What To Eat And Avoid In Acidity In Hindi: एसिडिटी में क्या खाएं? जब भी किसी को एसिडिटी की शिकायत होती है, तो उसे कई दूसरी समस्याएं जैसे पेट में दर्द भी होने लगता हैं। इससे वह व्यक्ति ठीक से नहीं खा पाता है, और परेशान रहता है। अक्सर देखा जाता है कि एसिडिटी की समस्या होने पर मरीज आस-पास की दुकानों से एसिडिटी की दवा खरीदता है और उसका सेवन करता है, जिससे थोड़ी देर के लिए तो उसे एसिडिटी से राहत मिल जाती है लेकिन कुछ देर बाद जब उस दवा का असर खत्म हो जाता है तो उसे फिर से एसिडिटी की शिकायत होने लगती है। वास्तव में, रोगी को दवा के साथ-साथ उचित आहार खाने की आवश्यकता होती है। इसलिए इस लेख में, एसिडिटी होने पर क्या खाएं के बारे में जानकारी दी जा रही है।
विषय सूची
एसिडिटी में क्या खाएं – What to eat in acidity in Hindi
आपके द्वारा खाए जाने वाले खाद्य पदार्थ आपके पेट में पैदा होने वाले एसिड की मात्रा को प्रभावित करते हैं। सही प्रकार के भोजन का सेवन एसिडिटी (एसिड रिफ्लक्स) या गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स रोग (जीईआरडी) को नियंत्रित करने के लिए महत्वपूर्ण है।
एसिडिटी होने पर इन खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए: –
अनाज: फाइबर युक्त अनाज जैसे चावल, गेहूं, दलिया, जौ का उपयोग
दाल: मूंग की दाल
फल और सब्जियाँ: लौकी, परवल, करेला,अदरक, हरी बीन्स, अखरोट, अलसी, ब्रोकोली, शतावरी, फूलगोभी, खीरा, कद्दू, तोरई, मौसम के अनुसार मिलने वाली हरी सब्जियाँ, केले, सेब और नाशपाती, पेठा, कुम्हड़ा (white gourd), पपीता।
तेल: तून का तेल, तिल का तेल और सूरजमुखी का तेल
अन्य: अंडे, चिकन, मछली और समुद्री भोजन, जै
एसिडिटी में क्या न खाए – Food to Avoid in Acidity in Hindi
एसिडिटी होने पर इन खाद्य पदार्थों का सेवन न करें: –
अनाज: नया धान, बेसन,
दाल: कुलथी और उड़द
फल और सब्जियां: कंद मूल वाली सब्जियां, बैंगन, टमाटर, कच्चा प्याज, लहसुन, खट्टे फल – कीवी, संतरा, अंगूर, नींबू।
अन्य: मसालेदार भोजन, खट्टा सिरका, पनीर, नमक, चाय, कॉफी, धूम्रपान, फास्ट फूड, अचार, मक्खन, कोल्ड ड्रिंक, डिब्बाबंद भोजन, जंक फूड, अनुचित भोजन, मांस, शराब।
एसिडिटी के दौरान आपकी लाइफस्टाइल – Your Lifestyle in Acidity Problem in Hindi
एसिडिटी की शिकायत होने पर, आपकी लाइफस्टाइल ऐसी होनी चाहिए:
- अधिक मिर्च-मसालेदार और तैलीय भोजन का सेवन न करें
- पहले से खाए हुए खाने के पचे बिना दोबारा भोजन न करें
- एक्टिव रहें और किसी भी तरह की एक्सरसाइज करते रहें
- छोटे- छोटे टुकड़े में भोजन करें, दिन में 4 से 5 बार खाएं
- बिस्तर पर जाने से कम से कम 2 घंटे पहले अपना डिनर ख़त्म कर ले
- भोजन करते समय अपने भोजन को अच्छे से चबाएं और ज्यादा खाने से बचें
- भोजन के तुरंत बाद लेटने न जाएं
- यदि आपका वजन अधिक है या मोटापा है तो वजन कम करें
- लेटते समय अपने बिस्तर के सिर के सिरे को थोड़ा ऊपर उठाएं
- धूम्रपान और शराब पीने से बचें
- ज्यादा देर तक भूखे न रहें
- पेनकिलर जैसी दवाएं ज्यादा समय तक न लें
- शराब और कैफीन के अधिक सेवन से बचें
- भोजन करते ही सोने न जाएँ
- तनाव मुक्त जीवन जिएं
- रात को न जागें।
- पर्याप्त नींद लें, यदि आप रात में एसिडिटी का अनुभव करते हैं, तो अपने शरीर के दाहिनी ओर करवट लेकर सोने से बचें।
एसिडिटी होने पर योग और आसन – Yoga and Asana in Acidity in Hindi
जब आपको एसिडिटी होती है, तो आपको इन योग और आसन का अभ्यास करना चाहिए: –
योग प्राणायाम और ध्यान: भस्त्रिका प्राणायाम, कपालभाति प्राणायाम, अनुलोम विलोम प्राणायाम।
आसन: पश्चिमोत्तानासन, गोमुखासन, सर्वांगासन, पवनमुक्तासन।
निष्कर्ष
कुछ वैज्ञानिकों का दावा है कि आप जो खाते हैं वह फ़ूड एसिडिटी का एक प्रमुख अंतर्निहित कारण हो सकता है।
अध्ययन से पता चलता है कि एसिडिटी से बचने के लिए सही आहार और लाइफस्टाइल (जीवन शैली) में परिवर्तन एसिडिटी और गैस के साथ पेट की अन्य परेशानियों के लक्षणों को कम कर सकते हैं।
एसिडिटी होने पर क्या खाएं और क्या न खाए? (What To Eat And Avoid In Acidity In Hindi) का यह लेख आपको कैसा लगा हमें कमेंट्स कर जरूर बताएं।
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