हिंदू धर्म में नवरात्रि का बहुत महत्व है। ऐसा माना जाता है कि इस समय माता आदि शक्ति अपने नौ रूपों के साथ पृथ्वी पर निवास करती हैं। व्यक्ति इस समय अपनी आध्यात्मिक ऊर्जा विकसित करता है। यही नहीं, इस समय सात्विक भोजन करने की सलाह के साथ ही यौन संबंध को वर्जित माना जाता है। लेकिन क्या आप इसके पीछे का कारण जानते हैं? अगर नहीं तो आगे पढ़ें। और जानें नवरात्र में पति-पत्नी को क्यों रहना चाहिए एक-दूसरे से दूर?
नवरात्रि का हिंदु धर्म में बहुत बड़ा महत्व माना जाता है। अधिकतर घरों में इस दौराना पति-पत्नी का एक-दूसरे के करीब आना भी वर्जित माना जाता है। इसके पीछे सिर्फ धार्मिक कारण ही नहीं बल्कि साइंटिफिक कारण भी है और आज हम आपको इन्ही के बारे में बताने जा रहे हैं। तो चलिए जानते हैं नवरात्र के दौरान पति-पत्नी को क्यों नहीं आना चाहिए एक दूसरे के करीब?
आध्यात्मिकता
आध्यात्मिकता को ध्यान में रखते हुए, जिस घर में नवरात्रि की पूजा की जाती है, उस घर के कपल को इस विशेष समय में यौन संबंधों से बचना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि जो लोग इस नियम का पालन नहीं करते हैं, उनका मन माँ की आराधना में नहीं लगता है। ऐसा करने वालों का मन विचलित होता है। जिसके कारण उनकी साधना अधूरी रह जाती है। इसलिए इस दौराना पति-पत्नी का एक-दूसरे के करीब आना भी वर्जित माना जाता है।
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धर्म के साथ विज्ञान
जो लोग नवरात्रि के दौरान उपवास रखते हैं, उनके शरीर की ऊर्जा कम हो जाती है। जिसके कारण, वे यौन और शारीरिक व्यवहार के लिए तैयार नहीं होते हैं। यही कारण है कि लोगों को इस विशेष समय पर खुद को संयमित करने के लिए कहा जाता है। और नवरात्रि के दौराना पति-पत्नी का एक-दूसरे के करीब आना भी वर्जित माना जाता है।
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धार्मिक दृष्टिकोण
नवरात्रि के दिनों में, माता रानी पृथ्वी पर रहती हैं। ऐसा माना जाता है कि माँ का हिस्सा हर महिला में मौजूद होता है। यही कारण है कि इस समय सुहागन महिलाओं को सुहाग सामग्री देने की परंपरा है। जिसके कारण, नवरात्रि में व्यक्ति को संयम और ब्रह्मचर्य का पालन करने के लिए कहा जाता है। और यौनाचरण को वर्जित माना जाता है।
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विज्ञान क्या कहता है
हर साल नवरात्रि दो बार मनाई जाती है , शारदीय नवरात्र (Sharad Navratri) और चैत्र नवरात्र (Chaitra Navratri) इस दौरान मौसम बदलता है। शारदीय नवरात्रि के साथ सर्दियों का आगमन और चैत्र नवरात्रि के साथ गर्मियों का आगमन होता है। यह वह मौसम है, जिसमें सबसे अधिक संक्रमण का खतरा बना रहता है। हमारे संन्यासी-मुनियों ने आने वाले मौसम के लिए, शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए, इन नौ दिनों में उपवास करने के लिए कहा गया है। उन्होंने इस दौरान यौन गतिविधि से बचने के लिए भी कहा है। इसलिए नवरात्रि के दौरान पति-पत्नी को एक दूसरे के करीब नहीं आना चाहिए।
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