Vitamin B12 Foods List In Hindi विटामिन B12 हमारे शरीर के लिए एक आवश्यक पोषक तत्व है। विटामिन बी12 की कमी को पूरा करने के लिए हमें कुछ विशेष प्रकार के आहारों की आवश्यकता होती है। क्योंकि अन्य पोषक तत्वों की तरह इस पोषक तत्व को हमारा शरीर स्वयं उत्पन्न नहीं कर सकता है। विटामिन बी 12 तंत्रिका तंत्र को सुचारु रुप से चलाने के लिए और लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में आवश्यक है यह विटामिन आपके हृदय, मूड, त्वचा, बाल, पाचन और ऊर्जा के स्तर को सही रखता है विटामिन बी 12 की कमी से कई तरह के रोगों के होने का खतरा बना रहता है । इसलिए विटामिन बी12 की कमी को केवल आहार और सप्लिमेंट आदि से ही पूरा किया जा सकता है। आइए आज हम आपको बताते हैं कि आप किन-किन शाकाहारी और मांशाहारी खाद्य पदार्थों के सेवन शरीर में विटामिन बी 12 की कमी को पूरा किया जा सकता है।
गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं में विटामिन बी12 की कमी के लक्षण आमतौर पर देखे जा सकते हैं। इसलिए विटामिन बी12 की कमी को दूर करने के लिए उन्हें विशेष आहारों का सेवन करने की आवश्यकता होती है। आज इस लेख में आप विटामिन बी12 की कमी को पूरा करने के लिए खाएं जाने वाले खाद्य पदार्थों की जानकारी प्राप्त करेगें।
विषय सूची
1. विटामिन बी 12 की कमी के लक्षण – Vitamin B12 deficiency symptoms in Hindi
2. विटामिन बी12 की कमी दूर करने वाले आहार – Vitamin B12 ki kami dur karne wale Aahar in Hindi
3. विटामिन बी12 की कमी को दूर करने वाले मांसाहार – Non-vegetarians food for deficiency of Vitamin B12 in Hindi
4. विटामिन बी12 खाद्य पदार्थ सूची शाकाहारी – vitamin b12 rich indian vegetarian foods in Hindi
5. विटामिन बी12 डाइट के नुकसान – Vitamin B12 diet ke Nuksan in Hindi
विटामिन बी 12 की कमी के कारण सबसे आम लक्षणों में एनीमिया न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर शामिल होते हैं यदि आपके शरीर में पर्याप्त मात्रा में विटामिन बी12 नहीं है तो आपको निम्न लक्षणों का अनुभव हो सकता है।
जैसे सामान्य लक्षण विटामिन बी12 की कमी के हो सकते हैं यदि आप इन लक्षणों का अनुभव करते हैं तो अपने डॉक्टर से बात करें और अपने विटामिन बी12 के स्तर को सामान्य करें।
शाकाहारियों में, शराब का अधिक सेवन करने वालों में, गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों में इसकी कमी को पूरा करने के लिए विटामिन बी 12 के पूरक सप्लीमेंट को लिया जाता है।
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हमारा शरीर अधिकांश पोषक तत्वों को स्वयं ही उत्पादन कर सकता है जो हमारे स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं। लेकिन कुछ ऐसे पोषक तत्व होते हैं जिन्हें हमारा शरीर स्वयं ही उत्पन्न नहीं कर सकता है। इस प्रकार के पोषक तत्वों में Vitamin B12 भी शामिल है। इसलिए विटामिन बी12 की कमी से होने वाले रोगों से बचने और विटामिन बी12 की कमी को पूरा करने के लिए कुछ खाद्य पदार्थों का अनिवार्य रूप से सेवन किया जाना चाहिए। इन खाद्य पदार्थों का नियमित सेवन करने से न केवल विटामिन बी12 बल्कि अन्य पोषक तत्व प्राप्त किये जा सकते हैं जो हमारे बेहतर स्वास्थ्य के लिए आवश्यक हैं।
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हमारे शरीर में पोषक तत्वों की कमी को दूर करने का सबसे अच्छा उपाय पौष्टिक और संतुलित आहार होता है। लेकिन कुछ विशेष प्रकार के पोषक तत्वों की मात्रा मांसाहारी भोजन में उच्च होती है। विटामिन बी12 भी इन्हीं पोषक तत्वों में से एक है। इस घटक की कमी को दूर करने के लिए आप कुछ विशेष प्रकार के मांसाहारी भोजन का सेवन कर सकते हैं। आइए इन्हें जानें।
ऑर्गन मीट उन बेहतरीन खाद्य पदार्थों में से एक है जो विटामिन बी12 की कमी को पूरा कर सकता है। जानवरों के जिगर और गुर्दें (Liver and kidneys) विशेष रूप से भेड़ के बच्चे में विटामिन बी12 की उच्च मात्रा होती है। भेड़ के बच्चे का लगभग 100 ग्राम मांस का सेवन करने से विटामिन बी12 की दैनिक जरूरत का लगभग 1500% हिस्सा प्राप्त किया जा सकता है। भेड़ के बच्चे के मांस में अन्य जानवरों की तुलना में विटामिन बी12 अधिक मात्रा होती है। इसके अलावा भेड़ के बच्चे के जिगर में कॉपर, सेलेनियम और विटामिन A और B2 की भी उच्च होता है। यदि आपको भी विटामिन बी12 की कमी है तो इसे दूर करने के लिए आप अपने साप्ताहिक भोजन में ऑर्गन मीट शामिल कर सकते हैं। यह विटामिन बी12 की कमी को दूर करने वाले आहारों में से एक है।
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क्लैम (Clams) एक प्रकार की छोटी शेलफिश होते हैं जो पोषक तत्वों से भरपूर हैं। इस प्रकार की मोलस्क (mollusk) दुबले प्रोटीन का अच्छा स्रोत होती हैं। साथ ही इसमें विटामिन बी12 की उच्च मात्रा होती है। जिन लोगों को विटामिन बी12 की कमी होती है उनहें नियमित रूप से इन सीप का सेवन करना चाहिए। अध्ययनों से पता चलता है कि लगभग 20 छोटे क्लैम का सेवन करने से दैनिक आवश्यकता का लगभग 300% विटामिन बी12 प्राप्त किया जा सकता है। इसके अलावा क्लैम में एंटीऑक्सीडेंट भी भरपूर मात्रा में होते हैं। विटामिन बी12 की कमी को दूर करने के लिए क्लैम के शोरबा का भी सेवन किया जा सकता है क्योंकि यह भी विटामिन बी12 की उच्च मात्रा से भरपूर होता है।
सार्डिन एक छोटी और पौष्टिक समुद्री मछली है। उपलब्धता के अभाव के कारण यह मछली विशेष रूप से डिब्बाबंद बेची जाती हैं। आप चाहें तो इन्हें ताजा भी खरीद सकते हैं। सार्डिन मछली को सुपर फूड के रूप में उपभोग किया जाता है क्योंकि इनका सेवन करने से विटामिन बी12 की दैनिक जरूरत का लगभग 2 गुना हिस्सा प्राप्त किया जा सकता है। इसके अलावा सार्डिन मछली में ओमेगा-3 फैटी एसिड भी उच्च मात्रा होता है जो कई स्वास्थ्य लाभ दिलाने में सहायक होता है। नियमित रूप से सार्डिन मछली का सेवन कर आप विटामिन बी12 की कमी को पूरा करने के साथ ही हृदय रोग और सूजन संबंधी समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं।
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टूना फिश में प्रोटीन, विटामिन और खनिज पदार्थों के साथ ही अन्य पोषक उच्च मात्रा में होते हैं। इनके अलावा टूना फिश में विटामिन बी12 भी उच्च मात्रा में होता है विशेष रूप से मछली की त्वचा के नीचे मांसपेशियों में जिसे डार्क मसल्स (dark muscles) के नाम से जाना जाता है। अध्ययनों से पता चलता है कि लगभग 100 ग्राम टूना मछली का सेवन करने से विटामिन बी12 की दैनिक जरूरत का 160 प्रतिशत हिस्सा प्राप्त किया जा सकता है। इसके अलावा टूना फिश में भी विटामिन ए और विटामिन बी3 भी होता है। डिब्बा बंद टूना मछली विटामिन बी12 का सबसे अच्छा स्रोत होती है। क्योंकि ताजा टूना फिश की लगभग 165 ग्राम मात्रा का सेवन करने से केवल दैनिक जरूरत का 85 प्रतिशत विटामिन बी12 प्राप्त होता है। आप भी टूना फिश को अपने आहार में शामिल कर विटामिन बी12 प्राप्त कर सकते हैं।
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ऐसा माना जाता है कि रेनवो ट्राउट (Rainbow trout) सबसे स्वस्थ मछलियों में से एक है। यह मछली मुख्य रूप से मीठे पानी में होती है जो स्वस्थ वसा और विटामिन बी का एक बड़ा स्रोत है। ट्राउट फिश की लगभग 100 ग्राम मात्रा का सेवन करने से विटामिन बी12 की दैनिक जरूरत का लगभग 125% भाग प्राप्त किया जा सकता है। साथ ही इसी मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड लगभग 1300 मिलीग्राम से अधिक प्राप्त होता है। इसके अलावा यह मछली ओमेगा-3 फैटी एसिड इकोसैपेंटेनोइक एसिड (eicosapentaenoic acid) और डोकोसाहेक्सैनोइक एसिड (docosahexaenoic acid) का भी अच्छा स्रोत होती है। इस तरह से यदि आप विटामिन बी12 की कमी से बचना चाहते हैं तो अपने आहार में ट्रउट फिश को शामिल कर सकते हैं।
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झींगा (Shrimp) भी मांसाहार में आने वाला एक प्रमुख और पौष्टिक आहार है। दैनिक आहार में झींगा की उचित मात्रा का सेवन करने से विटामिन बी12 की दैनिक आवश्यकता का लगभग 80 प्रतिशत भाग प्राप्त किया जा सकता है। इसके अलावा झींगा में मौजूद अन्य पोषक तत्व हमें हृदय और मस्तिष्क संबंधी स्वास्थ्य समस्याओं से बचाने में सहायक होते हैं। आप अपने आहार में झींगा को सब्जी, कुरकुरे सलाद या सूप आदि के रूप में भी शामिल कर सकते हैं।
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सालमन एक समुद्री मछली है जो ओमेगा-3 फैटी एसिड के उच्चतम स्रोतों में से एक है। लेकिन इस मछली में विटामिन B की भी अच्छी मात्रा होती है। पकी हुई सालमन मछली की लगभग 178 ग्राम मात्रा में विटामिन बी12 की दैनिक जरूरत के आधार पर लगभग 80 प्रतिशत हिस्सा प्राप्त किया जा सकता है। इसके अलावा इसी मात्रा का सेवन करने के दौरान ओमेगा-3 फैटी एसिड की लगभग 40243 मिलीग्राम मात्रा प्राप्त की जा सकती है। इन सभी पोषक तत्वों के साथ ही सालमन मछली से प्रोटीन की बड़ी मात्रा भी प्राप्त की जा सकती है।
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आप अपने शरीर को विटामिन बी12 की कमी से बचाने के लिए केकड़ा का सेवन कर सकते हैं। केकड़े की 80 ग्राम मात्रा का सेवन करने से लगभग 9.8 माइक्रोग्राम विटामिन बी12 प्राप्त होता है। इसके अलावा अध्ययनों से यह भी पता चलता है कि पथरीली और बर्फीली जगहों में होने के कारण केकड़ों में प्रदूषण भी कम होता है। जिस कारण केकड़ा स्वास्थ्य पर किसी प्रकार का दुष्प्रभाव भी नहीं छोड़ता है। आप भी विटामिन बी12 की कमी को दूर करने और शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए केकड़े को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।
अंडे प्रोटीन और विटमिन बी के अच्छे स्रोतों में से एक है। अंडे का नियमित सेवन विशेष रूप से विटामिन बी2 और विटामिन बी12 की कमी को दूर करता है। दो अंडों का सेवन करने से विटामिन बी12 की दैनिक आवश्यकता का लगभग 22 प्रतिशत विटामिन बी2 और लगभग 28 प्रतिशत तक विटामिन बी12 को प्राप्त किया जा सकता है। अध्ययनों से पता चलता है कि अंडे के सफेद भाग की अपेक्षा अंडे की पीली जर्दी (egg yolks) में विटामिन बी12 उच्च मात्रा में होता है। इसलिए अंडे के सफेद भाग (egg whites) का सेवन करने के बजाय पूरे अंडे का सेवन किया जाना फायदेमंद होता है।
नियमित रूप से अंडे को अपने आहार में शामिल कर आप न केवल विटामिन बी12 की कमी को पूरा कर सकते बल्कि यह विटामिन डी की कमी को भी पूरा करने में मदद करत है। विटामिन डी को भी विटामिन बी12 की तरह ही हमारा शरीर स्वयं उत्पादन नहीं कर सकता है।
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शरीर में विटामिन बी12 की कमी को दूर करने के लिए आप शाकाहारी भोजन का भी उपयोग कर सकते हैं। क्योंकि हर व्यक्ति मांसाहरी भोजन नहीं करता है। ऐसी स्थिति में विटामिन बी12 की कमी को पूरा करने के लिए कुछ विशेष शाकाहारी भोजन का सेवन किया जा सकता है। जिनकी मदद से आप अपने आहार में विटामिन बी12 की कमी को दूर कर सकते हैं। आइए जाने बी12 शाकाहारी खाद्य पदार्थ सूची में क्या शामिल हैं।
दूध और डेयरी उत्पाद जैसे दही, पनीर आदि प्रोटीन, विटामिन और बहुत से खनिजों का अच्छा स्रोत होता है। इन पोषक तत्वों में विटामिन बी12 भी शामिल है। 1 कप या लगभग 240 ग्राम दूध का सेवन करने से विटामिन बी12 की दैनिक जरूरत की 18 प्रतिशत तक कमी पूरी जा सकती है। इसके अलावा आप दूध से बने अन्य उत्पादों को भी अपने दैनिक आहार में शामिल कर विटामिन और अन्य पोषक तत्वों को प्राप्त कर सकते हैं। अध्ययनों से पता चलता है कि मांस युक्त खाद्य पदार्थों में मौजूद विटामिन बी12 की अपेक्षा दूध उत्पादों में मौजूद विटामिन बी12 को हमारा शरीर आसानी से अवशोषित कर लेता है। इस तरह से आप भी अपने शरीर में विटामिन बी12 की कमी से बचने के लिए दूध और डेयरी उत्पादों को अपने नियमित आहार में शामिल कर लाभ ले सकते हैं।
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दैनिक आधार पर नियमित रूप से दूध पीना स्वास्थ्य के लिए बहुत ही अच्छा होता है। लेकिन दूध से बने स्विस पनीर से शरीर में विटामिन बी12 की कमी को भी कम किया जा सकता है। स्विस पनीर अन्य पनीर की तुलना में विटामिन बी12 की उच्च मात्रा रखता है। दैनिक आधार पर स्विस पनीर का सेवन करने से दैनिक आवश्यकता का लगभग 14 प्रतिशत हिस्सा प्राप्त किया जा सकता है। इसके अलावा इसे अन्य खाद्य पदार्थों और फलों के साथ सेवन करने पर आपको अतिरिक्त मात्रा में प्रोटीन, फाइबर और वसा आदि की मात्रा भी प्राप्त हो सकती है।
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रिकोटा चीज का नियमित सेवन करना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। क्योंकि यह भी विटामिन बी12 के अच्छे स्रोतों में से एक है। दैनिक आधार पर ½ कप रिकोटा चीज का सेवन करने से आप दैनिक आवश्यकता का लगभग 7 प्रतिशत विटामिन बी12 प्राप्त कर सकते हैं। इस लिए विटामिन बी12 की कमी संबंधी समस्याओं से बचने के लिए आप रिकोटा चीज को अपने दैनिक आहार में शामिल कर लाभ प्राप्त कर सकते हैं।
(और पढ़ें – विटामिन और उनकी कमी से होने वाले रोग )
विटामिन बी12 हमारे शरीर के लिए बहुत ही आवश्यक पोषक तत्वों में से एक है। लेकिन आवश्यकता से अधिक मात्रा लेने पर कुछ आंशिक नुकसान हो सकते हैं। विटामिन बी12 की उच्च मात्रा का सेवन विषाक्तता का कारण नहीं माना जाता है। यहां तक की 1000 एमजीसी खुराक भी हानिकारक नहीं होती है।
हालांकि कुछ लोगों को विटामिन बी12 की उच्च खुराक लेने पर मुंहासे और अन्य त्वचा संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
यदि आप किसी विशेष प्रकार की दवाओं का सेवन कर रहे हैं तो विटामिन बी12 सप्लीमेंट लेने से पहले अपने डॉक्टर की अनुमति लें।
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