Yoga Ke Fayde in Hindi पिछले कुछ समय से योग ने बहुत ही लोकप्रियता हासिल कर ली है। बहुत से लोग योग के लाभ जानते हैं। लेकिन फिर भी बहुत सी आवादी योग के फायदे से अनभिज्ञय है। कई अध्ययनों ने योग के फायदे होने की पुष्टि की है साथ ही बहुत से स्वास्थ्य सलाहकार योग को अपनाने की सलाह भी देते हैं। कहा भी जाता है ‘कई रोगों की एक दवा है योग’ जो लोग नियमित व्यायाम करते हैं उन्हें कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है। लेकिन योग क्या है, इसे कैंसे करें, योग के नियम क्या हैं, योग के प्रकार और फायदे। इस तरह के तमाम प्रश्नों का जबाब आपको इस लेख में मिल जायेंगा। आइए जाने योग के बारे में सब कुछ जो आपके लिए फायदेमंद है।
विषय सूची
1. योग क्या है – What Is Yoga in Hindi
2. योग के नियम – Rules Of Yoga in Hindi
3. योग के प्रकार – Types Of Yoga in Hindi
4. योग के फायदे इन हिंदी – Yoga Benefits in Hindi
जो लोग योग के फायदे प्राप्त करना चाहते हैं, उन्हें सबसे पहले यह पता होना चाहिए कि योग क्या है। यह समझना बहुत ही आवश्यक है कि योग क्या है। क्योंकि योग एक ऐसी तकनीक है जो आपके शरीर के विभिन्न अंगों को प्रभावित करती है। कुछ लोग इसे प्रशिक्षण की प्राचीन विधि कहते हैं। कुछ लोग योग को कठिन आसनों की संज्ञा देते हैं। योग शब्द वास्तव में संघ को दर्शाता है। यह एक ऐसा अभ्यास है जो शरीर के विभिन्न अंगों, मुद्राओं, ध्यान और नियंत्रित श्वास के माध्यम से शरीर, मन और आत्मा को जोड़ता है। योग न केवल आपके शरीर को मजबूत करता है बल्कि आपके मानसिक स्वास्थ्य को भी बढ़ावा देता है।
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क्या आप योग को अपने जीवन में शामिल करना चाहते हैं तो यह आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। लेकिन जिन लोगों को योग के नियम पता नहीं है, या योग कैंसे करते हैं तो यह लेख उनकी मदद कर सकता है। अपने शुरुआती लक्ष्यों या योग के लिए यहां कुछ नियम दिये गए हैं आइए इन्हें जानें।
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हमारे शरीर में अलग अलग अंगों और विभिन्न प्रकार के स्वास्थ्य लाभों को प्राप्त करने के लिए योग किया जाता है। लेकिन योग के कई प्रकार होते हैं आइए संक्षिप्त में जाने योग के प्रकार जो हमें कई प्रकार के लाभ दिलाते हैं।
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शारीरिक लाभ और विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने के लिए योग के फायदे जाने जाते हैं। योग न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी बढ़ावा देता है। आप ऊपर बताए गये योगों को अपनाकर स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर सकते हैं। योग आपके शरीर को फिट रखने का सबसे अच्छा तरीका हो सकता है। योग के सबसे प्रमुख लाभों में वजन को नियंत्रित करना, मांसपेशियों को मजबूत करना, हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देना, ऊर्जा बढ़ाना आदि शामिल हैं। आइए विस्तार से जाने योग के फायदे क्या हैं।
आज के व्यस्त जीवन में आराम के लिए समय निकालना मुश्किल है। ऐसी स्थिति में लंबे समय तक कुर्सी में बैठकर काम करने से आपकी रीढ़ की हड्डी को नुकसान हो सकता है। इसके साथ ही दिन खत्म होते ही भारी थकान का अनुभव कर सकते हैं। लेकिन कुछ योगाभ्यासों को अपनाकर आप अपनी मुद्रा में सुधार कर सकते हैं। इसके अलावा आप अपनी गर्दन और पीठ के दर्द से भी छुटकारा पा सकते हैं।
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सूर्य नमस्कार और कपाल भाति प्राणायाम वजन कम करने में प्रभावी योग हैं। इनके अलावा योग के नियमित अभ्यास से हम अपने शरीर और इसकी जरूरतों के प्रति अधिक संवेदनशील बन सकते हैं। योग हमारे भोजन सेवन की मात्रा को नियंत्रित कर सकता है। इसके अलावा जब हम योग करते हैं तो यह हमारे शरीर में मौजूद अतिरिक्त वसा को कम करने में मदद करता है। जिससे हमारे मोटापे को कम करने में मदद मिलती है।
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आपके तनाव को दूर करने की क्षमता योग में होती है। योग के माध्यम से आप अपने तनाव को कम करके विश्राम को बढ़ावा दे सकते हैं। कई अध्ययनों से पता चलता है कि यह कोर्टिसोल जो कि प्राथमिक तनाव हार्मोन होता है इसके स्राव को कम करने में मदद करता है। एक अन्य अध्ययन में योग के फायदे 24 महिलाओं में उनके तनाव को कम करके भावनात्मक खुशी दिलाने के लिए देखे गए। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि 3 माह तक नियमित योग करने पर महिलाओं में कोट्रिसोल हार्मोन के स्तर में काफी कमी आई। आप अपने अकेलेपन या तनाव को दूर करने वाले अन्य तरीकों के साथ ध्यान या अन्य योग का प्रयोग करते हैं तो यह आपके तनाव को कम करने में मदद कर सकता है।
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जिन लोगों को डायबिटीज की समस्या है, उनके लिए योग किसी प्रभावी उपचार से कम नहीं है। योग रक्त शर्करा और एलडीएल (खराब कोलेस्ट्रॉल) को कम करता है और एचडीएल (अच्छे कोलेस्ट्रॉल) को बढ़ाने में मदद करता है। मधुमेह वाले लोगों में योग कई तरीकों से रक्त शर्करा को कर करता है। इसके अलावा यह कोर्टिसोल और एड्रेनाईन स्तर को कम करके वजन घटाने में भी सहायक होता है। आप अपने रक्त शर्करा के स्तर को कम करके मधुमेह से संबंधित जोखिमों जैसे दिल का दौरा, गुर्दे की विफलता और अंधापन आदि समस्याओं से बच सकते हैं। इन समस्याओं को दूर करने के लिए अपने दैनिक जीवन में योग को शामिल करें।
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मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करने के अलावा यह शरीर में आने वाली सूजन को भी ठीक कर सकता है। कुछ अध्ययन इस बात की पुष्टि करते हैं कि योग अभ्यास सूजन को भी कम कर सकता है। सूजन हमारे शरीर की एक सामान्य प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया है, लेकिन यदि यह सूजन लंबे समय तक रहती है तो यह हृदय रोग, मधुमेह और कैंसर जैसी समस्याओं का कारण हो सकती है। एक अध्ययन से पता चलता है कि योग करने वाले लोगों में अन्य व्यक्तियों की तुलना में सूजन के निम्न स्तर होते हैं। एक और अन्य अध्ययन में स्तन कैंसर रोगी को नियमित रूप से 12 सप्ताह तक योग करने पर सूजन में कमी देखी गई। यद्यपि सूजन पर योग के फायदेमंद प्रभावों के लिए अभी भी शोध की आवश्यकता है। लेकिन निष्कर्ष बताते हैं कि यह पूरानी सूजन के कारण होने वाली बीमारियों से हमारे शरीर की रक्षा करने में मदद कर सकता है।
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शरीर को पर्याप्त पोषक तत्वों के साथ-साथ स्वस्थ्य रक्त परिसंचरण की आवश्यकता होती है। योग आपके शरीर में उचित रक्त परिसंचरण के साथ ही दिल को स्वस्थ्य रखने में मदद करता है। अध्ययनों से पता चलता है कि नियमित योगाभ्यास दिल की बीमारी से संबंधित कई समस्याओं को दूर करने में मदद कर सकता है। एक अध्ययन में पाया गया कि 40 वर्ष से अधिक आयु वाले लोग जो 5 वर्ष तक नियमित योग करते हैं उनमें उच्च रक्तचाप की संभावना कम हो सकती है। उच्च रक्तचाप दिल के दौरे और स्ट्रोक के प्रमुख कारणों में से एक है। नियमित योग करने से शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल को 26 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है।
यह स्पष्ट नहीं है कि आहार की तरह अन्य कारकों के विपरीत योग की कितनी भूमिका हो सकती है। फिर भी यह तनाव को कम कर सकता है जो हृदय रोगों का प्रमुख कारण हो सकता है। आप भी दिल को मजबूत करने के लिए नियमित योग को अपना सकते हैं।
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कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि योग में एंटी-डिप्रेंटेंट प्रभाव होते हैं। योग का यह प्रभाव अवसाद के लक्षणों को कम कर सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि यह शरीर में मौजूद कार्टिसोल नामक हार्मोन के स्तर को कम करने मे सक्षम है। कोर्टिसोल एक तनाव हार्मोन है जो सेरोटोनिन के स्तर को प्रभावित करता है। एक अध्ययन मे अधिक मात्रा में शराब पीने वाले लोगों ने सुदर्शन क्रिया का अभ्यास किया। लगभग 2 सप्ताह के बाद उन व्यक्तियों में अवसाद और कोर्टिसोल के निचले स्तर के कम लक्षण पाए गए। इस तरह से आप भी अपने शरीर को स्वस्थ्य रखने के साथ ही अवसाद को दूर करने के लिए योग अभ्यास कर सकते हैं।
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मोटापे, उच्च रक्तचाप और अवसाद जैसी समस्याओं का संबंध नींद की खराब गुणवत्ता से होता है। अध्ययनों से पता चलता है कि नियमित योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करने से नींद की गुणवत्ता को सुधारा जा सकता है। 2005 में किये गए एक छोटे से अध्ययन में व्यक्तियों को दो समूह में बांटा गया और एक समूह को आयुर्वेदिक जड़ीबूटीयां दी गई जबकि एक समूह को नियमित योगा कराया गया। इससे यह पता चला की नियमित योगा करने वाले समूह के लोगों दूसरे समूह की अपेक्षा जल्दी और अच्छी नींद आई। इससे यह सिद्ध होता है कि नियमित योग करने से लोगों में नींद की कमी को दूर किया जा सकता है। यदि आप नींद की समस्या से परेशान हैं तो योग इस समस्या का निदान कर सकता है।
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यदि आप अपने शरीर स्वस्थ्य और मजबूत बनाना चाहते हैं तो नियमित योग करें। बेहतर लचीलापन योग के पहले और सबसे स्पष्ट लाभों में से एक है। जब आप योग प्रारंभ करते हैं तो शायद अपने पैरों की उंगलीयों को नहीं छू पाते हैं। लेकिन यदि आप लगातार योग करते हैं तो आप धीरे-धीरे अपने शरीर में लचक देखते हैं। शरीर लचकदार होने से दर्द और पीड़ा गायब होने लगती है। यह कोई चमत्कार नहीं है बल्कि नियमित योग का फल होता है। इसके अलावा अन्य प्रकार के योगासन करने के लिए भी आपके शरीर में लोच की आवश्यकता होती है। इसलिए नियमित योग को अपनाएं और विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं से बचें।
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जब आप नियमित रूप से योग को अपना लेते हैं तो यह आपकी हड्डीयों को मजबूत करता है। यह न केवल आपकी हड्डीयों को मजबूत बल्कि आपके जोड़ों को भी स्वस्थ्य रखता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि योग के दौरान आपके जोड़ों की भी पर्याप्त कसरत होती है। यह डिजेनेरेटिव गठिया को रोकने में मदद कर सकता है। नियमित योग करने से आपका शरीर भोजन से पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्वों को अवशोषित करता है। जिसके परिणाम स्वरूप आपके जोड़ों में स्नेहक का काम करने वाले पदार्थ की कमी नहीं होती है। इस स्नेहक की कमी के कारण आपके जोड़ जल्दी घिस सकते हैं और कमजोर होकर टूटने की संभावना भी बनी रहती है।
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आपके स्वस्थ्य शरीर के लिए उचित रक्त प्रवाह आवश्यक है। इसके लिए आप विशेष रूप से योग अभ्यास कर सकते हैं। यह आपके पूरे शरीर में उचित रक्त परिसंचरण को बनाए रखने और मस्तिष्क को स्वस्थ्य रखने में मदद करता है। आपके शरीर को उचित ढंग से काम करने के लिए ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है। उचित रक्त परिसंचरण के माध्यम से ऑक्सीजन आपके पूरे शरीर उपलब्ध होती है। इसके अलावा आपके शरीर दूषित रक्त को शुद्ध करने में भी रक्त परिसंचरण का विशेष योगदान होता है। यदि आप पैरों की सूजन या गुर्दे की समस्या से ग्रसित हैं तो योग आपकी मदद कर सकता है। योग के माध्यम से भी आप अपने शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को बढ़ा सकते हैं। इस तरह से अपने शरीर में रक्त उत्पादन और इसके उचित प्रवाह के लिए आप नियमित योग को अपना सकते हैं।
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नियमित योग अभ्यास करके आप अपने शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत कर सकते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि योग के दौरान आपका शरीर बहुत ही उत्तेजित होता है। इस तरह से आपके शरीर के सभी अंग अपने काम को सही तरीके से करते हैं। इसके साथ ही योग के दौरान आपके शरीर में विभिन्न हार्मोन उत्तसर्जित होते हैं जो आपकी प्रतिरक्षा को बढ़ाने में सहायक होते हैं। आपने अक्सर देखा होगा कि योगा करने वाले लोग सर्दी जुकाम से बहुत ही कम प्रभावित होते हैं। ऐसा उनकी प्रतिरक्षा शक्ति में वृद्धि के कारण होता है। नियमित योग करने से लसीका तंत्र संक्रमण से लड़ने, कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने और सेलूलर कामकाज के जहरीले अपशिष्ट उत्पादों को हटाने में मदद करता है।
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यदि आप उच्च रक्तचाप की समस्या से ग्रसित हैं, तो आपको योग से लाभ हो सकता है। एक शोध से पता चलता है कि उच्च रक्तचाप रोगी यदि 3 माह तक नियमित योग अभ्यास करे तो उसे उच्च रक्तचाप से छुटकारा मिल सकता है। नियमित योग करने से रोगी में सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर (शीर्ष संख्या) में 26 पॉइंट और डायस्टोलिक बलड प्रेशर में (नीचे की संख्या और प्रारंभिक रक्तचाप) 15 पॉइंट की कमी आ सकती है। इसलिए उच्च रक्तचाप रोगी को नियमित रूप से योग करना चाहिए।
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नियमित रूप से योग करने पर आप अपने आत्मविश्वास को बढ़ा सकते हैं। यह आपके शरीर को पर्याप्त आराम दिलाने का सबसे अच्छा तरीका है। इसके अलावा नियमित योग करने से आप अपने शरीर की प्रत्येक क्रिया में नियंत्रण रख सकते हैं। योग आपके यौन जीवन को भी सकारात्मक रूप से प्रभावित करता है। यह आपकी कामुकता को बढ़ा सकता है साथ ही आपकी यौन कमजोरियों को भी नियंत्रित करने में मदद कर सकता है।
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