Vegetables To Avoid During Pregnancy In Hindi: प्रेगनेंसी के समय सभी गर्भवती महिलाओं को अपने खानपान पर विशेष ध्यान देने की आवश्कता होती हैं। इस समय आप जो भी खाती है उसका सीधा असर आपके होने वाले बच्चे पर पड़ता हैं। गर्भवस्था के दौरान ताजी सब्जियों का सेवन करना महिलाओं के लिए बहुत ही फायदेमंद होता हैं। इन सब्जियों के सेवन से प्रेगनेंसी में आयरन की कमी पूरी की जा सकती है। लेकिन ऐसे भी कुछ सब्जियां है जिनको प्रेगनेंसी के समय खाने से बचना चाहिए। ये सब्जियां आपके लिए नुकसानदायक होती है। आइये जानते है कि प्रेगनेंसी में कौन सी सब्जी नहीं खानी चाहिए।
लोग गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को ताजी सब्जियों के सेवन की सलाह देते हैं। हम सभी जानते है कि फ्रेश वेजिटेबल खाना सभी के लिए फायदेमंद होता है। लेकिन महिलाओं को प्रेगनेंसी में ये सब्जी नहीं खानी चाहिए।
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गर्भवती महिलाओं के लिए सबसे महत्वपूर्ण सलाह ये होती है कि वो कच्ची या पाश्चरीकृत नहीं की हुई सब्जी न खाए। साथ ही ये भी महत्वपूर्ण है कि आप जो भी खाए वो अच्छे से धुला हुआ और साफ हो। ये प्रेगनेंसी के दौरान आपको संक्रमण से बचाने के लिए महत्वपूर्ण है।
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आड़ू स्वाद में जितना लज्जतदार होता है उतना ही गर्म भी होता है। गर्भवती महिलाओं के रक्तस्राव की वजह हो सकता है इसलिए इसे गर्भवस्था के दौरान न खाना ही समझदारी है।
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बैंगन एक ऐसी सब्जी है जिसका उपयोग हर घर में लगभग रोज ही किया जाता हैं। इसमें पोषक तत्वों और फाइबर की अच्छी मात्रा होती है इसलिए बैंगन को काफी हेल्दी सब्जी माना जाता है। लेकिन प्रेगनेंसी के समय बैंगन का सेवन से बचने की कोशिश करना चाहिए। बैंगन में साइटोहार्मोन्स (Cyto hormones) होते हैं जो पीरियड लाने में मदद करते हैं। इसके कारण गर्भावस्था के दौरान बैंगन खाना सुरक्षित नहीं माना जाता है। कई महिलाओं को प्रेगनेंसी में बैंगन खाने से एलर्जी की समस्या जैसे खुजली, डायरिया, हाइव्स, पेट में दर्द आदि हो सकती हैं।
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हम सभी जानते है कि करेला एक बहुत हेल्दी सब्जी है, जिसके सेवन से हमें अनेक स्वस्थ लाभ मिलते हैं। अगर महिलाएं चाहें तो प्रेगनेंसी में भी कम मात्रा में करेला की सब्जी का सेवन कर सकती हैं। यदि आप थोड़ी मात्रा में करेला की सब्जी खाती हैं तो इसके बीज जरूर निकाल दें। लेकिन करेले का अधिक सेवन करना गर्भावस्था के दौरान कई प्रकार की समस्याओं को उत्पन्न कर सकता है। करेले में कुनैन, मोमोर्डिका (Momordica) और ग्लाइकोसाइड (Glycosides) जैसे कई तत्व होते हैं, जो महिलाओं के शरीर में पहुंच कर हानिकारक प्रभाव छोड़ सकते हैं, इससे पेट में दर्द, थकान, शरीर में दर्द, मुंह में थूक ज्यादा बनना, धुंधला दिखना आदि कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं।
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पत्ता गोभी का इस्तेमाल कई प्रकार के कई प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजन बनाने में किया जाता है। पत्तागोभी की सब्जी खाने से हमें कई पोषक तत्व भी मिलते हैं और आमतौर पर इसके सेवन से कोई समस्या नहीं होती है। लेकिन पत्तागोभी का सेवन प्रेगनेंसी में नुकसानदायक हो सकता है। यह एक ऐसी सब्जी है जिसको उगाते समय बहुत सारे कीटनाशकों का प्रयोग किया जाता है, क्योंकि पत्तेदार सब्जियों को कीड़े बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचाते है।
कभी-कभी पत्ता गोभी को धोने और पकाने के बाद भी उनमें मौजूद केमिकल्स का असर पूरी तरह से खत्म नहीं होता है। सामान्य स्थित में हमारी बॉडी पर इन केमिकल्स का असर दिखाई नहीं देता है लेकिन प्रेगनेंसी में यह महिलाओं के स्वस्थ के लिए हानिकारक हो सकते हैं। इसलिए गर्भवस्था के दौरान पत्ता गोभी के सेवन से बचना चाहिए। इसके अलावा बरसात के मौसम में तो किसी भी तरह की पत्तेदार सब्जी और पत्तागोभी का सेवन नहीं करना चाहिए।
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गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को समुद्री भोजन नहीं करने की सलाह दी जाती है। क्योंकि समुद्री भोजन में मिथाइल मरकरी (methyl mercury) की उपस्थिति होती है। यह समुद्री भोजन में पाया जाने वाला एक हानिकारक तत्व है जो आपके भ्रूण को कमजोर कर सकता है। इसलिए प्रेगनेंसी के समय महिलाओं को समुद्री भोजन जैसे ट्यूना फिश, सेलफिश आदि का सेवन नहीं करना चाहिए।
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गर्भावस्था के समय कच्चे या आधे पके हुए अंडे नहीं खाना चाहिए। इनसे साल्मोनेला के संक्रमण होने का ख़तरा बना रहता है, जो उल्टी और दस्त का कारण बन सकता है और जो बच्चे के स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है।
लेकिन इसका ये मतलब नहीं है की आप अंडे ही न खाए अंडे में प्रोटीन, विटामिन के साथ खनिज अच्छी मात्रा में पाया जाता हैं, इसलिए यदि आप आपनी गर्भावस्था के दौरान अंडे का सेवन करना चाहती है तो उन्हें अच्छे से पका कर ही खाएँ।
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गर्भवती महिलाओं को अपनी प्रेगनेंसी के दौरान कच्चा या अधपका मांस का सेवन नहीं करना चाहिए। कच्चे मांस का सेवन प्रेग्नेंट महिलाओं में संक्रमण का खतरा बढ़ा देता हैं। गर्भावस्था के पहले महीने के दौरान इस प्रकार के खाद्य पदार्थ बहुत ही हानिकारक साबित हो सकते हैं। इसलिए पूरी गर्भावस्था के समय अधपका या कच्चा मांस खाने से बचना चाहिए। यदि आप मांस का सेवन करना चाहती हो उसे अच्छी तरह से पका लें, ध्यान रखें कि वह कच्चा न रह जाएं।
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प्रेगनेंसी के दौरान अंकुरित अनाज खाने की सलाह दी जाती है। लेकिन गर्भावस्था के दौरान इन्हें कच्चे खाने से बचना चाहिए। क्योंकि अनाज को अंकुरित करने के दौरान इनमें बैक्टीरिया उत्पन्न हो जाते हैं। जब आप कच्चे ही इन अंकुरित अनाज का सेवन करती हैं तो ये बैक्टीरिया सीधे ही शरीर के अंदर पहुंच जाते हैं और महिला स्वास्थ्य को खराब कर सकते हैं। इसके अलावा कच्चे अंकुरित अनाज को पचाना आसान नहीं होता है जो अपच, बदहजमी, पेट की ऐंठन और कब्ज जैसी समस्याओं को बढ़ा सकता है। यदि आप भी प्रेगनेंसी के दौरान अंकुरित अनाज का सेवन करना चाहती हैं तो पहले उन्हें भाप में पका कर या उबाल कर सेवन कर सकती हैं।
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