Yoni me fungal sankraman योनि यीस्ट संक्रमण या वैजिनल यीस्ट इन्फेक्शन एक ऐसा संक्रमण है जिसे कैंडिडिआसिस के नाम से भी जाना जाता है। यह एक सामान्य स्थिति होती है जिसमे योनि में खुजली जलन और सफ़ेद तरल पदार्थ का स्त्राव होता है। योनि यीस्ट इन्फेक्शन महिलाओ में होने वाली एक आम समस्या है। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से योनि यीस्ट इन्फेक्शन क्या है? वजाइना में फंगल संक्रमण कैसे होता है इसके लक्षण, कारण, जांच, उपचार,और घरेलू उपाय के बारे में बतायेंगे।
विषय सूची
1. योनि यीस्ट संक्रमण क्या है – What Is Vaginal Yeast Infection In Hindi
2. योनि यीस्ट इन्फेक्शन के लक्षण – Vaginal Yeast Infection Symptoms Of In Hindi
3. योनि में यीस्ट संक्रमण कैसे होता है – Yoni me fungal sankraman kaise hota hai in Hindi
4. योनि यीस्ट संक्रमण का क्या कारण है – What causes vaginal yeast infections in hindi
5. योनि यीस्ट संक्रमण का निदान कैसे किया जाता है – How are vaginal yeast infections diagnosed in Hindi
6. योनि यीस्ट संक्रमण का इलाज कैसे किया जाता है – Vaginal Yeast Infections Treatment In Hindi
- साधारण योनि खमीर संक्रमण का उपचार -Simple Vaginal Yeast Infections Treatment In Hindi
- जटिल योनि यीस्ट संक्रमण का इलाज – Complicated Vaginal Yeast Infections Treatment In Hindi
7. योनि यीस्ट संक्रमण के प्राकर्तिक और घरेलू उपचार – Natural Vaginal yeast infection treatments in Hindi
8. योनि यीस्ट संक्रमण से बचाव के तरीके – Vaginal Yeast Infection Prevention In Hindi
9. योनि यीस्ट संक्रमण से बचने के लिए क्या न करें – Vaginal Yeast Infection Prevention In Hindi
योनि यीस्ट संक्रमण क्या है – What Is Vaginal Yeast Infection In Hindi
योनि यीस्ट इन्फेक्शन या संक्रमण एक ऐसा संक्रमण है जो योनि में होता है यह एक फंगल संक्रमण है जिससे महिला के जननागों में खुजली, जलन और योनि स्त्राव होता है । महिला की स्वस्थ योनि में कुछ बैक्टेरिया या कुछ फंगल कोशिकाये होती है लेकिन जब बैक्टेरिया और फंगल कोशिकाओ का संतुलन बिगड़ता है तो बैक्टेरिया की तुलना में फंगस कोशिकाएँ कई गुना तक बढ़ जाती है खमीर कोशिकाओ के बढ़ने के कारण योनि (वेजाइना) में तेज खुजली के साथ लालपन, सूजन और जलन होने लगती है।
अगर समय रहते वजाइना में फंगल संक्रमण का इलाज हो जाये तो योनि में हो रहे लक्षण जैसे-जलन और खुजली की समस्या पूरी तरह से दूर हो जाएगी। योनि के संक्रमण को ठीक होने में कम से कम दो हफ्तों तक का समय लग सकता है।
योनि खमीर संक्रमण को योन संचारित संक्रमण (SIT) नहीं माना जाता है। परन्तु यह शारीरिक संबंध बनाने से फ़ैल सकता है लेकिन जो महिलाये शारीरिक संबंध बनाने में सक्रिय नहीं होती है उन महिलाओ में भी योनि को साफ न रखने से योनि यीस्ट संक्रमण हो सकता है जिन महिलाओ में एक बार योनि यीस्ट संक्रमण हो जाये तो उनमे योनि यीस्ट संक्रमण दोबारा होने की सम्भावना ज्यादा बढ़ जाती है।
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योनि यीस्ट इन्फेक्शन के लक्षण – Vaginal Yeast Infection Symptoms Of In Hindi
योनि यीस्ट संक्रमण के लक्षण इस प्रकार है-
- वजाइना में इन्फेक्शन होने के कारण खुजली चलना।
- योनि में खुजली के दौरान योनि के आसपास सूजन आना।
- पेशाब या सेक्स (शारीरिक संबंध) करते समय योनि में जलन होना।
- वजाइना में सेक्स के दौरान तेज दर्द होना।
- योनि में लालपन या लाल चकते आ जाना।
योनि से कभी-कभी सफ़ेद पानी का निकलना भी योनि में फंगस संक्रमण का एक प्रमुख लक्षण होता है। अगर आप सही समय पर वजाइना में फंगल संक्रमण का उपचार नहीं करवाती है तो योनि यीस्ट संक्रमण के लक्षण बहुत ज्यादा गंभीर हो सकते है।
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योनि में यीस्ट संक्रमण कैसे होता है – Yoni me fungal sankraman kaise hota hai in Hindi
योनि में फंगस संक्रमण कई कारणों से होता है-
- महिलाओ के मासिक धर्म चक्र में कई महिलाये 4 से 5 घंटे तक एक ही सेनेटरी पैड का उपयोग करती है इस सेनेटरी पैड को हर 4 घंटे में नहीं बदलती है कई महिलाये सेनेटरी पैड की जगह संक्रमित कपड़ो का उपयोग करती है जिससे योनि में यीस्ट इन्फेक्शन बहुत तेजी से फैलता है।
- महिलाओं का नहाते समय हल्के गर्म पानी का उपयोग करना। और पानी से अपनी योनि (वेजाइना) की अच्छे से सफाई न करना भी वैजिनल यीस्ट इन्फेक्शन का कारण बनता है।
- वेजाइना में रफ साबुन का प्रयोग करने से भी योनि में संक्रमण बढ़ जाता है योनि को साफ़ व स्वच्छ न रखना।
- जिन महिलाओ को पहले से योनि में फंगस संक्रमण है उन्हें शारीरिक संबंध बनाने से बचना चाहिए। इससे वेजाइना में संक्रमण बढ़ने की सम्भावना अधिक होती है
- ढीले कपड़े या काटन की पेंटी नहीं पहनने से पसीने के द्वारा बैक्टेरिया पनपने से योनि में नमी के कारण संक्रमण बढ़ जाता है।
- अधिक तनाव में रहने से और पर्याप्त नींद न लेने से भी हमारे शरीर में हॉर्मोन का संतुलन पूरी तरह से बिगड़ जाता है जिससे वैजिनल यीस्ट इन्फेक्शन होने की संभावना बढ़ जाती है।
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योनि यीस्ट संक्रमण का क्या कारण है – What causes vaginal yeast infections in hindi
- योनि में यीस्ट (फंगस) संक्रमण कवक कैंडिडा नामक सूक्ष्मजीव के कारण फैलता है जो शरीर में हॉर्मोन के संतुलन को पूरी तरह से बिगाड़ देता है जो योनि में फंगस संक्रमण की अधिकता का कारण बनता है।
- कुछ एंटीबायोटिक्स होती है जो योनि (वेजाइना) में लेक्टोबेसिलस यानि अच्छे बैक्टेरिया की मात्रा को कम कर देता है जो सामान्यतः दही में पाया जाता है जिससे दही में खट्टापन आ जाता है।
- गर्भावस्था भी योनि यीस्ट संक्रमण का एक प्रमुख कारण है गर्भावस्था में महिलाओ को योनि की ज्यादा देखभाल करने की जरुरत होती है।
- जिन महिलाओ के शरीर में शुगर (मधुमेह) यानि डाइबिटिज बहुत ज्यादा है उनका हार्मोनल संतुलन, और प्रतिरोधकता प्रणाली को फंगस संक्रमण ज्यादा प्रभावित करते है जिससे जिससे वैजिनल यीस्ट इन्फेक्शन फैलने की सम्भावना बढ़ जाती है।
- कैंडिडा एल्बिकस नामक जीव होता है जो योनि (वेजाइना) में संक्रमण को बढाने में मदद करता है ।
- पर्याप्त नींद न होना और अत्यधिक पानी न पीना, ख़राब भोजन जैसे-कम पोषक तत्व वाला खाना खाने से भी योनि में संक्रमण बढ़ सकता है।
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योनि यीस्ट संक्रमण का निदान कैसे किया जाता है – How are vaginal yeast infections diagnosed in Hindi
महिलाओ में योनि यीस्ट संक्रमण की जांच करना बहुत आसान है आइये जानते है की योनि में संक्रमण की जांच कैसे की जाती है-
- खमीर संक्रमण का निदान करना आसान है। आपका डॉक्टर आपके मेडिकल इतिहास के बारे में पूछेगा। इसमें शामिल है कि क्या आपको पहले खमीर संक्रमण हुआ था। वे यह भी पूछ सकते हैं कि क्या आपको कभी एस.टी.आई. रोग हुआ था।
- कही ऐसा तो नहीं की आपकी योनि में संक्रमण पहले भी हो चुका हो या आप पहले भी इसका इलाज करवा चुकी है यदि ऐसा है तो आपको अपनी योनि संक्रमण की जाँच की रिपोर्ट भी डॉक्टर को दिखानी होगी।
- अगला चरण एक श्रोणि परीक्षा है। आपका डॉक्टर आपकी योनि की दीवारों और गर्भाशय ग्रीवा की जांच करेगा। वे संक्रमण के बाहरी लक्षणों के लिए आसपास के क्षेत्र को भी देखेंगे।
आपका डॉक्टर क्या देखता है, इसके आधार पर, अगला कदम आपकी योनि से कुछ कोशिकाओं को इकट्ठा करना हो सकता है। ये कोशिकाएं जांच के लिए एक लैब में जाती हैं। लैब परीक्षण का आमतौर पर उन महिलाओं के लिए आदेश दिया जाता है जिनके पास नियमित रूप से योनि में खमीर संक्रमण होता है या उन संक्रमणों के लिए जो जल्दी दूर नहीं होते हैं। जिससे यह पता लगाया जा सके की आपकी योनि में संक्रमण बार-बार होने का कारण क्या है तथा योनि में यह संक्रमण क्यों हो रहा है।
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योनि यीस्ट संक्रमण का इलाज कैसे किया जाता है – Vaginal Yeast Infections Treatment In Hindi
महिलाओ में प्रत्येक यीस्ट संक्रमण बहुत अलग होता है योनि में यीस्ट संक्रमण से बचने के लिए डॉक्टर अच्छे उपचार की सलाह देते है सामान्य तौर पर योनि में संक्रमण से इलाज आपकी योनि में फंगस इन्फेक्शन के लक्षणों के आधार पर किया जाता है।
साधारण योनि खमीर संक्रमण का उपचार -Simple Vaginal Yeast Infections Treatment In Hindi
साधारण संक्रमण में डॉक्टर आपको कुछ दवाएँ खाने के लिए देता है जो सामान्य तौर पर एंटीफंगल होती है इसमें आपको योनि में लगाने के लिए कुछ मलहम क्रीम और टेबलेट दी जाती है एक दो दिन के लिए आपके आहार चार्ट को भी बदला जाता है। ये दवाएँ खाने के बाद आपको डॉक्टर से मिलकर यह बताना होता है की आपको दी हुई दवाएँ असर कर रही है या नहीं ।
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जटिल योनि यीस्ट संक्रमण का इलाज – Complicated Vaginal Yeast Infections Treatment In Hindi
- जटिल संक्रमण में महिलाओ को अधिक समय तक योनि में संक्रमण रहता है जैसे- योनि में जलन, खुजली, लालिमा या चकतों का होना।
- यदि आपको योनि में बार-बार संक्रमण हो रहा है तो यह कैंडिडा एल्बिकैस के अलावा कैंडिडा जीव के कारण होता है। जो योनि में होने वाले संक्रमण को बढ़ाते है।
- यदि आपको अत्यधिक मधुमेह तो नहीं जिससे प्रतिरक्षा प्रणाली के साथ-साथ हॉर्मोन में बदलाव के कारण भी संक्रमण ज्यादा होता है।
- कही आप एच.आई.वी (एड्स) पॉजिटिव तो नहीं है।
जटिल और गंभीर योनि संक्रमण के उपचार यहाँ शामिल है-
- इसमें आपको कुछ एंटीफंगल दवाएँ और मलहम क्रीम,और टेबलेट दी जाती है जो आपको 14 दिनों तक उपयोग करनी पड़ती है।
- सेक्स (शारीरिक संबंध) बनाते समय यह पता कर लें की आपके पार्टनर को यीस्ट (फंगस) संक्रमण तो नहीं है और कंडोम का उपयोग करे।
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योनि यीस्ट संक्रमण के प्राकर्तिक और घरेलू उपचार – Natural Vaginal yeast infection treatments in Hindi
कुछ महिलाये योनि संक्रमण से बचने के लिए घरेलू उपचार करती है यह बहुत प्रभावी और विश्वसनीय है जो इस प्रकार है-
- नारियल का तेल जो योनि के संक्रमण में लाभदायक है इसे आप अपनी योनि में नारियल के तेल के साथ कपूर डालकर लगाये। जिससे आपको योनि में खुजली की समस्या नहीं होगी।
- योनि में संक्रमण से बचने के लिए आप लहसुन का प्रयोग भी कर सकती है। यह योनि संक्रमण से बचने के लिए एक अच्छा घरेलू उपाय है।
- आप दही भी पी सकती है, इसमें लेक्टोबेसिलस नामक जीवाणु होता है जो योनि में हो रहे संक्रमण को रोकता है और अच्छे बैक्टेरियां की संख्या को बढाता है इसे आप अपनी योनि में भी कुछ मात्रा में लगा सकतीं है।
- योनि यीस्ट संक्रमण के प्राकर्तिक उपचार में आप बोरिक एसिड का प्रयोग भी योनि में कर सकते है इसे आपको अपनी योनि में लगाना होता है। जिससे योनि में फंगस इन्फेक्शन नहीं होता है।
- साफ़ व स्वच्छ कपड़ो का ही उपयोग करे।
- पोषक तत्वों से भरपूर फल और सब्जियां खाए और खूब पानी पिए।
- योनि को साफ़ पानी से नियमित धोये, तथा धोने से लिक्विड चीजों का ही प्रयोग करे।
(और पढ़े – संतुलित आहार के लिए जरूरी तत्व , जिसे अपनाकर आप रोंगों से बच पाएंगे…)
योनि यीस्ट संक्रमण से बचाव के तरीके – Vaginal Yeast Infection Prevention In Hindi
वैजिनल यीस्ट इन्फेक्शन से बचने के लिए हमें कुछ बचाव करने पड़ते है-
- आप अधिक मात्रा में दही का प्रयोग करे। जिससे आपके शरीर में अच्छे बैक्टेरियां की मात्रा कम न हो।
- गीले कपड़ो को पहनने से बचे तथा कॉटन की पेंटी या सूती लेगिग्न्स का ही प्रयोग करे।
- आप सुगन्धित सेनेटरी पैड का उपयोग करने से बचे। इससे आपकी योनि में नमी बढ़ेगी जिससे बैक्टेरियां पनपने लगेंगे।
- नियमित गर्म पानी से अपनी पेंटी को धोये।
- आप संतुलित और पोषक तत्वों से भरपूर भोजन करे। और तनाव मुक्त रहे व 7-8 घंटे की अच्छी नींद ले
- योनि में क्रीम, लगाने से पहले आप अपने हाथो को अच्छे से साफ़ करे।
(और पढ़े – योनी में गीलापन होने के कारण और उपाय…)
योनि यीस्ट संक्रमण से बचने के लिए क्या न करें – Vaginal Yeast Infection Prevention In Hindi
- टाइट पैंट, पेंटीहोज, पेंटी या लेगिंग न पहने।
- सुगंधित टैम्पोन या पैड का उपयोग न करें।
- गीले कपड़ों में ज्यादा देर न बैठे, विशेष रूप से स्नान सूट के साथ
- गर्म टब में न बैठे या लगातार गर्म स्नान न करें।
- अंदर तक योनि की सफाई या डोउच (douching) न करें।
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