अग्नाशयशोथ (Pancreatitis) एक गंभीर समस्या है, जो अग्नाशय में सूजन का कारण बनती हैं। ऊपरी बाएं हिस्से में पेट दर्द इस समस्या का प्रमुख लक्षण है। अग्नाशयशोथ (Pancreatitis) अनेक प्रकार की गंभीर समस्याओं का कारण बनता है इनमें शामिल हैं : मधुमेह, लिवर की समस्याएं, एनीमिया, पैनक्रियाज कैंसर आदि। सामान्य अग्नाशयशोथ (Pancreatitis) को, एक सामान्य उपचार प्रक्रिया और एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर दूर किया जा सकता है, लेकिन इसके गंभीर मामले जीवन के लिए गंभीर जटिलताओं का कारण बन सकते हैं। अतः इस समस्या का समय पर निदान कर उपचार किया जाना चाहिए।
आज के इस लेख में आप जानेंगे कि अग्नाशयशोथ क्या है, इसके प्रकार, कारण, लक्षण क्या हैं और इसके निदान, उपचार और रोकथाम के लिए क्या प्रक्रिया अपनाई जा सकती है।
1. अग्नाशयशोथ क्या है – What is pancreatitis in Hindi
2. अग्नाशयशोथ के प्रकार – Pancreatitis Types in Hindi
3. अग्नाशयशोथ का कारण – Pancreatitis Causes in Hindi
4. अग्नाशयशोथ के लक्षण – Pancreatitis Symptoms in Hindi
5. अग्नाशयशोथ का निदान और जांच – Pancreatitis Diagnosis in Hindi
6. अग्नाशयशोथ के उपचार – Pancreatitis Treatment in Hindi
7. अग्नाशयशोथ की जटिलताएं – Pancreatitis Complications in Hindi
8. अग्नाशयशोथ से बचाव – pancreatitis Prevention in Hindi
9. अग्नाशयशोथ आहार – pancreatitis diet in Hindi
10. अग्नाशयशोथ में परहेज – What not to eat if you have pancreatitis in Hindi
अग्नाशयशोथ (Pancreatitis) को अग्नाशय (pancreas) में सूजन के रूप में जाना जाता है। अर्थात अग्नाशयशोथ (Pancreatitis) एक ऐसी बीमारी है, जिसमें अग्नाशय (पैनक्रिया) में सूजन आ जाती है, जो इसकी क्षति का कारण बनती है।
अग्नाशय (पैनक्रिया) पेट के पीछे और छोटी आंत (small intestine) के बगल में पाई जाने वाली एक एक लंबी, सपाट और बड़ी ग्रंथि है। पैनक्रियाज (pancreas) एंजाइम के उत्पादन का कार्य करती है, जो पाचन रस और हार्मोन उत्पादन में मदद करते हैं। ये हार्मोन भोजन से ऊर्जा उत्पादन और नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। एंजाइम शरीर में ग्लूकोज को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
अग्नाशय (pancreas) में सूजन के कई कारण हो सकते हैं। एक बार ग्रंथि में सूजन आ जाने के बाद यह स्थिति, ग्रंथि और आसपास की रक्त वाहिकाओं में रक्तस्राव, संक्रमण और ग्रंथि की क्षति का कारण बनती है। इस स्थिति में पाचक रस ग्रंथि में फंस जाते हैं और पैनक्रियास को पचाना शुरू कर देते हैं। जिसके कारण ग्रंथि को असामान्य नुकसान पहुँचता है।
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अग्नाशयशोथ (Pancreatitis) मुख्य रूप से दो प्रकार का होता है: एक्यूट पैन्क्रियाटाइटिस (acute pancreatitis) और क्रोनिक पैन्क्रियाटाइटिस (chronic pancreatitis)।
एक्यूट पैन्क्रियाटाइटिस (acute pancreatitis) का अर्थ है, कि यह अचानक होता है और कई दिनों तक चलता है। सही समय पर उपचार प्रक्रिया शुरू किये जाने के बाद इसे ठीक करने में कई दिनों का समय लग जाता है।
गैल्स्टोन (Gallstone), एक्यूट पैन्क्रियाटाइटिस का सबसे आम कारण हैं। गैल्स्टोन छोटे, ठोस द्रव्यमान युक्त पदार्थ होते हैं, जो पित्तरस से बने होते हैं। यह गैल्स्टोन (Gallstone), अग्नाशय में एंजाइमों के मार्ग में अवरोध पैदा करते हैं। जिससे अग्नाशय (पैनक्रियाज) में पदार्थों का बैकअप होने लगता है, इससे पित्त नलिका और पैनक्रिया दोनों में सूजन हो सकती है।
क्रोनिक पैन्क्रियाटाइटिस (chronic pancreatitis) से तात्पर्य पैनक्रियाज़ की लम्बे समय तक स्थाई सूजन से है। यह अक्सर एक्यूट पैन्क्रियाटाइटिस (acute pancreatitis) होने के बाद होती है। अधिक मात्रा में शराब का सेवन इसका प्रमुख कारण है। क्रोनिक पैन्क्रियाटाइटिस (chronic pancreatitis) से पीड़ित व्यक्तियों में अग्नाशय को स्थायी नुकसान पहुँच सकता है।
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अग्नाशयशोथ (Pancreatitis) तब होता है, जब अग्नाशय (pancreas) में ही पाचक एंजाइम सक्रिय हो जाते हैं, जिसके परिणामस्वरुप यह पैनक्रियाज (अग्नाशय) की कोशिकाओं को नुकसान पहुँचाते हैं और सूजन पैदा करते हैं।
इसके अतिरिक ऐसी अनेक स्थितियां हैं जो अग्नाशयशोथ (Pancreatitis) का कारण बन सकती हैं, उनमें शामिल हैं:
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अधिकांश व्यक्ति, जिनके पास एक्यूट पैन्क्रियाटाइटिस (acute pancreatitis) या क्रोनिक पैन्क्रियाटाइटिस (chronic pancreatitis) की बीमारी होती है, उनमें प्रारंभिक लक्षण के रूप में ऊपरी पेट के मध्य-बाएं (middle-left) भाग में दर्द का अनुभव होता है।
एक्यूट अग्नाशयशोथ या अग्नाशयशोथ (Pancreatitis) के अन्य लक्षणों में निम्न लक्षण शामिल किये जा सकते हैं, जैसे:
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डॉक्टर पीड़ित व्यक्ति के लक्षणों के आधार पर निदान प्रक्रिया अपनाते हैं। अग्नाशयशोथ (Pancreatitis) का निदान करने के लिए रक्त परीक्षण (Blood tests) और इमेजिंग परीक्षण (imaging tests) का उपयोग किया जा सकता है। यदि किसी व्यक्ति को एक्यूट पैन्क्रियाटाइटिस (acute pancreatitis) है, तो लक्षणों में गंभीर पेट दर्द और रक्त परीक्षण में अग्नाशयी एंजाइमों के स्तर में वृद्धि देखी जा सकती है।
रक्त परीक्षण के अंतर्गत तीव्र एक्यूट पैन्क्रियाटाइटिस (acute pancreatitis) का निदान करने के लिए, डॉक्टर मुख्य रूप से पीड़ित के रक्त में दो पाचन एंजाइमों, एमिलेज़ (amylase) और लिपेज (lipase) के स्तर को मापते हैं। इन दो एंजाइमों के उच्च स्तर अग्नाशयशोथ की जानकारी देते हैं।
इसके अतिरिक्त डॉक्टर पीड़ित की शारीरिक स्थिति और लक्षणों के आधार पर निदान प्रक्रिया में अन्य परीक्षणों को शामिल कर सकते हैं, जैसे कि:
ग्लूकोज सहिष्णुता परीक्षण (Glucose tolerance test) – इंसुलिन बनाने वाली पैनक्रियाज कोशिकाओं (pancreas cells) की क्षति को मापने के लिए।
पैनक्रियाटिक फंक्शन टेस्ट (Pancreatic function test) – पैनक्रियाज (pancreas) द्वारा पाचन एंजाइमों के सही मात्रा में उत्पादन का पता लगाने के लिए।
एंडोस्कोपिक रेट्रोग्रेड कोलांगियोपैंक्रेटोग्राफी (ईआरसीपी) (ERCP) – यह एक इमेजिंग टेस्ट है, जो अग्नाशय (pancreas) और उसके के अंगों को देखने के लिए एक एंडोस्कोप (endoscope) का उपयोग करता है।
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अग्नाशयशोथ (pancreatitis) के उपचार के लिए मरीज को अक्सर अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता पड़ती है। अग्नाशय (pancreas) पाचन प्रक्रियाओं में एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। इसलिए अग्नाशयशोथ का इलाज करने के लिए अत्यधिक आराम करने की आवश्यकता होती है।
गंभीर अग्नाशयशोथ (pancreatitis) का इलाज करने के दौरान मरीज को विशेष प्रकार के तरल पदार्थ और पोषण आहार को एक ट्यूब के माध्यम से दिया जाता है। यह ट्यूब मरीज की नाक से सीधे पेट तक जाती है। इसे नासोगौस्ट्रिक फीडिंग ट्यूब (nasogastric feeding tube) कहा जाता है।
अग्नाशयशोथ के मामले में यदि किसी प्रकार के संक्रमण विकसित होता है तो मृत या क्षतिग्रस्त ऊतकों को हटाने के लिए सर्जरी आवश्यक पड़ सकती है। इस इलाज प्रक्रिया में कुछ लोग, कुछ दिनों में ही बेहतर महसूस करते हैं। एवं अन्य व्यक्तियों को पर्याप्त रूप से ठीक होने के लिए एक या दो सप्ताह की आवश्यकता है।
सामान्य अग्नाशयशोथ (pancreatitis) की स्थिती में कुछ दवाओं के माध्यम से तथा जीवन शैली में परिवर्तन और उचित आहार योजना अपनाकर इलाज किया जा सकता है। उपचार प्रक्रिया के अंतर्गत एंजाइम सप्लीमेंट (enzyme supplements) की भी आवश्यकता पड़ सकती है। एंजाइम सप्लीमेंट भोजन से पोषक तत्वों को प्राप्त करने में सहायता करते हैं।
सर्जरी को अग्नाशयशोथ (pancreatitis) की उपचार प्रक्रिया में शामिल किया जा सकता है। यदि निदान प्रक्रिया के द्वारा पित्त नलिकाओं में गैल्स्टोन (gallstones) या अन्य अवरोधों का पता चलता है, तो डॉक्टर इन समस्याओं को ठीक करने के लिए सर्जरी की प्रक्रिया को अपना सकता है। मुख्य रूप से Gallbladder सर्जरी और Pancreas सर्जरी अपनाई जा सकती है।
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अग्नाशयशोथ (Pancreatitis) अनेक प्रकार की गंभीर जटिलताओं का कारण बन सकता है, जिनमें निम्न जटिलताएं शामिल हैं:
संक्रमण (Infection) – एक्यूट पैन्क्रियाटाइटिस (acute pancreatitis), अग्नाशय को बैक्टीरिया और संक्रमण से लड़ने के लिए कमजोर कर देता है। अग्नाशयी संक्रमण (Pancreatic infections) काफी गंभीर समस्या है इसके इलाज में सर्जरी जैसे गहन उपचार की आवश्यकता होती है।
मधुमेह (Diabetes) – एक्यूट पैन्क्रियाटाइटिस (acute pancreatitis) मधुमेह की समस्या को उत्पन्न कर सकता है।
साँस लेने में परेशानी (Breathing problems) – अग्नाशयशोथ (pancreatitis) शरीर के अन्दर रासायनिक परिवर्तन ला सकता है जिससे फेफड़ों के कार्यों में व्यवधान उत्पन्न होता है, और रक्त में ऑक्सीजन का स्तर निम्न स्तर तक गिर जाता है।
कुपोषण (Malnutrition) – अग्नाशयशोथ (pancreatitis) सम्बंधित व्यक्ति के पैनक्रियाज (अग्नाशय) द्वारा बहुत कम एंजाइमों के उत्पादन का कारण बनता है जिससे व्यक्ति द्वारा खाए जाने वाले भोजन से पोषक तत्वों को प्राप्त करने के लिए आवश्यक एंजाइमों नहीं मिल पाते, जिससे कुपोषण, दस्त और वजन घटने की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
अग्नाशय का कैंसर (Pancreatic cance) – अग्नाशयशोथ (pancreatitis) के कारण पीड़ित व्यक्ति के अग्नाशय में लंबे समय तक सूजन, कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकती है।
किडनी विफलता (Kidney failure) – एक्यूट पैन्क्रियाटाइटिस (acute pancreatitis), गुर्दे की विफलता (Kidney failure) का कारण बन सकता है। गुर्दे की विफलता की स्थिति में डायलिसिस (dialysis) के साथ इलाज करने की आवश्यकता होती है।
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चूंकि अग्नाशयशोथ (pancreatitis) जैसी गंभीर बीमारियाँ अल्कोहल का अत्यधिक सेवन करने के कारण होती हैं, इसलिए अग्नाशयशोथ की रोकथाम हेतु सर्वप्रथम शराब का त्याग करना चाहिए। अग्नाशयशोथ (pancreatitis) की रोकथाम के लिए एक स्वस्थ जीवन शैली को अपनाया जाना चाहिए। कुछ एसे उपाय मौजूद हैं जो दर्द से निपटने में मदद कर सकते हैं, इनमें शामिल हैं:
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मरीज को उपचार प्रक्रिया के तुरंत बाद एक स्वास्थ जीवन शैली को अपनाने की आवश्यकता होती है। इसके लिए मरीज को निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए जैसे:
शराब का सेवन न करें – शराब अग्नाशयशोथ (pancreatitis) का प्रमुख कारण बनती है, इसलिए शराब के सेवन पर रोक लगानी चाहिए। जो व्यक्ति शराब छोड़ने में असमर्थ हैं, तो उन्हें डॉक्टर की मदद लेनी चाहिए।
धूम्रपान न करें – धूम्रपान सेहत के लिए काफी हानिकारक होता है। यह शरीर में एंजाइम असंतुलन का कारन बन सकता है तथा अग्नाशयशोथ (pancreatitis) की स्थिति को काफी हद तक बढ़ा सकता है। अतः अग्नाशयशोथ की उपचार प्रक्रिया में सहायता देने के लिए और इस रोग से बचने के लिए को पूर्ण रूप से छोड़ देना चाहिए।
कम वसा वाले आहार का चयन करें – उच्च कार्बोहाइड्रेट युक्त संतुलित भोजन एवं निम्न वसा युक्त आहार को अपनाया जाना चाहिए। इस हेतु ताजे फल और सब्जियां, साबुत अनाज और दुबला प्रोटीन (lean protein) को अपनाया जा सकता है।
पोष्टिक तरल पदार्थ का सेवन करें – अग्नाशयशोथ (Pancreatitis), निर्जलीकरण (dehydration) का कारण बन सकता है, इसलिए पूरे दिन अधिक से अधिक उचित तरल पदार्थ का सेवन करना चाहिए। तरल का चयन करते समय डॉक्टर की सलाह ली जानी चाहिए। इसके लिए शुद्ध पानी एक उचित तरल है।
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कम वसा वाले, स्वस्थ आहार अग्नाशयशोथ (pancreatitis) के उपचार में एक प्रमुख भूमिका निभाते हैं। क्रोनिक अग्नाशयशोथ (chronic pancreatitis) वाले व्यक्तियों को वसा की कम मात्रा के सेवन पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है।
अग्नाशयशोथ (pancreatitis) बीमारी की स्थिति में पाचन तंत्र पर कम तनाव डालने के लिए पूरे दिन कम मात्रा में भोजन का सेवन करने की आवश्यकता पड़ती है। कम वसा वाले डेयरी उत्पाद और अन्य खाद्य पदार्थों के सेवन पर अत्यधिक ध्यान देना चाहिए और हाइड्रेटेड (Hydrated) रहने के लिए बहुत अधिक तरल पदार्थ का सेवन किया जाना चाहिए। शरीर को किन पोषक तत्वों की आवश्यकता है, यह सुनिश्चित करने के लिए डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
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अग्नाशयशोथ (pancreatitis) की स्थिति में निम्न खाद्य पदार्थों के सेवन से परहेज किया जाना चाहिए, जैसे:
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