकित्सकीय आपातकाल की स्थिति हो सकती है। कुछ व्यक्तियों में थायमिन से संबंधित एलर्जी की प्रतिक्रियाओं में निम्न को शामिल किया जा सकता है, जैसे:
विटामिन बी1 या थायमिन के कम गंभीर दुष्प्रभाव में निम्न को शामिल किया जा सकता है, जैसे कि:
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