Worst Foods For Your Brain In Hindi: हम सभी अच्छे से जानते है कि मस्तिष्क हमारे शरीर का प्रमुख और महत्वपूर्ण अंग है। हमारे शरीर की सभी क्रियाओं को मस्तिष्क ही नियंत्रित करता है। लेकिन क्या आप अपने मस्तिष्क के स्वास्थ्य के प्रति सचेत हैं। नहीं ! क्योंकि आप उन खाद्य पदार्थों का भरपूर सेवन करते हैं जो मस्तिष्क के लिए बहुत खराब हैं। शरीर और आपके मस्तिष्क को स्वस्थ रखने के लिए उचित आहार की आवश्यकता है। लेकिन कुछ विशेष प्रकार के आहार आपके मस्तिष्क पर बुरा प्रभाव डाल सकते हैं। इसलिए आपको मस्तिष्क के लिए बहुत खराब फूड्स की जानकारी होना आवश्यक है। आपके दिमाग को स्वस्थ और सक्रिय रखने के लिए उचित पोषक तत्वों और खनिज पदार्थ की आवश्यकता होती है। इस लेख में आप उन खाद्य पदार्थों के बारे में जानेगें जो मस्तिष्क के लिए बहुत खराब हैं। इन खाद्य पदार्थों से आपको बचना चाहिए।
दिमाग के स्वास्थ्य के लिए सभी वसा खराब नहीं होते हैं। हालांकि ट्रांस वसा नामक एक विशेष प्रकार का वसा मस्तिष्क पर हानिकारक प्रभाव डालता है। ट्रांस वसा स्वाभाविक रूप से मांस और डेयरी सहित पशु उत्पादों में पाए जाते हैं लेकिन इस प्रकार के ट्रांस वसा से भी ज्यादा कुछ नुकसान नहीं है। लेकिन उद्योगों में तैयार किया जाने वाला ट्रांस वसा जो विशेष रूप से कई प्रकार के खाद्य पदार्थों को तैयार करने में उपयोग किया जाता है। यह मस्तिष्क के लिए खराब होता है। इसे हाइड्रोजनीकृत तेल (hydrogenated oil) के रूप में जाना जाता है। इस प्रकार का ट्रांस वसा मुख्य रूप से बाजार से खरीदे गए डिब्बा बंद खाद्य पदार्थ, चिप्सऔर अन्य संसाधित खाद्य पदार्थों में होता है। बहुत अधिक ट्रांस वसा का सेवन करना मस्तिष्क के लिए बहुत खराब इसलिए है क्योंकि यह अल्जाइमरऔर मनोभ्रंश का कारण बन सकता है।
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अधिकांश लोग अपनी प्यास बुझाने के लिए मीठे पेय जैसे सोड़ा पानी, स्पोर्टस ड्रिंक, एनर्जी ड्रिंक और फलों के जूस का सेवन करते हैं। लेकिन शायद ही आपको पता हो कि ये सभी पदार्थ आपके मस्तिष्क के लिए बहुत ही खराब हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि इन पेय पदार्थों में पोषक तत्वों की कमी होती है साथ ही इनमें शर्करा की मात्रा भी उच्च होती है। इसलिए इन पदार्थों का अधिक मात्रा में सेवन शारीरिक और मानसिक दुर्बलता का कारण बन सकता है। इसके अलावा ये पेय पदार्थ मधुमेह, उच्च रक्तचाप और अल्जाइमर या मनोभ्रंश का भी कारण बन सकते हैं।
इन पेय पदार्थों में मौजूद फ्रुक्टोज का अधिक सेवन सीखने की क्षमता, स्मृति, समग्र मस्तिष्क स्वास्थ्य और मस्तिष्क में नए न्यूरॉन्स के गठन को कम करने में सहायक होता है। यह मस्तिष्क की सूजन को बढ़ाने का भी काम कर सकता है। इसलिए अपने दिमाग को बेहर रखने और मस्तिष्क स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए आप इन पेय पदार्थों का सेवन करने से बचें।
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मस्तिष्क के लिए फूड ऐसे होने चाहिए जिनमें अधिक मात्रा में वसा या फैट न हो। परिष्कृत कार्बोहाइड्रेट वे हैं जों प्रसंस्कृत अनाज के साथ बनाए जाते हैं। यह जरूरी नहीं है कि वे मीठे हों लेकिन इन्हें खाने के बाद जल्दी ही ये चीनी के रूप में टूट जाते हैं। क्योंकि रिफाइनिंग प्रक्रिया फाइबर के सभी पोषण और मूल अनाज से बाहर निकल जाती है। परिष्कृत कार्ब्स से भरपूर भोजन एक उच्च ग्लाइसेमिक आहार होता है जो आपके रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ा सकता है। अधिक मीठे, उच्च कार्बोहाइड्रेट या अन्य पदार्थ जो ग्लूकोज के स्तर को बढ़ाते हैं वे सभी स्मृति हानि, मस्तिष्क की सूजन, और डिमेंशिया की संभावना को बढ़ाते हैं।
अध्ययनों से यह भी पता चलता है कि जो बच्चे परिष्कृत कार्बोहाइड्रेट की उच्च मात्रा का सेवन करते हैं वे अशाब्दिक बुद्धि परीक्षणों पर कम स्कोर करते हैं। इसके अलावा जो बृद्ध लोग अपने दैनिक कैलोरी का 58 प्रतिशत से अधिक परिष्कृत कार्ब्स लेते हैं उन्हें अन्य लोगों की तुलना में मानसिक कमजोरी और मनोभ्रंश का जोखिम अधिक होता है। इसलिए परिष्कृत उच्च कार्बोहाइड्रेट वाले आहार को मस्तिष्क के लिए खराब माना जाता है। आप भी इनका अधिक मात्रा में सेवन करने से बचें।
हम में से अधिकांश लोग समय की कमी के कारण प्रोसेस्ड और पैक्ड फूड का अधिक सेवन करते हैं। लेकिन इस प्रकार के खाद्य पदार्थों में पोषक तत्वों और खनिज पदार्थ की मात्रा हटा ली जाती है साथ ही इनमें चीनी और नमक का अधिक प्रयोग किया जाता है। बहुत से लोग इसे पश्चिमी सभ्यता का आहार बताते हैं जिसे फास्ट फूड भी कहा जाता है। व्यस्त जीवन शैली के कारण बहुत से लोग अपने आहार के रूप में सॉस, ड्रेसिंग पास्ता और पहले से पकाए हुए खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं। ये सभी खाद्य पदार्थ आपके दिमाग को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए दिमाग को शांति दिलाने और सकारात्मक सोच को बढ़ाने के लिए नियमित और घर का बना संतुलित आहार करना चाहिए। क्योंकि घर में पकाए गए भोजन में पोषक तत्वों और खनिज पदार्थ की उचित मात्रा होती है। जो आपके मस्तिष्क सहित शारीरिक स्वास्थ्य के लिए आवश्यक हैं।
इसमें कोई संदेह नहीं कि शराब हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। लेकिन मस्तिष्क के लिए सबसे खराब पदार्थों में भी शराब सबसे आगे हैं। अल्कोहल मस्तिष्क को नुकसान पहुंचा सकता है यह जानते हुए भी बहुत से लोग शराब का सेवन करते हैं। शराब का लगातार और अधिक मात्रा में सेवन करने से मस्तिष्क सिकुड़ जाता है और न्यूरोट्रांसमीटर को बाधित करता है। न्यूरोट्रांसमीटर का उपयोग मस्तिष्क संवाद करने के लिए करता है। अधिक मात्रा में शराब पीने वाले लोगों को विटामिन बी1 की कमी हो सकती है जो कोर्साकॉफ सिंड्रोम के विकास का कारण बन सकता है। यह सिंड्रोम गंभीर मस्तिष्क क्षति के लिए जिम्मेदार होता है जिसमें स्मृति हानि, भ्रम, अस्थिरता और देखने की क्षमता में कमी आदि शामिल हैं। इसलिए जब आप जान चुके हैं कि शराब मस्तिष्क के लिए बहुत ही खराब है ऐसी स्थिति में शराब का सेवन करना कम या पूरी तरह से बंद करना फायदेमंद है।
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हम सभी जानते हैं कि मछली खाना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि मछली में ओमेगा-3 फैटी एसिड, विटामिन बी12, आयरन और जस्ता सहित अन्य पोषक तत्व अच्छी मात्रा में होते हैं। लेकिन कुछ विशेष प्रकार की मछलियों में पारा (mercury) की उच्च मात्रा होती है। पारा मस्तिष्क स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। इसलिए जिन मछलियों में पारा की उच्च मात्रा होती हैं वे मस्तिष्क के लिए खराब आहार मानी जाती हैं। ऐसी स्थिति से बचने के लिए ट्यूना, स्वोर्डफिश, ऑरेज रफटी, मैकेरल, शार्क और टाइलफिश आदि की बहुत ही कम मात्रा का सेवन करना चाहिए। क्योंकि इन मछलियों में अन्य पोषक तत्वों के साथ ही पारा की भी मौजूदगी होती है।
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बहुत से लोग अपने स्वाद के लिए कई व्यंजनों में कृत्रिम स्वीटनर का उपयोग करते हैं। ऐसे उत्पाद बनाने वाले लोगों का मानना है कि यह पूरी तरह से सुरक्षित है। लेकिन कुछ अध्ययन यह बताते हैं कि कृत्रिम स्वीटनर से बने खाद्य पदार्थ मस्तिक के लिए सबसे खराब उत्पादों में से एक हैं। इस प्रकार के भोज्य पदार्थ संज्ञानातमक समस्याओं का कारण बनते हैं। ऐसे खाद्य पदार्थ और इनके रासायनिक प्रभाव मस्तिष्क में तनाव पैदा करते हैं साथ ही सीखने और समझने की क्षमता को प्रभावित कर सकते हैं। एक अन्य अध्ययन के अनुसार जो लोग अधिक मात्रा में इस प्रकार के आहार का सेवन करते हैं उनमें अधिक मानसिक थकान, चिड़चिड़ापन और उदासी जैसे लक्षण होते हैं। इस तरह कृत्रिम स्वीटनर से बने उत्पाद लोगों में मनोभ्रंश या स्ट्रोक जैसी समस्याओं को भी जन्म दे सकते हैं। यदि आप अपने मस्तिष्क को स्वस्थ रखना चाहते हैं तो अधिक मात्रा में कृत्रिम स्वीटनर का सेवन करने से बचें।
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