गर्भावस्था

तरबूज का सेवन गर्भवती महिलाओं के लिए भी है बहुत फायदेमंद, प्रेग्नेंसी की कई समस्याएं होती हैं दूर

तरबूज का सेवन गर्भवती महिलाओं के लिए भी बहुत फायदेमंद माना जाता है (Garbhavastha me tarbuj khane ke fayde), और जब बात गर्मियों की हो तो तरबूज खाना और भी फायदेमंद हो जाता है। तरबूज में पानी की मात्रा अधिक होती है, जिसके कारण यह शरीर को ठंडा रखता है। पानी के अलावा तरबूज में मौजूद फाइबर, पेट और पाचन (Digestion) को स्वस्थ बनाये रखते हैं। तरबूज में 90% पानी होता है, इसलिए इसे सबसे अच्छा हाइड्रेटिंग फल (Hydrating fruit) माना जाता है। यही नहीं, गर्मी के मौसम में आने वाले जूस से भरे तरबूज गर्भवती महिलाओं के लिए भी बहुत फायदेमंद (Watermelon benefits for pregnant women in Hindi) होते हैं। वैसे तो तरबूज खाने के कई फायदे हैं, लेकिन सवाल यह है कि तरबूज को गर्भावस्था में खाया जा सकता है या नहीं।

गर्भावस्था में महिलाओं को खानपान का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी जाती है। ऐसी स्थिति में, यदि तरबूज मौजूद है, तो आप इसे बिना किसी डर के खा सकतीं हैं क्योंकि कई शोध बताते हैं कि गर्भावस्था में तरबूज का सेवन फायदेमंद होता है। आइए हम आपको गर्भावस्था के दौरान तरबूज खाने के फायदे (watermelon benefits during pregnancy in Hindi) बताते हैं।

प्रेगनेंसी में तरबूज खाने के फायदे – Benefits Of Eating Watermelon During Pregnancy In Hindi

गर्भावस्था के 9 महीने की इस सफ़र के दौरान, फलों को भी गर्भावस्था के दौरान संतुलित आहार में शामिल किया जाना चाहिए। इससे मां और आने वाले बच्चे दोनों स्वस्थ रहते हैं। इन दिनों बाजार में बहुत सारे तरबूज मिल रहे हैं जिन्हें एक गर्भवती महिला अपने आहार में शामिल कर सकती है। तरबूज में ढेर सारे विटामिन और पोषक तत्व के अलावा पानी की भी अच्छी मात्रा पाई जाती है। तरबूज कब्ज दूर करने और शरीर को हाइड्रेट करने का काम करता है। फाइबर से भरा तरबूज गर्भवती महिला के लिए एक हेल्दी स्नैक है। तो आइए जानते हैं तरबूज के स्वास्थ्य लाभ गर्भवती महिला के लिए…

मिलते हैं ढेर सारे जरूरी पोषक तत्व

आपको बता दें कि गर्भवती महिला (Pregnant woman) अपनी डाइट में तरबूज को शामिल कर सकती हैं। तरबूज में बहुत सारे पोषक तत्व (Nutrients) होते हैं, जो आपके शरीर को स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। 1 कप तरबूज (लगभग 150 ग्राम) खाने से आपको केवल 46 कैलोरी मिलती है। इसके अलावा, इसमें 1 ग्राम से कम वसा (Fat), 12 ग्राम कार्ब्स और 1 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है। इसके अलावा तरबूज विटामिन सी, कॉपर, पैंटोथेनिक एसिड, विटामिन ए आदि का भी बहुत अच्छा स्रोत है। तरबूज (watermelon) में ल्यूटिन और लाइकोपीन नामक दो एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो शरीर को स्वस्थ रखते हैं और अंगों को क्षतिग्रस्त होने से बचाते हैं। कुछ शोध रिपोर्टों के अनुसार, ये एंटीऑक्सीडेंट (Antioxidant) गर्भावस्था में प्रीमेच्योर डिलीवरी (Premature delivery) के जोखिम को भी कम करते हैं।

मॉर्निंग सिकनेस को करे कंट्रोल

यह गर्भवती महिलाओं में होने वाली एक आम समस्या है जो काफी असहनीय हो सकती है। सुबह उठने के कुछ देर बाद एक गिलास तरबूज का जूस पीना या ताजा तरबूज खाना फायदेमंद होता है। इसे सुबह पीने से शरीर में ऊर्जा (Energy) भी बनी रहती है।

प्रीक्लेम्पसिया का खतरा होता है कम

प्रीक्लेम्पसिया (Preeclampsia) एक ऐसी बीमारी है जिसमें एक गर्भवती महिला का रक्तचाप (blood pressure) बढ़ जाता है, शरीर में सूजन बढ़ जाती है और पेशाब के रास्ते से प्रोटीन शरीर से बाहर निकलने लगता है। यह स्थिति या बीमारी बहुत खतरनाक हो सकती है क्योंकि इसमें शिशु के कमजोर या गर्भपात (Abortion) होने का खतरा होता है। लेकिन शोध बताते हैं कि तरबूज में मौजूद लाइकोपीन (Lycopene) एंटीऑक्सीडेंट प्रीक्लेम्पसिया के खतरे को कम करते हैं। तरबूज का रंग लाइकोपीन के कारण ही लाल होता है और ये एंटीऑक्सीडेंट लाल रंग के अन्य फलों और सब्जियों में भी पाए जाते हैं।

शरीर में फ्लुइड (तरल पदार्थों) का बना रहता है बैलेंस

गर्भावस्था के दौरान, महिलाओं के शरीर में रक्त की आवश्यकता बढ़ जाती है, जिससे पोषक तत्वों और आवश्यक ऑक्सीजन को महिला के शरीर के साथ-साथ शिशु के शरीर तक पहुँचाया जा सकता है। इस दौरान, महिलाओं को तरल आहार का अधिक सेवन करना फायदेमंद होता है ताकि शरीर में तरल पदार्थ का संतुलन बना रहे। ऐसी स्थिति में तरबूज का सेवन फायदेमंद होता है क्योंकि इस फल का 90% हिस्सा पानी है। यह शरीर में तरल पदार्थ को बढ़ाता है, जो रक्त और एमनियोटिक द्रव (Amniotic fluid) के संचलन में मदद करता है।

प्रेग्नेंसी के दौरान बवासीर और कब्ज से बचाता है

गर्भावस्था के दौरान बवासीर एक बहुत ही सामान्य स्थिति है जो कई महिलाओं में होती है। इसके अलावा, प्रेग्नेंसी के दौरान कब्ज भी बहुत सी महिलाओं को बनता है। ये दोनों समस्याएं शरीर में बदलाव, पानी की कमी और लगातार बढ़ते गर्भावस्था के दबाव के कारण होती हैं। लंबे समय में, यह समस्या बच्चे के विकास में बाधा डालती है और कभी-कभी समय से पहले प्रसव (Premature delivery) का कारण भी बन जाती है। तरबूज में फाइबर होता है, जो आंतों की गंदगी को साफ करता है और मल को नरम बनाता है। फाइबर से भरा तरबूज गर्भवती महिलाओं के लिए काफी अच्छा होता है। यह गर्भावस्था के दौरान बवासीर और कब्ज – दोनों समस्याओं से छुटकारा पाने में मदद करता है।

(और पढ़ें – कब्ज ठीक करने के लिए उच्च फाइबर फल और खाद्य पदार्थ)

हार्ट बर्न और एसिडिटी से राहत दिलाए

गर्भावस्था में तरबूज खाने के फायदे सीने में होने वाली जलन से राहत दिलाते हैं। नियमित रूप से तरबूज खाने से भोजन नली (Food pipe) के साथ-साथ पेट में ठंडक आती है। तरबूज तासीर में ठंडा होता है इसलिए यह प्रेग्नेंसी के दौरान एसिडिटी के कारण गले में जलन से तुरंत राहत देता है।

शरीर को रखे तरोताजा

इस फल में 90% से अधिक पानी होता है, इसलिए यह शरीर को हाइड्रेट रखता है। तरबूज का सेवन स्नैक के रूप में, विशेष रूप से गर्मी के महीनों में, गर्भवती महिला के लिए बेहद फायदेमंद होता है।

गर्भावस्था के दौरान तरबूज खाने के फायदे इम्युनिटी बढ़ाए

तरबूज विटामिन और खनिजों (Vitamins and Minerals) का एक समृद्ध स्रोत है जो प्रतिरक्षा को बढ़ाता है। गर्भावस्था के दौरान बीमार पड़ना किसी भी गर्भवती माँ के लिए निराशाजनक बात हो सकती है। इसलिए अपने आहार में नियमित रूप से तरबूज को शामिल करें।

मांसपेशियों में ऐंठन को कम करता है

हार्मोनल बदलाव (hormonal changes) के साथ गर्भावस्था के दौरान वजन बढ़ने से हड्डियों में दर्द के साथ-साथ मांसपेशियों में ऐंठन (muscle cramps) भी हो सकती है। मैग्नीशियम और पोटेशियम (Magnesium and potassium) जैसे खनिजों में समृद्ध, तरबूज गर्भावस्था के दौरान इसे रोकने में मदद कर सकता है।

प्रेगनेंसी में तरबूज खाने के फायदे सूजन को रोकता है

गर्भावस्था के दौरान, पैरों में रक्त का प्रवाह काफी हद तक कम हो जाता है। इसी वजह से पैरों के साथ हाथों में भी सूजन आने लगती है। तरबूज प्रभावी रूप से मांसपेशियों और तंत्रिका ब्लॉकेज (Nerve blockage) को कम करता है, जिससे गर्भावस्था के दौरान सूजन को काफी हद तक रोका जा सकता है।

गर्भवती महिला की त्वचा के लिए फायदेमंद

गर्भावस्था में देखे गए परिवर्तनों में से एक है गर्भवती के त्वचा के रंग में अंतर, जो हाइपरपिग्मेंटेशन (hyperpigmentation) के कारण होता है। त्वचा पर दिख रहे इस बदलाव को नियंत्रित करने के लिए तरबूज का सेवन भी फायदेमंद साबित हो सकता है।

ये समस्याएँ हैं तो न करें तरबूज का सेवन – Do not consume watermelon if these are problems in Hindi

तरबूज एक मीठा फल है। इसमें निश्चित रूप से फाइबर होता है, लेकिन कार्बोहाइड्रेट की मात्रा फाइबर की तुलना में बहुत अधिक है। इसलिए, जिन महिलाओं को पहले से ही मधुमेह की समस्या है या गर्भावस्था के दौरान मधुमेह है, जिसे गर्भकालीन मधुमेह (gestational diabetes) कहा जाता है, उन्हें बड़ी मात्रा में तरबूज का सेवन नहीं करना चाहिए। इसके अलावा, यह भी ध्यान रखें कि सामान्य तापमान पर 2 घंटे तक रखा हुआ तरबूज नहीं खाना चाहिए। इसके बजाय, तरबूज को केवल ठंडा करके और तुरंत काट कर खाना चाहिए।

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