Vitamin F in Hindi: विटामिन एफ का रासायनिक नाम लिनोलिक एसिड (linoleic acid) है। वास्तव में विटामिन एफ दो फैटी एसिड का मिश्रण होता है, जिसमें लिनोलिक एसिड (linoleic acid) और अल्फा-लिनोलेनिक एसिड (alpha-linolenic acid) शामिल हैं। इसे पारंपरिक विटामिन की श्रेणी में नहीं रखा गया है। विटामिन एफ एक वसा है, जो जैविक क्रियाओं के लिए आवश्यक है, इसे शरीर द्वारा संश्लेषित नहीं किया जा सकता है। लिनोलिक एसिड मस्तिष्क के कार्य और प्रतिरक्षा प्रणाली से लेकर त्वचा, बालों के स्वास्थ्य और अनेक कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। विटामिन एफ की कमी अनेक समस्याओं का कारण बन सकती है, जिसके कारण इसकी आवश्यक दैनिक मात्रा का सेवन किया जाना महत्वपूर्ण होता है। इस लेख में विटामिन एफ के बारे में बताया गया है, इस आर्टिकल के माध्यम से आप विटामिन F क्या है इसके स्वास्थ्य लाभ, कार्य, स्रोत और खाद्य पदार्थ के बारे में जान सकते हैं।
हालांकि विटामिन एफ पारंपरिक रूप में विटामिन नहीं है, बल्कि दो आवश्यक असंतृप्त फैटी एसिड, अल्फा-लिनोलेनिक एसिड (alpha-linolenic acid (ALA)) और लिनोलिक एसिड (linoleic acid (LA)) को सम्मलित रूप से विटामिन F कहा जाता है। यह नियमित शरीरिक कार्यों के साथ-साथ मस्तिष्क और हृदय स्वास्थ्य के लिए भी आवश्यक होता है (1)।
अल्फा-लिनोलेनिक एसिड (ALA) ओमेगा-3 वसा परिवार का एक सदस्य है, जबकि लिनोलिक एसिड (LA) ओमेगा-6 परिवार से संबंधित एक महत्वपूर्ण फैटी एसिड है। ये दोनों ही असंतृप्त फैटी एसिड सामान्य रूप से वनस्पति तेल, नट और बीज (seeds) में पाए जाते हैं (2)।
फैटी एसिड के रूप में पाए जाने वाले विटामिन एफ की खोज 1920 के दशक में की गई थी। वैज्ञानिकों ने एक अध्ययन में पाया कि वसा रहित आहार का चूहों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा, जिसका कारण विटामिन एफ (अर्थात ALA और LA) की कमी को बताया गया (3)।
एफ विटामिन में दो प्रकार के वसा, अल्फा-लिनोलेनिक एसिड (ALA) और लिनोलिक एसिड (LA) शामिल होते हैं। ये दोनों ही वसा मानव स्वास्थ्य के लिए आवश्यक फैटी एसिड है। चूंकि शरीर इन फैटी एसिड का निर्माण नहीं कर सकता है, इसलिए इन्हें आहार के माध्यम से प्राप्त किया जाता है (4)।
विटामिन एफ अर्थात् ALA और LA शरीर के निम्नलिखित कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जैसे (5) (6):
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विटामिन एफ की कमी काफी दुर्लभ है। हालांकि, लिनोलेनिक एसिड (ALA) और लिनोलिक एसिड (LA) की कमी से विभिन्न प्रकार के लक्षण और उत्पन्न हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं (7,8):
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विटामिन एफ अर्थात् ALA और LA, शरीर में अन्य महत्वपूर्ण वसा का निर्माण करते हैं, जो अनेक स्वास्थ्य लाभ प्रदान कर सकते हैं। विटामिन एफ के स्वास्थ्य लाभ इस प्रकार हैं:
अल्फा-लिनोलेनिक एसिड (ALA), ओमेगा-3 परिवार का एक प्राथमिक वसा है, जिसके अनेक स्वास्थ्य लाभ हैं। शरीर द्वारा अल्फा-लिनोलेनिक एसिड (ALA) अन्य लाभकारी ओमेगा-3 फैटी एसिड में परिवर्तित हो जाता है, जिसमें इकोसापेंटेनोइक एसिड (eicosapentaenoic acid (EPA)) और docosahexaenoic acid (DHA) शामिल हैं (9)। सम्मलित रूप से अल्फा-लिनोलेनिक एसिड (ALA) के संभावित स्वास्थ्य लाभ निम्न हैं, जैसे:
लिनोलिक एसिड (LA), ओमेगा-6 परिवार का एक प्राथमिक वसा है। मानव शरीर के अन्दर लिनोलिक एसिड (LA) अन्य वसा में परिवर्तित हो जाता है। अतः लिनोलिक एसिड (LA) के संभावित स्वास्थ्य लाभ में निम्न को शामिल किया जा सकता है:
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विटामिन एफ के उच्च स्रोतों में निम्न शामिल हैं:
हालांकि अधिकांश खाद्य स्रोतों में आम तौर पर लिनोलिक एसिड (LA) और अल्फा-लिनोलेनिक एसिड (ALA) दोनों होते हैं, लेकिन दूसरे की तुलना में एक वसा का अधिक अनुपात पाया जाता है।
कुछ सामान्य खाद्य स्रोतों में LA की मात्रा निम्न प्रकार उपस्थित होती हैं, जैसे:
एलए में उच्च खाद्य पदार्थ में भी ALA की कम मात्रा पायी जाती है। हालांकि, अल्फा-लिनोलेनिक एसिड (ALA) की उच्च मात्रा विशेष रूप से निम्न खाद्य पदार्थों में पाई जा सकती है, जैसे:
मछली, अंडे, मांस और डेयरी उत्पाद, में भी ALA और LA की कुछ मात्रा पाई जाती है, लेकिन इन खाद्य पदार्थों में मुख्य रूप से अन्य प्रकार के ओमेगा-6 और ओमेगा-3 फैटी एसिड उच्च मात्रा में उपस्थिति होते हैं।
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कुछ विशेषज्ञों का सुझाव है कि यदि कोई वयस्क व्यक्ति विटामिन F वसा से सबसे अधिक लाभ प्राप्त करना चाहता है, तो उसे प्रतिदिन LA से ALA का 4:1 के अनुपात में या फिर 11 से 16 ग्राम लिनोलिक एसिड (LA) और 1.1 से 1.6 ग्राम अल्फा-लिनोलेनिक एसिड (ALA) का सेवन करना चाहिए(15)।
अतः विटामिन एफ के सभी स्वास्थ्य लाभों को प्राप्त करने के लिए, आहार में LA से ALA का एक स्वस्थ अनुपात बनाए रखना महत्वपूर्ण होता है। ऐसा इसलिए आवश्यक है क्योंकि यह वसा शरीर में विरोधी संकेतों को भेजते हैं। LA और अन्य ओमेगा-6 फैटी एसिड सूजन को प्रेरित करते हैं, जबकि ALA और अन्य ओमेगा-3 फैटी एसिड सूजन को बाधित करने का काम करते हैं (16)।
कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि पश्चिमी आहार (Western diets) में ओमेगा-6 (LA) से ओमेगा-3 (ALA) वसा का अनुपात 20:1 जितना अधिक हो सकता है, जो कि सूजन और हृदय रोग के खतरे में वृद्धि कर सकता है (17)।
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