Wax Coated Fruits And Vegetables In Hindi: फल और सब्जियां हमारी सेहत के लिए जितनी ही लाभदायक होती हैं, मार्केट में इनकी गुणवत्ता उतनी ही ज्यादा खराब होती जा रही है। ज्यादातर फल और सब्जी उत्पादक वैक्स कोटेड फल और सब्जियों को बेच रहे हैं जिससे लोगों का स्वास्थ्य खराब हो रहा है। माना जाता है कि फल और सब्जियों पर वैक्स लगाने से कई महीनों बाद भी फल ताजा दिखता है। जिसे बाजार में बेचा जा सकता है। लोग अपने घरों में वैक्स कोटेड फल और सब्जियों को लाते हैं और उनका सेवन करते हैं।
खाने पीने की वस्तुओं की शुद्धता खत्म होने के कारण आपको हर चीज को अपने तरीके से जांच परखकर ही बाजार से खरीदनी चाहिए। हालांकि बहुत कम लोग ही यह जानते हैं कि फल और सब्जियों पर वैक्स भी लगाया जाता है। यही कारण है कि लोगों का ध्यान नहीं जाता है और लोग इनकी पहचान नहीं कर पाते हैं।
इस आर्टिकल में हम आपको वैक्स कोटेड फल और सब्जियों के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं।
विषय सूची
1. फल और सब्जियों पर किस तरह के वैक्स लगाए जाते हैं – Phal aur sabzi par kaun sa wax lagaya jata hai in Hindi
2. सेब पर क्यों लगाया जाता है वैक्स – Apple par wax kyon lagaya jata hai in Hindi
3. वैक्स वाले फल खाने से क्या नुकसान होता है – Wax coated fruits aur vegetable khane se kya nuksan hota hai in Hindi
4. कैसे जानें कि फलों या सब्जियों पर वैक्स लगा है या नहीं? – Kaise jane ki phal aur sabzi par wax laga hai in Hindi
5. फल और सब्जियों से वैक्स हटाने का तरीका – Phal aur sabzi se wax hatane ka tarika in Hindi
फल और सब्जियों पर किस तरह के वैक्स लगाए जाते हैं – Phal aur sabzi par kaun sa wax lagaya jata hai in Hindi
सेब या अन्य फलों पर मोम फूड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया की अनुमति से लगाया जाता है। एफएसएसएआई के अनुसार सेब उत्पादकों को फलों पर मधुमक्खी के छत्ते से तैयार की गई जैविक मोम की सिर्फ एक से दो बूंद लगाना चाहिए। इसके अलावा फलों पर लेबल लगाकर वैक्स कोटेड होने की जानकारी देनी चाहिए। लेकिन फल और सब्जी उत्पादक फलों को लंबे समय तक ताजा रखने के लिए भारी मात्रा में खराब गुणवत्ता वाले मोम का इस्तेमाल करते हैं और लेबल लगाकर इसकी जानकारी भी नहीं देते हैं। फल और सब्जियों पर सिर्फ तीन प्रकार के वैक्स-मधुमक्खी का मोम (beewax), शेलैक और कार्नोबा वैक्स लगाने की अनुमति है। ये वैक्स कम मात्रा में लगाए जाते हैं और उपभोक्ताओं को इसकी जानकारी भी दी जाती है।
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सेब पर क्यों लगाया जाता है वैक्स – Apple par wax kyon lagaya jata hai in Hindi
सेब में पानी की बहुत अधिक मात्रा होती है लेकिन यह खुद मोम भी उत्पन्न करता है जो सेब के ऊपर लगी होती है और इसकी नमी को कम करके इसे लंबे समय तक ताजा रखती है। लेकिन सेब को पेड़ों से तोड़ने के बाद इसमें लगी गंदगी और पत्तों को साफ किया जाता है जिससे इससें लगी प्राकृतिक मोम की परत हट जाती है। इसके बाद सेब उत्पादक इसके ऊपर खाने योग्य यानि एडिबल सिंथेटिक वैक्स लगाते हैं। इससे सेबों की लाइफ बढ़ जाती है और ये लंबे समय तक सड़ते और खराब नहीं होते हैं। वैक्स लगे सेब काफी नए और ताजे दिखते हैं जिससे आप ताजे और पुराने सेब में फर्क नहीं समझ पाते हैं।
(और पढ़े – सेब के फायदे और नुकसान…)
वैक्स वाले फल खाने से क्या नुकसान होता है – Wax coated fruits aur vegetable khane se kya nuksan hota hai in Hindi
वैक्स सिर्फ सेब पर ही नहीं बल्कि नींबू, केला, खीरा, टमाटर, तरबूज, अंगूर और संतरा सहित अन्य फलों पर भी चढ़ाया जाता है। इन फलों पर वैक्स के अलावा रसायन की मोटी परत होती है जो बहुत आसानी से पता नहीं चलती है। लेकिन इन फलों को खाने से आंत में कैंसर, आंत में छाले और इंफेक्शन का खतरा बना रहता है। कई मामलों में वैक्स वाले फलों को खाने से व्यक्ति को सांस की बीमारी हो जाती है। वास्तव में फलों पर लगा वैक्स आंतों में चिपक जाता है जिसके कारण व्यक्ति को अपच, अल्सर, पेट गड़बड़ होना, पेट में दर्द होना, बदहजमी, कब्ज सहित पेट से जुड़ी अन्य समस्याएं हो सकती हैं। फलों पर लगे वैक्स से अस्थमा, किडनी और लिवर की भी समस्या हो सकती है।
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कैसे जानें कि फलों या सब्जियों पर वैक्स लगा है या नहीं? – Kaise jane ki phal aur sabzi par wax laga hai in Hindi
कहा जाता है कि फल और सब्जियां अच्छी सेहत के लिए जरूरी हैं। इसलिए लोग बाजार से बिना सीजन वाले फल और सब्जियों का भी भारी मात्रा में सेवन करते हैं। बहुत कम ही लोग यह पहचान पाते हैं कि फल और सब्जियों पर वैक्स की परत चढ़ी है या नहीं। आइये आपको बताते हैं फलों और सब्जियों पर लगी वैक्स चेक करने का सही तरीका।
अगर किसी फल या सब्जी पर वैक्स की परत चढ़ी होती है तो वह बहुत साफ सुथरी औऱ चमकदार दिखायी देती है। इनके छिलकों को नाखून या किसी धारदार चीज से रगड़ने या खुरचने पर पाउडर जैसी एक सफेद परत निकलती है। यही वैक्स है जो फल के ऊपर लगाया गया है।
सेब खरीदते समय उसे सूंघकर देखें। अगर सेब पर मोम की परत नहीं चढ़ी होगी तो सेब से खुशबू आएगी और वैक्स लगा होगा तो वह सेब की नैचुरल खुशबू को रोक लेगा और सेब से कोई महक नहीं आएगी।
कई बार सेब या अन्य फलों के ऊपर लगे लेवल पर यह जानकारी दी जाती है कि सेब के ऊपर वैक्स की परत लगी है।
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फल और सब्जियों से वैक्स हटाने का तरीका – Phal aur sabzi se wax hatane ka tarika in Hindi
वैसे तो हम सभी फल और सब्जियों को घर लाने के बाद उसे धोकर खाते हैं। लेकिन अगर फलों पर वैक्स लगा हो तो यह सिर्फ धोने से ही खत्म नहीं होता बल्कि इसे अन्य तरीकों से हटाना पड़ता है।
गुनगुने पानी में सेब सहित अन्य फलों और सब्जियों को डालें और एक मिनट के लिए छोड़ दें। गर्म पानी में फलों के ऊपर लगा वैक्स पिघल जाता है और फल पूरी तरह से साफ हो जाता है। इसके बाद इनका सेवन करने से कोई नुकसान नहीं होता है।
फलों से वैक्स को हटाने के लिए कॉटन के एक टुकड़े को सिरके में डुबोएं और इससे फलों को रगड़कर साफ करें और इसके बाद पानी से धोएं। ऐसा करने से मोम हट जाती है और फल खाने योग्य हो जाता है।
यदि आपको फलों और सब्जियों पर वैक्स लगे होने का संदेह हो तो एक पैन में पानी लेकर इसमें एक चम्मच बेकिंग सोडा और नींबू की कुछ बूंदें डालें। इसके बाद वैक्स लगे फल और सब्जी को इस पानी में डुबोएं और एक मिनट बाद हाथों से रगड़कर साफ करें। इसके बाद सादे पानी से धोकर इनका सेवन करें।
फलों से वैक्स हटाने का एक अन्य तरीका यह है कि इसके छिलके को उतारकर इनका सेवन करें। इसके अलावा चार से पांच बार पानी से फलों को साफ करने पर काफी हद तक इनके ऊपर चढ़ा वैक्स उतर जाता है।
ऊपर दिए गए सभी तरीकों से आप वैक्स कोटेड फल और सब्जियों की पहचान कर सकते हैं और घर पर बहुत आसानी से वैक्स की परत को हटाकर इनका सेवन कर सकते हैं। इस तरह से आप विभिन्न प्रकार की बीमारियों से बच सकते हैं।
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