Reduce Cortisol In Hindi कोर्टिसोल स्टेरॉयड हार्मोन है जो की एड्रेनैलिन ग्रंथियों में बनता है। शरीर की तनाव प्रतिक्रिया में इसकी एहम भूमिका के कारण कोर्टिसोल तनाव हार्मोन के रूप में जाना जाता है। उच्च यानि बड़ा हुआ कोर्टिसोल का स्तर शरीर के लिए बहुत ज्यादा हानिकारक होता है। आइये कोर्टिसोल (तनाव हार्मोन) को कम करने के उपाय को विस्तार से जानते हैं।
विषय सूची
1. कोर्टिसोल क्या करता है – What does Cortisol do in Hindi
2. कोर्टिसोल उच्च होने पर क्या होता है – Problems faced due to increased Cortisol in Hindi
3. आप कोर्टिसोल परीक्षण कैसे करा सकते हैं -How to do your Cortisol Test in Hindi
4. कोर्टीसोल को कम करने के लिए 15 तरीके – 15 Ways to reduce Cortisol in Hindi
कोर्टिसोल शरीर में कई अलग-अलग कार्यों को प्रभावित करता है जैसे :
हमारे शरीर में अधिकांश कोशिकाओं में कोर्टिसोल रिसेप्टर्स होते हैं जो कई कार्यों के लिए कोर्टिसोल का उपयोग करते हैं। जैसे की मेमोरी फॉर्मूलेशन, सूजन में कमी, रक्त शर्करा विनियमन और चयापचय विनियमन आदि।
कोर्टिसोल आपके स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन इसकी अधिकता आपके शरीर पर नुकसान पंहुचा सकती है और कई अनचाहे लक्षण पैदा कर सकती है।
(और पढ़े – मानसिक तनाव के कारण, लक्षण एवं बचने के उपाय…)
कोर्टिसोल के बढ़ने पर आपके शरीर पर घातक प्रभाव पढ़ सकता है।
पुरानी हेल्थ प्रोब्लम्स : उच्च रक्तचाप, टाइप 2 मधुमेह और ऑस्टियोपोरोसिस आदि
वजन बढ़ना : कोर्टिसोल भूख को बढ़ाता है और शरीर को वसा स्टोर करने करने के लिए संकेत देता है।
थकावट : यह दुसरे होर्मोन्स के काम में अवरोध पैदा करता है, नींद के पैटर्न को भी डिस्टर्ब करता है और थकान का कारण बनता है।
मस्तिष्क के साथ परेशानी : कोर्टिसोल स्मृति के साथ हस्तक्षेप करता है, मानसिक दुविधा को बढ़ावा देता है।
संक्रमण : यह प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रभावित करता है, जिससे आप संक्रमण से बचने में कमजोर हो जाते हैं।
कुछ मामलों में बहुत अधिक कोर्टिसोल के स्तर से कुशिंग सिंड्रोम हो सकता है, यह एक दुर्लभ लेकिन गंभीर बीमारी है।
सौभाग्य से, इसके स्तर को कम करने के लिए आप कई चीजें कर सकते हैं। यहां कोर्टिसोल के स्तर को कम करने के लिए कुछ जरूरी जीवनशैली, आहार और विश्राम से जुड़ीं टिप्स दी गई हैं। परन्तु उससे पहले यह जान ले की आपको कोर्टिसोल हॉर्मोन की जांच करवाने की ज़रूरत है या नहीं।
(और पढ़े – ऑस्टियोपोरोसिस के घरेलू उपचार और नुस्खे…)
आप एएम (AM) कोर्टिसोल ब्लड टेस्ट कराना चाहते हैं तो आपको फास्ट रखना पड़ेगा। यह टेस्ट आपके सुबह जागने के 20 मिनट बाद करवाना चाहिए, क्योंकि इस वक़्त आपका कोर्टिसोल उच्चतम स्तर पर होता है। केवल एक टेस्ट कराने से बेहतर होगा कि आपका 24 घंटे कोर्टिसोल टेस्ट हो ताकि यह पूरे दिन और रात में आपके कोर्टिसोल के स्तर के बारे में अधिक जानकारी दे।
ऊपर दिए गए लेख से आप समझ गए होगें कि कोर्टिसोल हमारे लिए किस प्रकार से नुकसानदायक होता है। आइये कोर्टिसोल को कम करने के तरीको को विस्तार से जानते हैं।
कम से कम 8 घंटे की अच्छी नींद लेने की कोशिश करें। उच्च कोर्टिसोल के साथ यह बेहद मुश्किल हो सकता है क्योंकि कोर्टिसोल की समस्यायों के कारण सोना मुश्किल हो जाता है। नींद में सुधार करने के लिए आप जो भी कर सकते हैं वह करने की कोशिश करें। जैसे की कम रोशनी या लाल रौशनी में सोयें, टीवी या अन्य उपकरण का उपयोग सोते समय ना करें, रात के खाने के लिए कद्दू के बीज या जस्ता से युक्त भोजन खाएं। क्योंकि जिंक को कोर्टिसोल के स्तर को कम करने के लिए उपयोग किया जाता है।
(और पढ़े – अच्छी नींद के लिए सोने से पहले खाए जाने वाले खाद्य पदार्थ…)
आपके शरीर को ठीक होने के लिए आराम करने की जरूरत है। केफीन या शराब का सेवन सीधे कोर्टिसोल के स्तर को बढ़ता है। एक अध्ययन में, कैफीन के उपयोग के बाद मरीज में कोर्टिसोल के स्तर में केवल एक घंटे में 30% की वृद्धि देखी गयी।
(और पढ़े – कैफीन के फायदे, नुकसान और उपयोग…)
रॉक सौल्ट आपके एड्रेनल को ठीक कर सकता है। इस बात का ध्यान रखें कि आप केवल गुलाबी हिमालयी नमक जैसी गुणवत्ता वाले समुद्री नमक का इस्तेमाल करें। उच्च कोर्टिसोल कम करने के लिए यह सबसे महत्वपूर्ण बात है।
नृत्य को भी कोर्टिसोल के स्तर को काफी कम करने में लाभकारी माना जा सकता है।
नमक और विटामिन सी फायदेमंद पोषक तत्व प्रदान करते हैं ताकि फैट और प्रोटीन के साथ रक्त शर्करा बढ़ाये बिना एड्रेनल की मदद मिल सके।
(और पढ़े – शाकाहारियों के लिए प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ…)
यह दोनों कोर्टिसोल को कम करने और डोपामाइन बढ़ाने के लिए पाए गए हैं। बेहतर नींद के लिए मालिश और ड्राई ब्रशिंग करने के बाद बिस्तर पर जाएँ।
कई अध्ययनों से पता चला है कि मैग्नीशियम कोर्टिसोल को कम करने में मदद करता है। मैग्नीशियम फ्लेक से पैरों को नहलाने से तबियत में सुधार होता है। इसको करने के लिए आपको मैग्नीशियम फ्लेक्स में पूरे एक घंटे के लिए पैर डुबोकर रखना होगा।
(और पढ़े – मैग्नीशियम युक्त खाद्य पदार्थ और मैग्नीशियम के फायदे…)
कुछ सेल्फ-फुट रिफ्लेक्सोलॉजी करने का प्रयास करें क्योंकि यह तनाव और थकान को कम करने के लिये सही उपाए है।
जितना संभव हो आराम करने की कोशिश करें। जितना संभव हो सके काम से ब्रेक लें, गहरी सांस लेने का अभ्यास करें, झपकी लें या ध्यान लगाने का प्रयास करें।
जब आप विशेष रूप से सोने से 3 घंटे पहले, या बिस्तर पर जाने से पहले अपने फोन की तेज रोशनी, टीवी, कंप्यूटर या लाइट के संपर्क में आते हैं, तो नीली रोशनी और हरे रंग की रोशनी आपके शरीर के मेलाटोनिन के उत्पादन को काफी हद तक दबा देते हैं। शरीर में मेलाटोनिन के पर्याप्त स्तर आवश्यक हैं क्योंकि वे नींद लाने के लिए महत्वपूर्ण हैं। इसलिए तेज लाइट का एक्सपोज़र मेलाटोनिन उत्पादन में बाधा डाल सकता है और रात भर अपनी नींद की क्वालिटी को खराब कर सकता है। अच्छे मेलाटोनिन के स्तर को बनाए रखने के लिए, घर की सभी रोशनी रात 8 बजे से बंद कर दे, ब्लू-लाइट रोकने वाले चश्मे का उपयोग करे, और ब्लू-लाइट और हरे-प्रकाश को रोकने के लिए अपने टीवी और कंप्यूटर स्क्रीन पर रूबी लाइट की प्लास्टिक का उपयोग करें।
(और पढ़े – अनिद्रा के कारण, लक्षण और उपचार…)
कोर्टिसोल के स्तर को कम करने के लिए हँसते रहे और खुशमिजाज़ रहें। तनाव महसूस करते समय यूट्यूब पर कोई मजाकिया टीवी शो या वीडियो देखने का प्रयास करें।
योग करने की कोशिश करें क्योंकि योगाभ्यास करने वालो के कोर्टिसोल के स्तर में एक महत्वपूर्ण गिरावट होती है। आप यूट्यूब पर योग करने के लिए योग वीडियो देख सकते हैं।
(और पढ़े – योग क्या है योग के प्रकार और फायदे हिंदी में…)
जड़ी बूटी और फूड्स कोर्टिसोल के लिए मदद करते हैं जैसे की: फोरेस्ट मछली सैल्मन, काली चाय, अश्वगन्धा, रोडिओला, तुलसी, कैमोमाइल चाय, लहसुन, जामुन, और संतरे।
इन चीजों का सेवन कर आप अपने कोर्टिसोल की स्तर को कम कर सकते हैं।
पहले अपने नमक का सेवन बढ़ाये और उसके बाद, आपने विटामिन सी की खपत को बढ़ाये। विटामिन सी लेने से कोर्टिसोल के उत्पादन में काफी कमी आती है। संतरे, जामुन, और अन्य नींबू के फल खाने के अलावा, विटामिन सी का उपयोग एक प्राकर्तिक भोजन के तरह करें। यह विटामिन सी की टेबलेट से बेहतर है क्योंकि यह सिंथेटिक नहीं है और इसमें जीएमओ नहीं है और यह पूरी तरह नेचुरल है।
(और पढ़े – विटामिन सी की कमी दूर करने के लिए ये खाद्य पदार्थ…)
ब्लड शुगर को बैलेंस रखने के लिए हर 2 में घंटे खाएं और कम मात्रा में भोजन करें लेकिन खाना अधिक बार खायें। यह इंसुलिन उत्पादन में होने वाले स्पाइक्स को रोक देगा।
इस तरह आप इन उपाय को अपनाकर कोर्टिसोल की मात्रा को कम कर सकते हैं और अपनी लाइफ में बदलाव ला सकते हैं।
इसी तरह की अन्य जानकारी हिन्दी में पढ़ने के लिए हमारे एंड्रॉएड ऐप को डाउनलोड करने के लिए आप यहां क्लिक करें। और आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं।
Homemade face pack for summer गर्मी आपकी स्किन को ख़राब कर सकती है, जिससे पसीना,…
वर्तमान में अनहेल्दी डाइट और उच्च कोलेस्ट्रॉल युक्त भोजन का सेवन लोगों में बीमारी की…
Skin Pigmentation Face Pack in Hindi हर कोई बेदाग त्वचा पाना चाहता है। पिगमेंटेशन, जिसे…
चेहरे का कालापन या सांवलापन सबसे ज्यादा लोगों की पर्सनालिटी को प्रभावित करता है। ब्लैक…
प्रेग्नेंसी के दौरान शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं, जिन्हें पहचान कर आप…
त्वचा पर निखार होना, स्वस्थ त्वचा की पहचान है। हालांकि कई तरह की चीजें हैं,…