Vitamin D rich food in Hindi विटामिन डी एक ऐसा खनिज लवण है जो वसा में आसानी से घुल जाता है। यह हमारे शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को सही तरीके से काम करने, कोशिकाओं के ज्यादा विकास को रोकने एवं हड्डियों के विकसित होने में सहायता करने के लिए बेहद जरूरी होता है। विटामिन डी को सनसाइन विटामिन भी कहते हैं क्योंकि जब हम धूप में होते हैं हमारे शरीर में अपने आप विटामिन डी पैदा हो जाता है। विटामिन डी कोशिकाओं के विकास को नियंत्रित करता है और शरीर की त्वचा पर लालिमा और सूजन नहीं होने देता है। तो आइये जानें कि विटामिन डी युक्त भोजन कौन-कौन से हैं।
हमारे शरीर में कैल्शियम की अवशोषण क्षमता को बढ़ाने में विटामिन डी सहायता करता है और हड्डियों को बलवान भी बनाता है। शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाने पर तरह-तरह बीमारियां हमला करने लगती हैं। सही तरीके से विटामिन डी का सेवन न करने पर हड्डियां अधिक मुलायम और भंगुर हो जाती हैं जिससे व्यक्ति को ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या हो जाती है। विटामिन डी की कमी से बच्चों में रिकेट्स हो जाता है जिससे हड्डियां टूटने और फ्रैक्चर होने लगती है। इसके अलावा शरीर में विटामिन डी की कमी होने पर व्यक्ति को डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, आर्थराइटिस और कुछ मामलों में कैंसर भी हो जाता है।
(और पढ़ें – विटामिन डी की कमी के लक्षण)
हिलसा, छोटी समुद्री मछली या मैकेरल, सैल्मन और टूना जैसी मछलियों में अधिक मात्रा में ऑयल मौजूद होता है जो विटामिन डी का सबसे बढ़िया स्रोत है। आधा टुकड़ा हिलसा मछली खाने से वयस्कों में जरूरी विटामिन डी प्राप्त हो जाता है। इसके अलावा सौ ग्राम डिब्बाबंद सैल्मन मछली खाने से आवश्यक विटामिन डी का करीब 90 प्रतिशत शरीर को मिल जाता है। मैकेरल मछली भी विटामिन डी का महत्वपूर्ण स्रोत है। ठंडे पानी में रहने वाली इस मछली को डिब्बाबंद खरीदकर या फिर कच्चा भी खाया जा सकता है। इन मछलियों में विटामिन डी के साथ ही पर्याप्त खनिज लवण जैसे कैल्शियम, प्रोटीन और फॉस्फोरस प्रचुरता में पाया जाता है।
(और पढ़ें – टूना मछली के फायदे और नुकसान)
मशरूम विटामिन डी का एक बढ़िया स्रोत है। मशरूम सूर्य की पराबैंगनी किरणें पाकर ही बढ़ता है, जो विटामिन डी का सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है। मशरूम की कई प्रजातियों में विटामिन डी की मात्रा अलग-अलग पायी जाती है। लेकिन बटन मशरूम में विटामिन डी बहुतायत मात्रा में पाया जाता है। चार बड़े मशरूम को नियमित खाने से यह आवश्यक विटामिन डी का करीब तीन प्रतिशत प्रदान करता है और 140 कैलोरी भी प्रदान करता है। इसके अलावा मशरूम खाने से स्वास्थ्य को और भी कई फायदे होते हैं।
(और पढ़ें – मशरूम के फायदे और नुकसान)
अंडे में काफी अधिक मात्रा में विभिन्न तरह के पोषक तत्व मौजूद होते हैं। जो बालों नाखूनों और शरीर को स्वस्थ रखने के लिए बेहद जरूरी होते हैं। रोजमर्रा के लिए जरूरी विटामिन डी का सात प्रतिशत हिस्सा एक बड़ा अंडा खाने से शरीर को प्राप्त हो जाता है। अंडे की जर्दी से आवश्यक विटामिन डी का 6 प्रतिशत मिल जाता है। अंडे की जर्दी में विटामिन ए
, जिंक, आयरन, विटामिन डी और विटामिन के पाया जाता है। इसके अलावा अंडे में प्रोटीन, सल्फर और आवश्यक अमीनो एसिड मौजूद होता है जो शरीर के विकास के लिए और इसे स्वस्थ रखने के लिए बेहद जरूरी होता है।(और पढ़ें – अंडे खाने के फायदे और नुकसान)
सुबह एक गिलास संतरे का जूस पीकर दिन की शुरूआत करने से व्यक्ति काम में अधिक सक्रिय रहता है और उसके शरीर में विटामिन डी की भरपायी हो जाती है। आजकल बाजारों में डिब्बाबंद भी संतरे का जूस आसानी से मिल जाता है। लेकिन आप ताजे और प्राकृतिक रूप से मौजूद संतरे का जूस पीने की कोशिश करें तो इससे आपको भरपूर विटामिन डी मिल जाएगा और आपके शरीर में विटामिन डी की कमी भी नहीं होगी।
(और पढ़ें – संतरा खाने के फायदे और नुकसान)
ओट्स एक ऐसा आहार है जिसमें प्रचुरता में विटामिन डी पाया जाता है। विटामिन डी के साथ ही ओट्स में अन्य स्वास्थ्यवर्धक विटामिन और खनिज लवण पाये जाते हैं। एक कप ओटमील खाने से लगभग 26 प्रतिशत तक विटामिन डी शरीर को प्राप्त हो जाती है। लेकिन ओटमील को खरीदने से पहले उसके पैकेट को बड़े ध्यान से जांच लें कि उस ओट्स में आवश्यक पोषक तत्व मौजूद हैं या नहीं अन्यथा ओटमीट खाना ज्यादा फायदेमंद नहीं होगा।
[और पढ़े – ओट्स खाने के फायदे एवं नुकसान]
बटर में कम लेकिन विटामिन डी की महत्वपूर्ण मात्रा मौजूद होती है। कुछ लोगों का मानना है कि बटर में अधिक संतृप्त वसा पायी जाती है लेकिन आपको यह जानकारी देना जरूरी है कि एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन डी के अवशोषण के लिए शरीर को संतृप्त वसा की ही जरूरत पड़ती है। इसलिए बटर को सीमित मात्रा में खाएं और संतुलित आहार में भी बटर को शामिल करें।
(और पढ़ें – विटामिन डी वाले आहार की जानकरी)
एक गिलास दूध पीने से रोजाना की जरूरत का करीब 20 प्रतिशत विटामिन डी शरीर को प्राप्त हो जाता है। विटामिन डी वसा में घुलता है इस कारण दूध की मलाई को उतारकर पीने से इसमें मौजूद विटामिन डी नष्ट हो जाता है। इसलिए दूध पीने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि आप मलाई सहित दूध पी रहे हैं या नहीं और इसमें सभी पोषक तत्व मौजूद हैं या नहीं अन्यथा इसका ज्यादा लाभ नहीं मिलेगा।
[और पढ़े – अगर आप दूध पीते है तो इन बातों का रखें ध्यान, नहीं तो फायदे की जगह होगा नुकसान]
संतुलित आहार में टोफू को शामिल करने से पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी प्राप्त हो जाता है। इसके अलावा एक कप सादा सोया मिल्क का सेवन करने से भी शरीर को विटामिन डी के साथ ही कैल्शिय बहुतायत में प्राप्त हो जाता है। इसके अलावा आप सोया-दही का भी सेवन कर सकते हैं क्योंकि इससे भी शरीर को विटामिन डी प्राप्त होता है।
(और पढ़ें – सोयाबीन के फायदे उपयोग और नुकसान)
Homemade face pack for summer गर्मी आपकी स्किन को ख़राब कर सकती है, जिससे पसीना,…
वर्तमान में अनहेल्दी डाइट और उच्च कोलेस्ट्रॉल युक्त भोजन का सेवन लोगों में बीमारी की…
Skin Pigmentation Face Pack in Hindi हर कोई बेदाग त्वचा पाना चाहता है। पिगमेंटेशन, जिसे…
चेहरे का कालापन या सांवलापन सबसे ज्यादा लोगों की पर्सनालिटी को प्रभावित करता है। ब्लैक…
प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं, जिन्हें पहचान कर आप…
त्वचा पर निखार होना, स्वस्थ त्वचा की पहचान है। हालांकि कई तरह की चीजें हैं,…