Whey Protein Ke Nuksan व्हे प्रोटीन का उपयोग आज दुनिया भर में बहुत ही लोकप्रिय हो रहा है। अक्सर लोग बॉडीबिल्डिंग में व्हे प्रोटीन का इस्तेमाल करते है। लेकिन क्या आप व्हे प्रोटीन के साइड इफ़ेक्ट जानते हैं। आज हम आपको व्हे प्रोटीन पाउडर के साइड इफेक्ट (whey protein side effects in hindi) के बारे में बताने जा रहे हैं। बेशक व्हे प्रोटीन हमारे शरीर को मजबूत, शक्तिशाली और उचित वजन प्राप्त करने में मदद करता हैं। लेकिन व्हे प्रोटीन के नुकसान को भी नजर अंदाज नहीं किया जा सकता है। अधिक मात्रा में व्हे प्रोटीन का उपयोग करने वाले लोगों को पाचन तंत्र संबंधी समस्याएं, किडनी स्वास्थ्य, एलर्जी, ऑस्टियोपोरोसिस आदि से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं।
इस आर्टिकल में आप व्हे प्रोटीन के साइड इफेक्ट जान सकते हैं जिनसे आप भविष्य में होने वाले व्हे प्रोटीन के नुकसानों से बच सकते हैं। आइए जाने अधिक मात्रा में व्हे प्रोटीन का सेवन करने से क्या नुकसान हो सकते हैं।
विषय सूची
1. व्हे प्रोटीन क्या है – What is Whey Protein in Hindi
2. व्हे प्रोटीन के प्रकार – Types of Whey Protein in Hindi
3. व्हे प्रोटीन खाने के नुकसान – Whey Protein Ke Nuksan in Hindi
हमारे अच्छे स्वास्थ्य के लिए व्हे प्रोटीन बहुत ही फायदेमंद होता है। लेकिन व्हे प्रोटीन के नुकसान उस समय हो सकते हैं जब आप इसका अधिक मात्रा में सेवन करते हैं। व्हे प्रोटीन मठ्ठा से बना होता है जो कि एक तरल पदार्थ है। यह पनीर बनाने की प्रक्रिया के दौरान दूध से अलग किया जाता है। जिसे कई प्रक्रियाओं के बाद सुखा कर पाउडर बनाया जाता है। जो लोग अपनी मांशपेशियों को मजबूत करना चाहते हैं उनके लिए व्हे प्रोटीन बहुत ही फायदेमंद होता है। लेकिन हम यहां व्हे प्रोटीन के साइड इफेक्ट पर प्रकाश डालना चाहते हैं।
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सामान्य रूप से व्हे प्रोटीन तीन प्रकार के होते हैं जिन्हें अलग अलग प्रक्रियाओं द्वारा तैयार किया जाता है।
व्हे प्रोटीन कॉन्स्ट्रट (Whey protein concentrate) : इस प्रकार के व्हे प्रोटीन में लगभग 70 से 80 प्रतिशत प्रोटीन होता है। यह व्हे प्रोटीन का सबसे आम प्रकार है जिसमें दूध की अपेक्षा अधिक मात्रा में लैक्टोज, फैट और खनिज पदार्थ होते हैं।
व्हे प्रोटीन ऑइसोलेट (Whey protein isolate) : इस प्रकार के व्हे प्रोटीन में 90 प्रतिशत या इससे अधिक मात्रा में प्रोटीन होते हैं। जबकि इसमें लैक्टोज और वसा की बहुत ही कम मात्रा होती है। लेकिन इसमें फायदेमंद खनिज पदार्थों की कमी होती है।
व्हे प्रोटीन हाइड्रोलाइजेट (Whey protein hydrolysate) : यह एक प्रकार से पूर्व पचा हुआ प्रोटीन होता है जिसे आपका शरीर आसानी से अवशोषित कर लेता है।
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अधिक मात्रा में व्हे प्रोटीन का सेवन आपके पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचा सकता है। बहुत से लोगों में व्हे प्रोटीन को पूरी तरह से पचाने में समस्या होती है। जिसके कारण उन्हें उल्टी, पेट की गैस, पेट दर्द और ऐंठन जैसी समस्याएं हो सकती है। यह समस्या विशेष रूप से व्हे प्रोटीन में मौजूद लैक्टोज के कारण होती है। जो लोग लैक्टोज के प्रति संवेदनशील होते हैं वे एंजाइम लैक्टोज का पर्याप्त उत्पादन नहीं कर पाते हैं जो लैक्टोज को पचाने में मदद करते हैं। यदि आप लैक्टोज को पचाने में समर्थ नहीं हैं तो व्हे प्रोटीन का सेवन करने से बचना चाहिए। या फिर बहुत ही कम मात्रा में व्हे प्रोटीन का उपयोग करना चाहिए।
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आप जानते हैं कि व्हे प्रोटीन में लैक्टोज की अधिक मात्रा होती है। कुछ लोग लैक्टोज के प्रति संवेदनशील होते हैं जो कि उनकी आंतों में एंजाइम की कमी के कारण होता है। इन एंजाइमों की कमी के कारण दूध के लैक्टोज घटक को पचाने में दिक्कत होती है। ऐसे लोगों को व्हे प्रोटीन का सेवन करने से एलर्जी हो सकती है। लेकिन यदि कम मात्रा में व्हे प्रोटीन का सेवन किया जाए तो एलर्जी प्रभावों को कम किया सकता है। इसके लिए आप व्हे प्रोटीन आइसोलेट और हाइड्रोलाइजेट आदि का सेवन कर सकते हैं। क्योंकि इनमें लैक्टोज की मात्रा कम होती है।
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उच्च प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन गुर्दे के अंदर दबाव बढ़ा सकता है। जिससे गुर्दे को सामान्य से अधिक काम करना पड़ सकता है। हालांकि इसका मतलब यह नहीं है कि उच्च प्रोटीन गुर्दों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। वास्तव में यह सामान्य शारीरिक प्रक्रिया है। अभी तक इसके कोई वैज्ञानिक सबूत नहीं मिले हैं कि व्हे प्रोटीन गुर्दों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। लेकिन यदि अधिक मात्रा में लंबे समय तक व्हे प्रोटीन का सेवन किया जाता है तो यह गुर्दे को नुकसान पहुंचा सकता है। इसके साथ ही व्हे प्रोटीन के नुकसान गुर्दे की बीमारी से ग्रसित लोगों के लिए हो सकते हैं। यदि आप किडनी से संबंधित समस्या से ग्रस्त हैं तो व्हे प्रोटीन का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं।
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यकृत शरीर का सबसे महत्वपूर्ण और जटिल हिस्सा है। हालांकि इस बात को कोई प्रमाणित साक्ष्य नहीं हैं कि व्हे प्रोटीन यकृत को नुकसान पहुंचा सकते हैं। क्योंकि वास्तव में यकृत को स्वस्थ्य कार्य प्रणाली के लिए प्रोटीन की आवश्यकता होती है। लेकिन यदि अधिक मात्रा में व्हे प्रोटीन का सेवन किया जाता है तो यह यकृत को नुकसान पहुंचा सकता है। हालांकि इस प्रकार के प्रकरण बहुत ही कम देखने को मिलते हैं। लेकिन यदि आपको पहले से लीवर संबंधी समस्याएं हैं तो आपको व्हे प्रोटीन का सेवन करने से बचना चाहिए। यकृत आपके रक्त से अमोनिया जैसे हानिकारक पदार्थों को हटाने में मदद करता है।
सिरोसिस में यकृत ठीक से काम नहीं कर सकता है। इसके अलावा अधिक मात्रा में व्हे प्रोटीन का सेवन अमोनिया के स्तर को बढ़ा सकता है जो आपके मस्तिष्क को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए अधिक मात्रा में व्हे प्रोटीन का सेवन आपके लिए हानिकारक हो सकता है।
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मांसपेशियों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में व्हे प्रोटीन बहुत ही मदद करते हैं। लेकिन हड्डियों के स्वास्थ्य को लेकर कुछ विवाद भी है। ऐसा माना जाता है कि अधिक मात्रा में व्हे प्रोटीन का सेवन हड्डियों से कैल्शियम की मात्रा को कम कर सकता है। हड्डियों में कैल्शियम की कमी के कारण ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या हो सकती है। यह एक ऐसी समस्या है जिसमें हड्डियां खोखली और छिद्रित हो जाती हैं जिससे वे बहुत ही कमजोर हो सकती हैं। हालांकि इस तथ्य के कोई वैज्ञानिक सबूत नहीं हैं कि व्हे प्रोटीन हड्डियों को नुकसान पहुंचाते हैं और ऑस्टियोपोरोसिस का कारण बनते हैं।
फिर भी ऐसा माना जाता है कि अधिक मात्रा में व्हे प्रोटीन का सेवन शरीर में कैल्शियम के असंतुलन का कारण बन सकता है। इसलिए अधिक मात्रा में व्हे प्रोटीन का सेवन करने से बचना चाहिए जिससे भविष्य में ऑस्टियोपोरोसिस की संभावना कम की जा सके।
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कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि व्हे प्रोटीन का अधिक मात्रा मे सेवन आपके वजन को बढ़ा सकता है। क्योंकि व्हे प्रोटीन का सेवन करने पर शर्करा के रूप में अधिक मात्रा में कार्बोहाइड्रेट प्राप्त होता है। इसमें कुछ ऐसे वसा भी होते हैं जो आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी होते हैं। अक्सर देखा जाता है कि व्हे प्रोटीन का सेवन करने वाले लोग सामान्य से अधिक भोजन करते हैं। जिससे उन्हें वजन बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है। यदि आप अपना वजन नहीं बढ़ाना चाहते हैं तो आपको बहुत ही कम मात्रा में व्हे प्रोटीन का सेवन करना चाहिए।
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शोधकर्ताओं का मानना है कि अधिक मात्रा में व्हे प्रोटीन का सेवन दिल के लिए हानिकारक हो सकता है। विशेष रूप से व्हे प्रोटीन का सेवन दिल के मरीजों को नहीं करना चाहिए। क्योंकि यह उनकी समस्याओं को और अधिक बढ़ा सकता है। अधिक मात्रा में व्हे प्रोटीन का सेवन हृदय गति को असामान्य कर सकता है। इस तरह से व्हे प्रोटीन के नुकसान हृदय स्वास्थ्य के लिए हो सकते हैं।
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जैसा कि आप ऊपर जान चुके हैं कि व्हे प्रोटीन आपके पाचन को प्रभावित कर सकता है। इसका मतलब यह है कि अधिक मात्रा में व्हे प्रोटीन का सेवन पेट से संबंधित परेशानियों को बढ़ा सकता है जिनमें दस्त भी शामिल है। इसके अलावा अधिक मात्रा में व्हे प्रोटीन का सेवन करने से कभी कभी मल में रक्त भी आ सकता है।
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पाचन समस्याओं के कारण कुछ लोगों को व्हे प्रोटीन का सेवन करने से कुछ परेशानियां हो सकती है। इस दौरान उन लोगों को थकान और कमजोरी का अनुभव हो सकता है। इसलिए जिन लोगों को पाचन संबंधी समस्या होती है उन्हें व्हे प्रोटीन की अधिक मात्रा का सेवन करने से बचना चाहिए। क्योंकि इस दौरान उन्हें थकान, ऐंठन आदि की समस्या हो सकती है।
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